शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल गुरुवार देर शाम को इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन रहे इंद्रमोहन बाजाज के घर पहुंचे। हाल ही में इंद्र मोहन बजाज की माता का देहांत हुआ था, जिस वजह से सुखबीर सिंह बादल उनके ग्रह स्थान पर अफसोस जाहिर करने के लिए पहुंचे। बता दें कि तृप्त कौर बाजवा टकसाली बजाज परिवार के मुखी मनमोहन सिंह बजाज की धर्मपत्नी थी। मनमोहन सिंह बजाज ने आम जनता और पार्टी के लिए अपना बहुमूल्य योगदान दिया है। शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल गुरुवार देर शाम को इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन रहे इंद्रमोहन बाजाज के घर पहुंचे। हाल ही में इंद्र मोहन बजाज की माता का देहांत हुआ था, जिस वजह से सुखबीर सिंह बादल उनके ग्रह स्थान पर अफसोस जाहिर करने के लिए पहुंचे। बता दें कि तृप्त कौर बाजवा टकसाली बजाज परिवार के मुखी मनमोहन सिंह बजाज की धर्मपत्नी थी। मनमोहन सिंह बजाज ने आम जनता और पार्टी के लिए अपना बहुमूल्य योगदान दिया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
पटियाला में बिहार के दो नशा तस्कर गिरफ्तार:पंजाब में सप्लाई देने आ रहे थे, एक किलो अफीम बरामद, फेस्टीवल सीजन में स्पेशल नाकाबंदी
पटियाला में बिहार के दो नशा तस्कर गिरफ्तार:पंजाब में सप्लाई देने आ रहे थे, एक किलो अफीम बरामद, फेस्टीवल सीजन में स्पेशल नाकाबंदी बिहार से अफीम लेकर पंजाब में सप्लाई देने के लिए आए दो नशा तस्करों को राजपुरा में पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। इन दोनों आरोपियों को सदर राजपुरा के एसएचओ किरपाल सिंह व उनकी टीम ने अरेस्ट किया है। आरोपियों की पहचान प्रकाश बीन व छोटा बीन के तौर पर हुई है, यह दोनों ही बिहार के श्रीनगर, जिला चंपारण के रहने वाले हैं। इन लोगों से एक किलो अफीम रिकवर हुई है। जश्न होटल के पास नाके पर काबू किए एसएचओ किरपाल सिंह ने कहा कि फेस्टीवल सीजन की वजह से पुुलिस स्पेशल नाकाबंदी कर रही है। इसी कड़ी में पुलिस टीम ने जश्न होटल के पास नाकाबंदी की हुई थी, यहां पर एक वाहन को शक के आधार पर तलाशी के लिए रोका था, जिसमें आरोपी सवार थे। एक ही गांव के रहने वाले दोनों आरोपी पुलिस को देख घबराने लगे तो तलाशी के दौरान अफीम रिकवर हुई।
200 से ज्यादा बच्चों ने सीखे पढ़ाई के आसान तरीके, डांस और फन गेम्स में भी लिया हिस्सा
200 से ज्यादा बच्चों ने सीखे पढ़ाई के आसान तरीके, डांस और फन गेम्स में भी लिया हिस्सा भास्कर न्यूज | जालंधर दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान नूरमहल आश्रम में 13-16 वर्ष की उम्र के बच्चों के लिए समर वर्कशॉप आयोजित की गई। इसमें 200 से अधिक बच्चों ने भाग लिया। कैंप में बच्चों को डांस, फन गेम्स समेत तमाम गतिविधियां कराईं गईं। इसके साथ ही उनको सरल माध्यम से पढ़ाई करने के कई तरीके भी बताए गए। वर्कशॉप के पहले दिन साध्वी राजविंदर भारती ने बताया कि अधिकतर विद्यार्थी पढ़ाई को मुश्किल मानते हैं। उन्हें पढ़ाई करना बोरिंग लगता है। इसका सबसे बड़ा कारण है उन्हें सही ढंग से पढ़ाई करने के तरीके का पता न होना। वो पढ़ाई में विषयों को रट्टा लगाते हैं उन्हें समझकर नहीं पढ़ते। उन्होंने कहा कि अगर पढ़ाई विजुलाइजेशन, क्रिएटिविटी और प्रैक्टिकल के जरिए कराई जाए तो इससे बच्चों को अधिक आसानी होगी। वहीं साध्वी मनेन्द्रा भारती ने बच्चों को व्यक्तित्व शाला के प्रति प्रशिक्षित करते हुए जीवन के श्रेष्ठ मंत्र बताए। उन्होंने उन्होंने एक्टिविटी के माध्यम से बच्चों को उचित और अनुचित की पहचान करवाते हुए अश्लीलता, बुराई, झूठ, मोबाइल के गलत उपयोग इत्यादि से दूर रहकर श्रेष्ठ आचरण जीने का मंत्र सिखाया। साध्वी ने कहा कि अपनी गलतियों को हमेशा स्वीकार करते हुए, जहां से भी आपको कुछ अच्छा सीखने को मिले उसके लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए। बच्चों को हमेशा अपने माता-पिता का सम्मान करना चाहिए। क्योंकि सबसे पहले आपका परिवार ही आता है जहां आपकी कमजोरी ताकत में परिवर्तित हो सकती है। क्योंकि आज के आधुनिक युग मे बच्चे मोबाइल पर गेम्स खेल कर, वीडियो देखकर अपने घंटों बर्बाद कर देते हैं। इसके कारण बच्चे बहुत चिड़चड़े होते जा रहे हैं। उन्होंने बताया की ऐसी बुरी आदतों का क्षणिक आनंद आप के पूरे जीवन को बर्बाद कर सकती है। इसलिए इस उम्र में कुछ अच्छा ग्रहण करने में थोड़ी मेहनत जरूर लगेगी किन्तु आपका पूरा जीवन आनंद भरपूर हो जाएगा।
गुरु पूर्णिमा पर गुरु के साथ मां-बाप की पूजा करें : भाटिया
गुरु पूर्णिमा पर गुरु के साथ मां-बाप की पूजा करें : भाटिया भास्कर न्यूज | अमृतसर स्पोर्ट्स सेल पंजाब के चेयरमैन प्रमोद भाटिया ने गुरु पूर्णिमा पर लोगों से अपील की कि मां बाप का दर्जा भी गुरु के सम्मान होता है, क्योंकि उन्होंने हमें जन्म दिया है। इसलिए सर्वप्रथम हमें गुरु के साथ मां-बाप की पुजा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आजकल देखने को मिलता है कि लोग गुरु का सत्कार तो करते हैं पर मां-बाप को पूछते तक भी नहीं है। यहां तक के काफी मां-बाप अपने बच्चों को कुछ कहने से डरते के कही, वह उनकी बेइज्जती न कर दे। उन्होंने कहा कि काफी हद तक उन मां-बाप से मिलते हैं जो अपनी ही औलाद से बहुत दुखी होते हैं।