हरियाणा के फतेहाबाद जिले में गांव बरसीन में प्रदेश की पहली बालिका पंचायत चुनी गई। इस बालिका पंचायत की सरपंच 12वीं कक्षा की छात्रा अस्तुति कंबोज को चुना गया है। अस्तुति की मम्मी ऊषा भी गांव बरसीन की ग्राम पंचायत की सदस्य हैं। दोपहर 12 बजे तक वोटिंग चली। कुल 185 में से 132 वोट पड़े। इस बालिका पंचायत की सरपंच बनने के लिए 12 उम्मीदवार मैदान में थीं। इनमें से अस्तुति को 22 वोट मिले हैं। बाकी 11 सरपंच प्रत्याशियों को इतने मिले वोट संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर रही साक्षी और अनुशिखा को 19-19 वोट मिले। इसके अतिरिक्त अनुराधा को 4, गुरकिरण जोत कौर को 9, ज्योति पुत्री पूजा रानी को 6, ज्योति पुत्री सुंदर दास को 16, निशु को 4, पुष्पा को 0, महिमा को 15, सरोज को 5 और सुलोचना को 13 वोट मिले हैं। सरपंच और पंच चुनी गई छात्राओं को डीसी मनदीप कौर, जिला परिषद चेयरपर्सन सुमन खिचड़ और जिला परिषद सीईओ सुरेश कुमार ने प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। 9 वार्डों में चुनी गई पंच
9 वार्डों में से 5 वार्डों में पंच निर्विरोध चुनी गई। जबकि 4 वार्डों के लिए चुनाव हुए। वार्ड नंबर 1 में मनप्रीत, वार्ड नंबर 4 से जेसिका, वार्ड नंबर 7 से मनीषा, वार्ड नंबर 8 से प्रतिज्ञा और वार्ड नंबर 9 से सृष्टि निर्विरोध पंच चुनी गई। वहीं, वार्ड नंबर 2 में तीन उम्मीदवारों प्रोमिला, महक और सिमरन में मुकाबला हुआ। सिमरन 13 वोट लेकर पंच बनी। इसी तरह वार्ड नंबर 3 में एकता, निशु, रंजना ने चुनाव लड़ा, जिसमें से रंजना 11 वोट लेकर पंच चुनी गई। वार्ड नंबर 5 में 4 उम्मीदवार कोमल पुत्री दिलबाग, कोमल पुत्री रामकिशन, नविका और सिमरन रही। इनमें से कोमल पुत्री दिलबाग 15 वोट लेकर विजेता बनी। वार्ड नंबर 6 में तीन उम्मीदवार आर्चि, एंजल और मिष्टी रही। इसमें एक वोट से मिष्टी जीती हैं। 11 से 21 साल की बेटियों ने डाले वोट गांव बरसीन में बनी इस बालिका पंचायत को चुनने के लिए गांव की 185 बेटियों को वोट डालना था। इन वोटर्स में 11 से 21 साल की बेटियां शामिल रही। जिला परिषद की ओर से चुनाव अधिकारी भी लगाए गए हैं। यह काम करेगी बालिका पंचायत जिला परिषद चेयरपर्सन सुमन खिचड़ ने बताया कि बालिका पंचायत के जरिए बेटियों को कम्युनिटी गवर्नमेंट में भागीदारी का अवसर दिया जाएगा। उनमें नेतृत्व, जागरूकता और नागरिक जिम्मेदारी का विकास होगा। पंचायत शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वच्छता और लैंगिक समानता जैसे मुद्दों पर यह बालिका पंचायत काम करेगी। पंचायत ग्राम पंचायत के साथ समन्वय में कार्य करेगी और उसकी बैठकों में भाग लेगी। बालिका पंचायत के सदस्यों को शासन, नेतृत्व और सामाजिक मुद्दों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। हरियाणा के फतेहाबाद जिले में गांव बरसीन में प्रदेश की पहली बालिका पंचायत चुनी गई। इस बालिका पंचायत की सरपंच 12वीं कक्षा की छात्रा अस्तुति कंबोज को चुना गया है। अस्तुति की मम्मी ऊषा भी गांव बरसीन की ग्राम पंचायत की सदस्य हैं। दोपहर 12 बजे तक वोटिंग चली। कुल 185 में से 132 वोट पड़े। इस बालिका पंचायत की सरपंच बनने के लिए 12 उम्मीदवार मैदान में थीं। इनमें से अस्तुति को 22 वोट मिले हैं। बाकी 11 सरपंच प्रत्याशियों को इतने मिले वोट संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर रही साक्षी और अनुशिखा को 19-19 वोट मिले। इसके अतिरिक्त अनुराधा को 4, गुरकिरण जोत कौर को 9, ज्योति पुत्री पूजा रानी को 6, ज्योति पुत्री सुंदर दास को 16, निशु को 4, पुष्पा को 0, महिमा को 15, सरोज को 5 और सुलोचना को 13 वोट मिले हैं। सरपंच और पंच चुनी गई छात्राओं को डीसी मनदीप कौर, जिला परिषद चेयरपर्सन सुमन खिचड़ और जिला परिषद सीईओ सुरेश कुमार ने प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। 9 वार्डों में चुनी गई पंच
9 वार्डों में से 5 वार्डों में पंच निर्विरोध चुनी गई। जबकि 4 वार्डों के लिए चुनाव हुए। वार्ड नंबर 1 में मनप्रीत, वार्ड नंबर 4 से जेसिका, वार्ड नंबर 7 से मनीषा, वार्ड नंबर 8 से प्रतिज्ञा और वार्ड नंबर 9 से सृष्टि निर्विरोध पंच चुनी गई। वहीं, वार्ड नंबर 2 में तीन उम्मीदवारों प्रोमिला, महक और सिमरन में मुकाबला हुआ। सिमरन 13 वोट लेकर पंच बनी। इसी तरह वार्ड नंबर 3 में एकता, निशु, रंजना ने चुनाव लड़ा, जिसमें से रंजना 11 वोट लेकर पंच चुनी गई। वार्ड नंबर 5 में 4 उम्मीदवार कोमल पुत्री दिलबाग, कोमल पुत्री रामकिशन, नविका और सिमरन रही। इनमें से कोमल पुत्री दिलबाग 15 वोट लेकर विजेता बनी। वार्ड नंबर 6 में तीन उम्मीदवार आर्चि, एंजल और मिष्टी रही। इसमें एक वोट से मिष्टी जीती हैं। 11 से 21 साल की बेटियों ने डाले वोट गांव बरसीन में बनी इस बालिका पंचायत को चुनने के लिए गांव की 185 बेटियों को वोट डालना था। इन वोटर्स में 11 से 21 साल की बेटियां शामिल रही। जिला परिषद की ओर से चुनाव अधिकारी भी लगाए गए हैं। यह काम करेगी बालिका पंचायत जिला परिषद चेयरपर्सन सुमन खिचड़ ने बताया कि बालिका पंचायत के जरिए बेटियों को कम्युनिटी गवर्नमेंट में भागीदारी का अवसर दिया जाएगा। उनमें नेतृत्व, जागरूकता और नागरिक जिम्मेदारी का विकास होगा। पंचायत शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वच्छता और लैंगिक समानता जैसे मुद्दों पर यह बालिका पंचायत काम करेगी। पंचायत ग्राम पंचायत के साथ समन्वय में कार्य करेगी और उसकी बैठकों में भाग लेगी। बालिका पंचायत के सदस्यों को शासन, नेतृत्व और सामाजिक मुद्दों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
