लेफ्टिनेंट नरवाल की पत्नी बोलीं- कश्मीरियों-मुस्लिमों के खिलाफ न जाएं:जिन्होंने लोगों को मारा, उन्हें सजा मिले; हमें शांति और इंसाफ चाहिए

लेफ्टिनेंट नरवाल की पत्नी बोलीं- कश्मीरियों-मुस्लिमों के खिलाफ न जाएं:जिन्होंने लोगों को मारा, उन्हें सजा मिले; हमें शांति और इंसाफ चाहिए

पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी ने गुरुवार को कहा, ‘घटना के बाद लोग जिस तरह से मुस्लिम और कश्मीरियों के खिलाफ बोल रहे हैं, वो नहीं होना चाहिए। वी वांट… जस्ट पीस एंड ऑनली पीस। हमें न्याय चाहिए। जिन लोगों ने गलत किया है उनको सजा मिलनी चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘पूरे देश से अपील करना चाहती हूं कि विनय नरवाल के लिए प्रार्थना करें। मैं एक और चीज कहना चाहती हूं कि मुझे किसी से नफरत नहीं है।’ उन्होंने ये बात पति विनय के बर्थडे पर आयोजित रक्तदान शिविर के दौरान कही। शिविर में हिमांशी ने परिवार सहित रक्तदान किया। इस दौरान परिवार के सदस्यों की आंखों में आंसू आ गए। पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी। इनमें विनय भी शामिल थे। विनय को पत्नी हिमांशी के सामने ही गोली मारी गई थी। हिमांशी और परिवार की 2 अहम बातें… 1. जैसा हमारे साथ हुआ, वैसा किसी के साथ न हो
हिमांशी नरवाल ने कहा कि हम नहीं चाहते कि किसी और के साथ वैसा हो, जैसा हमारे साथ हुआ। हम सिर्फ शांति चाहते हैं। उन आतंकियों को सजा मिलनी चाहिए, जिन्होंने मासूमों को मारा। उन्हें सजा जरूर मिलनी चाहिए। उन्होंने मुस्लिम और कश्मीरियों के खिलाफ नफरत भरे बयानों पर आपत्ति जताई है। हिमांशी ने कहा कि यह सही नहीं है। हिमांशी से जब सवाल किया कि उनके पति ने देश सेवा का रास्ता चुना था, क्या वह भी इस पर आगे बढ़ेंगी तो उन्होंने हां में जबाव दिया। 2. लोगों की सहभागिता से विनय के विचारधारा आगे बढ़ेगी
विनय की बहन सृष्टि नरवाल ने कहा- रक्तदान शिविर भाई विनय के जन्मदिन पर खास तौर पर लगाया गया है। जो लोग एक साथ यहां रक्तदान करने पहुंचे हैं, उन सभी का परिवार की तरफ से आभार है। करनाल ही नहीं, बल्कि शहर के बाहर से भी लोग श्रद्धाभाव लेकर पहुंचे हैं और रक्तदान कर रहे हैं। लोगों की सहभागिता से विनय के विचारधारा को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। रक्तदान शिविर से जुड़े PHOTOS… आतंकी हमले को लेकर हिमांशी ने क्या कहा था… मैं चिल्लाई, आतंकी बोला- यहां से जाओ
हिमांशी ने बताया था- ” 22 अप्रैल को हम पहलगाम से डेढ़ बजे के करीब बाइसरन के लिए निकले थे। करीब आधे घंटे का सफर तय कर दोपहर 2 बजे तक वहां पहुंच गए। हम जैसे ही पहुंचे और कुछ खा-पी रहे थे तभी मुझे फायरिंग की आवाज आई। मैंने विनय को बोला कि फायरिंग हो रही है। मेरे साइड में ही एक इंसान था, मेरा उस पर ध्यान नहीं गया। उस इंसान ने विनय की तरफ देखा, और बोला ये भी मुस्लिम नहीं है। उस इंसान ने उसी वक्त विनय पर गोली चला दी, विनय नीचे गिर गए। फिर उस आदमी ने मुझे बोला- आप जाओ यहां से। मै उस पर चिल्लाई, कई सवाल किए, लेकिन वह इंसान इसके बाद कुछ नहीं बोला और वहां से चला गया। पुलिस को पहुंचने में एक घंटा लगा, कोई मदद के लिए नहीं आया
हिमांशी ने आगे बताया कि पुलिस को पहुंचने में कम से कम एक घंटा लगा। उस बीच कोई मदद को आगे नहीं आया। पहलगाम अस्पताल में उनका इलाज हुआ। विनय को अस्पताल पहुंचाने में डेढ़ घंटा लगा होगा। आर्मी के लोगों ने बोला कि उनका इलाज हो रहा है। जैसे ही मैं 5-10 मिनट बाद वहां आई तो कहा गया कि विनय को श्रीनगर शिफ्ट कर दिया गया है। विनय को देश में सबसे ज्यादा ऑनर मिले
हिमांशी ने आगे बताया कि सेना के लोग इसके बाद मुझे पहलगाम क्लब ले गए। वहां से मुझे आर्मी हेडक्वार्टर से फोन आ गया था और वो लोग मुझे आर्मी बेस में ले आए। मेरा ड्राइवर जो मेरे साथ ही था, उसके साथ फिर वापस श्रीनगर आ गई। मैं चाहती थी कि उसी वक्त वहां चॉपर आ जाना चाहिए था, वहां फुल सिक्योरिटी होनी चाहिए थी । अभी मैं यही चाहती हूं कि विनय को देश में सबसे ज्यादा ऑनर मिले।
————————- लेफ्टिनेंट से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… शादी के 7वें दिन आतंकियों ने पति को गोली मारी:यूरोप वीजा न मिला तो पहलगाम गए थे; हरियाणा के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की कहानी जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने जिन टूरिस्ट की हत्या की, उनमें हरियाणा के करनाल के रहने वाले नेवी के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी थे। वह 3 साल पहले ही नेवी में भर्ती हुए थे (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा CM के सामने लेफ्टिनेंट की बहन का गुस्सा फूटा:बोलीं- डेढ़ घंटे कोई मदद करने नहीं आया; पत्नी पार्थिव देह का चेहरा निहारती रहीं जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए करनाल के नेवी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की बहन सृष्टि का हरियाणा के CM नायब सैनी के सामने गुस्सा फूट पड़ा। सृष्टि ने CM को कहा कि डेढ़ घंटे तक कोई वहां नहीं आया। अगर आर्मी आसपास होती तो विनय बच सकता था। मुझे इंसाफ चाहिए। (पूरी खबर पढ़ें) पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी ने गुरुवार को कहा, ‘घटना के बाद लोग जिस तरह से मुस्लिम और कश्मीरियों के खिलाफ बोल रहे हैं, वो नहीं होना चाहिए। वी वांट… जस्ट पीस एंड ऑनली पीस। हमें न्याय चाहिए। जिन लोगों ने गलत किया है उनको सजा मिलनी चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘पूरे देश से अपील करना चाहती हूं कि विनय नरवाल के लिए प्रार्थना करें। मैं एक और चीज कहना चाहती हूं कि मुझे किसी से नफरत नहीं है।’ उन्होंने ये बात पति विनय के बर्थडे पर आयोजित रक्तदान शिविर के दौरान कही। शिविर में हिमांशी ने परिवार सहित रक्तदान किया। इस दौरान परिवार के सदस्यों की आंखों में आंसू आ गए। पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी। इनमें विनय भी शामिल थे। विनय को पत्नी हिमांशी के सामने ही गोली मारी गई थी। हिमांशी और परिवार की 2 अहम बातें… 1. जैसा हमारे साथ हुआ, वैसा किसी के साथ न हो
हिमांशी नरवाल ने कहा कि हम नहीं चाहते कि किसी और के साथ वैसा हो, जैसा हमारे साथ हुआ। हम सिर्फ शांति चाहते हैं। उन आतंकियों को सजा मिलनी चाहिए, जिन्होंने मासूमों को मारा। उन्हें सजा जरूर मिलनी चाहिए। उन्होंने मुस्लिम और कश्मीरियों के खिलाफ नफरत भरे बयानों पर आपत्ति जताई है। हिमांशी ने कहा कि यह सही नहीं है। हिमांशी से जब सवाल किया कि उनके पति ने देश सेवा का रास्ता चुना था, क्या वह भी इस पर आगे बढ़ेंगी तो उन्होंने हां में जबाव दिया। 2. लोगों की सहभागिता से विनय के विचारधारा आगे बढ़ेगी
विनय की बहन सृष्टि नरवाल ने कहा- रक्तदान शिविर भाई विनय के जन्मदिन पर खास तौर पर लगाया गया है। जो लोग एक साथ यहां रक्तदान करने पहुंचे हैं, उन सभी का परिवार की तरफ से आभार है। करनाल ही नहीं, बल्कि शहर के बाहर से भी लोग श्रद्धाभाव लेकर पहुंचे हैं और रक्तदान कर रहे हैं। लोगों की सहभागिता से विनय के विचारधारा को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। रक्तदान शिविर से जुड़े PHOTOS… आतंकी हमले को लेकर हिमांशी ने क्या कहा था… मैं चिल्लाई, आतंकी बोला- यहां से जाओ
हिमांशी ने बताया था- ” 22 अप्रैल को हम पहलगाम से डेढ़ बजे के करीब बाइसरन के लिए निकले थे। करीब आधे घंटे का सफर तय कर दोपहर 2 बजे तक वहां पहुंच गए। हम जैसे ही पहुंचे और कुछ खा-पी रहे थे तभी मुझे फायरिंग की आवाज आई। मैंने विनय को बोला कि फायरिंग हो रही है। मेरे साइड में ही एक इंसान था, मेरा उस पर ध्यान नहीं गया। उस इंसान ने विनय की तरफ देखा, और बोला ये भी मुस्लिम नहीं है। उस इंसान ने उसी वक्त विनय पर गोली चला दी, विनय नीचे गिर गए। फिर उस आदमी ने मुझे बोला- आप जाओ यहां से। मै उस पर चिल्लाई, कई सवाल किए, लेकिन वह इंसान इसके बाद कुछ नहीं बोला और वहां से चला गया। पुलिस को पहुंचने में एक घंटा लगा, कोई मदद के लिए नहीं आया
हिमांशी ने आगे बताया कि पुलिस को पहुंचने में कम से कम एक घंटा लगा। उस बीच कोई मदद को आगे नहीं आया। पहलगाम अस्पताल में उनका इलाज हुआ। विनय को अस्पताल पहुंचाने में डेढ़ घंटा लगा होगा। आर्मी के लोगों ने बोला कि उनका इलाज हो रहा है। जैसे ही मैं 5-10 मिनट बाद वहां आई तो कहा गया कि विनय को श्रीनगर शिफ्ट कर दिया गया है। विनय को देश में सबसे ज्यादा ऑनर मिले
हिमांशी ने आगे बताया कि सेना के लोग इसके बाद मुझे पहलगाम क्लब ले गए। वहां से मुझे आर्मी हेडक्वार्टर से फोन आ गया था और वो लोग मुझे आर्मी बेस में ले आए। मेरा ड्राइवर जो मेरे साथ ही था, उसके साथ फिर वापस श्रीनगर आ गई। मैं चाहती थी कि उसी वक्त वहां चॉपर आ जाना चाहिए था, वहां फुल सिक्योरिटी होनी चाहिए थी । अभी मैं यही चाहती हूं कि विनय को देश में सबसे ज्यादा ऑनर मिले।
————————- लेफ्टिनेंट से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… शादी के 7वें दिन आतंकियों ने पति को गोली मारी:यूरोप वीजा न मिला तो पहलगाम गए थे; हरियाणा के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की कहानी जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने जिन टूरिस्ट की हत्या की, उनमें हरियाणा के करनाल के रहने वाले नेवी के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी थे। वह 3 साल पहले ही नेवी में भर्ती हुए थे (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा CM के सामने लेफ्टिनेंट की बहन का गुस्सा फूटा:बोलीं- डेढ़ घंटे कोई मदद करने नहीं आया; पत्नी पार्थिव देह का चेहरा निहारती रहीं जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए करनाल के नेवी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की बहन सृष्टि का हरियाणा के CM नायब सैनी के सामने गुस्सा फूट पड़ा। सृष्टि ने CM को कहा कि डेढ़ घंटे तक कोई वहां नहीं आया। अगर आर्मी आसपास होती तो विनय बच सकता था। मुझे इंसाफ चाहिए। (पूरी खबर पढ़ें)   हरियाणा | दैनिक भास्कर