हरियाणा के लेफ्टिनेंट को अंतिम विदाई दी:पत्नी ने सैल्यूट किया, पिता ने हाथ जोड़े; बहन बोली- बदला चाहिए

हरियाणा के लेफ्टिनेंट को अंतिम विदाई दी:पत्नी ने सैल्यूट किया, पिता ने हाथ जोड़े; बहन बोली- बदला चाहिए

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए नेवी के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल बुधवार (23 अप्रैल) शाम को करनाल में पंचतत्व में विलीन हो गए। बहन के साथ चचेरे भाई ने उन्हें मुखाग्नि दी। इससे पहले बहन ने अर्थी को कंधा भी दिया। इससे पहले जब जम्मू-कश्मीर से लेफ्टिनेंट का पार्थिव शरीर दिल्ली पहुंचा तो वहां पत्नी ताबूत से लिपटकर रो पड़ी। इसके बाद उन्होंने सैल्यूट किया। अंतिम यात्रा के दौरान पिता गाड़ी में हाथ जोड़े खड़े रहे। वहीं बहन ने अंतिम संस्कार में पहुंचे CM नायब सैनी से कहा कि बदला चाहिए। जिसने मेरे भाई को मारा, मुझे वो मुर्दा देखना है। 26 वर्षीय लेफ्टिनेंट को आतंकियों ने मंगलवार (22 अप्रैल) दोपहर करीब 2.45 बजे पहलगाम की बैसरन घाटी में नाम पूछने के बाद सिर में गोली मारी थी। जब फायरिंग की गई, तब उनकी पत्नी साथ में थीं। उनकी 7 दिन पहले ही हिमांशी नरवाल से शादी हुई थी। दोनों हनीमून मनाने के लिए गए थे। अब सिलसिलेवार ढंग से पूरा मामला पढ़िए… 3 साल पहले नेवी में भर्ती हुए थे
विनय नरवाल मूल रूप से करनाल के भुसली गांव के रहने वाले थे, लेकिन 15 साल से उनका परिवार सेक्टर-7 में रह रहा है। 3 साल पहले उनका चयन नेवी में हुआ था। विनय की ड्यूटी केरल के कोच्चि में थी। उनका 2 महीने पहले ही गुरुग्राम की हिमांशी के साथ रिश्ता पक्का हुआ था। 16 अप्रैल को शादी, यूरोप में हनीमून का प्लान बनाया
28 मार्च को विनय शादी के लिए छुट्‌टी लेकर आए थे। 16 अप्रैल को मसूरी में उनकी शादी हुई। 19 तारीख को करनाल में रिसेप्शन पार्टी रखी गई थी। शादी के बाद उनका यूरोप में हनीमून का प्लान था। इसके लिए वीजा भी अप्लाई किया था, लेकिन वीजा नहीं लग पाया और यूरोप जाने का प्रोग्राम कैंसिल हो गया। इसके बाद 21 अप्रैल को दोनों जम्मू-कश्मीर के लिए निकल गए। पत्नी हिमांशी बोली- नाम पूछकर गोली मारी
22 अप्रैल को वे पहलगाम में होटल में ठहरे हुए थे। हिमांशी ने कहा कि जब वे बैसरन घाटी में घूम रहे थे, उसी दौरान आतंकियों ने विनय पर फायरिंग कर दी। जिसमें उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हिमांशी ने कहा कि आतंकियों ने नाम पूछकर गोली मारी। हिमांशी का वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें हिमांशी कह रही है कि​ मैं अपने पति के साथ भेलपुरी खा रही थी। एक आदमी आया और कहा ये मुस्लिम नहीं है, फिर गोली मार दी। दिल्ली में नौसेना चीफ ने श्रद्धांजलि दी
विनय की मौत की सूचना मिलते ही उनके पिता, बहन और ससुर रात को ही कश्मीर रवाना हो गए थे। वहां बुधवार सुबह विनय का पोस्टमॉर्टम हुआ। जिसके बाद पार्थिव देह हवाई मार्ग से दिल्ली पहुंची। यहां नौसेना चीफ एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। पत्नी पार्थिव देह से लिपटीं, बोली- आई एम प्राउड ऑफ यू
दिल्ली एयरपोर्ट पर नवविवाहित पत्नी लेफ्टिनेंट के पार्थिव देह से लिपटकर रो पड़ीं। हिमांशी ने विनय के लिए कहा- आई एम प्राउड ऑफ यू (मुझे आप पर गर्व है)। हिमांशी ने विनय को सैल्यूट करते हुए जय हिंद कहा। जितने भी दिन साथ में गुजारे, वो बेस्ट थे। मैं अब कैसे जीऊंगी? मैं आपको हर पल याद रखूंगी। आपको सर्वश्रेष्ठ जीवन मिले। शाम को घर पहुंचा पार्थिव शरीर, बहन ने दी मुखाग्नि
इसके बाद दिल्ली से एंबुलेंस में पार्थिव शरीर करनाल लाया गया। यहां कुछ देर के लिए पार्थिव शरीर घर में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। इसके बाद पार्थिव शरीर फूलों से सजी गाड़ी में श्मशान घाट ले जाया गया। इस दौरान गाड़ी में पिता हाथ जोड़े खड़े दिखे। लोगों ने लेफ्टिनेंट की पार्थिव देह पर फूल बरसाए। इसके साथ विनय नरवाल अमर रहे और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। बहन सृष्टि और चचेरे भाई ने उन्हें मुखाग्नि दी। CM से बोलीं बहन- आई वांट जस्टिस
इस दौरान लेफ्टिनेंट को श्रद्धांजलि देने पहुंचे CM नायब सैनी के सामने बहन सृष्टि फूट-फूट कर रोई। बहन ने सीएम के हाथ पकड़े और बिलखते हुए बोली- विनय ने सिर्फ इतना बोला था वह मुसलमान नहीं है और आतंकी ने उन्हें गोली मार दी तीन बार। वहां पर डेढ़ घंटे तक कोई भी नहीं आया, विनय उस वक्त तक जिंदा था। अगर वहां पर आसपास आर्मी होती तो विनय बच सकता था। कोई नहीं आया वहां पे। सृष्टि ने सीएम से कहा-आई वांट जस्टिस, जिन्होंने मेरे भाई को मारा, मुझे वो मुर्दा देखना है। सृष्टि को बिलखते देख सीएम का भी गला भर आया। उन्होंने रूंदे हुए गले से सृष्टि को दिलासा दिया और बोले- जिसने मारा, वो मरेगा। —————————— ये खबरें भी पढ़ें… पहलगाम हमले में मारे गए नेवी लेफ्टिनेंट का अंतिम संस्कार, बहन ने मुखाग्नि-कंधा दिया जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए नेवी के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल का बुधवार (23 अप्रैल) को करनाल में अंतिम संस्कार कर दिया गया। CM नायब सैनी और पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे। विनय की बहन CM नायब सैनी के सामने फूट-फूट कर रोई। पूरी खबर पढ़ें… शादी के 7वें दिन हरियाणा के लेफ्टिनेंट को गोली मारी, यूरोप वीजा नहीं मिला तो हनीमून मनाने पहलगाम गए थे जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने जिन टूरिस्ट की हत्या की, उनमें हरियाणा के करनाल के रहने वाले नेवी के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी थे। वह 3 साल पहले ही नेवी में भर्ती हुए थे। उनकी 7 दिन पहले ही मसूरी में डेस्टिनेशन वेडिंग हुई थी। इसके बाद वह पत्नी हिमांशी के साथ हनीमून मनाने के लिए पहलगाम गए थे। दादा हवा सिंह ने बताया- पहले विनय-हिमांशी हनीमून मनाने के लिए यूरोप जा रहे थे। लेकिन, ऐन मौके पर वीजा नहीं मिला तो वे जम्मू-कश्मीर चले गए। दादा हवा सिंह रुंधे गले से कहते हैं। काश, उनका यूरोप का वीजा लग जाता तो पोता विनय आज हमारे बीच होता. ​​​(लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पूरी कहानी पढ़ें…) जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए नेवी के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल बुधवार (23 अप्रैल) शाम को करनाल में पंचतत्व में विलीन हो गए। बहन के साथ चचेरे भाई ने उन्हें मुखाग्नि दी। इससे पहले बहन ने अर्थी को कंधा भी दिया। इससे पहले जब जम्मू-कश्मीर से लेफ्टिनेंट का पार्थिव शरीर दिल्ली पहुंचा तो वहां पत्नी ताबूत से लिपटकर रो पड़ी। इसके बाद उन्होंने सैल्यूट किया। अंतिम यात्रा के दौरान पिता गाड़ी में हाथ जोड़े खड़े रहे। वहीं बहन ने अंतिम संस्कार में पहुंचे CM नायब सैनी से कहा कि बदला चाहिए। जिसने मेरे भाई को मारा, मुझे वो मुर्दा देखना है। 26 वर्षीय लेफ्टिनेंट को आतंकियों ने मंगलवार (22 अप्रैल) दोपहर करीब 2.45 बजे पहलगाम की बैसरन घाटी में नाम पूछने के बाद सिर में गोली मारी थी। जब फायरिंग की गई, तब उनकी पत्नी साथ में थीं। उनकी 7 दिन पहले ही हिमांशी नरवाल से शादी हुई थी। दोनों हनीमून मनाने के लिए गए थे। अब सिलसिलेवार ढंग से पूरा मामला पढ़िए… 3 साल पहले नेवी में भर्ती हुए थे
विनय नरवाल मूल रूप से करनाल के भुसली गांव के रहने वाले थे, लेकिन 15 साल से उनका परिवार सेक्टर-7 में रह रहा है। 3 साल पहले उनका चयन नेवी में हुआ था। विनय की ड्यूटी केरल के कोच्चि में थी। उनका 2 महीने पहले ही गुरुग्राम की हिमांशी के साथ रिश्ता पक्का हुआ था। 16 अप्रैल को शादी, यूरोप में हनीमून का प्लान बनाया
28 मार्च को विनय शादी के लिए छुट्‌टी लेकर आए थे। 16 अप्रैल को मसूरी में उनकी शादी हुई। 19 तारीख को करनाल में रिसेप्शन पार्टी रखी गई थी। शादी के बाद उनका यूरोप में हनीमून का प्लान था। इसके लिए वीजा भी अप्लाई किया था, लेकिन वीजा नहीं लग पाया और यूरोप जाने का प्रोग्राम कैंसिल हो गया। इसके बाद 21 अप्रैल को दोनों जम्मू-कश्मीर के लिए निकल गए। पत्नी हिमांशी बोली- नाम पूछकर गोली मारी
22 अप्रैल को वे पहलगाम में होटल में ठहरे हुए थे। हिमांशी ने कहा कि जब वे बैसरन घाटी में घूम रहे थे, उसी दौरान आतंकियों ने विनय पर फायरिंग कर दी। जिसमें उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हिमांशी ने कहा कि आतंकियों ने नाम पूछकर गोली मारी। हिमांशी का वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें हिमांशी कह रही है कि​ मैं अपने पति के साथ भेलपुरी खा रही थी। एक आदमी आया और कहा ये मुस्लिम नहीं है, फिर गोली मार दी। दिल्ली में नौसेना चीफ ने श्रद्धांजलि दी
विनय की मौत की सूचना मिलते ही उनके पिता, बहन और ससुर रात को ही कश्मीर रवाना हो गए थे। वहां बुधवार सुबह विनय का पोस्टमॉर्टम हुआ। जिसके बाद पार्थिव देह हवाई मार्ग से दिल्ली पहुंची। यहां नौसेना चीफ एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। पत्नी पार्थिव देह से लिपटीं, बोली- आई एम प्राउड ऑफ यू
दिल्ली एयरपोर्ट पर नवविवाहित पत्नी लेफ्टिनेंट के पार्थिव देह से लिपटकर रो पड़ीं। हिमांशी ने विनय के लिए कहा- आई एम प्राउड ऑफ यू (मुझे आप पर गर्व है)। हिमांशी ने विनय को सैल्यूट करते हुए जय हिंद कहा। जितने भी दिन साथ में गुजारे, वो बेस्ट थे। मैं अब कैसे जीऊंगी? मैं आपको हर पल याद रखूंगी। आपको सर्वश्रेष्ठ जीवन मिले। शाम को घर पहुंचा पार्थिव शरीर, बहन ने दी मुखाग्नि
इसके बाद दिल्ली से एंबुलेंस में पार्थिव शरीर करनाल लाया गया। यहां कुछ देर के लिए पार्थिव शरीर घर में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। इसके बाद पार्थिव शरीर फूलों से सजी गाड़ी में श्मशान घाट ले जाया गया। इस दौरान गाड़ी में पिता हाथ जोड़े खड़े दिखे। लोगों ने लेफ्टिनेंट की पार्थिव देह पर फूल बरसाए। इसके साथ विनय नरवाल अमर रहे और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। बहन सृष्टि और चचेरे भाई ने उन्हें मुखाग्नि दी। CM से बोलीं बहन- आई वांट जस्टिस
इस दौरान लेफ्टिनेंट को श्रद्धांजलि देने पहुंचे CM नायब सैनी के सामने बहन सृष्टि फूट-फूट कर रोई। बहन ने सीएम के हाथ पकड़े और बिलखते हुए बोली- विनय ने सिर्फ इतना बोला था वह मुसलमान नहीं है और आतंकी ने उन्हें गोली मार दी तीन बार। वहां पर डेढ़ घंटे तक कोई भी नहीं आया, विनय उस वक्त तक जिंदा था। अगर वहां पर आसपास आर्मी होती तो विनय बच सकता था। कोई नहीं आया वहां पे। सृष्टि ने सीएम से कहा-आई वांट जस्टिस, जिन्होंने मेरे भाई को मारा, मुझे वो मुर्दा देखना है। सृष्टि को बिलखते देख सीएम का भी गला भर आया। उन्होंने रूंदे हुए गले से सृष्टि को दिलासा दिया और बोले- जिसने मारा, वो मरेगा। —————————— ये खबरें भी पढ़ें… पहलगाम हमले में मारे गए नेवी लेफ्टिनेंट का अंतिम संस्कार, बहन ने मुखाग्नि-कंधा दिया जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए नेवी के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल का बुधवार (23 अप्रैल) को करनाल में अंतिम संस्कार कर दिया गया। CM नायब सैनी और पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे। विनय की बहन CM नायब सैनी के सामने फूट-फूट कर रोई। पूरी खबर पढ़ें… शादी के 7वें दिन हरियाणा के लेफ्टिनेंट को गोली मारी, यूरोप वीजा नहीं मिला तो हनीमून मनाने पहलगाम गए थे जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने जिन टूरिस्ट की हत्या की, उनमें हरियाणा के करनाल के रहने वाले नेवी के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी थे। वह 3 साल पहले ही नेवी में भर्ती हुए थे। उनकी 7 दिन पहले ही मसूरी में डेस्टिनेशन वेडिंग हुई थी। इसके बाद वह पत्नी हिमांशी के साथ हनीमून मनाने के लिए पहलगाम गए थे। दादा हवा सिंह ने बताया- पहले विनय-हिमांशी हनीमून मनाने के लिए यूरोप जा रहे थे। लेकिन, ऐन मौके पर वीजा नहीं मिला तो वे जम्मू-कश्मीर चले गए। दादा हवा सिंह रुंधे गले से कहते हैं। काश, उनका यूरोप का वीजा लग जाता तो पोता विनय आज हमारे बीच होता. ​​​(लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पूरी कहानी पढ़ें…)   हरियाणा | दैनिक भास्कर