‘म्हारा खटौला बॉर्डर पै अब, होगी जंग रै आर-पार’:मासूम शर्मा के खटौला सॉन्ग को रॉकी मित्तल ने दिया स्टाइल, बोले- देश के लिए मरें

‘म्हारा खटौला बॉर्डर पै अब, होगी जंग रै आर-पार’:मासूम शर्मा के खटौला सॉन्ग को रॉकी मित्तल ने दिया स्टाइल, बोले- देश के लिए मरें

हरियाणवी सिंगर मासूम शर्मा के गाने ‘एक खटौला जेल के भीतर, एक खटौला जेल के बाहर’ को सरकार गन कल्चर को बढ़ावा देने का आरोप लगा कर बैन कर चुकी है। यह कंट्रोवर्सी अभी तक जारी है। इसी बीच कैथल के गायक रॉकी मित्तल ने मासूम शर्मा के इस बैन हुए गाने को पहलगाम हमले से जोड़कर नया रंग दे दिया है। उन्होंने गाने के बोल रहे रखे हैं- ना खटौला जेल के भीतर, ना खटौला जेल के बाहर, म्हारा खटौला बॉर्डर पै अब, होगी जंग रै आर-पार। इसे लेकर रॉकी मित्तल का कहना है कि देश में बदमाशी और मरने-कटने के गाने गाकर लोग केवल अपने दर्शकों की संख्या बढ़ाने तक सीमित हो जाते हैं। इस प्रकार के गाने बनाने की बजाय अपनी लेखनी व संगीत का प्रयोग देश भक्ति के लिए करें, ताकि युवाओं में देश के प्रति और ज्यादा जज्बा मजबूत हो। बता दें कि रॉकी मित्तल का मूल नाम जय भगवान मित्तल है। उसने पहली बार 2014 में तब लोगों का ध्यान खींचा था, जब उन्होंने पीएम मोदी पर गाना गाया था। इसके बाद पीएम से मिले। कई बार बीजेपी सरकार की उपलब्धियों पर गाना बनाते रहे थे, लेकिन 2024 में उन्होंने बीजेपी को छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। 3 पॉइंट्स में पढ़े, रॉकी मित्तल ने क्या कहा… 1. मरना है तो देश के लिए मरें
इस गाने को लिखने और गाने को लेकर रॉकी मित्तल ने कहा कि बदमाशी और मरने-कटने से जुड़े गाने युवाओं के दिलों दिमाग पर काफी असर डालते है। इस पर हरियाणा में काफी विवाद भी चले हैं। अगर मरने और गन चलाने का इतना ही शौक है तो बदमाशी करके नहीं बल्कि अपने देश की सेवा करते हुए मरना चाहिए। बंदूक उठानी है तो देशहित में उठाओ, ताकि मरने के बाद भी देश के लोग याद करें। 2. वर्तमान हालात को देखते हुए लिखा गाना
रॉकी ने आगे कहा कि वर्तमान में देश और प्रदेश के हालातों को देखते हुए उन्होंने यह गाना लिखने और गाने के बारे में सोचा। उन्होंने दावा किया कि देश के हालात के अनुसार उनका यह गाना युवाओं में देशभक्ति की भावना और जज्बा पैदा करेगा। दूसरे गायकों से भी अपील की कि देश के हित में गाने बनाएं, केवल प्रसिद्धि पाने के लिए गाना उनको सही नहीं लगता। 3. देशभक्ति के गाने बनाने का रहेगा प्रयास
रॉकी ने कहा कि उन्होंने कई राजनीतकि पार्टियों के लिए गाने गाए हैं। हरियाणा में करीब 10 साल तक बीजेपी के लिए गाने गाए हैं। इसके बाद उन्होंने भाजपा को छोड़कर राहुल गांधी पर गाना गया। पहले कांग्रेस के खिलाफ गाते थे, लेकिन अब देश में हो रही घटनाओं ने उनको यह गाना लिखने की प्रेरणा दी है। उनका पूरा प्रयास देशभक्ति और हालातों पर गाने बनाने का ही रहेगा। गन कल्चर गानों पर लगातार सख्ती कर रही सरकार
गन कल्चर को बढ़ावा देने वाले गानों पर हरियाणा सरकार लगातार सख्ती कर रही है। पिछले तीन-चार महीनों में ही कई फेमस सिंगर्स के गाने बैन किए जा चुके है। इनमें अमित सैनी रोहतकिया, मासूम शर्मा, सुमित पारता, हर्ष संधु, राज मावर, मनीषा शर्मा शामिल है। सबसे खास मुख्यमंत्री के ओएसडी गजेंद्र सिंह फोगाट के गाने भी बैन किए जा चुके है। इसे लेकर अब तक कंट्रोवर्सी जारी है।
मासूम शर्मा के सबसे ज्यादा गाने बैन
अब तक हुए 14 गानों में सबसे ज्यादा 8 गाने मासूम शर्मा के बैन हुए हैं। इनमें ट्यूशन सेंटर बदमाशी का, गब्बर भी नाचेगा, 60 मुकदमे, खटोला-2, फिल्डर, पानीपत की लड़ाई, फोर फाइव का पिस्टल, दो बंदे गाना शामिल है। मासूम शर्मा समेत बाकी कलाकारों के गानों के बैन होने से रेवेन्यू लॉस की संभावना है। जो गाने यूट्यूब पर बैन हुए हैं, उन सभी गानों के मिलियन में व्यूज थे। ये खबरें भी पढ़ें :- ‘ट्यूशन बदमाशी का’ वाले सिंगर मासूम शर्मा का माइक छीना:गुरुग्राम में ACP ने बीच में ही शो रुकवाया; पुलिस बोली- परमिशन का उल्लंघन किया हरियाणवी सिंगर बोले- न्याय नहीं मिला तो देश छोड़ दूंगा:मैंने BJP के लिए फ्री प्रोग्राम किए; गानों से कोई क्रिमिनल नहीं बनता, मैं भी गन रखता हूं हरियाणवी सिंगर के सपोर्ट में आए बॉलीवुड एक्टर:बोले- गन कल्चर पर बैन ठीक लेकिन कलाकार को टारगेट करना गलत, खुन्नस निकाली जा रही हरियाणवी गानों पर बैन, गायकों में झगड़ा:मासूम बोले- ‘तड़कै पावेगी लाश’ भी बंद करो; फोगाट बोले- फेमस होने को कंट्रोवर्सी कर रहा हरियाणवी सिंगर मासूम शर्मा के गाने ‘एक खटौला जेल के भीतर, एक खटौला जेल के बाहर’ को सरकार गन कल्चर को बढ़ावा देने का आरोप लगा कर बैन कर चुकी है। यह कंट्रोवर्सी अभी तक जारी है। इसी बीच कैथल के गायक रॉकी मित्तल ने मासूम शर्मा के इस बैन हुए गाने को पहलगाम हमले से जोड़कर नया रंग दे दिया है। उन्होंने गाने के बोल रहे रखे हैं- ना खटौला जेल के भीतर, ना खटौला जेल के बाहर, म्हारा खटौला बॉर्डर पै अब, होगी जंग रै आर-पार। इसे लेकर रॉकी मित्तल का कहना है कि देश में बदमाशी और मरने-कटने के गाने गाकर लोग केवल अपने दर्शकों की संख्या बढ़ाने तक सीमित हो जाते हैं। इस प्रकार के गाने बनाने की बजाय अपनी लेखनी व संगीत का प्रयोग देश भक्ति के लिए करें, ताकि युवाओं में देश के प्रति और ज्यादा जज्बा मजबूत हो। बता दें कि रॉकी मित्तल का मूल नाम जय भगवान मित्तल है। उसने पहली बार 2014 में तब लोगों का ध्यान खींचा था, जब उन्होंने पीएम मोदी पर गाना गाया था। इसके बाद पीएम से मिले। कई बार बीजेपी सरकार की उपलब्धियों पर गाना बनाते रहे थे, लेकिन 2024 में उन्होंने बीजेपी को छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। 3 पॉइंट्स में पढ़े, रॉकी मित्तल ने क्या कहा… 1. मरना है तो देश के लिए मरें
इस गाने को लिखने और गाने को लेकर रॉकी मित्तल ने कहा कि बदमाशी और मरने-कटने से जुड़े गाने युवाओं के दिलों दिमाग पर काफी असर डालते है। इस पर हरियाणा में काफी विवाद भी चले हैं। अगर मरने और गन चलाने का इतना ही शौक है तो बदमाशी करके नहीं बल्कि अपने देश की सेवा करते हुए मरना चाहिए। बंदूक उठानी है तो देशहित में उठाओ, ताकि मरने के बाद भी देश के लोग याद करें। 2. वर्तमान हालात को देखते हुए लिखा गाना
रॉकी ने आगे कहा कि वर्तमान में देश और प्रदेश के हालातों को देखते हुए उन्होंने यह गाना लिखने और गाने के बारे में सोचा। उन्होंने दावा किया कि देश के हालात के अनुसार उनका यह गाना युवाओं में देशभक्ति की भावना और जज्बा पैदा करेगा। दूसरे गायकों से भी अपील की कि देश के हित में गाने बनाएं, केवल प्रसिद्धि पाने के लिए गाना उनको सही नहीं लगता। 3. देशभक्ति के गाने बनाने का रहेगा प्रयास
रॉकी ने कहा कि उन्होंने कई राजनीतकि पार्टियों के लिए गाने गाए हैं। हरियाणा में करीब 10 साल तक बीजेपी के लिए गाने गाए हैं। इसके बाद उन्होंने भाजपा को छोड़कर राहुल गांधी पर गाना गया। पहले कांग्रेस के खिलाफ गाते थे, लेकिन अब देश में हो रही घटनाओं ने उनको यह गाना लिखने की प्रेरणा दी है। उनका पूरा प्रयास देशभक्ति और हालातों पर गाने बनाने का ही रहेगा। गन कल्चर गानों पर लगातार सख्ती कर रही सरकार
गन कल्चर को बढ़ावा देने वाले गानों पर हरियाणा सरकार लगातार सख्ती कर रही है। पिछले तीन-चार महीनों में ही कई फेमस सिंगर्स के गाने बैन किए जा चुके है। इनमें अमित सैनी रोहतकिया, मासूम शर्मा, सुमित पारता, हर्ष संधु, राज मावर, मनीषा शर्मा शामिल है। सबसे खास मुख्यमंत्री के ओएसडी गजेंद्र सिंह फोगाट के गाने भी बैन किए जा चुके है। इसे लेकर अब तक कंट्रोवर्सी जारी है।
मासूम शर्मा के सबसे ज्यादा गाने बैन
अब तक हुए 14 गानों में सबसे ज्यादा 8 गाने मासूम शर्मा के बैन हुए हैं। इनमें ट्यूशन सेंटर बदमाशी का, गब्बर भी नाचेगा, 60 मुकदमे, खटोला-2, फिल्डर, पानीपत की लड़ाई, फोर फाइव का पिस्टल, दो बंदे गाना शामिल है। मासूम शर्मा समेत बाकी कलाकारों के गानों के बैन होने से रेवेन्यू लॉस की संभावना है। जो गाने यूट्यूब पर बैन हुए हैं, उन सभी गानों के मिलियन में व्यूज थे। ये खबरें भी पढ़ें :- ‘ट्यूशन बदमाशी का’ वाले सिंगर मासूम शर्मा का माइक छीना:गुरुग्राम में ACP ने बीच में ही शो रुकवाया; पुलिस बोली- परमिशन का उल्लंघन किया हरियाणवी सिंगर बोले- न्याय नहीं मिला तो देश छोड़ दूंगा:मैंने BJP के लिए फ्री प्रोग्राम किए; गानों से कोई क्रिमिनल नहीं बनता, मैं भी गन रखता हूं हरियाणवी सिंगर के सपोर्ट में आए बॉलीवुड एक्टर:बोले- गन कल्चर पर बैन ठीक लेकिन कलाकार को टारगेट करना गलत, खुन्नस निकाली जा रही हरियाणवी गानों पर बैन, गायकों में झगड़ा:मासूम बोले- ‘तड़कै पावेगी लाश’ भी बंद करो; फोगाट बोले- फेमस होने को कंट्रोवर्सी कर रहा   हरियाणा | दैनिक भास्कर