डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 22 साल पुराने रणजीत सिंह मर्डर केस में हाईकोर्ट ने बरी कर दिया है। राम रहीम अभी रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। वह जेल से बाहर नहीं आएगा। एक सामान्य इंसान से डेरा सच्चा का प्रमुख बनने तक राम रहीम की कहानी दिलचस्प है। राम रहीम का जन्म 15 अगस्त 1967 को राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले की गुरुसर मोडिया गांव में जट सिख परिवार में हुआ। वह माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसके पिता मघर सिंह गांव के जमींदार थे। माता का नाम नसीब कौर है। राम रहीम ने जन्म को लेकर ये किया था वादा
राम रहीम ने खुद दावा किया था कि उसका जन्म संतों के आशीर्वाद की वजह से हुआ। उसने बताया था कि शादी के काफी साल बीतने के बावजूद उसके माता-पिता को बच्चे नहीं हो रहे थे। परिवार डेरा से जुड़ा था। माता-पिता ने संतान न होने की बात संत त्रिवेणी दास के सामने रखी। तब संत ने कहा बच्चे होंगे, पर इसकी एक शर्त है। बच्चा उनके पास सिर्फ 23 साल तक रहेगा। इसके बाद वह जिस काम के लिए आया है वह करेगा। राम रहीम ने दावा किया था कि माता-पिता के राजी होने के 9 महीने बाद उसका जन्म हुआ। इसलिए 17 की उम्र में हो गई शादी
राम रहीम ने बताया कि पिता को मालूम था मैं 23 साल की उम्र के बाद संन्यास ले लूंगा। इसी वजह से पिता ने महज 17 साल की उम्र में हरजीत कौर के साथ शादी करवा दी। इसके बाद पत्नी ने 1 बेटा और 2 बेटियों को जन्म दिया। 23 साल की उम्र पूरी होने पर डेरा के आदेश के बाद घर छोड़ दिया और संन्यास ले लिया। राम रहीम का दावा है कि संन्यास लेने के बाद उसने ब्रह्मचर्य का पालन किया है। परिवार में ये लोग
राम रहीम की बड़ी बेटी का नाम चरणप्रीत और छोटी का नाम अमरप्रीत है। इसके साथ उसने हनीप्रीत को गोद ले रखा है। राम रहीम की बड़ी बेटी चरणप्रीत का पति भी डेरा अनुयायी है। उसका नाम डॉक्टर शान-ए-मीत इंसा है। छोटी बेटी का पति रूह-ए-मीत इंसा है। बेटे का नाम जसमीत है। उसकी शादी बठिंडा के पूर्व विधायक हरमिंदर सिंह जस्सी की बेटी हुस्नमीत इंसा से हुई है। 34 साल पहले बना था डेरा प्रमुख
राम रहीम ने 1990 में तीसरे प्रमुख के रूप में डेरा सच्चा सौदा को संभाला। यह डेरा 1948 में शाह मस्ताना ने स्थापित किया था। डेरे का दावा है कि दुनियाभर में उनके 5 करोड़ अनुयायी हैं। पूरे देश में डेरे के 50 से भी ज्यादा आश्रम हैं। राम रहीम को डेरा सच्चा सौदा को आधुनिक बनाने का श्रेय दिया जाता है। पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में डेरा के सबसे ज्यादा समर्थक हैं। हरियाणा के सिरसा में डेरे का मुख्यालय है। यह कई सौ एकड़ में फैला हुआ है। उसमें स्टेडियम, स्कूल, सिनेमा हॉल, सभास्थल आदि हैं। फिल्मों की वजह से बदला हुलिया
राम रहीम ने युवाओं को लेकर रॉक स्टार का रूप धारण किया। उसने कई रॉक स्टार की तरह कॉन्सर्ट किए। बाद में उसने कई फिल्में भी की, इनमें मैसेंजर ऑफ गॉड प्रमुख है। उसने फिल्म में खुद कहानी लिखी, डायरेक्शन किया और गाने गाए। राम रहीम ने सबसे पहली फिल्म ‘एमएसजी-द मैसेंजर’ फरवरी 2015 में रिलीज की थी। इसके बाद ‘एसएजी-2’, ‘एसएजी-ऑनलाइन गुरुकुल’, ‘एसएजी-द वारियर लायन हार्ट’, ‘हिन्द का नापाक को जवाब’ आईं। गुरु की ड्रेस को लेकर विवाद
2007 में राम रहीम विवाद में फंसा था। वह एक एड में सिखों के 10वें गुरु गोविंद सिंह जी के लिबास जैसा परिधान पहने नजर आया था। राम रहीम के इस गेटअप के बाद पंजाब और हरियाणा में हिंसा फैल गई थी। इससे जान-माल का काफी नुकसान हुआ। पंजाब के बठिंडा में मामला भी दर्ज किया गया। हालांकि बाद में पंजाब सरकार ने ये मामला वापस ले लिया। 2017 से जेल में राम रहीम
25 अगस्त 2017 को 2 साध्वियों के यौन शोषण केस में राम रहीम को 20 साल कैद हुई। इसके बाद 17 जनवरी 2019 को पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में उम्र कैद हुई। वहीं डेरा मैनेजर रणजीत सिंह के हत्या मामले में अक्टूबर 2021 में CBI कोर्ट ने उसे उम्र कैद की सजा सुनाई। सजा मिलने के तीन साल बाद राम रहीम को इस मामले में हाईकोर्ट ने बरी कर दिया। अभी राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। ये खबरें भी पढ़ें… राम रहीम डेरा मैनेजर की हत्या के केस में बरी:हाईकोर्ट ने CBI कोर्ट का फैसला रद्द किया; पत्रकार हत्याकांड और साध्वी रेप केस में जेल में रहेगा पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने डेरा सच्चा सौदा चीफ राम रहीम समेत 5 लोगों को डेरा मैनेजर रणजीत सिंह हत्याकांड में बरी कर दिया है। राम रहीम समेत 5 आरोपियों को CBI कोर्ट ने उम्रकैद की सजा दी थी। राम रहीम इस वक्त रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। उसे 3 मामलों में सजा हुई थी। इनमें रणजीत हत्याकांड के अलावा पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या और साध्वियों के यौन शोषण का केस भी शामिल है। पत्रकार की हत्या में उसे उम्रकैद और यौन शोषण के 2 केसों में 10-10 साल की कैद हुई थी। इस केस में बरी होने के बावजूद राम रहीम को अभी जेल में ही रहना होगा। (पूरी खबर पढ़ें) वह गुमनाम चिट्ठी, जिसके बाद रणजीत का मर्डर हुआ:इसी केस में राम रहीम बरी हरियाणा के सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के चीफ राम रहीम के साम्राज्य को एक गुमनाम चिट्ठी ने तबाह किया था। यह चिट्ठी डेरे में साध्वियों के यौन शोषणा से जुड़ी हुई थी। यह चिट्ठी 13 मई 2002 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को संबोधित कर लिखी गई थी।इस चिट्ठी के सामने आने के बाद पहले डेरे के मैनेजर रणजीत सिंह का मर्डर हुआ (पूरी खबर पढ़ें) रणजीत का परिवार जाएगा सुप्रीम कोर्ट:राम रहीम को बरी किए जाने से परिवार मायूस, बेटा और जीजा बोले-मरते दम तक लड़ेंगे लड़ाई हरियाणा के डेरा सच्चा सौदा के मैनेजर रणजीत सिंह के मर्डर केस में हाईकोर्ट ने डेरा प्रमुख को बरी कर दिया है। इस फैसले से रणजीत सिंह का परिवार मायूस है। परिवार का कहना है कि वह कानूनी लड़ाई जारी रखेंगे। इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे। इसके लिए वकीलों से राय ली जा रही है। जल्द ही इसके लिए कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई शुरू करेंगे। (पूरी खबर पढ़ें) डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 22 साल पुराने रणजीत सिंह मर्डर केस में हाईकोर्ट ने बरी कर दिया है। राम रहीम अभी रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। वह जेल से बाहर नहीं आएगा। एक सामान्य इंसान से डेरा सच्चा का प्रमुख बनने तक राम रहीम की कहानी दिलचस्प है। राम रहीम का जन्म 15 अगस्त 1967 को राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले की गुरुसर मोडिया गांव में जट सिख परिवार में हुआ। वह माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसके पिता मघर सिंह गांव के जमींदार थे। माता का नाम नसीब कौर है। राम रहीम ने जन्म को लेकर ये किया था वादा
राम रहीम ने खुद दावा किया था कि उसका जन्म संतों के आशीर्वाद की वजह से हुआ। उसने बताया था कि शादी के काफी साल बीतने के बावजूद उसके माता-पिता को बच्चे नहीं हो रहे थे। परिवार डेरा से जुड़ा था। माता-पिता ने संतान न होने की बात संत त्रिवेणी दास के सामने रखी। तब संत ने कहा बच्चे होंगे, पर इसकी एक शर्त है। बच्चा उनके पास सिर्फ 23 साल तक रहेगा। इसके बाद वह जिस काम के लिए आया है वह करेगा। राम रहीम ने दावा किया था कि माता-पिता के राजी होने के 9 महीने बाद उसका जन्म हुआ। इसलिए 17 की उम्र में हो गई शादी
राम रहीम ने बताया कि पिता को मालूम था मैं 23 साल की उम्र के बाद संन्यास ले लूंगा। इसी वजह से पिता ने महज 17 साल की उम्र में हरजीत कौर के साथ शादी करवा दी। इसके बाद पत्नी ने 1 बेटा और 2 बेटियों को जन्म दिया। 23 साल की उम्र पूरी होने पर डेरा के आदेश के बाद घर छोड़ दिया और संन्यास ले लिया। राम रहीम का दावा है कि संन्यास लेने के बाद उसने ब्रह्मचर्य का पालन किया है। परिवार में ये लोग
राम रहीम की बड़ी बेटी का नाम चरणप्रीत और छोटी का नाम अमरप्रीत है। इसके साथ उसने हनीप्रीत को गोद ले रखा है। राम रहीम की बड़ी बेटी चरणप्रीत का पति भी डेरा अनुयायी है। उसका नाम डॉक्टर शान-ए-मीत इंसा है। छोटी बेटी का पति रूह-ए-मीत इंसा है। बेटे का नाम जसमीत है। उसकी शादी बठिंडा के पूर्व विधायक हरमिंदर सिंह जस्सी की बेटी हुस्नमीत इंसा से हुई है। 34 साल पहले बना था डेरा प्रमुख
राम रहीम ने 1990 में तीसरे प्रमुख के रूप में डेरा सच्चा सौदा को संभाला। यह डेरा 1948 में शाह मस्ताना ने स्थापित किया था। डेरे का दावा है कि दुनियाभर में उनके 5 करोड़ अनुयायी हैं। पूरे देश में डेरे के 50 से भी ज्यादा आश्रम हैं। राम रहीम को डेरा सच्चा सौदा को आधुनिक बनाने का श्रेय दिया जाता है। पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में डेरा के सबसे ज्यादा समर्थक हैं। हरियाणा के सिरसा में डेरे का मुख्यालय है। यह कई सौ एकड़ में फैला हुआ है। उसमें स्टेडियम, स्कूल, सिनेमा हॉल, सभास्थल आदि हैं। फिल्मों की वजह से बदला हुलिया
राम रहीम ने युवाओं को लेकर रॉक स्टार का रूप धारण किया। उसने कई रॉक स्टार की तरह कॉन्सर्ट किए। बाद में उसने कई फिल्में भी की, इनमें मैसेंजर ऑफ गॉड प्रमुख है। उसने फिल्म में खुद कहानी लिखी, डायरेक्शन किया और गाने गाए। राम रहीम ने सबसे पहली फिल्म ‘एमएसजी-द मैसेंजर’ फरवरी 2015 में रिलीज की थी। इसके बाद ‘एसएजी-2’, ‘एसएजी-ऑनलाइन गुरुकुल’, ‘एसएजी-द वारियर लायन हार्ट’, ‘हिन्द का नापाक को जवाब’ आईं। गुरु की ड्रेस को लेकर विवाद
2007 में राम रहीम विवाद में फंसा था। वह एक एड में सिखों के 10वें गुरु गोविंद सिंह जी के लिबास जैसा परिधान पहने नजर आया था। राम रहीम के इस गेटअप के बाद पंजाब और हरियाणा में हिंसा फैल गई थी। इससे जान-माल का काफी नुकसान हुआ। पंजाब के बठिंडा में मामला भी दर्ज किया गया। हालांकि बाद में पंजाब सरकार ने ये मामला वापस ले लिया। 2017 से जेल में राम रहीम
25 अगस्त 2017 को 2 साध्वियों के यौन शोषण केस में राम रहीम को 20 साल कैद हुई। इसके बाद 17 जनवरी 2019 को पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में उम्र कैद हुई। वहीं डेरा मैनेजर रणजीत सिंह के हत्या मामले में अक्टूबर 2021 में CBI कोर्ट ने उसे उम्र कैद की सजा सुनाई। सजा मिलने के तीन साल बाद राम रहीम को इस मामले में हाईकोर्ट ने बरी कर दिया। अभी राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। ये खबरें भी पढ़ें… राम रहीम डेरा मैनेजर की हत्या के केस में बरी:हाईकोर्ट ने CBI कोर्ट का फैसला रद्द किया; पत्रकार हत्याकांड और साध्वी रेप केस में जेल में रहेगा पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने डेरा सच्चा सौदा चीफ राम रहीम समेत 5 लोगों को डेरा मैनेजर रणजीत सिंह हत्याकांड में बरी कर दिया है। राम रहीम समेत 5 आरोपियों को CBI कोर्ट ने उम्रकैद की सजा दी थी। राम रहीम इस वक्त रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। उसे 3 मामलों में सजा हुई थी। इनमें रणजीत हत्याकांड के अलावा पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या और साध्वियों के यौन शोषण का केस भी शामिल है। पत्रकार की हत्या में उसे उम्रकैद और यौन शोषण के 2 केसों में 10-10 साल की कैद हुई थी। इस केस में बरी होने के बावजूद राम रहीम को अभी जेल में ही रहना होगा। (पूरी खबर पढ़ें) वह गुमनाम चिट्ठी, जिसके बाद रणजीत का मर्डर हुआ:इसी केस में राम रहीम बरी हरियाणा के सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के चीफ राम रहीम के साम्राज्य को एक गुमनाम चिट्ठी ने तबाह किया था। यह चिट्ठी डेरे में साध्वियों के यौन शोषणा से जुड़ी हुई थी। यह चिट्ठी 13 मई 2002 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को संबोधित कर लिखी गई थी।इस चिट्ठी के सामने आने के बाद पहले डेरे के मैनेजर रणजीत सिंह का मर्डर हुआ (पूरी खबर पढ़ें) रणजीत का परिवार जाएगा सुप्रीम कोर्ट:राम रहीम को बरी किए जाने से परिवार मायूस, बेटा और जीजा बोले-मरते दम तक लड़ेंगे लड़ाई हरियाणा के डेरा सच्चा सौदा के मैनेजर रणजीत सिंह के मर्डर केस में हाईकोर्ट ने डेरा प्रमुख को बरी कर दिया है। इस फैसले से रणजीत सिंह का परिवार मायूस है। परिवार का कहना है कि वह कानूनी लड़ाई जारी रखेंगे। इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे। इसके लिए वकीलों से राय ली जा रही है। जल्द ही इसके लिए कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई शुरू करेंगे। (पूरी खबर पढ़ें) पंजाब | दैनिक भास्कर