हरियाणा के CM नायब सैनी की रैली से पहले BJP में गुटबाजी उजागर हुई है। इस रैली के होर्डिंग्स से खेल मंत्री गौरव गौतम की फोटो गायब है। यह रैली 30 अप्रैल को पलवल के होडल में होनी है। जिसका प्रबंध कांग्रेस के हरियाणा अध्यक्ष उदयभान को चुनाव हराने वाले होडल से भाजपा MLA हरेंद्र सिंह रामरतन कर रहे हैं। हरेंद्र सिंह को केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर का करीबी माना जाता है। पहले गौरव गौतम भी गुर्जर के करीबियों में शामिल थे लेकिन गौरव के खेल मंत्री बनने के बाद रिश्ते बिगड़ गए। फोटो गायब होने को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। खास बात यह है कि विधानसभा में मिली जीत के बाद पलवल जिले में CM नायब सैनी की यह पहली रैली है। इसके बावजूद भाजपाई एकजुट नहीं दिख रहे हैं। भाजपा की गुटबाजी कैसे उजागर हुई
रैली की तैयारियों को लेकर 25 अप्रैल को होडल में विधायक हरेन्द्र सिंह ने अपने ऑफिस में मीटिंग की। इस मीटिंग में विधायक और केंद्रीय राज्य मंत्री गुर्जर के गुट के ही नेता मौजूद थे। भाजपा के जिला अध्यक्ष विपिन बैंसला ने मीटिंग से दूरी बनाकर रखी। इससे पहले होडल के रेस्ट हाउस में मीटिंग हुई, उसमें भी बैंसला नहीं आए। गुर्जर-गौतम के रिश्तों में खटास के 2 उदाहरण 1. नींव पत्थर से 10 साल बाद गुर्जर का नाम गायब
खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम ने 5 जनवरी को फरीदाबाद लोकसभा सीट में आती पलवल विधानसभा के गांव कुलैना में चौपाल का नींव पत्थर रखा था। मगर, उसमें कृष्णपाल गुर्जर का नाम नहीं था। 2014 के बाद यह पहला मौका रहा, जब फरीदाबाद संसदीय सीट के किसी क्षेत्र में भाजपा सरकार के काम के नींव पत्थर से गुर्जर गायब हो गए। 2. गुर्जर ने पलवल में नींव पत्थर रखा, गौतम साथ नहीं थे
24 जनवरी को कृष्णपाल गुर्जर ने पलवल में 17 करोड़ रुपए के विभिन्न विकास कामों का नींव पत्थर रखा। कुछ उद्घाटन भी किए। इस दौरान उनके साथ पूर्व विधायक दीपक मंगला समेत कई नेता मौजूद रहे। मगर, इसी सीट से विधायक और खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम गायब दिखे। गुरु-चेले रहे गुर्जर और गौतम के रिश्ते कैसे बिगड़े, 3 पॉइंट में जानिए 1. गुर्जर पहला चुनाव जीते तो गौतम को प्रतिनिधि बनाया
कृष्णपाल गुर्जर ने 2014 में भाजपा के टिकट पर फरीदाबाद से चुनाव लड़ा। वह चुनाव जीत गए और तब गौरव गौतम को सांसद प्रतिनिधि के तौर पर नियुक्त कर दिया। तभी से ये कहा जाने लगा कि गौरव गौतम गुर्जर को अपना राजनीतिक गुरु मानते हैं। 2. गौरव सबसे कम उम्र के मंत्री बने
गौरव गौतम ने पिछले साल 2024 में पलवल सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा। तब भी उन्हें गुर्जर के ही टिकट दिलाने की चर्चा रही। गौरव गौतम जीत गए और 36 साल की उम्र में भाजपा सरकार की कैबिनेट के सबसे युवा मंत्री बन गए। चुनाव जीतने के बाद भी गौतम गुर्जर से मिलने पहुंचे थे। 3. मंत्री बनने के बाद विपुल–नागर के करीब हुए गौतम
मंत्री बनते ही गौरव गौतम ने गुर्जर से दूरी और फरीदाबाद जिले से संबंधित प्रदेश सरकार के 2 मंत्रियों विपुल गोयल और राजेश नागर से नजदीकी बढ़ा ली। गोयल और नागर के संबंध पहले से ही गुर्जर से अच्छे नहीं थे। विपुल गोयल इस बात से नाराज थे कि गुर्जर ने 2019 में उनकी टिकट कटाई। फरीदाबाद में नागर, गोयल और गौतम की तिकड़ी और गुर्जर का ग्रुप मशहूर है। इस मामले पर लोकल नेताओं ने क्या कहा विधायक हरेंद्र सिंह बोले- जिला अध्यक्ष-मंत्री का रुतबा
होडल से विधायक हरेन्द्र रामरतन ने कहा कि कार्यकर्ता बैठक का आयोजन कार्यकर्ताओं ने किया था। होडल में मंडल स्तर की बैठक थी, हमारे जिला अध्यक्ष और मंत्री का एक रुतबा है। जिला स्तर की बैठक में वह भाग लेते हैं। पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है। होडल की बैठक मंडल स्तर की थी इसलिए वो नहीं थे। रविवार को जिला स्तर की बैठक में सभी मौजूद थे। पूर्व भाजपा MLA बोले- ओछी हरकत
होडल से भाजपा के पूर्व MLA जगदीश नायर ने कहा– पोस्टर-होर्डिंग में जिला अध्यक्ष और मंत्री का फोटो न होना ओछी हरकत है। जिला अध्यक्ष जिला में संगठन का मालिक होता है। गौरव गौतम और बैंसला, दोनों ही बड़े नेता हैं, ऐसे में संगठन के लोगों को भी उनका आदर करना चाहिए। संगठन में इन सब से ऊपर उठकर काम करने की जरूरत है। CM की रैली को कामयाब करने के लिए हम सबको मिलकर काम करने की जरूरत है। जिला अध्यक्ष बोले- कोई गुटबाजी नही
भाजपा के जिला अध्यक्ष विपिन बैंसला ने कहा- पार्टी में किसी प्रकार की कोई गुटबाजी नही है। सीएम की रैली को लेकर सभी एक साथ काम कर रहे है। आज भी सभी नेताओं ने जिला भाजपा ऑफिस पर बैठक की है। जिसमें होडल के विधायक हरेन्द्र सिंह भी शामिल हुए है। पार्टी में सभी नेता एक साथ सीएम की रैली को कामयाब करेंगे। हरियाणा के CM नायब सैनी की रैली से पहले BJP में गुटबाजी उजागर हुई है। इस रैली के होर्डिंग्स से खेल मंत्री गौरव गौतम की फोटो गायब है। यह रैली 30 अप्रैल को पलवल के होडल में होनी है। जिसका प्रबंध कांग्रेस के हरियाणा अध्यक्ष उदयभान को चुनाव हराने वाले होडल से भाजपा MLA हरेंद्र सिंह रामरतन कर रहे हैं। हरेंद्र सिंह को केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर का करीबी माना जाता है। पहले गौरव गौतम भी गुर्जर के करीबियों में शामिल थे लेकिन गौरव के खेल मंत्री बनने के बाद रिश्ते बिगड़ गए। फोटो गायब होने को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। खास बात यह है कि विधानसभा में मिली जीत के बाद पलवल जिले में CM नायब सैनी की यह पहली रैली है। इसके बावजूद भाजपाई एकजुट नहीं दिख रहे हैं। भाजपा की गुटबाजी कैसे उजागर हुई
रैली की तैयारियों को लेकर 25 अप्रैल को होडल में विधायक हरेन्द्र सिंह ने अपने ऑफिस में मीटिंग की। इस मीटिंग में विधायक और केंद्रीय राज्य मंत्री गुर्जर के गुट के ही नेता मौजूद थे। भाजपा के जिला अध्यक्ष विपिन बैंसला ने मीटिंग से दूरी बनाकर रखी। इससे पहले होडल के रेस्ट हाउस में मीटिंग हुई, उसमें भी बैंसला नहीं आए। गुर्जर-गौतम के रिश्तों में खटास के 2 उदाहरण 1. नींव पत्थर से 10 साल बाद गुर्जर का नाम गायब
खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम ने 5 जनवरी को फरीदाबाद लोकसभा सीट में आती पलवल विधानसभा के गांव कुलैना में चौपाल का नींव पत्थर रखा था। मगर, उसमें कृष्णपाल गुर्जर का नाम नहीं था। 2014 के बाद यह पहला मौका रहा, जब फरीदाबाद संसदीय सीट के किसी क्षेत्र में भाजपा सरकार के काम के नींव पत्थर से गुर्जर गायब हो गए। 2. गुर्जर ने पलवल में नींव पत्थर रखा, गौतम साथ नहीं थे
24 जनवरी को कृष्णपाल गुर्जर ने पलवल में 17 करोड़ रुपए के विभिन्न विकास कामों का नींव पत्थर रखा। कुछ उद्घाटन भी किए। इस दौरान उनके साथ पूर्व विधायक दीपक मंगला समेत कई नेता मौजूद रहे। मगर, इसी सीट से विधायक और खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम गायब दिखे। गुरु-चेले रहे गुर्जर और गौतम के रिश्ते कैसे बिगड़े, 3 पॉइंट में जानिए 1. गुर्जर पहला चुनाव जीते तो गौतम को प्रतिनिधि बनाया
कृष्णपाल गुर्जर ने 2014 में भाजपा के टिकट पर फरीदाबाद से चुनाव लड़ा। वह चुनाव जीत गए और तब गौरव गौतम को सांसद प्रतिनिधि के तौर पर नियुक्त कर दिया। तभी से ये कहा जाने लगा कि गौरव गौतम गुर्जर को अपना राजनीतिक गुरु मानते हैं। 2. गौरव सबसे कम उम्र के मंत्री बने
गौरव गौतम ने पिछले साल 2024 में पलवल सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा। तब भी उन्हें गुर्जर के ही टिकट दिलाने की चर्चा रही। गौरव गौतम जीत गए और 36 साल की उम्र में भाजपा सरकार की कैबिनेट के सबसे युवा मंत्री बन गए। चुनाव जीतने के बाद भी गौतम गुर्जर से मिलने पहुंचे थे। 3. मंत्री बनने के बाद विपुल–नागर के करीब हुए गौतम
मंत्री बनते ही गौरव गौतम ने गुर्जर से दूरी और फरीदाबाद जिले से संबंधित प्रदेश सरकार के 2 मंत्रियों विपुल गोयल और राजेश नागर से नजदीकी बढ़ा ली। गोयल और नागर के संबंध पहले से ही गुर्जर से अच्छे नहीं थे। विपुल गोयल इस बात से नाराज थे कि गुर्जर ने 2019 में उनकी टिकट कटाई। फरीदाबाद में नागर, गोयल और गौतम की तिकड़ी और गुर्जर का ग्रुप मशहूर है। इस मामले पर लोकल नेताओं ने क्या कहा विधायक हरेंद्र सिंह बोले- जिला अध्यक्ष-मंत्री का रुतबा
होडल से विधायक हरेन्द्र रामरतन ने कहा कि कार्यकर्ता बैठक का आयोजन कार्यकर्ताओं ने किया था। होडल में मंडल स्तर की बैठक थी, हमारे जिला अध्यक्ष और मंत्री का एक रुतबा है। जिला स्तर की बैठक में वह भाग लेते हैं। पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है। होडल की बैठक मंडल स्तर की थी इसलिए वो नहीं थे। रविवार को जिला स्तर की बैठक में सभी मौजूद थे। पूर्व भाजपा MLA बोले- ओछी हरकत
होडल से भाजपा के पूर्व MLA जगदीश नायर ने कहा– पोस्टर-होर्डिंग में जिला अध्यक्ष और मंत्री का फोटो न होना ओछी हरकत है। जिला अध्यक्ष जिला में संगठन का मालिक होता है। गौरव गौतम और बैंसला, दोनों ही बड़े नेता हैं, ऐसे में संगठन के लोगों को भी उनका आदर करना चाहिए। संगठन में इन सब से ऊपर उठकर काम करने की जरूरत है। CM की रैली को कामयाब करने के लिए हम सबको मिलकर काम करने की जरूरत है। जिला अध्यक्ष बोले- कोई गुटबाजी नही
भाजपा के जिला अध्यक्ष विपिन बैंसला ने कहा- पार्टी में किसी प्रकार की कोई गुटबाजी नही है। सीएम की रैली को लेकर सभी एक साथ काम कर रहे है। आज भी सभी नेताओं ने जिला भाजपा ऑफिस पर बैठक की है। जिसमें होडल के विधायक हरेन्द्र सिंह भी शामिल हुए है। पार्टी में सभी नेता एक साथ सीएम की रैली को कामयाब करेंगे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
