<p style=”text-align: justify;”><strong>Hanuman Beniwal On Caste Census:</strong> केंद्र की मोदी सरकार ने देश में जातिगत जनगणना कराने का फैसला किया है. समय-समय पर विपक्षी दलों ने जाति जनगणना कराने की मांग उठाई है. वहीं अब केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जातिगत जनगणना को लेकर न्यूज 24 से बातचीत करते हुए आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने कहा, “जब मैंने किसान आंदोलन के चलते एनडीए छोड़ उससे पहले कई बार मैंने एनडीए में रहते हुए इस मुद्दे को दर्जनों बार उठाया. इंडिया गठबंधन की तमाम पार्टियां जातिगत जनणना के पक्ष में थी. आरएलपी भी जाति जनगणना की बात करती है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हमारे दबाव में उठाया कदम- बेनीवाल</strong><br />उन्होंने आगे कहा, “केंद्र सरकार ने ये कदम हमारे दबाव और हमारे संघर्षों की वजह से उठाया है. इससे शोषित-वंचित वर्गों को उनकी जाति के बारे में पता चलेगा और सरकार को उस जाति को उस हिसाब से आरक्षण देना पड़ेगा. निश्चित रूप से जाति जनगणना होनी चाहिए इससे उन्हें पता चलेगा कि आखिर देश में उनकी संख्या कितनी है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’पारदर्शी तरीके से होनी चाहिए जनगणना'</strong><br />हनुमान बेनीवाल ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, “आज केंद्र सरकार ने देश ने जातिगत जनगणना करवाने की मांग पर मुहर लगाई है, मैंने भी कई बार देश में जातिगत जनगणना की मांग उठाई थी, आज हर वर्ग समूह को उनकी जनसंख्या के अनुपात में उनके लिए आरक्षण का प्रतिशत बढ़ाया जाना चाहिए और जातिगत जनगणना उचित और पारदर्शी तरीके से की जानी चाहिए ताकि सभी जातियों का वास्तविक आंकड़ा इकट्ठा हो सके.”</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Hanuman Beniwal On Caste Census:</strong> केंद्र की मोदी सरकार ने देश में जातिगत जनगणना कराने का फैसला किया है. समय-समय पर विपक्षी दलों ने जाति जनगणना कराने की मांग उठाई है. वहीं अब केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जातिगत जनगणना को लेकर न्यूज 24 से बातचीत करते हुए आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने कहा, “जब मैंने किसान आंदोलन के चलते एनडीए छोड़ उससे पहले कई बार मैंने एनडीए में रहते हुए इस मुद्दे को दर्जनों बार उठाया. इंडिया गठबंधन की तमाम पार्टियां जातिगत जनणना के पक्ष में थी. आरएलपी भी जाति जनगणना की बात करती है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हमारे दबाव में उठाया कदम- बेनीवाल</strong><br />उन्होंने आगे कहा, “केंद्र सरकार ने ये कदम हमारे दबाव और हमारे संघर्षों की वजह से उठाया है. इससे शोषित-वंचित वर्गों को उनकी जाति के बारे में पता चलेगा और सरकार को उस जाति को उस हिसाब से आरक्षण देना पड़ेगा. निश्चित रूप से जाति जनगणना होनी चाहिए इससे उन्हें पता चलेगा कि आखिर देश में उनकी संख्या कितनी है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’पारदर्शी तरीके से होनी चाहिए जनगणना'</strong><br />हनुमान बेनीवाल ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, “आज केंद्र सरकार ने देश ने जातिगत जनगणना करवाने की मांग पर मुहर लगाई है, मैंने भी कई बार देश में जातिगत जनगणना की मांग उठाई थी, आज हर वर्ग समूह को उनकी जनसंख्या के अनुपात में उनके लिए आरक्षण का प्रतिशत बढ़ाया जाना चाहिए और जातिगत जनगणना उचित और पारदर्शी तरीके से की जानी चाहिए ताकि सभी जातियों का वास्तविक आंकड़ा इकट्ठा हो सके.”</p> राजस्थान जातिगत जनगणना के फैसले पर कमलनाथ का बड़ा बयान, बोले- ‘राहुल गांधी जो कहते थे…’
जातिगत जनगणना के फैसले पर RLP प्रमुख हनुमान बेनीवाल बोले- ‘निश्चित रूप से…’
