<p style=”text-align: justify;”><strong>IAF To Use Delhi School Buildings:</strong> एयरफोर्स अपने हवाई अभ्यास के लिए दिल्ली के स्कूल परिसरों का इस्तेमाल करेगी. अधिकारियों ने वायु सेना की ओर से एयर एक्सरसाइज के हिस्से के रूप में कम्युनिकेशन सेट-अप की अस्थायी तैनाती के लिए दिल्ली में 16 स्कूलों के परिसरों की पहचान की है. एक आधिकारिक संचार में ये बात कही गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी 28 अप्रैल के आदेश में वार्षिक राष्ट्रीय आयोजनों (गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस समारोह) के दौरान रक्षा मंत्रालय (MoD) द्वारा की गई पिछली एक्टिवेशन का उदाहरण दिया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>28 अप्रैल से 2 मई तक एयर एक्सरसाइज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>आदेश के सब्जेक्ट लाइन में लिखा है, ”वायु सेना अभ्यास के मद्देनजर “इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस एक्टिवेशन के लिए दिल्ली के स्कूल परिसरों के उपयोग की अनुमति”. यह अभ्यास 28 अप्रैल से 2 मई तक है. आदेश में कहा गया है कि रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) की ओर से जारी निर्देश के अनुसरण में, “आपके विभाग के अधिकार क्षेत्र के तहत कुछ स्कूल भवन अभ्यास के दौरान अस्थायी इस्तेमाल के लिए उपयुक्त पाए गए हैं.” स्कूल परिसरों का इस्तेमाल संचार सेट-अप की ‘अस्थायी’ तैनाती के लिए किया जाना है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>22 अप्रैल को पहलगाम हमले में 26 लोग मारे गए थे</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली में ये एयरफोर्स का अभ्यास ऐसे वक्त में हो रहा है जब देश में पहलगाम आतंकी हमले का मसला गरमाया हुआ है. आतंकवादियों ने 22 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के पर्यटन केंद्र पहलगाम के पास ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ कहे जाने वाले बैसरन में गोलीबारी की थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे. इनमें से ज्यादातर पर्यटक थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त रह चुके टीसीए राघवन ने <a title=”पहलगाम” href=”https://www.abplive.com/topic/pahalgam-terror-attack” data-type=”interlinkingkeywords”>पहलगाम</a> आतंकवादी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान संबंधों की वर्तमान स्थिति को संभावित रूप से बहुत खतरनाक बताया है. उन्होंने कहा कि इस घटना ने दोनों देशों के बीच न्यूनतम स्थिरता के दौर से गुजर रहे द्विपक्षीय संबंधों को ‘गहरे संकट’ में डाल दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”> </p> <p style=”text-align: justify;”><strong>IAF To Use Delhi School Buildings:</strong> एयरफोर्स अपने हवाई अभ्यास के लिए दिल्ली के स्कूल परिसरों का इस्तेमाल करेगी. अधिकारियों ने वायु सेना की ओर से एयर एक्सरसाइज के हिस्से के रूप में कम्युनिकेशन सेट-अप की अस्थायी तैनाती के लिए दिल्ली में 16 स्कूलों के परिसरों की पहचान की है. एक आधिकारिक संचार में ये बात कही गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी 28 अप्रैल के आदेश में वार्षिक राष्ट्रीय आयोजनों (गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस समारोह) के दौरान रक्षा मंत्रालय (MoD) द्वारा की गई पिछली एक्टिवेशन का उदाहरण दिया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>28 अप्रैल से 2 मई तक एयर एक्सरसाइज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>आदेश के सब्जेक्ट लाइन में लिखा है, ”वायु सेना अभ्यास के मद्देनजर “इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस एक्टिवेशन के लिए दिल्ली के स्कूल परिसरों के उपयोग की अनुमति”. यह अभ्यास 28 अप्रैल से 2 मई तक है. आदेश में कहा गया है कि रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) की ओर से जारी निर्देश के अनुसरण में, “आपके विभाग के अधिकार क्षेत्र के तहत कुछ स्कूल भवन अभ्यास के दौरान अस्थायी इस्तेमाल के लिए उपयुक्त पाए गए हैं.” स्कूल परिसरों का इस्तेमाल संचार सेट-अप की ‘अस्थायी’ तैनाती के लिए किया जाना है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>22 अप्रैल को पहलगाम हमले में 26 लोग मारे गए थे</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली में ये एयरफोर्स का अभ्यास ऐसे वक्त में हो रहा है जब देश में पहलगाम आतंकी हमले का मसला गरमाया हुआ है. आतंकवादियों ने 22 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के पर्यटन केंद्र पहलगाम के पास ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ कहे जाने वाले बैसरन में गोलीबारी की थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे. इनमें से ज्यादातर पर्यटक थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त रह चुके टीसीए राघवन ने <a title=”पहलगाम” href=”https://www.abplive.com/topic/pahalgam-terror-attack” data-type=”interlinkingkeywords”>पहलगाम</a> आतंकवादी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान संबंधों की वर्तमान स्थिति को संभावित रूप से बहुत खतरनाक बताया है. उन्होंने कहा कि इस घटना ने दोनों देशों के बीच न्यूनतम स्थिरता के दौर से गुजर रहे द्विपक्षीय संबंधों को ‘गहरे संकट’ में डाल दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”> </p> दिल्ली NCR उत्तराखंड: बिना पासपोर्ट और वीजा के नेपाल भागने की फिराक में था अमेरिकी नागरिक, पिथौरागढ़ में गिरफ्तार
दिल्ली सरकार का बड़ा फैसला, स्कूलों के परिसर IAF को डिफेंस एक्सरसाइज करने की दी इजाजत
