सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में सैर के दौरान एक बच्चे को दुलारा। कुछ बच्चों को अपने पास बुलाया। हंसी मजाक के लहजे में उनसे बात की। उन्हें चॉकलेट भी दिया। सीएम आज शाम को गोरखपुर में रोड शो निकालेंगे। गृहमंत्री अमित शाह आज उत्तर प्रदेश की पांच लोकसभा सीटों पर चुनाव प्रचार करेंगे, जिनमें महाराजगंज, देवरिया, बलिया, सोनभद्र और गाजीपुर हैं। मुख्तार के गढ़ में शाम 6 बजे शाह रोड शो निकालेंगे। CM योगी कुशीनगर, सलेमपुर, गोरखपुर, बांसगांव लोकसभा में रैली करेंगे। अखिलेश यादव आज रॉबर्ट्सगंज और मिर्जापुर में जनसभा करेंगे। वहीं, डिंपल यादव कुशीनगर में रोड शो करेंगी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में सैर के दौरान एक बच्चे को दुलारा। कुछ बच्चों को अपने पास बुलाया। हंसी मजाक के लहजे में उनसे बात की। उन्हें चॉकलेट भी दिया। सीएम आज शाम को गोरखपुर में रोड शो निकालेंगे। गृहमंत्री अमित शाह आज उत्तर प्रदेश की पांच लोकसभा सीटों पर चुनाव प्रचार करेंगे, जिनमें महाराजगंज, देवरिया, बलिया, सोनभद्र और गाजीपुर हैं। मुख्तार के गढ़ में शाम 6 बजे शाह रोड शो निकालेंगे। CM योगी कुशीनगर, सलेमपुर, गोरखपुर, बांसगांव लोकसभा में रैली करेंगे। अखिलेश यादव आज रॉबर्ट्सगंज और मिर्जापुर में जनसभा करेंगे। वहीं, डिंपल यादव कुशीनगर में रोड शो करेंगी। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
पंजाब में 328 कैंडिडेट में से 289 की जमानत जब्त:SAD के 10, भाजपा के 4 और कांग्रेस का 1 उम्मीदवार लिस्ट में; AAP की इज्जत बची
पंजाब में 328 कैंडिडेट में से 289 की जमानत जब्त:SAD के 10, भाजपा के 4 और कांग्रेस का 1 उम्मीदवार लिस्ट में; AAP की इज्जत बची इस साल लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पंजाब से 328 उम्मीदवार मैदान में उतरे, लेकिन उनमें से 289 अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए। अगर निर्दलीय और छोटी पार्टियों के उम्मीदवारों को छोड़कर 4 मुख्य पार्टियों की बात करें तो इनमें अकाली दल के उम्मीदवारों की संख्या सबसे ज्यादा है, जबकि पुराने समय में उनकी सहयोगी रही बीजेपी दूसरे नंबर पर है। चुनाव आयोग की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, उम्मीदवारों की सूची में अकाली दल के 10, भाजपा के चार और कांग्रेस का एक उम्मीदवार शामिल है। जबकि प्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी आम आदमी पार्टी के सभी उम्मीदवार अपनी जमानत बचा पाने में सफल रहे हैं। फरीदकोट से कांग्रेस उम्मीदवार अमरजीत कौर साहोके (15.87 प्रतिशत वोट) फरीदकोट से मामूली अंतर से जमानत गंवा बैठीं, जहां वह तीसरे स्थान पर रहीं। घटता अकाली दल का वोट बैंक अकाली दल का 2019 के लोकसभा चुनावों में 27.45 प्रतिशत वोट शेयर था, जो 2024 में 13.42 प्रतिशत पहुंच गया है। जबकि पुराने समय में अकाली दल के साथ चुनावी मैदान में उतरने वाली भाजपा उससे आगे न कल गई है। 2019 में भाजपा का वोट शेयर 9.63 प्रतिशत था, जो अब बढ़ कर अब 18.56% हो गया है। जबकि भाजपा ने तब भी अकाली के साथ गठबंधन में केवल तीन सीटों पर चुनाव लड़ा था। हरसिमरत के अलावा 2 अन्य की बची जमानत हरसिमरत कौर बादल ने बठिंडा में जीत हासिल की है। हरसिमरत के अलावा नरदेव सिंह बॉबी मान, जिन्होंने फिरोजपुर से चुनाव लड़ा और अनिल जोशी, जिन्होंने अमृतसर से चुनाव लड़ा, दोनों जमानत बचाने में कामयाबद रहे। नरदेव मान नोटा वोटों को छोड़कर, कुल वैध वोटों में से 22.66 प्रतिशत वोट पाने में कामयाब रहे। वहीं, जोशी को अमृतसर में 18.06 प्रतिशत वोट मिले। झूंदा को पड़े मात्र 6.19% वोट अकाली दल जो खुद को एक क्षेत्रीय पार्टी कहती है, जिसने 2007-17 तक लगातार दो बार राज्य पर शासन किया, की किस्मत बद से बदतर होती जा रही है। 2022 में चुनाव हारने के बाद समीक्षा करने के लिए बनी कमेटी को लीड करने वाले यही इकबाल सिंह झूंदा ने अकाली दल को प्रधान बदलने का सुझाव दिया था, जो अब सिर्फ 6.19% वोट ही पा सके हैं। केपी को जालंधर में पड़े मा 6.89% वोट जमानत गंवाने वाले अकाली दल के उम्मीदवारों में मोहिंदर सिंह कापी (6.89 प्रतिशत वोट) हैं, जो कांग्रेस छोड़कर अकाली दल में शामिल हो गए और जालंधर से चुनाव लड़े। पार्टी प्रवक्ता और गुरदासपुर से उम्मीदवार दलजीत सिंह चीमा (7.95 प्रतिशत वोट), खडूर साहिब के उम्मीदवार विरसा सिंह वल्टोहा (8.27 प्रतिशत वोट), लुधियाना के उम्मीदवार रणजीत सिंह ढिल्लों (8.55 प्रतिशत वोट), होशियारपुर के उम्मीदवार सोहन सिंह ठंडल (9.73 प्रतिशत वोट), आनंदपुर साहिब के उम्मीदवार और पूर्व सांसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा (11.01 प्रतिशत), फतेहगढ़ साहिब के उम्मीदवार बिक्रमजीत सिंह खालसा (13.13 प्रतिशत वोट), पटियाला से उम्मीदवार एन के शर्मा (13.44 प्रतिशत वोट) और फरीदकोट के उम्मीदवार राजविंदर सिंह धर्मकोट (13.68 प्रतिशत वोट) ही हासिल कर पाए हैं। भाजपा के 4 उम्मीदवारों ने गंवाई जामनत अपनी जमानत गंवाने वाले भाजपा उम्मीदवार मंजीत सिंह मन्ना (8.27 प्रतिशत वोट) हैं, जो खडूर साहिब में पांचवें स्थान पर रहे। बठिंडा में चौथे स्थान पर रहीं परमपाल कौर सिद्धू 9.66 प्रतिशत वोट ही हासिल कर सकीं। संगरूर में चौथे स्थान पर रहे अरविंद खन्ना को 12.75 प्रतिशत वोट और फतेहगढ़ साहिब में गेज्जा राम 13.21 प्रतिशत वोट पड़े हैं। जानें कैसे होती है जमानत रद्द जमानत राशि प्राप्त करने के लिए, मैदान में खड़े उम्मीदवार को नोटा को छोड़कर, कुल वैध वोटों के छठे हिस्से से अधिक यानी 16.67 प्रतिशत से अधिक वोट प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। न्यूनतम आवश्यक वोटों के अभाव में सुरक्षा जमा जब्त करने की धारा के पीछे का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि केवल गंभीर उम्मीदवार ही मैदान में उतरें। इसके लिए सामान्य लोकसभा सीटों के लिए 25,000 रुपए की सुरक्षा जमा राशि की आवश्यकता होती है, जबकि SC आरक्षित सीट के लिए यह राशि 12,500 रुपये है।
राज ठाकरे ने की CM एकनाथ शिंदे से मुलाकात, महाराष्ट्र में क्या खिचड़ी पक रही है?
राज ठाकरे ने की CM एकनाथ शिंदे से मुलाकात, महाराष्ट्र में क्या खिचड़ी पक रही है? <p style=”text-align: justify;”><strong>Raj Thackeray Meets CM Eknath Shinde:</strong> <a title=”महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/maharashtra-assembly-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव</a> से पहले मनसे प्रमुख राज ठाकरे मुख्यमंत्री <a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a> से मिलने उनके सरकारी आवास वर्षा बंगले पर पहुंचे. आगामी विधानसभा चुनाव की पृष्ठभूमि को देखते हुए यह बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बताया जा रहा है कि राज ठाकरे और सीएम एकनाथ शिंदे के बीच बंद कमरे में करीब 20 मिनट तक बातचीत हुई है. अब राजनीतिक गलियारे में हलचल है कि विधानसभा चुनाव में अब मनसे प्रमुख फिर से महायुति को समर्थन देने का मूड बना रहे हैं?</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मनसे पदाधिकारियों के साथ राज ठाकरे की बैठक</strong><br />मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात करने के बाद मनसे प्रमुख राज ठाकरे वर्षा बंगले से बाहर आ गए. इस दौरान दोनों की विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई थी. अब राज ठाकरे अपने पार्टी अधिकारियों से मुलाकात करेंगे. सीएम शिंदे के साथ करीब 30 मिनट तक चली बैठक में जो भी बातचीत हुई अब उसे अपनी पार्टी के पदाअधिकारियो तक पहुंचाएंगे. </p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/09/23/102d9a83be6375c982023efb205a24b71727071224432584_original.jpg” /></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का लिया था फैसला<br /></strong>गौरतलब है कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के चीफ राज ठाकरे ने कुछ समय पहले ही यह ऐलान किया था कि वह इस बार का विधानसभा चुनाव किसी के साथ मिलकर नहीं बल्कि अकेले अपने दम पर लड़ेंगे. हालांकि, चुनाव से ठीक पहले सीएम एकनाथ शिंदे से की गई ये मुलाकात कई तरह के कयासों को आमंत्रण दे रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”‘नाना पटोले को मुख्यमंत्री पद मिले, वरना…’, कांग्रेस नेता के बयानों ने MVA में बढ़ाई टेंशन” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/congress-demands-nana-patole-as-chief-minister-candidate-from-mva-in-maharashtra-election-2024-2789271″ target=”_blank” rel=”noopener”>’नाना पटोले को मुख्यमंत्री पद मिले, वरना…’, कांग्रेस नेता के बयानों ने MVA में बढ़ाई टेंशन</a></strong></p>
पर्ल ग्रुप के मालिक का आज अंतिम संस्कार:निर्मल सिंह भंगू के परिवार ने जारी किया पब्लिक नोटिस, कहा- निवेशक का पैसा लौटाएंगे
पर्ल ग्रुप के मालिक का आज अंतिम संस्कार:निर्मल सिंह भंगू के परिवार ने जारी किया पब्लिक नोटिस, कहा- निवेशक का पैसा लौटाएंगे पंजाब के रहने वाले पर्ल ग्रुप के मालिक व 45 हजार करोड़ घोटाले के मास्टरमाइंड निर्मल सिंह भंगू का आज चंडीगढ़ में अंतिम संस्कार किया जाएगा। रविवार रात दिल्ली में उनकी मौत हो गई। अंतिम संस्कार से पहले परिवार ने पब्लिक नोटिस कर निवेषकों के पैसे लौटाने की बात कही है। ये पब्लिक नोट उनकी बेटी बरिंदर कौर भंगू की तरफ से जारी किया गया। जनवरी 2016 में सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) ने भंगू को गिरफ्तार किया था। इसके बाद से वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद थे। रविवार रात तबीयत बिगड़ने पर उसे दिल्ली के DDU अस्पताल में लाया गया। शाम 7.50 बजे उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। भंगू पर आरोप था कि उसने पोंजी स्कीम्स से करोड़ों का साम्राज्य इकट्ठा किया। भंगू ने 5 करोड़ से ज्यादा लोगों को ऐसी स्कीम्स में फंसा कर हजारों करोड़ रुपए इकट्ठा किए और उसे विदेश में इन्वेस्ट कर दिया। जांच शुरू हुई तो जनवरी 2016 को CBI ने निर्मल सिंह को पकड़ लिया। इसके बाद जांच एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने भी की। जानें क्या लिखा है पब्लिक नोटिस में अत्यंत दुःख के साथ निर्मल सिंह भंगू के 25 अगस्त, 2024 को नई दिल्ली के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में चिकित्सा उपचार के दौरान निधन के बारे में सूचित करते हैं। उनकी आत्मा सभी को दर्द और दुख की खाई में छोड़कर दुनिया से चली गई। मैं, बरिंदर कौर भंगू, स्वर्गीय सरदार निर्मल सिंह भंगू की बेटी, अत्यंत शोक संतप्त और शोकाकुल पर्ल्स ग्रुप परिवार की ओर से संवाद करती हूं और अपने मूल्यवान निवेशकों के साथ इस अकल्पनीय नुकसान की खबर साझा करती हूं। निर्मल सिंह भंगू का जीवन पर्ल्स ग्रुप के प्रत्येक निवेशक को पैसे चुकाने के एक एकल, अटूट सपने के लिए समर्पित था। दिवंगत निर्मल सिंह भंगू पीएसीएल लिमिटेड और पीजीएफ लिमिटेड के निवेशकों को धन की वापसी से संबंधित मुद्दों पर भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा विचार किया जा रहा है, जिन्होंने 02 समितियां (लोढ़ा समिति और स्पेशल कमेटी) भी बनाई हैं। पीएसीएल लिमिटेड और पीजीएफ लिमिटेड के निवेशकों को धन की वापसी इन्हीं कमेटियों की निगरानी में की जाएगी। पर्ल्स ग्रुप परिवार की ओर से और अपने पिता के सम्मान में, मैं आपको अपना अटूट समर्थन देने और प्रत्येक निवेशक को पैसे के पुनर्भुगतान के संबंध में न्यायिक या अर्ध-न्यायिक अधिकारियों को अपना पूरा सहयोग प्रदान करने का आश्वासन देती हूं। मैं तब तक चैन से नहीं बैठूंगी जब तक कि मैं अपने पिता के सपने को, जिसके लिए वह जीए और मर गए, को सच होते नहीं देख लेती। पीएसीएल लिमिटेड के साथ-साथ पीजीएफ लिमिटेड के प्रत्येक निवेशक को यह मेरा आश्वासन है कि मैं आपके अधिकारों की रक्षा करने का कोई भी अवसर नहीं छोड़ूंगी और जब तक आप सभी को भुगतान नहीं मिल जाता, मैं हमेशा आपके हित को बरकरार रखूंगी। 1980 में खोली खुद की कंपनी 70 के दशक में भंगू नौकरी की तलाश में कोलकाता चला गया। जहां उसने एक फेमस इन्वेस्टमेंट कंपनी पियरलेस में कुछ साल काम किया। उसके बाद इन्वेस्टर्स से करोड़ों की ठगी करने वाली हरियाणा की कंपनी गोल्डन फॉरेस्ट इंडिया लिमिटेड में काम करने लगा। इस कंपनी के बंद होने के बाद वह बेरोजगार हो गया। इसी कंपनी के काम करने के आइडिया के तहत उसने 1980 में पर्ल्स गोल्डन फॉरेस्ट (पीजीएफ) नाम की कंपनी बनाई। यह कंपनी भी गोल्डन फॉरेस्ट इंडिया लिमिटेड की तर्ज पर लोगों से सागौन जैसे पेड़ों के प्लांटेशन पर इन्वेस्टमेंट करा कुछ वक्त बाद अच्छा मुनाफा लौटाने का वादा करती थी। 1996 तक कंपनी ने करोड़ों रुपए जुटा लिए। इनकम टैक्स और दूसरी जांच के चलते कंपनी को बंद कर दिया गया। विदेश में बनाया अपना साम्राज्य इसके बाद उसने पंजाब के बरनाला से एक नई कंपनी पर्ल्स एग्रोटेक कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PACL) की शुरुआत की। ये एक चेन सिस्टम स्कीम्स थी। कंपनी के दिए बड़े मुनाफे के दावों और वादों के लालच में 5 करोड़ से ज्यादा लोगों ने इसमें पैसा लगा दिया। इसके तहत लोगों से हर महीने मामूली रकम जमा करवाई जाती थी। लोगों से जुटाई गई छोटी-छोटी रकम से उसने देश ही नहीं विदेश में पर्ल्स ग्रुप का एम्पायर खड़ा कर लिया। करोड़ों रुपए को भंगू ने अलग-अलग तरह के कई कारोबार में इन्वेस्ट किया। जब वादे के मुताबिक इन्वेस्टर्स को उनका लगाया पैसा नहीं लौटाया गया तो कंपनी के खिलाफ लोगों शिकायत दर्ज करानी शुरू कर दी। इसके बाद मामला CBI के पास पहुंचा। CBI की जांच में क्या ? CBI की जांच के अनुसार लोगों से ठगी करने वाली कंपनियों की पहचान पर्ल्स इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स लिमिटेड, एआरएसएस इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स लिमिटेड और जैन इंफ्रा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के रूप में की गई।
उच्च रिटर्न के झूठे वादे पर लोगों को निवेश करने के लिए मनाने के लिए निर्मल भंगू की कंपनियों द्वारा योजनाएं शुरू की गईं थी। विभिन्न राज्यों के 5.50 करोड़ निवेशकों से जुटाई गई धनराशि का दुरुपयोग किया गया। निवेशकों को झूठे भूमि आवंटन पत्र दिए गए। दिल्ली, मध्य प्रदेश, राजस्थान और आंध्र प्रदेश में और उसके आसपास के अधिकांश लैंड या तो अस्तित्व में नहीं थी, वह सरकारी प्रॉपर्टी थी या उनके असल मालिकों की तरफ से बेची ही नहीं गई थी। 23 लाख से अधिक कमीशन एजेंटों को शामिल किया था और उनमें से 1700 से अधिक सीनियर लैवल के फील्ड ऑफिसर थे। इन्हें निवेशकों को लाने के लिए लाखों रुपए का मासिक कमीशन का भुगतान किया गया। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश पर आरोपियों ने बाद में एक योजना बंद कर दी, लेकिन पिछले निवेशकों को भुगतान करने के लिए इस्तेमाल की गई धनराशि इकट्ठा करने के लिए एक अलग कंपनी के नाम पर एक और योजना शुरू की। सेल संस्थाओं का उपयोग करके एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी डायवर्ट किया गया और ऑस्ट्रेलियाई कंपनियों में लगभग 132.99 मिलियन आस्ट्रेलियन डॉलर का निवेश किया गया। सीएम मान ने प्रॉपर्टी सीज करवानी शुरू की मई 2023 में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पर्ल ग्रुप की प्रॉपर्टी को सीज कर इन्वेस्टर्स के पैसे लौटाने का वादा किया था। जिसके बाद पंजाब सरकार ने प्रॉपर्टी को सीज करने की कानूनी प्रक्रिया भी शुरू कर दी थी। पिछले साल पत्नी हुई थी गिरफ्तार पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने सितंबर 2023 में निर्मल सिंह भंगू की पत्नी प्रेम कौर को भी गिरफ्तार किया था। प्रेम कौर को इस मामले में पर्ल ग्रुप की संपत्तियों को अलग करने और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन का आरोप था। प्रेम कौर ने संपत्तियों को बेचने के लिए एक करीबी रिश्तेदार को ट्रांसफर करने के लिए नामांकित किया गया था।