सोशल मीडिया पर इसलिए करते हैं वीडियो पोस्ट:संत प्रेमानंद महाराज ने खोला राज,कहा कभी सतसंग में नहीं थी मोबाइल लाने की अनुमति

सोशल मीडिया पर इसलिए करते हैं वीडियो पोस्ट:संत प्रेमानंद महाराज ने खोला राज,कहा कभी सतसंग में नहीं थी मोबाइल लाने की अनुमति

सोशल मीडिया पर अपने प्रवचन के लिए ट्रेंड करने वाले संत प्रेमानंद महाराज ने एक ऐसे राज का पर्दाफाश किया है जिसको सुनने के बाद उनके अनुयायी उनसे और अधिक प्रभावित हो गए हैं। संत प्रेमानंद महाराज ने एकांतिक वार्तालाप के दौरान खुद ही भक्तों को बताया कि उन्होंने क्यों सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करने की सहमति दी। संत प्रेमानंद महाराज ने यह भी भक्तों को बताया कि किसी समय उनके प्रवचनों में वीडियो बनाना तो दूर मोबाइल लाना भी मना था। भक्त ने किया प्रेरित संत प्रेमानंद महाराज ने सोमवार को एकांतिक प्रवचनों के दौरान कहा कि जब वह हित धाम में प्रवचन करते थे तो इतना सख्त आदेश होता था कि मोबाइल से भी टेप नहीं कर सकते थे। लेकिन एक भक्त ने एक दिन कहा महाराज जी जब आपको बार बार सुनते हैं तो विशेष लाभ मिलता है सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसके बाद भक्त ने कहा कि आप अपने प्रवचन के वीडियो बनवाएं और उनको यू ट्यूब पर पोस्ट करें। इससे लोगों के जीवन में बदलाव आएगा। भक्त की बात पर दी अनुमति संत प्रेमानंद महाराज ने कहा कि लोगों को लाभ मिले तो हमने छूट दे दी। यू ट्यूब पर इसीलिए डालने लगे कि लोगों को लाभ मिले। आज भगवान की कृपा से काफी मात्रा में नवयुवक भाई अपने स्वभाव को अपनी गंदी आदतों को छोड़कर अच्छी आदत अपना रहे हैं। आज भारत में आध्यात्मिक सुधार शुरू हो रहा है यह लाभ मिला। अगर हमारी यहां बैठे बैठे बातों को यू ट्यूब पर सुनकर सौ में से एक भी सुधर जाए तो यह बहुत बड़ा लाभ है। यश कीर्ति के लिए नहीं डालते वीडियो संत प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि ऐसा नहीं है कि वीडियो डालने से हमारी यश कीर्ति हो बल्कि भगवत नाम यश जाए कानों में इसलिए शुरू किया था। संत प्रेमानंद महाराज की यह बात सुनकर उनके अनुयायी और अधिक प्रभावित हो गए हैं। संत प्रेमानंद महाराज के 6 यू ट्यूब चैनल हैं ,जिसमे से एक इंग्लिश भाषा में भी है। इसके अलावा इंस्टाग्राम,फेसबुक,X पर भी अकॉउंट बने हुए हैं। सोशल मीडिया पर अपने प्रवचन के लिए ट्रेंड करने वाले संत प्रेमानंद महाराज ने एक ऐसे राज का पर्दाफाश किया है जिसको सुनने के बाद उनके अनुयायी उनसे और अधिक प्रभावित हो गए हैं। संत प्रेमानंद महाराज ने एकांतिक वार्तालाप के दौरान खुद ही भक्तों को बताया कि उन्होंने क्यों सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करने की सहमति दी। संत प्रेमानंद महाराज ने यह भी भक्तों को बताया कि किसी समय उनके प्रवचनों में वीडियो बनाना तो दूर मोबाइल लाना भी मना था। भक्त ने किया प्रेरित संत प्रेमानंद महाराज ने सोमवार को एकांतिक प्रवचनों के दौरान कहा कि जब वह हित धाम में प्रवचन करते थे तो इतना सख्त आदेश होता था कि मोबाइल से भी टेप नहीं कर सकते थे। लेकिन एक भक्त ने एक दिन कहा महाराज जी जब आपको बार बार सुनते हैं तो विशेष लाभ मिलता है सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसके बाद भक्त ने कहा कि आप अपने प्रवचन के वीडियो बनवाएं और उनको यू ट्यूब पर पोस्ट करें। इससे लोगों के जीवन में बदलाव आएगा। भक्त की बात पर दी अनुमति संत प्रेमानंद महाराज ने कहा कि लोगों को लाभ मिले तो हमने छूट दे दी। यू ट्यूब पर इसीलिए डालने लगे कि लोगों को लाभ मिले। आज भगवान की कृपा से काफी मात्रा में नवयुवक भाई अपने स्वभाव को अपनी गंदी आदतों को छोड़कर अच्छी आदत अपना रहे हैं। आज भारत में आध्यात्मिक सुधार शुरू हो रहा है यह लाभ मिला। अगर हमारी यहां बैठे बैठे बातों को यू ट्यूब पर सुनकर सौ में से एक भी सुधर जाए तो यह बहुत बड़ा लाभ है। यश कीर्ति के लिए नहीं डालते वीडियो संत प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि ऐसा नहीं है कि वीडियो डालने से हमारी यश कीर्ति हो बल्कि भगवत नाम यश जाए कानों में इसलिए शुरू किया था। संत प्रेमानंद महाराज की यह बात सुनकर उनके अनुयायी और अधिक प्रभावित हो गए हैं। संत प्रेमानंद महाराज के 6 यू ट्यूब चैनल हैं ,जिसमे से एक इंग्लिश भाषा में भी है। इसके अलावा इंस्टाग्राम,फेसबुक,X पर भी अकॉउंट बने हुए हैं।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर