जालंधर के आदमपुर हलके से विधायक सुखविंदर सिंह कोटली पर दर्ज की गई एफआईआर मामले में अब राजनीति तेज हो गई है। पंजाब कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने उनके साथी पर एफआईआर दर्ज होने पर कड़ी निंदा की है और एफआईआर दर्ज करने वाले अधिकारियों को चेतावनी भी दी है। जालंधर में 23 अप्रैल (बुधवार) को शुगर मिल में लगने वाले सीएनजी प्लांट के विरोध में कांग्रेसी विधायक सुखविंदर सिंह कोटली ने मार्केट कमेटी के लोगों के साथ मिलकर जालंधर-जम्मू नेशनल हाईवे को जाम कर दिया था। इस मामले में जालंधर देहात पुलिस ने कांग्रेस के विधायक सुखविंदर सिंह कोटली, नगर परिषद प्रधान सहित 150 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। वड़िंग की प्रशासन को चेतावनी, बोले-अधिकारियों का उल्लंघन न करें राजा वड़िंग ने कहा- आदमपुर विधायक सुखविंदर कोटली के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर बदले की भावना वाली कार्रवाई है। यह बात खुद-ब-खुद स्पष्ट है। अगर आप पंजाब को लगता है कि वह कांग्रेसियों को इस तरह डरा सकती है, तो यह उसकी बड़ी गलतफहमी है। सभी अधिकारियों को यह स्पष्ट कर दें, चाहे वे पुलिस के हों या प्रशासन के, कृपया अपने अधिकार क्षेत्र का उल्लंघन न करें। कांग्रेसियों को सताने में आप के सहयोगी के रूप में काम न करें। कांग्रेस हर अधिकारी से उसकी गलतियों के लिए जवाबदेह बनने के लिए प्रतिबद्ध है। जहां तक कोटली साहब का सवाल है, पूरी कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी है। एनएचएआई की शिकायत पर दर्ज की गई एफआईआर जानकारी के अनुसार एफआईआर राष्ट्रीय हाईवे अथॉरिटी इंडिया (NHAI) के अधिकारी जसवंत कुमार के बयानों पर दर्ज की गई थी। जसवंत सिंह एनएचएआई के साइट इंजीनियर हैं। जसवंत के पास पठानकोट चौक से लेकर जम्मू-कश्मीर तक सुपरवाइज है। केस में पुलिस ने आदमपुर हलके से कांग्रेस के विधायक सुखविंदर सिंह कोटली, राज कुमार राजा, अश्वन भल्ला, विशाल बहल, चरनजीत सिंह, गुरदीप सिंह, लवदीप सिंह उर्फ लकी, अमृतपाल सिंह, राकेश कुमार बग्गा, शीतल सिंह, सूबेदार सरजीत सिंह, राहुल, मनजीत सिंह, मोनू, सुनील खोसला, दीपक मुल्तानी, अरविंदर सिंह झमट, नरिंदर कुमार उर्फ निंदी, अमित अरोड़ा, फौजी, रणजीत सिंह, जतिंदर सिंह अन्य 150 अज्ञात को नामजद किया गया था। टी-पॉइंट से हाईवे जाम होने पर लोग हुए परेशान एलएचएआई के अधिकारियों ने कहा- धरने के लिए सभी को एक साइड दी गई थी, जिससे वह एक साइड पर अपना प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से कर सकते थे। मगर उन्होंने ऐसा नहीं किया और टी-पॉइंट से हाईवे बंद कर दिया। इस दौरान करीब चार घंटे तक हाईवे पर जाम रहा और लोगों को परेशान होना पड़ा। बार बार अपील करने के बाद भी उक्त धरना खत्म नहीं किया गया है। जिसके बाद उन पर ये एक्शन लिया गया है। जालंधर के आदमपुर हलके से विधायक सुखविंदर सिंह कोटली पर दर्ज की गई एफआईआर मामले में अब राजनीति तेज हो गई है। पंजाब कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने उनके साथी पर एफआईआर दर्ज होने पर कड़ी निंदा की है और एफआईआर दर्ज करने वाले अधिकारियों को चेतावनी भी दी है। जालंधर में 23 अप्रैल (बुधवार) को शुगर मिल में लगने वाले सीएनजी प्लांट के विरोध में कांग्रेसी विधायक सुखविंदर सिंह कोटली ने मार्केट कमेटी के लोगों के साथ मिलकर जालंधर-जम्मू नेशनल हाईवे को जाम कर दिया था। इस मामले में जालंधर देहात पुलिस ने कांग्रेस के विधायक सुखविंदर सिंह कोटली, नगर परिषद प्रधान सहित 150 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। वड़िंग की प्रशासन को चेतावनी, बोले-अधिकारियों का उल्लंघन न करें राजा वड़िंग ने कहा- आदमपुर विधायक सुखविंदर कोटली के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर बदले की भावना वाली कार्रवाई है। यह बात खुद-ब-खुद स्पष्ट है। अगर आप पंजाब को लगता है कि वह कांग्रेसियों को इस तरह डरा सकती है, तो यह उसकी बड़ी गलतफहमी है। सभी अधिकारियों को यह स्पष्ट कर दें, चाहे वे पुलिस के हों या प्रशासन के, कृपया अपने अधिकार क्षेत्र का उल्लंघन न करें। कांग्रेसियों को सताने में आप के सहयोगी के रूप में काम न करें। कांग्रेस हर अधिकारी से उसकी गलतियों के लिए जवाबदेह बनने के लिए प्रतिबद्ध है। जहां तक कोटली साहब का सवाल है, पूरी कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी है। एनएचएआई की शिकायत पर दर्ज की गई एफआईआर जानकारी के अनुसार एफआईआर राष्ट्रीय हाईवे अथॉरिटी इंडिया (NHAI) के अधिकारी जसवंत कुमार के बयानों पर दर्ज की गई थी। जसवंत सिंह एनएचएआई के साइट इंजीनियर हैं। जसवंत के पास पठानकोट चौक से लेकर जम्मू-कश्मीर तक सुपरवाइज है। केस में पुलिस ने आदमपुर हलके से कांग्रेस के विधायक सुखविंदर सिंह कोटली, राज कुमार राजा, अश्वन भल्ला, विशाल बहल, चरनजीत सिंह, गुरदीप सिंह, लवदीप सिंह उर्फ लकी, अमृतपाल सिंह, राकेश कुमार बग्गा, शीतल सिंह, सूबेदार सरजीत सिंह, राहुल, मनजीत सिंह, मोनू, सुनील खोसला, दीपक मुल्तानी, अरविंदर सिंह झमट, नरिंदर कुमार उर्फ निंदी, अमित अरोड़ा, फौजी, रणजीत सिंह, जतिंदर सिंह अन्य 150 अज्ञात को नामजद किया गया था। टी-पॉइंट से हाईवे जाम होने पर लोग हुए परेशान एलएचएआई के अधिकारियों ने कहा- धरने के लिए सभी को एक साइड दी गई थी, जिससे वह एक साइड पर अपना प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से कर सकते थे। मगर उन्होंने ऐसा नहीं किया और टी-पॉइंट से हाईवे बंद कर दिया। इस दौरान करीब चार घंटे तक हाईवे पर जाम रहा और लोगों को परेशान होना पड़ा। बार बार अपील करने के बाद भी उक्त धरना खत्म नहीं किया गया है। जिसके बाद उन पर ये एक्शन लिया गया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
