कानपुर मेडिकल कॉलेज में स्टूडेंट ने किया सुसाइड:बांदा का रहने वाला है छात्र, BCG टेक्नीशियन की मेडिकल कॉलेज से कर रहा था पढ़ाई

कानपुर मेडिकल कॉलेज में स्टूडेंट ने किया सुसाइड:बांदा का रहने वाला है छात्र, BCG टेक्नीशियन की मेडिकल कॉलेज से कर रहा था पढ़ाई

कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में 19 साल के स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया। छात्र यहां पर BCG टेक्नीशियन की पढ़ाई कर रहा था। सुबह फोन नहीं उठने पर परिवार के लोग रूम पर पहुंचे। जानकारी मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल को दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो हॉस्टल में पंखे से छात्र का शव लटकता मिला। स्वरूप नगर थाने की पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके पर जांच की। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जा रहा है। बांदा का रहने वाला था छात्र मूलरूप से बांदा के बमरौला गांव थाना मरकस निवासी मोतीलाल का बेटा अरविंद प्रजापति कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज से BCG टेक्नीशियन फर्स्ट ईयर की पढ़ाई कर रहा था। पिता ने बताया आज सुबह कॉल नहीं उठने पर वह सीधे कैंपस में बने कमरे पर पहुंचे। तब कमरा भीतर से बंद मिला। काफी खटखटाने के बाद भी कोई रिस्पांस नहीं मिला तो दरवाजा तोड़ा। कमरे के अंदर बेटे अरविंद प्रजापति का शव फंदे से लटकता मिला। क्या होता है बीसीजी टेक्नीशियन बीसीजी टेक्नीशियन में डिप्लोमा एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम है। जिसे तपेदिक (टीबी) की रोकथाम और नियंत्रण पर काम करते हैं। यह कोर्स स्वास्थ्य सेवा सेटिंग्स में काम करने के इच्छुक व्यक्तियों के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह डिप्लोमा आम तौर पर एक वर्ष का होता है और सैद्धांतिक ज्ञान को व्यावहारिक प्रशिक्षण के साथ जोड़ता है। खबर अपडेट हो रही है…। कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में 19 साल के स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया। छात्र यहां पर BCG टेक्नीशियन की पढ़ाई कर रहा था। सुबह फोन नहीं उठने पर परिवार के लोग रूम पर पहुंचे। जानकारी मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल को दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो हॉस्टल में पंखे से छात्र का शव लटकता मिला। स्वरूप नगर थाने की पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके पर जांच की। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जा रहा है। बांदा का रहने वाला था छात्र मूलरूप से बांदा के बमरौला गांव थाना मरकस निवासी मोतीलाल का बेटा अरविंद प्रजापति कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज से BCG टेक्नीशियन फर्स्ट ईयर की पढ़ाई कर रहा था। पिता ने बताया आज सुबह कॉल नहीं उठने पर वह सीधे कैंपस में बने कमरे पर पहुंचे। तब कमरा भीतर से बंद मिला। काफी खटखटाने के बाद भी कोई रिस्पांस नहीं मिला तो दरवाजा तोड़ा। कमरे के अंदर बेटे अरविंद प्रजापति का शव फंदे से लटकता मिला। क्या होता है बीसीजी टेक्नीशियन बीसीजी टेक्नीशियन में डिप्लोमा एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम है। जिसे तपेदिक (टीबी) की रोकथाम और नियंत्रण पर काम करते हैं। यह कोर्स स्वास्थ्य सेवा सेटिंग्स में काम करने के इच्छुक व्यक्तियों के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह डिप्लोमा आम तौर पर एक वर्ष का होता है और सैद्धांतिक ज्ञान को व्यावहारिक प्रशिक्षण के साथ जोड़ता है। खबर अपडेट हो रही है…।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर