उपराष्ट्रपति बोले- आनंदी बेन नाम ही काफी है:राज्यपाल बोलीं- किसी को फ्री नहीं मिलेगी किताब; मैं अहमदाबादी हूं, एक कप में 3 लोग चाय पीते हैं

उपराष्ट्रपति बोले- आनंदी बेन नाम ही काफी है:राज्यपाल बोलीं- किसी को फ्री नहीं मिलेगी किताब; मैं अहमदाबादी हूं, एक कप में 3 लोग चाय पीते हैं

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ गुरुवार दोपहर लखनऊ पहुंचे। बख्शी का तालाब एयरफोर्स स्टेशन पर राज्यपाल आनंदी बाई पटेल और CM योगी आदित्यनाथ ने उनको रिसीव किया। उपराष्ट्रपति को यहां गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। यहां से उपराष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (AKTU) न्यू कैंपस पहुंचे। उपराष्ट्रपति ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की आत्मकथा ‘चुनौतियां मुझे पसंद हैं’ का विमोचन किया। इस मौके पर सीएम योगी ने कहा- ये किताब समुद्र मंथन के बाद निकली है, ये किताब नहीं ग्रंथ है। इसमें राज्यपाल की जिंदगी का सार समाहित है। उपराष्ट्रपति ने कहा- आनंदीबेन नाम ही काफी है। किताब लॉन्च करन के लिए उन्होंने 1 मई यानी मजूदरों का दिन चुना। गुजरात इनके दिल में धड़कता है। उपराष्ट्रपति राजभवन में लंच करने के बाद अपने सेक्रेटरी के पिता डॉ. एससी गुप्ता से मिलने उनके घर जाएंगे। वहीं, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने इस मौके पर कहा- इस पुस्तक को लिखने में मेरे परिवार के माता-पिता, बेटे-बेटी-बहू सभी का इनपुट है। इस किताब की हमने 500 रुपए रखी है। किसी को फ्री में नहीं मिलने वाली है। क्योंकि मैं अहमदाबादी हूं। एक ही कप में हम तीन लोग चाय पीते हैं। उपराष्ट्रपति के लखनऊ दौरे के लाइव अपडेट्स के लिए ब्लॉग से गुजर जाएं… उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ गुरुवार दोपहर लखनऊ पहुंचे। बख्शी का तालाब एयरफोर्स स्टेशन पर राज्यपाल आनंदी बाई पटेल और CM योगी आदित्यनाथ ने उनको रिसीव किया। उपराष्ट्रपति को यहां गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। यहां से उपराष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (AKTU) न्यू कैंपस पहुंचे। उपराष्ट्रपति ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की आत्मकथा ‘चुनौतियां मुझे पसंद हैं’ का विमोचन किया। इस मौके पर सीएम योगी ने कहा- ये किताब समुद्र मंथन के बाद निकली है, ये किताब नहीं ग्रंथ है। इसमें राज्यपाल की जिंदगी का सार समाहित है। उपराष्ट्रपति ने कहा- आनंदीबेन नाम ही काफी है। किताब लॉन्च करन के लिए उन्होंने 1 मई यानी मजूदरों का दिन चुना। गुजरात इनके दिल में धड़कता है। उपराष्ट्रपति राजभवन में लंच करने के बाद अपने सेक्रेटरी के पिता डॉ. एससी गुप्ता से मिलने उनके घर जाएंगे। वहीं, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने इस मौके पर कहा- इस पुस्तक को लिखने में मेरे परिवार के माता-पिता, बेटे-बेटी-बहू सभी का इनपुट है। इस किताब की हमने 500 रुपए रखी है। किसी को फ्री में नहीं मिलने वाली है। क्योंकि मैं अहमदाबादी हूं। एक ही कप में हम तीन लोग चाय पीते हैं। उपराष्ट्रपति के लखनऊ दौरे के लाइव अपडेट्स के लिए ब्लॉग से गुजर जाएं…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर