<p style=”text-align: justify;”><strong>UP News: </strong>निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक दलों सहित विभिन्न हितधारकों के साथ व्यापक और नियमित संवाद पर जोर देने की पहल के तहत मंगलवार को यहां बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती के साथ बातचीत की. इस मौके पर बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा और पार्टी कोषाध्यक्ष श्रीधर भी मौजूद थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने चुनाव आयुक्त सुखबीर सिंह संधू और विवेक जोशी के साथ निर्वाचन सदन में बसपा नेतृत्व से बात की. यह बैठक विभिन्न हितधारकों के साथ व्यापक और नियमित संवाद को बढ़ावा देने पर चुनाव आयोग के विचार के क्रम में है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>चुनाव निकाय ने रचनात्मक चर्चा की लंबे समय से महसूस की जा रही आवश्यकता को समझते हुए राष्ट्रीय और प्रादेशिक स्तर के राजनीतिक दलों के साथ बातचीत शुरू की है. इसके तहत पार्टी प्रमुख अपने सुझाव और चिंताओं को सीधे आयोग के साथ साझा कर सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>निर्वाचन आयोग द्वारा किसी राजनीतिक दल के साथ की गई इस तरह की यह पहली बातचीत है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस बैठक के संदर्भ में सूत्रों ने दावा किया कि बसपा चीफ ने चुनावों से पहले ओपनियन पोल पर पाबंदी, ईवीएम की जगह बैलट से चुनाव कराए जाने और वोटर लिस्ट सही कराए जाने की मांग की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>भाजपा, कांग्रेस, बसपा, आम आदमी पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और नेशनल पीपुल्स पार्टी चुनाव आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय दल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>लगभग 50 क्षेत्रीय मान्यता प्राप्त पार्टियां हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>चुनाव आयोग ने कहा कि यह पहल सभी हितधारकों के साथ मौजूदा कानूनी ढांचे के अनुसार चुनावी प्रक्रिया को और मजबूत करने के आयोग के व्यापक दृष्टिकोण के अनुरूप है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इससे पहले, कुल 4,719 सर्वदलीय बैठकें आयोजित की गई हैं. इनमें राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों द्वारा 40 बैठकें, जिला चुनाव अधिकारियों द्वारा 800 और चुनाव पंजीकरण अधिकारियों द्वारा की गईं 3,879 बैठकें शामिल हैं. बैठकों में विभिन्न राजनीतिक दलों के 28,000 से अधिक प्रतिनिधि शामिल थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>भाषा हक हक नरेश</p>
<p style=”text-align: justify;”>नरेश</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>UP News: </strong>निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक दलों सहित विभिन्न हितधारकों के साथ व्यापक और नियमित संवाद पर जोर देने की पहल के तहत मंगलवार को यहां बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती के साथ बातचीत की. इस मौके पर बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा और पार्टी कोषाध्यक्ष श्रीधर भी मौजूद थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने चुनाव आयुक्त सुखबीर सिंह संधू और विवेक जोशी के साथ निर्वाचन सदन में बसपा नेतृत्व से बात की. यह बैठक विभिन्न हितधारकों के साथ व्यापक और नियमित संवाद को बढ़ावा देने पर चुनाव आयोग के विचार के क्रम में है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>चुनाव निकाय ने रचनात्मक चर्चा की लंबे समय से महसूस की जा रही आवश्यकता को समझते हुए राष्ट्रीय और प्रादेशिक स्तर के राजनीतिक दलों के साथ बातचीत शुरू की है. इसके तहत पार्टी प्रमुख अपने सुझाव और चिंताओं को सीधे आयोग के साथ साझा कर सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>निर्वाचन आयोग द्वारा किसी राजनीतिक दल के साथ की गई इस तरह की यह पहली बातचीत है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस बैठक के संदर्भ में सूत्रों ने दावा किया कि बसपा चीफ ने चुनावों से पहले ओपनियन पोल पर पाबंदी, ईवीएम की जगह बैलट से चुनाव कराए जाने और वोटर लिस्ट सही कराए जाने की मांग की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>भाजपा, कांग्रेस, बसपा, आम आदमी पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और नेशनल पीपुल्स पार्टी चुनाव आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय दल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>लगभग 50 क्षेत्रीय मान्यता प्राप्त पार्टियां हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>चुनाव आयोग ने कहा कि यह पहल सभी हितधारकों के साथ मौजूदा कानूनी ढांचे के अनुसार चुनावी प्रक्रिया को और मजबूत करने के आयोग के व्यापक दृष्टिकोण के अनुरूप है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इससे पहले, कुल 4,719 सर्वदलीय बैठकें आयोजित की गई हैं. इनमें राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों द्वारा 40 बैठकें, जिला चुनाव अधिकारियों द्वारा 800 और चुनाव पंजीकरण अधिकारियों द्वारा की गईं 3,879 बैठकें शामिल हैं. बैठकों में विभिन्न राजनीतिक दलों के 28,000 से अधिक प्रतिनिधि शामिल थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>भाषा हक हक नरेश</p>
<p style=”text-align: justify;”>नरेश</p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड UP Politics: बीजेपी ने शुरू की 2027 की तैयारी, दलित वोटरों पर पार्टी की खास नजर, ये है प्लान?
EC से बैठक में मायावती ने चुनाव आयोग के सामने रखी ये तीन अहम मांग, बसपा चीफ ने कहा- वोटर लिस्ट…
