एनसीबी की अमृतसर में कार्रवाई:547 करोड़ का नेक्सस तोड़ा; गृहमंत्री शाह ने कहा- ड्रग कार्टेल्स का निर्ममता से सफाया कर रहा भारत

एनसीबी की अमृतसर में कार्रवाई:547 करोड़ का नेक्सस तोड़ा; गृहमंत्री शाह ने कहा- ड्रग कार्टेल्स का निर्ममता से सफाया कर रहा भारत

एनसीबी अमृतसर जोनल यूनिट ने एक अहम ऑपरेशन में फार्मा कंपनी ‘ब्लास्टिक फार्मा’ के मालिक अमित भंडारी को गिरफ्तार किया है। उसके गोदाम से 31,700 ट्रामाडोल टैबलेट बरामद की गईं, जो गैर-लाइसेंसी निजी अस्पतालों, लाइफ केयर और कॉर्पोरेटिव अस्पताल, को अवैध रूप से सप्लाई की जा रही थीं। एनसीबी ने अस्पतालों पर भी कार्रवाई की है। एनसीबी की कार्रवाई केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देशभर में फैलते ड्रग नेटवर्क के खिलाफ चल रहे अभियान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि: “भारत ड्रग कार्टेल्स का निर्ममता से सफाया कर रहा है। एनसीबी की अमृतसर जोनल यूनिट ने 4 राज्यों में फैले एक गिरोह का पर्दाफाश किया, ₹547 करोड़ की नशीली दवाएं जब्त कीं और 15 लोगों को गिरफ्तार किया। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘नशा मुक्त भारत’ के लक्ष्य की दिशा में एक बड़ा कदम है। टीम एनसीबी को बधाई।” गृह मंत्री के इस बयान से साफ है कि केंद्र सरकार ड्रग्स के खिलाफ ‘ज़ीरो टॉलरेंस पॉलिसी’ पर काम कर रही है। कोर्ट से मिला 2 दिन का रिमांड एनसीबी ने अमित भंडारी को 1 मई को गिरफ्तार कर दो मई को माननीय न्यायिक मजिस्ट्रेट अंकिता गुप्ता की अदालत में पेश किया। जहां से उसे दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। जबकि इस मामले में अभी कइयों की गिरफ्तारी बाकी है। वहीं, दूसरी और गृहमंत्री का कहना है कि इस पूरी कार्रवाई में 15 लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है। अस्पताल से 31,700 गोलियां जब्त एनसीबी की टीम ने फार्मा कंपनी पर छापेमारी कर ट्रामाडोल की 31,700 गोलियां जब्त की थी। यह कार्रवाई एनसीबी की अमृतसर रंजीत एवेन्यू यूनिट ने की। एनसीबी की जांच में सामने आया कि अमित भंडारी बिना रिकॉर्ड के लाइफ केयर व कॉर्पोरेटिव अस्पताल को ये नशीली दवाइयां दे रहा था। इन अस्पतालों के पास ट्रामाडोल रखने की कोई लाइसेंसिंग अथॉरिटी से अनुमति नहीं थी। इसके बावजूद, दवा की सप्लाई की जा रही थी। एनसीबी के अनुसार, यह एक बड़ा ड्रग डाइवर्जन रैकेट है, जिसमें नशीली दवाएं फार्मा से सीधे अस्पतालों को भेजी जा रही थीं। एनसीबी अमृतसर जोनल यूनिट ने एक अहम ऑपरेशन में फार्मा कंपनी ‘ब्लास्टिक फार्मा’ के मालिक अमित भंडारी को गिरफ्तार किया है। उसके गोदाम से 31,700 ट्रामाडोल टैबलेट बरामद की गईं, जो गैर-लाइसेंसी निजी अस्पतालों, लाइफ केयर और कॉर्पोरेटिव अस्पताल, को अवैध रूप से सप्लाई की जा रही थीं। एनसीबी ने अस्पतालों पर भी कार्रवाई की है। एनसीबी की कार्रवाई केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देशभर में फैलते ड्रग नेटवर्क के खिलाफ चल रहे अभियान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि: “भारत ड्रग कार्टेल्स का निर्ममता से सफाया कर रहा है। एनसीबी की अमृतसर जोनल यूनिट ने 4 राज्यों में फैले एक गिरोह का पर्दाफाश किया, ₹547 करोड़ की नशीली दवाएं जब्त कीं और 15 लोगों को गिरफ्तार किया। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘नशा मुक्त भारत’ के लक्ष्य की दिशा में एक बड़ा कदम है। टीम एनसीबी को बधाई।” गृह मंत्री के इस बयान से साफ है कि केंद्र सरकार ड्रग्स के खिलाफ ‘ज़ीरो टॉलरेंस पॉलिसी’ पर काम कर रही है। कोर्ट से मिला 2 दिन का रिमांड एनसीबी ने अमित भंडारी को 1 मई को गिरफ्तार कर दो मई को माननीय न्यायिक मजिस्ट्रेट अंकिता गुप्ता की अदालत में पेश किया। जहां से उसे दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। जबकि इस मामले में अभी कइयों की गिरफ्तारी बाकी है। वहीं, दूसरी और गृहमंत्री का कहना है कि इस पूरी कार्रवाई में 15 लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है। अस्पताल से 31,700 गोलियां जब्त एनसीबी की टीम ने फार्मा कंपनी पर छापेमारी कर ट्रामाडोल की 31,700 गोलियां जब्त की थी। यह कार्रवाई एनसीबी की अमृतसर रंजीत एवेन्यू यूनिट ने की। एनसीबी की जांच में सामने आया कि अमित भंडारी बिना रिकॉर्ड के लाइफ केयर व कॉर्पोरेटिव अस्पताल को ये नशीली दवाइयां दे रहा था। इन अस्पतालों के पास ट्रामाडोल रखने की कोई लाइसेंसिंग अथॉरिटी से अनुमति नहीं थी। इसके बावजूद, दवा की सप्लाई की जा रही थी। एनसीबी के अनुसार, यह एक बड़ा ड्रग डाइवर्जन रैकेट है, जिसमें नशीली दवाएं फार्मा से सीधे अस्पतालों को भेजी जा रही थीं।   पंजाब | दैनिक भास्कर