हरियाणा के हिसार जिले में जल संकट गहराता जा रहा है। पब्लिक हेल्थ के वाटर टैंक सूख रहे हैं और नहरबंदी की तारीख आगे बढ़ गई है। इससे शहर में पानी की समस्या का संकट खड़ा हो गया है।
पानी सप्लाई में लगातार कटौती होने से लोगों को वाटर टैंकरों पर निर्भर रहना पड़ रहा है। वाटर टैंकर 800 से 1000 रुपए तक प्रति टैंकर वसूल रहे हैं। पानी की किल्लत को लेकर हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है। वही आने वाले दिनों में जल संकट बढ़ सकता है। 3 मई के बाद 19 मई तक एक बार फिर नहर बंदी हो सकती है। इससे संकट और गहराएगा। शहर के सेक्टर 13, सेक्टर 16-17, सेक्टर 9-11, सेक्टर 14 और सेक्टर-33 से लेकर शहर की विभिन्न कालोनियों तक में बड़े स्तर पर पानी का संकट छा गया है। विधायक से मिले शहरवासी, मगर नहीं बनी बात
सोमवार को जलसंकट बढ़ने पर उसके समाधान के लिए जनप्रतिनिधि से लेकर सेक्टरवासी तक विधायक सावित्री जिंदल से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। सावित्री जिंदल ने भी उनकी बात सुनी और सिंचाई विभाग के इंजीनियर-इन-चीफ को फोन कर नहर में पानी छुड़वाने के संबंध में बातचीत की। सिंचाई विभाग के अधिकारी ने इस संबंध में प्रदेशस्तरीय मीटिंग होने की बात कहते हुए समाधान के लिए प्रयास करने का आश्वासन दिया है। 24 घंटे में ही नहर में आधा हो गया पानी
जनस्वास्थ्य विभाग की टीम रविवार रात को सातरोड नहर से महाबीर कालोनी जलघर के टैंक में पानी भरने के लिए कार्यरत थी। शनिवार रात को नहर में पानी आया था और रविवार रात करीब 2 बजे पानी का स्तर आधा हो गया। नहर में रविवार को करीब 3 फीट पानी छोड़ा गया था जो घटकर एक से डेढ़ फीट के बीच में ही रह गया। यानी जो नहर में पानी छोड़ा गया था वह एक दिन में ही उसमें आधी कटौती कर दी गई। जल संकट दूर नहीं तो विरोध जताएंगे लोग
रेजिडेंट वेलफेयर सोसाइटी सेक्टर-33 के प्रधान धर्मवीर पानू ने बताया कि सेक्टर-14, सेक्टर-14 पार्ट-टू, सेक्टर-33 में पेयजल संकट गहराया हुआ है। इसके लिए विधायक सावित्री जिंदल से भी मुलाकात की थी ताकि जल संकट का समाधान हो सके। सेक्टरवासियों ने फैसला लिया है कि जल संकट समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हम बड़े स्तर पर विरोध जताएंगे। हरियाणा के हिसार जिले में जल संकट गहराता जा रहा है। पब्लिक हेल्थ के वाटर टैंक सूख रहे हैं और नहरबंदी की तारीख आगे बढ़ गई है। इससे शहर में पानी की समस्या का संकट खड़ा हो गया है।
पानी सप्लाई में लगातार कटौती होने से लोगों को वाटर टैंकरों पर निर्भर रहना पड़ रहा है। वाटर टैंकर 800 से 1000 रुपए तक प्रति टैंकर वसूल रहे हैं। पानी की किल्लत को लेकर हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है। वही आने वाले दिनों में जल संकट बढ़ सकता है। 3 मई के बाद 19 मई तक एक बार फिर नहर बंदी हो सकती है। इससे संकट और गहराएगा। शहर के सेक्टर 13, सेक्टर 16-17, सेक्टर 9-11, सेक्टर 14 और सेक्टर-33 से लेकर शहर की विभिन्न कालोनियों तक में बड़े स्तर पर पानी का संकट छा गया है। विधायक से मिले शहरवासी, मगर नहीं बनी बात
सोमवार को जलसंकट बढ़ने पर उसके समाधान के लिए जनप्रतिनिधि से लेकर सेक्टरवासी तक विधायक सावित्री जिंदल से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। सावित्री जिंदल ने भी उनकी बात सुनी और सिंचाई विभाग के इंजीनियर-इन-चीफ को फोन कर नहर में पानी छुड़वाने के संबंध में बातचीत की। सिंचाई विभाग के अधिकारी ने इस संबंध में प्रदेशस्तरीय मीटिंग होने की बात कहते हुए समाधान के लिए प्रयास करने का आश्वासन दिया है। 24 घंटे में ही नहर में आधा हो गया पानी
जनस्वास्थ्य विभाग की टीम रविवार रात को सातरोड नहर से महाबीर कालोनी जलघर के टैंक में पानी भरने के लिए कार्यरत थी। शनिवार रात को नहर में पानी आया था और रविवार रात करीब 2 बजे पानी का स्तर आधा हो गया। नहर में रविवार को करीब 3 फीट पानी छोड़ा गया था जो घटकर एक से डेढ़ फीट के बीच में ही रह गया। यानी जो नहर में पानी छोड़ा गया था वह एक दिन में ही उसमें आधी कटौती कर दी गई। जल संकट दूर नहीं तो विरोध जताएंगे लोग
रेजिडेंट वेलफेयर सोसाइटी सेक्टर-33 के प्रधान धर्मवीर पानू ने बताया कि सेक्टर-14, सेक्टर-14 पार्ट-टू, सेक्टर-33 में पेयजल संकट गहराया हुआ है। इसके लिए विधायक सावित्री जिंदल से भी मुलाकात की थी ताकि जल संकट का समाधान हो सके। सेक्टरवासियों ने फैसला लिया है कि जल संकट समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हम बड़े स्तर पर विरोध जताएंगे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
