मेरा बेटा पढ़ने में बहुत तेज था। घर कम आता था। अगर उससे कोई गलती हो भी गई थी तो स्कूल वाले घर वालों को बताते, न कि उसे गोली मार देंगे ये कहना है हेमंत सिंह की मां आशा देवी का। हेमंत वाराणसी से 20 किलोमीटर दूर मरूई गांव के रहने वाले एडवोकेट कैलाश नाथ वर्मा का बेटा था। 22 अप्रैल को दिन में 1 बजे उसकी ज्ञानदीप इंग्लिश स्कूल के ज्वाइंट डायरेक्टर यजुवेंद्र सिंह उर्फ रवि ने गोली मारकर हत्या कर दी। देर शाम 3 लोगों पर हत्या का मुकदमा हुआ। इसमें से एक पकड़ा गया है। दैनिक भास्कर ने हेमंत की मां, चाचा और पिता से बात की। हेमंत के स्वभाव, उसकी पढ़ाई और अब वो क्या चाहते हैं? पढ़िए पूरी रिपोर्ट… अब बस न्याय चाहिए
एडवोकेट कैलाशनाथ वर्मा के तीन बेटे हैं। इसमें सबसे बड़ा विशाल, दूसरे नंबर पर हेमंत और सबसे छोटा अंश है। हेमंत की मौत के बाद मां आशा देवी गुमसुम है। अपने आंसुओं पर कंट्रोल कर वो हमारे सामने आयीं तो उनके चेहरे पर एक गुस्सा दिखाई दे रहा था। आशा देवी से हमने बात करनी शुरू की तो बोलीं- हमें कुछ नहीं बस न्याय चाहिए। हत्यारों को फांसी दी जाए। इससे कम में हमें कुछ भी नहीं चाहिए। मुजरिम वही हैं। बचपन से वो दादा-दादी के पास रहा। हमसे कभी कोई बात नहीं शेयर करता था। पढ़ने में हमारे घर में सबसे तेज था। दादा-दादी ने भी कभी कोई शिकायत नहीं की। स्कूल से भी कभी कोई शिकायत नहीं आयी है। इससे ज्यादा हेमंत की मां आशा देवी कुछ कह नहीं पायीं। उठकर वापस कमरे में चली गईं। अब जानिए हेमंत के चाचा शमशेर सिंह वर्मा ने हेमंत को लेकर क्या कहा… लड़की के साथ नाम जोड़ना गलत
लड़के के चाचा शमेशर सिंह वर्मा ने बताया-भतीजे की उम्र 17 साल रही होगी। वह 14 साल से अपने दादा-दादी के साथ ही रह रहा था। उनसे जब पूछा गया कि लड़की से अफेयर की बात सामने आ रही है। इस पर उन्होंने कहा कि 14 साल से वह अपने मां-बाप से दूर वाराणसी में रह रहा है। आज तक कभी कोई शिकायत नहीं आयी तो आज कैसे अचानक यह बात आयी। क्या स्कूल के प्रिंसिपल को गोली मारने का हक
शमेशर ने बताया-अगर भतीजा गलत संगत में था तो किसी ही विद्यालय के प्रिंसिपल और प्रबंधक का फर्ज है कि वो अभिभावकों को बुलाएं। उसकी शिकायत करें। यह जघन्य हत्या है। इसमें हमें इंसाफ चाहिए। हम लोग पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। पुलिस ने एक को पकड़ा है। जबकि हमने तीन लोगों पर FIR दर्ज कराई थी। हमें सूचना मिली थी कि शशांक को पुलिस ने बैठाया है। जब उस दिन हम लोग थाने पहुंचे थे। लेकिन, बाद में पता चला की पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया। हम CM योगी से मामले में न्याय दिलाने मांग करते हैं। अब जानिए पिता का दर्द, जिन्होंने उठा दी स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग … पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं, कर रही हीलाहवाली
हेमंत के पिता कैलाश नाथ वर्मा एडवोकेट हैं। उन्होंने कहा-हम पुलिसिया कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। इसलिए की अभी तक जो मुल्जिम हैं उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। सिर्फ एक गिरफ्तार हुआ है। पुलिस प्रशासन हीलाहवाली कर रही है। या तो पुलिस उनको बचाना चाहती हो। या जो भी उनकी मानसिकता हो। उनके ऊपर लग रहा किसी तरह का दबाव है। वकील को न्याय नहीं मिल रहा तो पब्लिक को मुश्किल है कि न्याय मिल पाए। हमारी मांग बस यही है तीनों मुल्जिमों को गिरफ्तार कर सजा मिले और स्कूल की मान्यता रद्द कर दी जाए। स्कूल में डांटने का मतलब ये नहीं कि आप समझने के लिए किसी को गोली मार देंगे। आरोपी रवि का बयान पढ़िए… हेमंत स्कूल टीचर की बेटी को परेशान कर रहा था
पुलिस सोर्स के मुताबिक, स्कूल प्रबंधक के बेटे यजुवेंद्र सिंह उर्फ रवि को थाने लाया गया। उसने पूछताछ में बताया कि हमारे पास स्कूल की एक टीचर आई थीं। उन्होंने बताया था कि हेमंत उनकी बेटी को परेशान करता है। इसलिए हमने उसको समझाने के लिए बुलाया था। बातचीत में झगड़े की नौबत आ गई। छीना–झपटी में गोली चल गई। मैंने उसको मारा नहीं है। विधायक पल्लवी पटेल बोलीं- पीड़ित को न्याय मिले शिवपुर में वकील के बेटे हेमंत पटेल की हत्या के विरोध में 26 अप्रैल को विधायक पल्लवी पटेल कार्यकर्ताओं के साथ सांसद कार्यालय का घेराव करने जा रही थीं। तभी DCP गौरव बंसवाल से नोकझोंक हो गई। वह विरोध में बैरिकेडिंग पर चढ़ गईं। पुलिस उपायुक्त की अध्यक्षता में टीम बनी
रविवार को पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया-हेमंत पटेल हत्याकांड में मृतक के परिजनों ने 27 अप्रैल को मुलाकात की थी। पुलिस उपायुक्त गोमती जोन आकाश पटेल की अध्यक्षता में गठित एसआईटी में वरुणा जोन की ADCP नीतू कादयान और एसीपी पिंडरा प्रतीक कुमार को सदस्य बनाया गया है। ————————————— ये खबर भी पढ़ें:- वाराणसी के स्कूल में 12वीं के छात्र की हत्या, डायरेक्टर के बेटे ने कमरे में बुलाकर गोली मारी विवाद को लेकर उसे स्कूल के कमरे में बुलाया। फिर कनपटी पर लाइसेंसी पिस्टल सटाकर गोली मार दी। गोली सिर के आर-पार निकल गई। गंभीर घायल छात्र हेमंत को BHU के ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद से ज्ञानदीप स्कूल का डायरेक्टर रामबहादुर सिंह, उनका बेटा राज विजेंद्र सिंह और स्कूल का प्रिंसिपल फरार है। मामला शिवपुर थाना क्षेत्र के खुशहाल नगर कॉलोनी का है। पढ़ें पूरी खबर मेरा बेटा पढ़ने में बहुत तेज था। घर कम आता था। अगर उससे कोई गलती हो भी गई थी तो स्कूल वाले घर वालों को बताते, न कि उसे गोली मार देंगे ये कहना है हेमंत सिंह की मां आशा देवी का। हेमंत वाराणसी से 20 किलोमीटर दूर मरूई गांव के रहने वाले एडवोकेट कैलाश नाथ वर्मा का बेटा था। 22 अप्रैल को दिन में 1 बजे उसकी ज्ञानदीप इंग्लिश स्कूल के ज्वाइंट डायरेक्टर यजुवेंद्र सिंह उर्फ रवि ने गोली मारकर हत्या कर दी। देर शाम 3 लोगों पर हत्या का मुकदमा हुआ। इसमें से एक पकड़ा गया है। दैनिक भास्कर ने हेमंत की मां, चाचा और पिता से बात की। हेमंत के स्वभाव, उसकी पढ़ाई और अब वो क्या चाहते हैं? पढ़िए पूरी रिपोर्ट… अब बस न्याय चाहिए
एडवोकेट कैलाशनाथ वर्मा के तीन बेटे हैं। इसमें सबसे बड़ा विशाल, दूसरे नंबर पर हेमंत और सबसे छोटा अंश है। हेमंत की मौत के बाद मां आशा देवी गुमसुम है। अपने आंसुओं पर कंट्रोल कर वो हमारे सामने आयीं तो उनके चेहरे पर एक गुस्सा दिखाई दे रहा था। आशा देवी से हमने बात करनी शुरू की तो बोलीं- हमें कुछ नहीं बस न्याय चाहिए। हत्यारों को फांसी दी जाए। इससे कम में हमें कुछ भी नहीं चाहिए। मुजरिम वही हैं। बचपन से वो दादा-दादी के पास रहा। हमसे कभी कोई बात नहीं शेयर करता था। पढ़ने में हमारे घर में सबसे तेज था। दादा-दादी ने भी कभी कोई शिकायत नहीं की। स्कूल से भी कभी कोई शिकायत नहीं आयी है। इससे ज्यादा हेमंत की मां आशा देवी कुछ कह नहीं पायीं। उठकर वापस कमरे में चली गईं। अब जानिए हेमंत के चाचा शमशेर सिंह वर्मा ने हेमंत को लेकर क्या कहा… लड़की के साथ नाम जोड़ना गलत
लड़के के चाचा शमेशर सिंह वर्मा ने बताया-भतीजे की उम्र 17 साल रही होगी। वह 14 साल से अपने दादा-दादी के साथ ही रह रहा था। उनसे जब पूछा गया कि लड़की से अफेयर की बात सामने आ रही है। इस पर उन्होंने कहा कि 14 साल से वह अपने मां-बाप से दूर वाराणसी में रह रहा है। आज तक कभी कोई शिकायत नहीं आयी तो आज कैसे अचानक यह बात आयी। क्या स्कूल के प्रिंसिपल को गोली मारने का हक
शमेशर ने बताया-अगर भतीजा गलत संगत में था तो किसी ही विद्यालय के प्रिंसिपल और प्रबंधक का फर्ज है कि वो अभिभावकों को बुलाएं। उसकी शिकायत करें। यह जघन्य हत्या है। इसमें हमें इंसाफ चाहिए। हम लोग पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। पुलिस ने एक को पकड़ा है। जबकि हमने तीन लोगों पर FIR दर्ज कराई थी। हमें सूचना मिली थी कि शशांक को पुलिस ने बैठाया है। जब उस दिन हम लोग थाने पहुंचे थे। लेकिन, बाद में पता चला की पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया। हम CM योगी से मामले में न्याय दिलाने मांग करते हैं। अब जानिए पिता का दर्द, जिन्होंने उठा दी स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग … पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं, कर रही हीलाहवाली
हेमंत के पिता कैलाश नाथ वर्मा एडवोकेट हैं। उन्होंने कहा-हम पुलिसिया कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। इसलिए की अभी तक जो मुल्जिम हैं उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। सिर्फ एक गिरफ्तार हुआ है। पुलिस प्रशासन हीलाहवाली कर रही है। या तो पुलिस उनको बचाना चाहती हो। या जो भी उनकी मानसिकता हो। उनके ऊपर लग रहा किसी तरह का दबाव है। वकील को न्याय नहीं मिल रहा तो पब्लिक को मुश्किल है कि न्याय मिल पाए। हमारी मांग बस यही है तीनों मुल्जिमों को गिरफ्तार कर सजा मिले और स्कूल की मान्यता रद्द कर दी जाए। स्कूल में डांटने का मतलब ये नहीं कि आप समझने के लिए किसी को गोली मार देंगे। आरोपी रवि का बयान पढ़िए… हेमंत स्कूल टीचर की बेटी को परेशान कर रहा था
पुलिस सोर्स के मुताबिक, स्कूल प्रबंधक के बेटे यजुवेंद्र सिंह उर्फ रवि को थाने लाया गया। उसने पूछताछ में बताया कि हमारे पास स्कूल की एक टीचर आई थीं। उन्होंने बताया था कि हेमंत उनकी बेटी को परेशान करता है। इसलिए हमने उसको समझाने के लिए बुलाया था। बातचीत में झगड़े की नौबत आ गई। छीना–झपटी में गोली चल गई। मैंने उसको मारा नहीं है। विधायक पल्लवी पटेल बोलीं- पीड़ित को न्याय मिले शिवपुर में वकील के बेटे हेमंत पटेल की हत्या के विरोध में 26 अप्रैल को विधायक पल्लवी पटेल कार्यकर्ताओं के साथ सांसद कार्यालय का घेराव करने जा रही थीं। तभी DCP गौरव बंसवाल से नोकझोंक हो गई। वह विरोध में बैरिकेडिंग पर चढ़ गईं। पुलिस उपायुक्त की अध्यक्षता में टीम बनी
रविवार को पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया-हेमंत पटेल हत्याकांड में मृतक के परिजनों ने 27 अप्रैल को मुलाकात की थी। पुलिस उपायुक्त गोमती जोन आकाश पटेल की अध्यक्षता में गठित एसआईटी में वरुणा जोन की ADCP नीतू कादयान और एसीपी पिंडरा प्रतीक कुमार को सदस्य बनाया गया है। ————————————— ये खबर भी पढ़ें:- वाराणसी के स्कूल में 12वीं के छात्र की हत्या, डायरेक्टर के बेटे ने कमरे में बुलाकर गोली मारी विवाद को लेकर उसे स्कूल के कमरे में बुलाया। फिर कनपटी पर लाइसेंसी पिस्टल सटाकर गोली मार दी। गोली सिर के आर-पार निकल गई। गंभीर घायल छात्र हेमंत को BHU के ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद से ज्ञानदीप स्कूल का डायरेक्टर रामबहादुर सिंह, उनका बेटा राज विजेंद्र सिंह और स्कूल का प्रिंसिपल फरार है। मामला शिवपुर थाना क्षेत्र के खुशहाल नगर कॉलोनी का है। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
‘गलती होने पर स्कूल वाले हमें बताएंगे…न कि गोली मारेंगे’:वाराणसी में हेमंत की मां बोली- आरोपियों को फांसी ही होनी चाहिए
