पटियाला में 7000 करोड़ के घोटाले का दावा:शिअद उम्मीदवार बोले- मान और केजरीवाल की जेब में जा रहा PSPCL का पैसा

पटियाला में 7000 करोड़ के घोटाले का दावा:शिअद उम्मीदवार बोले- मान और केजरीवाल की जेब में जा रहा PSPCL का पैसा

पटियाला लोकसभा हलके से शिरोमणि अकाली दल उम्मीदवार एनके शर्मा ने आज पंजाब राज्य बिजली निगम लिमेटिड (PSPCL) में हुए सात हजार करोड़ के घोटाले को बेनकाब किया है। एनके शर्मा तथा पूर्व मंत्री सुरजीत सिंह रखड़ा ने कहा कि किस तरह से आम जनता का पैसा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान तथा आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल की जेब में जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस घोटाले की सीबीआई जांच की मांग राज्यपाल से मिलकर की जाएगी। आज यहां प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एनके शर्मा, पूर्व मंत्री सुरजीत सिंह रखड़ा तथा पूर्व चेयरमैन तेजिंदरपाल सिंह संधू तथा पावरकॉम आउटसोर्स टैक्नीकल ऑफिस वर्कर्स एसोसिएशन पंजाब के प्रधान सिमरनजीत सिंह हिस्सोवाल ने बताया कि पीएसपीसीएल में दिल्ली की कंपनियों के माध्यम से आठ हजार कर्मचारियों को आउटसोर्सिंग के तहत रखा गया है। डीसी रेट पर बताकर कम वेतन दिया जा रहा इन कर्मचारियों का कागजों में वेतन डीसी रेट पर करीब 11 हजार 409 रुपए बताया गया है, जबकि इनको वास्तव में 7300 रुपए वेतन दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों के नाम पर पीएसपीसीएल से 4309 रुपए हाउसरेंट लिया जा रहा है। जो कंपनियों के माध्यम से केजरीवाल, भगवंत मान तथा बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ व पॉवरकॉम प्रबंधकों के खाते में जा रहा है। इसी तरीके से तेल भत्ता 2500 रुपए प्रति कर्मचारी पीएसपीसीएल के खाते से लिया जा रहा है। अन्यों की तरह यह भत्ता भी कर्मचारियों को नहीं दिया जा रहा है। यह पैसा भी दिल्ली की कंपनियों के पास जा रहा है। नकली रसीदों पर पूरा वेतन लिया जा रहा अकाली नेताओं ने कहा कि इसी प्रकार से कर्मचारियों को ईपीएफ की राशि व उनका पूरा वेतन दिया जाना बनता है। इसके उलट कर्मचारियों को केवल 7300 रुपए वेतन ही दिया जा रहा है। पीएसपीसीएल से नकली रसीदों के माध्यम से पूरा वेतन लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह पूरा घोटाला 426 करोड़ रुपए का बनता है। खंभों, बिजली की तारें खरीदने पर लूट हो रही उन्होंने बताया कि इसी तरीके से पीएसपीसीएल द्वारा खरीदे जाने वाले खंभे, बिजली की तार आदि खरीदने के नाम पर लूट की जा रही है। हरियाणा में जो 9 मीटर का खंभा 2500 रुपए का है, वह पंजाब में 5200 रुपए का लिया जा रहा है। इसी प्रकार 11 मीटर का खंभा हरियाणा में 5200 रुपए का लिया जा रहा है और पंजाब में यह खंभा 10 हजार 976 रुपए का लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस खरीद-फरोख्त में सीधा छह हजार करोड़ रुपए की लूट की जा रही है। बिजली मीटर में भी घोटाला एनके शर्मा ने बताया कि बिजली के दो लाख स्मार्ट मीटर खरीदे गए हैं। जिसके बारे में एनफोर्समेंट बठिंडा की टीम ने तस्दीक किया है कि यह मीटर नौ प्रतिशत अधिक रफ्तार के साथ चलते हैं। इसका मतलब यह हुआ है कि जब उपभोक्ता 260 यूनिट की खपत करता है तो मीटर 300 यूनिट दर्शाता है। शिकायत करने पर होते हैं हमले इस अवसर पर कर्मचारी यूनियन के प्रधान सिमरनजीत सिंह हिस्सोवाल ने बताया कि घोटाले की शिकायत पीएसपीसीएल प्रबंधन से लेकर मुख्यमंत्री तक की जा चुकी है। कार्रवाई करने की बजाए उन पर जानलेवा हमला करवा दिया गया। नियमित कर्मचारियों की संख्या भी कम हुई एनके शर्मा ने बताया कि पीएसपीसीएल में नियमित कर्मचारियों की संख्या 32 हजार से कम होकर तीस हजार रह गई है। आउटसोर्स के माध्यम से आठ हजार कर्मचारी रखे गए हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान भगवंत मान ने कहा था कि केवल नियमित भर्तियां ही की जाएंगी। इसके बावजूद आउटसोर्स कर्मचारियों की संख्या को लगातार बढ़ाया जा रहा है। पटियाला लोकसभा हलके से शिरोमणि अकाली दल उम्मीदवार एनके शर्मा ने आज पंजाब राज्य बिजली निगम लिमेटिड (PSPCL) में हुए सात हजार करोड़ के घोटाले को बेनकाब किया है। एनके शर्मा तथा पूर्व मंत्री सुरजीत सिंह रखड़ा ने कहा कि किस तरह से आम जनता का पैसा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान तथा आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल की जेब में जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस घोटाले की सीबीआई जांच की मांग राज्यपाल से मिलकर की जाएगी। आज यहां प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एनके शर्मा, पूर्व मंत्री सुरजीत सिंह रखड़ा तथा पूर्व चेयरमैन तेजिंदरपाल सिंह संधू तथा पावरकॉम आउटसोर्स टैक्नीकल ऑफिस वर्कर्स एसोसिएशन पंजाब के प्रधान सिमरनजीत सिंह हिस्सोवाल ने बताया कि पीएसपीसीएल में दिल्ली की कंपनियों के माध्यम से आठ हजार कर्मचारियों को आउटसोर्सिंग के तहत रखा गया है। डीसी रेट पर बताकर कम वेतन दिया जा रहा इन कर्मचारियों का कागजों में वेतन डीसी रेट पर करीब 11 हजार 409 रुपए बताया गया है, जबकि इनको वास्तव में 7300 रुपए वेतन दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों के नाम पर पीएसपीसीएल से 4309 रुपए हाउसरेंट लिया जा रहा है। जो कंपनियों के माध्यम से केजरीवाल, भगवंत मान तथा बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ व पॉवरकॉम प्रबंधकों के खाते में जा रहा है। इसी तरीके से तेल भत्ता 2500 रुपए प्रति कर्मचारी पीएसपीसीएल के खाते से लिया जा रहा है। अन्यों की तरह यह भत्ता भी कर्मचारियों को नहीं दिया जा रहा है। यह पैसा भी दिल्ली की कंपनियों के पास जा रहा है। नकली रसीदों पर पूरा वेतन लिया जा रहा अकाली नेताओं ने कहा कि इसी प्रकार से कर्मचारियों को ईपीएफ की राशि व उनका पूरा वेतन दिया जाना बनता है। इसके उलट कर्मचारियों को केवल 7300 रुपए वेतन ही दिया जा रहा है। पीएसपीसीएल से नकली रसीदों के माध्यम से पूरा वेतन लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह पूरा घोटाला 426 करोड़ रुपए का बनता है। खंभों, बिजली की तारें खरीदने पर लूट हो रही उन्होंने बताया कि इसी तरीके से पीएसपीसीएल द्वारा खरीदे जाने वाले खंभे, बिजली की तार आदि खरीदने के नाम पर लूट की जा रही है। हरियाणा में जो 9 मीटर का खंभा 2500 रुपए का है, वह पंजाब में 5200 रुपए का लिया जा रहा है। इसी प्रकार 11 मीटर का खंभा हरियाणा में 5200 रुपए का लिया जा रहा है और पंजाब में यह खंभा 10 हजार 976 रुपए का लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस खरीद-फरोख्त में सीधा छह हजार करोड़ रुपए की लूट की जा रही है। बिजली मीटर में भी घोटाला एनके शर्मा ने बताया कि बिजली के दो लाख स्मार्ट मीटर खरीदे गए हैं। जिसके बारे में एनफोर्समेंट बठिंडा की टीम ने तस्दीक किया है कि यह मीटर नौ प्रतिशत अधिक रफ्तार के साथ चलते हैं। इसका मतलब यह हुआ है कि जब उपभोक्ता 260 यूनिट की खपत करता है तो मीटर 300 यूनिट दर्शाता है। शिकायत करने पर होते हैं हमले इस अवसर पर कर्मचारी यूनियन के प्रधान सिमरनजीत सिंह हिस्सोवाल ने बताया कि घोटाले की शिकायत पीएसपीसीएल प्रबंधन से लेकर मुख्यमंत्री तक की जा चुकी है। कार्रवाई करने की बजाए उन पर जानलेवा हमला करवा दिया गया। नियमित कर्मचारियों की संख्या भी कम हुई एनके शर्मा ने बताया कि पीएसपीसीएल में नियमित कर्मचारियों की संख्या 32 हजार से कम होकर तीस हजार रह गई है। आउटसोर्स के माध्यम से आठ हजार कर्मचारी रखे गए हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान भगवंत मान ने कहा था कि केवल नियमित भर्तियां ही की जाएंगी। इसके बावजूद आउटसोर्स कर्मचारियों की संख्या को लगातार बढ़ाया जा रहा है।   पंजाब | दैनिक भास्कर