हरियाणा में बहादुरगढ़ से पूर्व MLA और INLD के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी हत्याकांड में जांच कर रही CBI ने नामजद आरोपियों से पूछताछ की। बहादुरगढ़ से BJP के पूर्व MLA नरेश कौशिक से भी इस मामले में पूछताछ हुई। पूछताछ के बाद आरोपियों के विदेश जाने पर रोक लगाई गई है। इतना ही नहीं आरोपियों के पासपोर्ट के नंबर सीबीआई ने ले लिए हैं और आरोपियों की बैंक अकाउंट डिटेल भी खंगाली जा रही है। इस मामले में सीबीआई दोबारा आरोपियों को पूछताछ के लिए बुला सकती है। बहादुरगढ़ के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में सीबीआई ने नफे सिंह राठी हत्याकांड के आरोपियों से पूछताछ क। सीबीआई की टीम ने बहादुरगढ़ के पूर्व विधायक नरेश कौशिक, बहादुरगढ़ नगर परिषद की चेयरपर्सन सरोज राठी के पति रमेश राठी, नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष कर्मबीर राठी, उनके बेटे कमल के अलावा पूर्व मंत्री मांगेराम के बेटे सतीश नंबरदार और स्वर्गीय जगदीश नंबरदार के बेटे गौरव और राहुल को पूछताछ के लिए बुलाया गया। इन सभी से ढाई घंटे से ज्यादा समय तक सीबीआई ने पूछताछ की और सभी को हिदायत दी गई है कि वह देश छोड़कर कहीं नहीं जा सकते। CBI ने आरोपियों के पासपोर्ट नंबर लिए सीबीआई ने आरोपियों के पासपोर्ट नंबर लिए हैं और उनके विदेश जाने पर रोक लगाई है । इतना ही नहीं आरोपियों की बैंक अकाउंट डिटेल भी सीबीआई की टीम ने ले ली है। इनके अकाउंट्स भी खंगाले जाएंगे। मामले के आरोपी पूर्व विधायक नरेश कौशिक, बहादुरगढ़ नगर परिषद की चेयरपर्सन सरोज राठी के पति रमेश राठी और पूर्व मंत्री मांगेराम के बेटे सतीश नंबरदार का कहना है कि उनका इस मामले से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा जो भी सवाल उनसे पूछे गए उनका उन्होंने जवाब दे दिया है । सभी का यह भी कहना है कि वे स्वयं भी चाहते हैं कि इस मामले में जल्द से जल्द कोई खुलासा हो, ताकि मामले का असली आरोपी पकड़ा जा सके। 25 फरवरी को हुई थी हत्या इसी साल 25 फरवरी की शाम को 4 हमलावरों ने नफे सिंह राठी की फॉर्च्यूनर गाड़ी पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थी। इस वारदात में नफे सिंह राठी और उनके सहयोगी जयकिशन दलाल की मौत हो गई थी। तो वहीं उनके सुरक्षाकर्मी और ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बाद में पुलिस ने दो हमलावरों को गोवा से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की थी। वहीं हमलावरों को गाड़ी मुहैया करवाने वाले शख्स को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। लेकिन इस मामले में दो हमलावर अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। इतना ही नहीं गैंगस्टर नंदू ने इस हत्याकांड की जिम्मेदारी सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए ली थी । लेकिन इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले असली साजिशकर्ता के नाम का खुलासा अब तक नहीं हो पाया है। सीबीआई की जांच में क्या कुछ निकाल कर सामने आता है। यह भी देखने वाली बात होगी। हरियाणा में बहादुरगढ़ से पूर्व MLA और INLD के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी हत्याकांड में जांच कर रही CBI ने नामजद आरोपियों से पूछताछ की। बहादुरगढ़ से BJP के पूर्व MLA नरेश कौशिक से भी इस मामले में पूछताछ हुई। पूछताछ के बाद आरोपियों के विदेश जाने पर रोक लगाई गई है। इतना ही नहीं आरोपियों के पासपोर्ट के नंबर सीबीआई ने ले लिए हैं और आरोपियों की बैंक अकाउंट डिटेल भी खंगाली जा रही है। इस मामले में सीबीआई दोबारा आरोपियों को पूछताछ के लिए बुला सकती है। बहादुरगढ़ के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में सीबीआई ने नफे सिंह राठी हत्याकांड के आरोपियों से पूछताछ क। सीबीआई की टीम ने बहादुरगढ़ के पूर्व विधायक नरेश कौशिक, बहादुरगढ़ नगर परिषद की चेयरपर्सन सरोज राठी के पति रमेश राठी, नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष कर्मबीर राठी, उनके बेटे कमल के अलावा पूर्व मंत्री मांगेराम के बेटे सतीश नंबरदार और स्वर्गीय जगदीश नंबरदार के बेटे गौरव और राहुल को पूछताछ के लिए बुलाया गया। इन सभी से ढाई घंटे से ज्यादा समय तक सीबीआई ने पूछताछ की और सभी को हिदायत दी गई है कि वह देश छोड़कर कहीं नहीं जा सकते। CBI ने आरोपियों के पासपोर्ट नंबर लिए सीबीआई ने आरोपियों के पासपोर्ट नंबर लिए हैं और उनके विदेश जाने पर रोक लगाई है । इतना ही नहीं आरोपियों की बैंक अकाउंट डिटेल भी सीबीआई की टीम ने ले ली है। इनके अकाउंट्स भी खंगाले जाएंगे। मामले के आरोपी पूर्व विधायक नरेश कौशिक, बहादुरगढ़ नगर परिषद की चेयरपर्सन सरोज राठी के पति रमेश राठी और पूर्व मंत्री मांगेराम के बेटे सतीश नंबरदार का कहना है कि उनका इस मामले से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा जो भी सवाल उनसे पूछे गए उनका उन्होंने जवाब दे दिया है । सभी का यह भी कहना है कि वे स्वयं भी चाहते हैं कि इस मामले में जल्द से जल्द कोई खुलासा हो, ताकि मामले का असली आरोपी पकड़ा जा सके। 25 फरवरी को हुई थी हत्या इसी साल 25 फरवरी की शाम को 4 हमलावरों ने नफे सिंह राठी की फॉर्च्यूनर गाड़ी पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थी। इस वारदात में नफे सिंह राठी और उनके सहयोगी जयकिशन दलाल की मौत हो गई थी। तो वहीं उनके सुरक्षाकर्मी और ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बाद में पुलिस ने दो हमलावरों को गोवा से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की थी। वहीं हमलावरों को गाड़ी मुहैया करवाने वाले शख्स को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। लेकिन इस मामले में दो हमलावर अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। इतना ही नहीं गैंगस्टर नंदू ने इस हत्याकांड की जिम्मेदारी सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए ली थी । लेकिन इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले असली साजिशकर्ता के नाम का खुलासा अब तक नहीं हो पाया है। सीबीआई की जांच में क्या कुछ निकाल कर सामने आता है। यह भी देखने वाली बात होगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पानीपत में इलाज के दौरान युवक की मौत:परिजनों ने हॉस्पिटल के बाहर किया हंगामा, मौत के बाद डॉक्टरों ने रेफर किया
पानीपत में इलाज के दौरान युवक की मौत:परिजनों ने हॉस्पिटल के बाहर किया हंगामा, मौत के बाद डॉक्टरों ने रेफर किया पानीपत के समालखा शहर के पुराना बस स्टैंड स्थित देव हॉस्पिटल में शनिवार सुबह एक युवक की मौत पर परिजनों ने रोष प्रकट किया। इस दौरान परिजनों ने अस्पताल संचालकों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगा कर पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई। पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुँच कर परिजनों को उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। खाने के बाद हुई थी उल्टी मिली जानकारी के अनुसार गांव पट्टीकल्याणा का रहने वाला अनिल नामक युवक रात करीब 1:00 बजे उल्टी लगने से अपने परिजनों के साथ समालखा के प्राइवेट देव हॉस्पिटल में इलाज के लिए पहुँचा था। जहां अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों व कर्मचारियों द्वारा उसका इलाज करना शुरू किया गया। लेकिन इलाज के दौरान युवक की हालत ज्यादा बिगड़ने से उसकी मृत्यु हो गई। हॉस्पिटल कर्मचारियों ने सुबह करीब 6:00 बजे अनिल को पानीपत के लिए रेफर करने की बात कही। स्टाफ ने परिजनों को अंदर नहीं जाने दिया परिजनों अनिल को पानीपत के एक निजी हॉस्पिटल में लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत बताया। परिजनों मृतक की डेड बॉडी को लेकर समालखा के देव हॉस्पिटल में वापस पहुंचे, जहां स्टाफ के द्वारा उनको अंदर घुसने नहीं दिया गया। परिजनों ने हंगामा कर मृतक अनिल की डेड बॉडी को अंदर रख दिया। हंगामा की सूचना पाकर मौके पर पुलिस पहुंची। करीब 3 घंटे परिजनों का हंगामा चलता रहा। इसके बाद मौके पर डीएसपी सतीश वत्स पहुंचे मामले को शांत करवाया परिजनों से बात कर मृतक की डेड बॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए पानीपत के सिविल अस्पताल में भेजा गया। इलाज से पहले जमा करवाए 20 हजार परिजनों ने डॉक्टर व स्टॉप पर लापरवाही के आरोप लगाए। मृतक अनिल के पिता जय सिंह ने कहा रात को पेट में दर्द होने की वजह से उल्टी लग गई थी। जिसको लेकर हम समालखा देव हॉस्पिटल में पहुंचे। जहां पर अस्पताल के स्टाफ द्वारा हमसे से ₹30,000 पहले जमा करवा लिए गए। उसके बाद कोरे कागज पर साइन करवा कर इलाज शुरू कर दिया। इलाज शुरू होने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ती चली गई लेकिन अस्पताल के स्टाफ के द्वारा उसको इंजेक्शन दिया गया उसके बाद उसकी मृत्यु हो गई। डॉक्टर बोले- पहले ही मर चुका मृत्यु होने के बाद अस्पताल स्टाफ के लोगों के द्वारा उसको पानीपत ले जाने को कहा गया। पानीपत में एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे तो डॉक्टर ने कहा यह तो पहले ही मर चुका है। 28 वर्षीय मृतक अनिल दो बच्चों का पिता है। पुलिस ने किया मामला दर्ज डीएसपी सतीश वत्स ने जानकारी देते हुए कहा कि इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। हॉस्पिटल के स्टाफ और डॉक्टरों को लेकर लोगों में रोष था। मामले को शांत करवा कर मृतक की डेड बॉडी को पानीपत के सिविल अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। फिलहाल परिजनों ने लिखित रूप में जो शिकायत दी है, उसे पर कार्रवाई की जाएगी। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद जो भी आरोपी है उसको छोड़ नहीं जाएगा।
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हरियाणा में 12 वर्षीय बच्चे पर पिस्टल तानी:बच्चों के झगड़े में आरोपी बाप आया; पीड़ित का पिता बोला- पत्नी न रोकती तो मार देता
हरियाणा में 12 वर्षीय बच्चे पर पिस्टल तानी:बच्चों के झगड़े में आरोपी बाप आया; पीड़ित का पिता बोला- पत्नी न रोकती तो मार देता हरियाणा के गुरुग्राम में पार्क में फुटबॉल खेल रहे कुछ बच्चों में अचानक किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। इससे नाराज एक बच्चे के पिता ने 12 साल के बच्चे पर पिस्टल तान दी। आरोपी व्यक्ति ने बच्चे को गालियां दीं और जान से मारने की धमकी दी। यह पूरी घटना सोसाइटी में लगे CCTV कैमरे में कैद हुई है। उसमें साफ देखा जा सकता है कि आरोपी व्यक्ति हाथ में पिस्टल लेकर बच्चों की ओर बढ़ रहा है। उसे रोकने के लिए उसकी पत्नी पीछे दौड़ रही है। इस व्यक्ति के खिलाफ अब मामला दर्ज हो गया है। पीड़ित बच्चे के पिता ने आरोपी को जेल में डालने की मांग की है। बताया जा रहा है कि आरोपी पर पहले से ही हरियाणा के अलावा पंजाब और उत्तर प्रदेश में भी आपराधिक मामले दर्ज हैं। वारदात के 2 PHOTOS… CCTV फुटेज में क्या दिख रहा…
वारदात को लेकर सामने आए CCTV फुटेज में दिख रहा है कि एंबिएंस लगून अपार्टमेंट के पार्क में एक व्यक्ति सफेद शर्ट पहने हुए बढ़ रहा है। उसके हाथ में पिस्टल है। पार्क में कुछ बच्चे खेलते दिख रहे हैं। पिस्टल हाथ में लिए आगे बढ़ रहे व्यक्ति के पीछे एक महिला भी दौड़ रही है। यह व्यक्ति पार्क में खेल रहे बच्चों के पास जाता है और एक बच्चे पर पिस्टल तान देता है। पीछे दौड़ रही महिला फौरन उसकी पिस्टल को नीचे करवाती है। इस दौरान महिला और व्यक्ति के बीच थोड़ी खींचतान भी होती है। इसके बाद धक्का मारकर महिला उस व्यक्ति को ले जाती है। उनके पीछे साइकिल पर एक बच्चा भी आता है। 19 नवंबर की शाम का मामला
जानकारी के अनुसार, यह घटना गुरुग्राम के पॉश एरिया एंबिएंस लगून अपार्टमेंट की है। पीड़ित बच्चे के पिता करण लोहिया ने बताया है कि 19 नवंबर की शाम करीब 5 बजे उनका बच्चा सोसाइटी के पार्क में ही अन्य बच्चों के साथ फुटबॉल खेल रहा था। करण ने बताया कि खेल-खेल में बच्चों का आपस में झगड़ा हो गया। यह झगड़ा उनके 12 साल के बेटे और सोसाइटी में रहने वाले प्रतीक सचदेवा के बेटे के साथ हुआ था। प्रतीक के बेटे ने शोर कर झगड़े की सूचना अपने पिता को दे दी। आरोपी को खींचकर ले गई उसकी पत्नी
अपने बच्चे की आवाज सुनकर प्रतीक गुस्से में तमतमाता हुआ पार्क में आया। उसके हाथ में पिस्टल थी। उसने जाते ही पिस्टल करण के बेटे पर तान दी। वह 12 साल के बच्चे को गोली मारकर जान से मारने की धमकी देने लगा। साथ में गालियां भी दे रहा था। इसी दौरान प्रतीक की पत्नी भी उसके पीछे दौड़कर पहुंच गई थी। उसने अपने पति को समझाया और वहां से खींचकर ले गई। बालकनी से चिल्लाती रही पीड़ित बच्चे की मां
करण का कहना है कि इस दौरान उनकी पत्नी बालकनी से चिल्लाती रही कि मेरे बच्चे को कुछ कर मत देना। अगर प्रतीक को उसकी पत्नी खींचकर ले नहीं जाती तो हो सकता है कि वह मेरे बेटे को गोली मार देता। करण लोहिया ने प्रतीक सचदेवा के खिलाफ थाने में शिकायत दे दी है। करण का कहना है कि उन्हें थाने से पता चला है कि प्रतीक पर पहले से ही कई मामले दर्ज हैं। वह हरियाणा के बाहर उत्तर प्रदेश और पंजाब में भी अपराध कर चुका है। करण ने बताया है कि वारदात के बाद से उनका बच्चा काफी डरा हुआ है। वह बाहर ही नहीं निकल रहा था, इसलिए उसे इस माहौल से दूर किसी रिश्तेदार के पास भेज दिया है।