भास्कर न्यूज | जालंधर श्री गुरु रविदास भवन की मेन सड़कों पर रोशनी के लिए निगम ने एलईडी लाइटें लगाई थीं, जोकि चोरी हो गई हैं। ऐसे में एलईडी लाइटें नहीं होने से रात में लोगों को परेशानी होती है। स्थानीय निवासी दिलदार सिंह, विक्की, दीपक ने मांग की है कि चोरी करने वालों पर कार्रवाई की जाए। भास्कर न्यूज | जालंधर श्री गुरु रविदास भवन की मेन सड़कों पर रोशनी के लिए निगम ने एलईडी लाइटें लगाई थीं, जोकि चोरी हो गई हैं। ऐसे में एलईडी लाइटें नहीं होने से रात में लोगों को परेशानी होती है। स्थानीय निवासी दिलदार सिंह, विक्की, दीपक ने मांग की है कि चोरी करने वालों पर कार्रवाई की जाए। पंजाब | दैनिक भास्कर
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अमृतपाल से जेल में मिले वकील राजदेव सिंह:कहा- जून में आ सकते हैं बाहर; सरकारों को मानना होगा लोगों का फतवा
अमृतपाल से जेल में मिले वकील राजदेव सिंह:कहा- जून में आ सकते हैं बाहर; सरकारों को मानना होगा लोगों का फतवा लोकसभा चुनाव में खडूर साहिब से जीत हासिल करने वाले अमृतपाल सिंह जून महीने में जेल से बाहर आ सकते हैं। ये दावा उनके वकील और पूर्व सांसद राजदेव सिंह खालसा ने किया है। एक इंटरव्यू में राजदेव खालसा का कहना है कि वे बीते बुधवार अमृतपाल को असम की डिब्रूगढ़ जेल में मिल कर लौटे हैं। एडवोकेट राजदेव सिंह ने बताया कि जेल में अमृतपाल सिंह ने खूडर साहिब की संगत का धन्यवाद किया है, जिन्होंने उसे चुनाव जिता कर फतवा दिया है। उन्होंने अमृतपाल सिंह के ऊपर लगे NSA हटाने और जेल से आने के बारे में बताते हुए कहा कि लोगों ने जो भी बड़े स्तर पर अमृतपाल सिंह के लिए फतवा दिया है, वे कानूनी प्रक्रिया से भी ऊपर है। सुप्रीम कोर्ट मानती है जनता का फैसला एडवोकेट राजदेव सिंह के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट ने कई केसों में कहा है कि जनता ही हकूमत करने वाली होती है। लोक राज का ये बुनिआदी असूल है कि जो जनता का फतवा होता है, वो सभी को मंजूर करना पड़ता है। इसलिए जनता ने जब अमृतपाल सिंह को इतना बड़ा फतवा दे दिया है तो उनके ख्याल से कानूनी प्रक्रिया की इसमें कोई जरूरत नहीं पड़ेगी। पंजाब सरकार और केंद्र सरकार को लोगों का ये बड़ा फतवा मानना ही पड़ेगा और उन्हें जेल से रिहा करना ही पड़ेगा।

वडिंग की जीत में बैंस बंधु नहीं दिखा सके दम:आत्म नगर में 30696 की बढ़त, दक्षिणी में भी भाजपा 4396 से आगे
वडिंग की जीत में बैंस बंधु नहीं दिखा सके दम:आत्म नगर में 30696 की बढ़त, दक्षिणी में भी भाजपा 4396 से आगे पंजाब के लुधियाना लोकसभा चुनाव में पूर्व विधायक सिमरजीत सिंह और उनके भाई पूर्व विधायक बलविंदर सिंह बैंस पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजा वड़िंग की जीत में कोई खास योगदान नहीं दे पाए। लुधियाना दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से वड़िंग पीछे चल रहे हैं, जबकि आत्म नगर विधानसभा क्षेत्र से उन्हें कुछ बढ़त मिली है, हालांकि दोनों विधानसभा क्षेत्र बैंस बंधुओं का गढ़ माने जाते हैं। बैंस बंधुओं के शामिल होने के बाद कई कांग्रेसियों ने सदस्यता छोड़ी बलात्कार के मामले में जमानत पर बाहर चल रहे सिमरजीत सिंह बैंस और उनके भाई बलविंदर सिंह, जो शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के सदस्य भी हैं, मतदान से ठीक पहले अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पंजाब कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हो गए थे। बैंस बंधुओं ने अपनी लोक इंसाफ पार्टी (एलआईपी) का भी कांग्रेस में विलय कर दिया है। बैंस बंधुओं को पार्टी में शामिल किए जाने पर कांग्रेस में नाराजगी देखी गई, जिसके चलते पार्षद परविंदर सिंह लापरान समेत कई नेताओं को पार्टी से निकाल दिया गया। बलविंदर बैंस के गढ़ में भाजपा को 4396 की बढ़त
बलविंदर सिंह बैंस के गढ़ लुधियाना दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से वड़िंग 32982 वोट हासिल करने में सफल रहे, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार रवनीत सिंह बिट्टू 37378 वोटों के साथ आगे चल रहे हैं। आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अशोक पराशर पप्पी को 19289 और शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के उम्मीदवार रंजीत सिंह ढिल्लों को 4939 वोट मिले। आत्म नगर से मिली सिर्फ 30696 वोटों से बढ़त
आत्म नगर से, जिसने सिमरजीत सिंह बैंस को दो बार राज्य विधानसभा में भेजा, राजा वड़िंग ने 30696 वोटों के साथ बढ़त हासिल की। आप के पप्पी को यहां से 25600 वोट मिले। बिट्टू को 22753 वोट मिले, जबकि ढिल्लों को निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं से ठंडी प्रतिक्रिया मिली और वे केवल 6060 वोट ही हासिल कर पाए। बैंस बंधुओं ने वड़िंग के साथ चुनाव से पहले निर्वाचन क्षेत्रों में रोड शो किया। 2022 विधानसभा में अपनी सीटें हार गए थे बैंस बंधु 2022 के पंजाब विधानसभा चुनावों में बैंस बंधुओं को अपनी सीटें हारनी पड़ी थीं। बैंस खुद का किला आप की लहर का आगे नहीं बचा पाए थे। बलविंदर सिंह बैंस को केवल 11906 वोट मिले थे, जबकि आप की राजिंदरपाल कौर छिन्ना 43811 वोटों के साथ विजयी रहीं। कांग्रेस उम्मीदवार ईश्वरजोत चीमा दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से 15604 वोट पाने में सफल रहे। 2022 के विधानसभा चुनाव में सिमरजीत सिंह बैंस आप के कुलवंत सिंह सिद्धू से हार गए। बैंस को केवल 12720 वोट मिले, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार कमलजीत सिंह कड़वल इस सीट से 28247 वोट पाने में सफल रहे। सिद्धू 44601 वोटों के साथ विजेता रहे।

पंजाब कांग्रेस के नेता बाजवा पर FIR:32 बंब बारे दिए बयान के बाद सरकार का एक्शन; लॉरेंस के इंटरव्यू का सोर्स पूछा था
पंजाब कांग्रेस के नेता बाजवा पर FIR:32 बंब बारे दिए बयान के बाद सरकार का एक्शन; लॉरेंस के इंटरव्यू का सोर्स पूछा था पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू के बाद आफत में आ गए हैं। उनके खिलाफ मोहाली स्थित स्टेट साइबर क्राइम थाने में एफआईआर दर्ज हुई है। बाजवा के खिलाफ बीएनएस की धारा 197(1)(डी) और 353(2) के तहत केस दर्ज हुआ है। वहीं, आज उनसे मोहाली में पुलिस पूछताछ कर सकती है। दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी के विधायक व सांसद बाजवा के पक्ष में आ गए हैं। उन्होंने सरकार की इस एक्शन को गलत बताया है। वहीं, पूर्व डिप्टी सीएम व गुरदासपुर के सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सरकार को घेरते हुए पूछा है कि जेल के अंदर से लॉरेंस का लाइव इंटरव्यू हुआ था। क्या उसके बारे में उस चैनल के एंकर से सोर्स पूछा था। सुबह हुआ विवाद, शाम को FIR यह विवाद भी बड़ा दिलचस्प है। बाजवा एक निजी चैनल के प्रोग्राम में शामिल हुए थे। उन्होंने राज्य की सुरक्षा से जुड़े मुद्दे को लेकर जब एंकर ने सवाल किया तो उन्होंने कहा था, “पंजाब में 50 ग्रेनेड आए थे, जिनमें से 18 इस्तेमाल हो चुके हैं, जबकि 32 बाकी हैं।” जैसे ही रविवार को शो से पहले उसका टीज़र चलने लगा तो इस मामले का सरकार ने खुद संज्ञान ले लिया। वहीं, दोपहर 12 बजे के करीब एआईजी काउंटर इंटेलिजेंस रवजोत ग्रेवाल उनके चंडीगढ़ के सेक्टर-8 स्थित घर पर पहुंची। साथ ही बाजवा द्वारा ग्रेनेड से जुड़े मामले में उनका सोर्स पूछा गया। वह करीब 15 मिनट तक वहां रुकी। इसके बाद वह वहां से निकल गई। मीडिया से बातचीत में कहा कि बाजवा सहयोग नहीं कर रहे हैं। वह बम का सहयोग नहीं कर रहे हैं। शाम को जैसे ही आठ बजे शो हुआ, उसके बाद केस दर्ज हुआ सीएम बोले साेर्स बताए, नहीं तो एक्शन इसी दौरान पंजाब के सीएम भगवंत मान ने करीब ढाई मिनट का एक वीडियो जारी कर दिया। सीएम ने कहा कि बाजवा के पास यह इन्फॉर्मेशन आई थी? पाकिस्तान से उनके कौन से कनेक्शन हैं कि वहां के आतंकवादी सीधे उन्हें फोन कर बता रहे हैं कि उन्होंने कितने बम भेजे हैं? ये इन्फॉर्मेशन न इंटेलिजेंस के पास है, न केंद्र सरकार से आया है, लेकिन इतने बड़े विपक्ष के नेता के पास आई है। क्या वो इस चीज़ का इंतजार कर रहे थे कि बम फटे और लोग मरें, ताकि उनकी राजनीति चलती रहे? और अगर ये झूठ है तो क्या वो पंजाब में ऐसी बातें कर दहशत फैलाना चाहते हैं? उनके पास यह इन्फॉर्मेशन कहां से आई? उनके ऐसे कौन से सोर्स हैं जो उन्हें सीधे ऐसी इन्फॉर्मेशन दे रहे हैं? और ऐसा नहीं है तो वह दहशत फैला रहे हैं और इस पर बहुत बड़ा एक्शन लिया जाएगा। वहीं, आपके सारे मंत्री व विधायक भी इस मामले में कूद पड़े। सारे बयान जारी करने लग पड़े। देर शाम केस दर्ज हुआ। बाजवा बोले सोर्स नहीं बताऊंगा पंजाब में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने पुलिस की कार्रवाई पर कहा—मैं पूरे पंजाब को बताना चाहता हूं कि मैं सीएलपी नेता हूं। जिम्मेदार पद है। 10–15 सालों से माहौल खराब रहा है। मैंने एक टीवी इंटरव्यू दिया था जो कि आज चला है। मुझे मेरे सोर्स ने जानकारी दी कि 50 बम पंजाब में आए। इनमें से 18 चल चुके हैं। इनमें से एक अटैक मनोरंजन कालिया के घर हुआ है। ऐसे में मुझे अलर्ट रहना चाहिए। मैं आतंकवाद परिवार से संबंध रखता हूं। मैं अपना सोर्स नहीं बताऊंगा। मैं डरने वाला नहीं हूं।
कांग्रेस आई बाजवा के पक्ष में
पंजाब कांग्रेस के सारे विधायक, सांसद व नेता बाजवा के पक्ष में आ गए हैं। कांग्रेस नेताओं ने दोहराया कि पंजाब में शांति और सद्भाव के लिए खतरा वास्तविक और गंभीर है, जिसकी ओर बाजवा ने सभी का ध्यान आकर्षित किया है, जबकि सरकार ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा सरकार को जवाबदेह ठहराती रहेगी, चाहे वह कितनी भी धमकी देने की कोशिश करे। वहीं, सुखजिंदर सिंह रंधावा ने लिखा है कि भगवंत मान साहब स्टेट को स्टेज न बनाएँ। वहीं, उन्होंने लिखा है कि लॉरेंस बिश्नोई की जेल से लाइव इंटरव्यू हुई थी। उस नामी चैनल के एंकर से उसका सोर्स क्यों नहीं पूछा