भारत-पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण माहौल के बीच हिमाचल प्रदेश की विभिन्न टैक्सी यूनियनों देशभक्ति का परिचय दिया है। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, मनाली, सोलन और सिरमौर की टैक्सी यूनियनों ने छुट्टी पर आए जवानों को इस आपात स्थिति में निशुल्क वापिस उन्हें उनके ड्यूटी स्थल तक पहुंचाने का निर्णय लिया है। बोले-सैनिकों का सहयोग करना हमारा कर्त्तव्य टैक्सी यूनियन के सदस्यों का कहना है कि सेना का जवान इस मुश्किल वक्त में मजबूती से आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहा है ऐसे में टैक्सी चालक छोटा सा सहयोग करना अपना कर्तव्य समझता है। शुलिनी टैक्सी यूनियन के प्रधान कमल कुमार ने बताया कि युद्ध जैसे हालात में जब सैनिक देश की रक्षा में जुटे हैं, तो टैक्सी यूनियन उनका सहयोग करना अपना कर्तव्य समझती है। 24 घंटे सेवा में जुटी यूनियन उन्होंने कहा कि ट्रेन या बस में आरक्षण न मिलने की स्थिति में जवानों को कोई असुविधा न हो, इसलिए यह सुविधा शुरू की गई है। उन्होंने आग्रह किया कि ड्यूटी पर लौटने वाले जवान शुलिनी टैक्सी यूनियन से सीधे संपर्क करें, यूनियन 24 घंटे उनकी सेवा में तत्पर है। वहीं टैक्सी यूनियन मनाली के प्रधान राज कमल राजा ने कहा कि देश के जवान हमारे लिए अपनी जान की बाजी लगाते हैं, ऐसे में यूनियन की ओर से यह छोटा सा योगदान उनकी सेवा में समर्पित है। कृतज्ञता और समर्पण को दर्शाती है पहल उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में भी अगर सेना को किसी प्रकार की सहायता की आवश्यकता हुई, तो यूनियन बिना किसी शुल्क के तत्पर रहेगी। वहीं टैक्सी यूनियन, बस स्टैंड धर्मशाला (कांगड़ा) के प्रधान ठाकुर मेहर सिंह ने बताया कि धर्मशाला से जम्मू या युद्ध क्षेत्र तक जाने वाले सैनिकों को भी निशुल्क सेवा प्रदान की जाएगी। टैक्सी यूनियनों की यह पहल देश के प्रति टैक्सी यूनियनों की कृतज्ञता और समर्पण को दर्शाती है। भारत-पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण माहौल के बीच हिमाचल प्रदेश की विभिन्न टैक्सी यूनियनों देशभक्ति का परिचय दिया है। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, मनाली, सोलन और सिरमौर की टैक्सी यूनियनों ने छुट्टी पर आए जवानों को इस आपात स्थिति में निशुल्क वापिस उन्हें उनके ड्यूटी स्थल तक पहुंचाने का निर्णय लिया है। बोले-सैनिकों का सहयोग करना हमारा कर्त्तव्य टैक्सी यूनियन के सदस्यों का कहना है कि सेना का जवान इस मुश्किल वक्त में मजबूती से आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहा है ऐसे में टैक्सी चालक छोटा सा सहयोग करना अपना कर्तव्य समझता है। शुलिनी टैक्सी यूनियन के प्रधान कमल कुमार ने बताया कि युद्ध जैसे हालात में जब सैनिक देश की रक्षा में जुटे हैं, तो टैक्सी यूनियन उनका सहयोग करना अपना कर्तव्य समझती है। 24 घंटे सेवा में जुटी यूनियन उन्होंने कहा कि ट्रेन या बस में आरक्षण न मिलने की स्थिति में जवानों को कोई असुविधा न हो, इसलिए यह सुविधा शुरू की गई है। उन्होंने आग्रह किया कि ड्यूटी पर लौटने वाले जवान शुलिनी टैक्सी यूनियन से सीधे संपर्क करें, यूनियन 24 घंटे उनकी सेवा में तत्पर है। वहीं टैक्सी यूनियन मनाली के प्रधान राज कमल राजा ने कहा कि देश के जवान हमारे लिए अपनी जान की बाजी लगाते हैं, ऐसे में यूनियन की ओर से यह छोटा सा योगदान उनकी सेवा में समर्पित है। कृतज्ञता और समर्पण को दर्शाती है पहल उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में भी अगर सेना को किसी प्रकार की सहायता की आवश्यकता हुई, तो यूनियन बिना किसी शुल्क के तत्पर रहेगी। वहीं टैक्सी यूनियन, बस स्टैंड धर्मशाला (कांगड़ा) के प्रधान ठाकुर मेहर सिंह ने बताया कि धर्मशाला से जम्मू या युद्ध क्षेत्र तक जाने वाले सैनिकों को भी निशुल्क सेवा प्रदान की जाएगी। टैक्सी यूनियनों की यह पहल देश के प्रति टैक्सी यूनियनों की कृतज्ञता और समर्पण को दर्शाती है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
