हरियाणा के फरीदाबाद में एक निजी कंपनी में काम करने वाले 22 वर्षीय युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। वह पांच बहनों का इकलौता भाई था। कंपनी में काम करते हुए उसकी तबीयत बिगड़ी तो साथी कर्मचारी उसे घर छोड़ गए थे। बहन घर पहुंची तो वह उल्टी कर रहा था। कुछ देर बाद ही युवक ने दम तोड़ दिया। परिजनों ने शव को कंपनी के गेट पर रखकर मालिक पर कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा भी किया। पुलिस मामले में छानबीन में लगी है। जानकारी अनुसार फरीदाबाद में नगला ऐनक्लेव में रहने वाला योगेश (22) पास ही स्थित जीएम इंजीनियरिंग कंपनी में काम करता था। उसकी बहन नेहा ने बताया की योगेश चुनाव की छुट्टी के चलते 2 दिन से घर पर ही था। भाई पूरी तरह स्वस्थ था। सुबह उसका भाई कंपनी में काम करने के लिए गया तो उसने अपने हाथों से अपने भाई को खाना दिया था। योगेश पांच बहनों में इकलौता भाई था। नेहा के मुताबिक जब उसका भाई कंपनी गया और उसकी तबीयत कंपनी में बिगड़ी तो कंपनी के कर्मचारी उसे घर पर छोड़ गए। उस समय उनके घर का ताला लगा हुआ था। भाई की हालत काफी खराब थी। इसकी सूचना पड़ोसियों ने उसे फोन कर दी। इसके बाद में आनन फानन में वह घर पहुंची। भाई के हाथ पांव की मालिश की। वह उल्टियां कर रहा था। कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई। नेहा ने कंपनी पर आरोप लगाया कि यदि कंपनी के कर्मचारी उसे घर न लेकर अस्पताल में ले गए होते तो उसके भाई की जान बच गई होती। फिलहाल पुलिस ने मृतक योगेश के शव का आज फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल में पोस्टमॉर्टम करा कर शव परिजनों को सौंप दिया। मृतक के परिजन शव को लेकर नगला ऐनक्लेव स्थित जीएम इंजीनियरिंग कंपनी के गेट पर पहुंचे। योगेश यहीं पर काम करता था। परिजनों ने शव को कंपनी गेट के बाहर रखकर जोरदार प्रदर्शन किया। बहन ने कहा कि उनके भाई की मौत के जिम्मेदार कंपनी के मालिक हैं और उनके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाए। उसे जल्द गिरफ्तार किया जाए। वहीं उन्हें 20 लाख रुपए और परिवार को एक नौकरी मुहैया कराई जाए। उसका भाई घर में कमाने वाला इकलौता था। गेट के बाहर शव रखकर प्रदर्शन करने की सूचना मिलने के बाद कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को समझाने बुझाने के प्रयास में जुट गई। इस मामले में समाज सेवी संतोष यादव ने बताया कि उनकी पुलिस से मांग है कि कंपनी संचालक के खिलाफ फिर कर उसे जल्द गिरफ्तार किया जाए। हरियाणा के फरीदाबाद में एक निजी कंपनी में काम करने वाले 22 वर्षीय युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। वह पांच बहनों का इकलौता भाई था। कंपनी में काम करते हुए उसकी तबीयत बिगड़ी तो साथी कर्मचारी उसे घर छोड़ गए थे। बहन घर पहुंची तो वह उल्टी कर रहा था। कुछ देर बाद ही युवक ने दम तोड़ दिया। परिजनों ने शव को कंपनी के गेट पर रखकर मालिक पर कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा भी किया। पुलिस मामले में छानबीन में लगी है। जानकारी अनुसार फरीदाबाद में नगला ऐनक्लेव में रहने वाला योगेश (22) पास ही स्थित जीएम इंजीनियरिंग कंपनी में काम करता था। उसकी बहन नेहा ने बताया की योगेश चुनाव की छुट्टी के चलते 2 दिन से घर पर ही था। भाई पूरी तरह स्वस्थ था। सुबह उसका भाई कंपनी में काम करने के लिए गया तो उसने अपने हाथों से अपने भाई को खाना दिया था। योगेश पांच बहनों में इकलौता भाई था। नेहा के मुताबिक जब उसका भाई कंपनी गया और उसकी तबीयत कंपनी में बिगड़ी तो कंपनी के कर्मचारी उसे घर पर छोड़ गए। उस समय उनके घर का ताला लगा हुआ था। भाई की हालत काफी खराब थी। इसकी सूचना पड़ोसियों ने उसे फोन कर दी। इसके बाद में आनन फानन में वह घर पहुंची। भाई के हाथ पांव की मालिश की। वह उल्टियां कर रहा था। कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई। नेहा ने कंपनी पर आरोप लगाया कि यदि कंपनी के कर्मचारी उसे घर न लेकर अस्पताल में ले गए होते तो उसके भाई की जान बच गई होती। फिलहाल पुलिस ने मृतक योगेश के शव का आज फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल में पोस्टमॉर्टम करा कर शव परिजनों को सौंप दिया। मृतक के परिजन शव को लेकर नगला ऐनक्लेव स्थित जीएम इंजीनियरिंग कंपनी के गेट पर पहुंचे। योगेश यहीं पर काम करता था। परिजनों ने शव को कंपनी गेट के बाहर रखकर जोरदार प्रदर्शन किया। बहन ने कहा कि उनके भाई की मौत के जिम्मेदार कंपनी के मालिक हैं और उनके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाए। उसे जल्द गिरफ्तार किया जाए। वहीं उन्हें 20 लाख रुपए और परिवार को एक नौकरी मुहैया कराई जाए। उसका भाई घर में कमाने वाला इकलौता था। गेट के बाहर शव रखकर प्रदर्शन करने की सूचना मिलने के बाद कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को समझाने बुझाने के प्रयास में जुट गई। इस मामले में समाज सेवी संतोष यादव ने बताया कि उनकी पुलिस से मांग है कि कंपनी संचालक के खिलाफ फिर कर उसे जल्द गिरफ्तार किया जाए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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सिरसा के 83 वर्षीय लालचंद ने जीते 3 गोल्ड मेडल:चंडीगढ़ में हुई हरियाणा मास्टर ऐथ्लैटिक्स चैम्पियनशिप, 6.90 मीटर तक फेंका गोला
सिरसा के 83 वर्षीय लालचंद ने जीते 3 गोल्ड मेडल:चंडीगढ़ में हुई हरियाणा मास्टर ऐथ्लैटिक्स चैम्पियनशिप, 6.90 मीटर तक फेंका गोला 33वीं हरियाणा मास्टर ऐथ्लैटिक्स चैम्पियनशिप में सिरसा निवासी 83 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक लालचंद गोदारा ने तीन गोल्ड मेडल जीतकर सिरसा जिले का नाम रोशन किया है। लालचंद गोदारा को इस उपलब्धि पर सिरसा के वरिष्ठ नागरिकों व युवा खिलाड़ियों ने बधाई दी है। प्रथम स्थान किया हासिल हरियाणा मास्टर ऐथ्लैटिक्स एसोसिएशन की ओर से चंडीगढ़ सेक्टर 7 स्थित स्टेडियम में 33वीं हरियाणा मास्टर ऐथ्लैटिक्स चैम्पियनशिप का आयोजन करवाया गया था, जिसमें प्रदेश भर से सैकड़ों खिलाड़ियों ने अलग-अलग आयु वर्ग में भाग लेकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। सिरसा निवासी लाल चंद गोदारा ने चैम्पियनशिप के 80 से अधिक आयु वर्ग में तीन इवेंट में भाग लिया। उन्होंने शॉटपुट में प्रदर्शन कर 6.90 मीटर तक गोला फेंककर प्रथम स्थान पाया। 100 मीटर दौड़ 17.6 सेकेंड में पूरी इसी प्रकार डिस्कस थ्रो की इवेंट में उन्होंने 16.58 मीटर तक थ्रो करके प्रथम स्थान हासिल किया। इसी आयु वर्ग में 100 मीटर दौड़ उन्होंने महज 17.6 सेकेंड में पूरी करके प्रथम स्थान प्राप्त किया। तीनों इवेंट में प्रथम रहने पर उन्हें गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया। सिरसा आगमन पर वरिष्ठ नागरिक एसोसिएशन के सदस्यों ने उन्हें बधाई दी है। अब तक 100 से अधिक मेडल जीत चुके उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व भी गोदारा जिला, प्रदेश व राष्ट्र स्तरीय प्रतियोगिताओं में 100 से अधिक मेडल जीत चुके हैं। वे खेल के अलावा पौधा रोपण, शिक्षा, नशा मुक्ति अभियान, स्वच्छता अभियान में भी बढ़ चढ़ कर भाग लेते हैं। युवाओं को खेलों के प्रति जागरूक करते हैं। बुजुर्गों की समस्याओं के समाधान के लिए उन्होंने वरिष्ठ नागरिक एसोसिएशन का गठन किया हुआ है। सरकार ने दिया लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड उनके नेतृत्व में ही जिला स्तर पर होने वाले स्वतंत्रता दिवस व गणतंत्र दिवस पर वरिष्ठ नागरिकों की परेड शुरू की गई थी। गोदारा की उपलब्धियों को देखते हुए ही हरियाणा सरकार उन्हें लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित कर चुकी है। खेल के साथ ही शिक्षा प्राप्त करने का जज्बा भी उनके अंदर है। उम्र के इस पड़ाव पर भी वे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने बीए की डिग्री हासिल की है और अब मास्टर डिग्री के लिए पढ़ाई कर रहे हैं।
हरियाणा में कोल्ड वेव का तीसरा दिन:6 डिग्री तक गिरा पारा; कई जिलों में पाला जमा, 15 तक अलर्ट, 11 जिलों में हाल खराब
हरियाणा में कोल्ड वेव का तीसरा दिन:6 डिग्री तक गिरा पारा; कई जिलों में पाला जमा, 15 तक अलर्ट, 11 जिलों में हाल खराब पहाड़ों पर लगातार बर्फबारी से अब मैदानी इलाकों में हालात खराब होने लगे हैं। दिन और रात के तापमान में लगातार गिरावट हो रही है। मौसम विभाग के कोल्ड वेव के अलर्ट के तीसरे दिन पारे में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। 24 घंटे में पारे में 6 डिग्री तक की गिरावट देखने को मिली। सीजन की यह सबसे अधिक गिरावट है। मौसम विभाग ने इन हालातों को देखते हुए 15 दिसंबर तक कोल्ड वेव का अलर्ट जारी किया है। पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, नूंह के साथ सिरसा, फतेहाबाद, झज्जर, रोहतक में अलर्ट जारी किया गया है। देश में हरियाणा के तीन जिले सबसे ठंडे प्रदेश में ठंड का हाल यह है कि देश के 11 जिलों में रात का औसत तापमान 5 डिग्री से नीच आ गया है। राजस्थान का सीकर 1.5 डिग्री से नीचे रहा। हरियाणा का हिसार तीसरे, भिवानी चौथे और करनाल आठवें स्थान पर रहा। वहीं ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन (AWS) पर हिसार का बालसमंद और सोनीपत के सरगथल में भी 1.5 डिग्री पारा रिकॉर्ड किया गया। ये सामान्य के मुकाबले 7.5 डिग्री की गिरावट है। दिन में रोहतक सबसे ठंडा रहा, यहां का तापमान 19.0 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। 200 से नीचे आया AQI इन दिनों प्रदेश में चल रही उत्तर-पश्चिमी हवाओं से प्रदूषण के स्तर में भी सुधार हुआ है। पिछले तीन दिनों से एक्यूआई 200 से नीचे आ गया है। हरियाणा के बहादुरगढ़ का एक्यूआई 194 रहा। वहीं हिसार का भी 178, गुरुग्राम 166, चरखी दादरी का 164, पंचकूला का 155, कुरुक्षेत्र का 144, भिवानी का 143, कैथल का 143, जींद का 142 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया। एक्यूआई के ये आंकड़े सुबह सात बजे के हैं। आगे कैसा रहेगा मौसम कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डा. मदन खीचड़ ने बताया कि मौसम में ये बदलाव पहाड़ों में एक्टिव हुए वेस्टर्न डिस्टर्ब से संभव हुआ है। इसके आंशिक प्रभाव से हवा की दिशा में बदलाव होने से बादल छाने के आसार लगातार बने हुए हैं, इससे रात और दिन के तापमान में कमी आने के आसार बन रहे हैं।हालांकि मौसम खुलने से और पहाड़ों की हवाओं से आने वाले दिनों में दिन और रात के तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है।
खट्टर ने जिसका टिकट काटा नायब उसे BJP में लाएंगे:सिरसा के कालांवाली से चुनाव लड़े राजेद्र देसुजोधा की 5 साल बाद एंट्री
खट्टर ने जिसका टिकट काटा नायब उसे BJP में लाएंगे:सिरसा के कालांवाली से चुनाव लड़े राजेद्र देसुजोधा की 5 साल बाद एंट्री सिरसा जिले की कालांवाली विधानसभा से 2014 में भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ चुके राजेंद्र देसूजोधा की एक बार फिर भाजपा में एंट्री होने जा रही है। 5 साल पहले पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने देसुजोधा का टिकट काट दिया था। खट्टर ने तब देसूजोधा पर नशा तस्करों की मदद करने का आरोप लगाया था। मगर अब नायब सैनी ने खट्टर का एक और फैसला पलटते हुए उनकी एंट्री के दरवाजे भाजपा के लिए खोल दिए हैं। राजेंद्र देसूजोधा आज कार्यकर्ताओं के साथ सिरसा में नायब सैनी के कार्यक्रम में भाजपा ज्वाइन करेंगे। देसुजोधा की भाजपा में एंट्री से कालांवाली से भाजपा के पूर्व विधायक बलकौर सिंह नाराज हो गए हैं। बलकौर सिंह ने कहा कि खट्टर एक संत पुरुष हैं और उन्होंने ही देसुजोधा पर नशा तस्करों की मदद के आरोप लगाए थे। बकायदा मनोहर लाल ने देसुजोधा का नाम भी लिया था। मगर अब भाजपा देसुजोधा को फिर पार्टी में ला रही है यह गलत है। मैं कभी ऐसे नेता का स्वागत नहीं करूंगा और ना ही नायब सैनी के कार्यक्रम में जाऊंगा। देसूजोधा बोले-कभी नशा तस्करों की मदद नहीं की वहीं कालांवाली से 2 बार चुनाव लड़ चुके देसूजोधा अकाली दल छोड़कर भाजपा में आ रहे हैं। देसूजोधा ने खट्टर के पहले दिए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैंने कभी नशा तस्करों की मदद नहीं की। देसूजोधा मेरा गांव जरूर है और नशे के लिए बदनाम भी है। मगर मैंने कभी किसी नशा तस्कर के लिए एक फोन तक नहीं किया। हम 4 भाई हैं और 3 भाईयों के रिश्ते चौथे से नहीं है, जो गांव में रहता है। अपने इलाके कालांवाली के विकास के लिए मेरी घर वापसी हो रही है। नशे के खिलाफ इतने काम करूंगा की कालांवाली ही नहीं , डबवाली-सिरसा के युवाओं को रोजगार, खेल और शिक्षा के अच्छे अवसर प्राप्त होंगे। भाजपा को इसलिए पड़ी देसूजोधा की जरूरत दरअसल, 2019 के विधानसभा चुनाव में देसूजोधा का टिकट खट्टर ने काटकर बलकौर सिंह को दे दिया। कालांवाली आरक्षित सीट है। टिकट कटने पर देसूजोधा ने भाजपा छोड़कर अकाली दल ज्वाइन कर लिया। अकाली ने देसूजोधा को टिकट दे दिया। इस चुनाव में कांग्रेस के शीशपाल केहरवाला को 53059 वोट मिले थे, वहीं दूसरे नंबर पर अकाली उम्मीदवार राजेंद्र देसूजोधा रहे जिनको 33816 वोट मिले थे। भाजपा के बलकौर सिंह तीसरे नंबर रहे जिनको 30134 वोट मिले। भाजपा के पास अब कोई कालांवाली में बड़ा चेहरा नहीं है। टिकट कटने पर फूट-फूटकर रोए थे देसूजोधा 2014 में भाजपा की टिकट पर सिरसा से विधानसभा चुनाव लड़ चुकी सुनीता सेतिया और कालांवाली से विधानसभा चुनाव लड़ चुके राजेंद्र देसूजोधा जब लोगों के बीच बैठे थे तो दोनों ही नेता फूट फूट कर रोए थे। दोनों ही नेताओं का कहना था कि उन्होंने भाजपा की दिलो जान से सेवा की है लेकिन पार्टी ने उनकी सेवा को दरकिनार कर दिया। सुनीता सेतिया के बेटे गोकुल सेतिया इस समय सक्रिय हैं और उन्होंने आजाद उम्मीदवार के तोर पर सिरसा शहर से चुनाव लड़ा मगर गोपाल कांडा से हार गए। वही कालांवाली से राजेंद्र देसूजोधा ने अकाली दल का दामण थाम लिया था।