हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि आज रिटायर हो रहे किसी भी अधिकारी-कर्मचारियों की कम्युटेशन नहीं रोकी जाएगी। उन्होंने कहा, आज 1500 कर्मचारी रिटायर हो रहे हैं, सभी को कम्युटेशन मिलेगी। यह आज रिटायर कर्मचारियों के बड़ी राहत है। मगर भविष्य में कम्युटेशन पर तलवार लटकी हुई है। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा, कैबिनेट सब कमेटी ने कम्युटेशन से जुड़ी फाइल उन्हें भेज रखी है। इस पर फैसला लेने के लिए उन्हें ओर वक्त चाहिए और विचार विमर्श के बाद अंतिम फैसला कैबिनेट मीटिंग में लिया जाएगा। कैबिनेट सब कमेटी ने की बंद करने की सिफारिश सीएम ने कहा, वह खुद एक रिटायर कर्मचारी के बेटे हैं। इसलिए वह जानते हैं कि कम्युटेशन सरकारी कर्मचारियों के लिए कितना जरूरी होता है। कम्युटेशन के तहत रिटायर कर्मचारियों को 40 प्रतिशत पेंशन एडवांस देने का प्रावधान है। मगर डिप्टी सीएम की अध्यक्षता वाली कैबिनेट सब कमेटी ने आर्थिक संकट के दृष्टिगत कम्युटेशन को रोकने की सिफारिश की है। इसकी फाइल मुख्यमंत्री के पास पहुंच गई है। ऐसा करने से कर्मचारियों की रिटायरमेंट की वजह से सरकार पर पड़ने वाले बोझ को कुछ समय के लिए डेफर करने के लिए कम्युटेशन रोकी जा सकती है। इन चर्चाओं से प्रदेश का कर्मचारी वर्ग चिंता में है। खासकर जो रिटायरमेंट एज के आसपास पहुंच गए है। रिटायरमेंट एज बढ़ाने का भी प्रस्ताव कैबिनेट सब कमेटी ने रिटायरमेंट एज भी 58 से बढ़ाकर 59 साल करने का सुझाव मुख्यमंत्री को दिया है। ऐसा करने से सरकार रिटायर होने वाले कर्मचारियों की वजह से देनदारियां एक साल तक टाल सकती है। पूर्व की वीरभद्र सरकार भी एक बार ऐसा कर चुकी है। मगर एक साल बाद ऐसा करने से बोझ डबल हो जाएगा और बेरोजगारी की समस्या ज्यादा गंभीर हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा, कि रिटायरमेंट एज बढ़ाने का मामला भी सरकार के विचाराधीन है। मुख्यमंत्री ने कहा, कैबिनेट सब कमेटी के सभी प्रस्ताव पर चर्चा की जाएगी। कांग्रेस सरकार ने कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम दी है। इसलिए सभी कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखा जाएगा। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि आज रिटायर हो रहे किसी भी अधिकारी-कर्मचारियों की कम्युटेशन नहीं रोकी जाएगी। उन्होंने कहा, आज 1500 कर्मचारी रिटायर हो रहे हैं, सभी को कम्युटेशन मिलेगी। यह आज रिटायर कर्मचारियों के बड़ी राहत है। मगर भविष्य में कम्युटेशन पर तलवार लटकी हुई है। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा, कैबिनेट सब कमेटी ने कम्युटेशन से जुड़ी फाइल उन्हें भेज रखी है। इस पर फैसला लेने के लिए उन्हें ओर वक्त चाहिए और विचार विमर्श के बाद अंतिम फैसला कैबिनेट मीटिंग में लिया जाएगा। कैबिनेट सब कमेटी ने की बंद करने की सिफारिश सीएम ने कहा, वह खुद एक रिटायर कर्मचारी के बेटे हैं। इसलिए वह जानते हैं कि कम्युटेशन सरकारी कर्मचारियों के लिए कितना जरूरी होता है। कम्युटेशन के तहत रिटायर कर्मचारियों को 40 प्रतिशत पेंशन एडवांस देने का प्रावधान है। मगर डिप्टी सीएम की अध्यक्षता वाली कैबिनेट सब कमेटी ने आर्थिक संकट के दृष्टिगत कम्युटेशन को रोकने की सिफारिश की है। इसकी फाइल मुख्यमंत्री के पास पहुंच गई है। ऐसा करने से कर्मचारियों की रिटायरमेंट की वजह से सरकार पर पड़ने वाले बोझ को कुछ समय के लिए डेफर करने के लिए कम्युटेशन रोकी जा सकती है। इन चर्चाओं से प्रदेश का कर्मचारी वर्ग चिंता में है। खासकर जो रिटायरमेंट एज के आसपास पहुंच गए है। रिटायरमेंट एज बढ़ाने का भी प्रस्ताव कैबिनेट सब कमेटी ने रिटायरमेंट एज भी 58 से बढ़ाकर 59 साल करने का सुझाव मुख्यमंत्री को दिया है। ऐसा करने से सरकार रिटायर होने वाले कर्मचारियों की वजह से देनदारियां एक साल तक टाल सकती है। पूर्व की वीरभद्र सरकार भी एक बार ऐसा कर चुकी है। मगर एक साल बाद ऐसा करने से बोझ डबल हो जाएगा और बेरोजगारी की समस्या ज्यादा गंभीर हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा, कि रिटायरमेंट एज बढ़ाने का मामला भी सरकार के विचाराधीन है। मुख्यमंत्री ने कहा, कैबिनेट सब कमेटी के सभी प्रस्ताव पर चर्चा की जाएगी। कांग्रेस सरकार ने कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम दी है। इसलिए सभी कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखा जाएगा। हिमाचल | दैनिक भास्कर
