भास्कर न्यूज | लुधियाना दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा पिंडी दयाल धर्मशाला सिविल लाइंस में पांच दिवसीय श्री राम कथा का भव्य आयोजन किया जा रहा है। कथा के चतुर्थ दिवस दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या सद्गुरु मानस मर्मज्ञ साध्वी सौम्या भारती ने भक्तों के समक्ष एक ऐसे भक्त की गाथा का वर्णन किया, जो भाषा से अनभिज्ञ, ग्रामीण व गरीब है। राम चरित्र मानस में इस पात्र का वर्णन चंद चौपाइयों के दौरान आता है। लेकिन इन चंद चौपाइयों का बड़ा गहरा मर्म है। प्रभु राम का यह भक्त केवट प्रभु के प्रति अथाह प्रेम से भरा हुआ है। जो यह कहता है कि मैं प्रभु के मर्म को जानता हूं। एक साधारण सा व्यक्ति होकर भी केवट प्रभु के समक्ष जो बात कहता है यही बात आज हमारा प्रत्येक धार्मिक ग्रंथ, शास्त्र भी कहते है कि परमात्मा के मर्म को,भेद को जाना जा सकता है। वेदों में मुनियों ने यह बात कही, मीरा ने कहा ‘पायो जी मैंने राम रतन धन पायो। संत कबीर जी ने कहा ‘जानी जानी रे राजा राम की कहानी’। नामदेव जी ने कहा, जब देखा तब गावा’। लेकिन आज हम लोग उस प्रभु को देखने की बात पर विश्वास नहीं करते क्योंकि आज तक हमारे समक्ष किसी ने ईश्वर को देखने की बात ही नहीं की। जिस समय हमें एक पूर्ण सद्गुरु का सानिध्य मिलता है तो जीव अपने अतः करण में ईश्वर का दीदार करते हैं। साध्वी ने केवट प्रसंग के दौरान ही प्रभु के जीवन लीला का वर्णन करते उनके जानकी जी के प्रति सम्मान भाव को देखते हुए समाज को भी नारी के प्रति आदर भाव रखने का संदेश दिया। उन्होंने कहा, वैदिक काल से ही हमारे ऋषियों ने नारी की महिमा गाते नारों को पूजनीय कहा, सम्मानीय बताया। परंतु आज यदि भारत भूमि पर देखें तो नारी की दशा दयनीय है। नारी की ऐसी दशा का कारण उसकी अज्ञानता है। यह जागरुकता नारी में तभी संभव है जब वह ईश्वर से जुड़ जाएगी। दिव्य गुरु आशुतोष महाराज जन- जन में यही आत्म ज्ञान प्रदान कर रहे हैं। इस मौके रजनीश धीमान, दिनेश सरपाल, शीनू चुग, सुमन वर्मा, सचिन गुप्ता केशव, सीमा वर्मा, साध्वी प्रजीत गिल, चिराग बत्रा, सुरेश जिंदल राजेश राय, राम रशपाल, नरेंद्र नाहर, डॉ.राज गलहोत्रा, कुकी कपूर, रमेश कपूर, कविता जिंदल, सुरेश जिंदल, सतीश गर्ग, कुलभूषण मलिक शिव परिवार, संपूर्णा सूंडा, कीमती राय सीकरी, विश्वजीत सेठी, रविंदर चोपड़ा, मुनीश चोपड़ा, पम्मी सुमन वर्मा, कविता, मीनू अरोड़ा, कुसुम दीवान और सैकड़ों श्रद्धालु भक्त सम्मिलित हुए। भास्कर न्यूज | लुधियाना दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा पिंडी दयाल धर्मशाला सिविल लाइंस में पांच दिवसीय श्री राम कथा का भव्य आयोजन किया जा रहा है। कथा के चतुर्थ दिवस दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या सद्गुरु मानस मर्मज्ञ साध्वी सौम्या भारती ने भक्तों के समक्ष एक ऐसे भक्त की गाथा का वर्णन किया, जो भाषा से अनभिज्ञ, ग्रामीण व गरीब है। राम चरित्र मानस में इस पात्र का वर्णन चंद चौपाइयों के दौरान आता है। लेकिन इन चंद चौपाइयों का बड़ा गहरा मर्म है। प्रभु राम का यह भक्त केवट प्रभु के प्रति अथाह प्रेम से भरा हुआ है। जो यह कहता है कि मैं प्रभु के मर्म को जानता हूं। एक साधारण सा व्यक्ति होकर भी केवट प्रभु के समक्ष जो बात कहता है यही बात आज हमारा प्रत्येक धार्मिक ग्रंथ, शास्त्र भी कहते है कि परमात्मा के मर्म को,भेद को जाना जा सकता है। वेदों में मुनियों ने यह बात कही, मीरा ने कहा ‘पायो जी मैंने राम रतन धन पायो। संत कबीर जी ने कहा ‘जानी जानी रे राजा राम की कहानी’। नामदेव जी ने कहा, जब देखा तब गावा’। लेकिन आज हम लोग उस प्रभु को देखने की बात पर विश्वास नहीं करते क्योंकि आज तक हमारे समक्ष किसी ने ईश्वर को देखने की बात ही नहीं की। जिस समय हमें एक पूर्ण सद्गुरु का सानिध्य मिलता है तो जीव अपने अतः करण में ईश्वर का दीदार करते हैं। साध्वी ने केवट प्रसंग के दौरान ही प्रभु के जीवन लीला का वर्णन करते उनके जानकी जी के प्रति सम्मान भाव को देखते हुए समाज को भी नारी के प्रति आदर भाव रखने का संदेश दिया। उन्होंने कहा, वैदिक काल से ही हमारे ऋषियों ने नारी की महिमा गाते नारों को पूजनीय कहा, सम्मानीय बताया। परंतु आज यदि भारत भूमि पर देखें तो नारी की दशा दयनीय है। नारी की ऐसी दशा का कारण उसकी अज्ञानता है। यह जागरुकता नारी में तभी संभव है जब वह ईश्वर से जुड़ जाएगी। दिव्य गुरु आशुतोष महाराज जन- जन में यही आत्म ज्ञान प्रदान कर रहे हैं। इस मौके रजनीश धीमान, दिनेश सरपाल, शीनू चुग, सुमन वर्मा, सचिन गुप्ता केशव, सीमा वर्मा, साध्वी प्रजीत गिल, चिराग बत्रा, सुरेश जिंदल राजेश राय, राम रशपाल, नरेंद्र नाहर, डॉ.राज गलहोत्रा, कुकी कपूर, रमेश कपूर, कविता जिंदल, सुरेश जिंदल, सतीश गर्ग, कुलभूषण मलिक शिव परिवार, संपूर्णा सूंडा, कीमती राय सीकरी, विश्वजीत सेठी, रविंदर चोपड़ा, मुनीश चोपड़ा, पम्मी सुमन वर्मा, कविता, मीनू अरोड़ा, कुसुम दीवान और सैकड़ों श्रद्धालु भक्त सम्मिलित हुए। पंजाब | दैनिक भास्कर
