यूक्रेनी ने पाइप में नाल डाल बंदरों को शूट किया:मथुरा में 12 के दिल-लीवर में छर्रे मिले; महंत बोले-आश्रम को बदनाम कर रहे

यूक्रेनी ने पाइप में नाल डाल बंदरों को शूट किया:मथुरा में 12 के दिल-लीवर में छर्रे मिले; महंत बोले-आश्रम को बदनाम कर रहे

मथुरा के गोवर्धन में 12 बंदरों को मार डालने वाला यूक्रेनी नागरिक लापता है। आश्रम के महंत ने कहा- लास्ट टाइम उसे 3 दिन पहले देखा था। अब उसके कमरे पर ताला लगा है। मथुरा पुलिस को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिल चुकी है। बंदरों के सिर, हार्ट और लिवर में छर्रे धंसे हुए मिले हैं। पुलिस कस्टडी में यूक्रेनी नागरिक ब्रज सुंदर दास से थाने में पूछताछ हुई थी। सवाल एक ही था, इन बंदरों को क्यों मार डाला? उसने कहा- ये उत्पात मचाते थे। पहले डंडे और गुलेल से भगाना चाहा, फिर एयरगन लाया। पता नहीं था कि इनकी मौत हो जाएगी। यूक्रेनी नागरिक के कमरे से एक पाइप दीवार के आर-पार गया था। यूक्रेनी उसी में एयर गन की नाल डालकर बंदरों को शूट करता था। 5 दिन बाद भी गोवर्धन के लोगों में आक्रोश फैला हुआ है। दैनिक भास्कर ने आश्रम और गोवर्धन के हालात जाने। पढ़िए रिपोर्ट… परिक्रमा मार्ग पर 2Km दूर बंदरों की लाशें बिखरी मिलीं
मथुरा के गोवर्धन परिक्रमा मार्ग पर करीब 2km चलते हुए हमें गांव आन्यौर मिला। गांव के पास ही गोविंद कुंड है। यहीं पर विराजमान ठाकुर श्री राधा मदन मोहन मंदिर है, जिसके महंत जानकीदास हैं। यहीं एक आश्रम है, जिसके आसपास करीब 100 मीटर एरिया में 5 मई को 12 से ज्यादा बंदरों के शव मिले थे। गांव के लोग समझ नहीं पा रहे थे कि इतने सारे बंदर एक साथ मर कैसे गए? हंगामा हुआ था। भास्कर टीम उस आश्रम तक पहुंची। यहां सन्नाटा पसरा था, एक-दो लोग ही आ-जा रहे थे। आश्रम के अंदर हमारी मुलाकात महंत जानकीदास से हुई। बंदरों की मौत को लेकर कई सवाल पूछे। पढ़िए पूरी बातचीत… सवाल : आप इस आश्रम में कब से रह रहे हैं?
महंत : मैं तो यहीं का रहने वाला हूं। मेरे गुरु ने इस 250 साल पुराने आश्रम में मुझे बसाया, अब कोई 12 साल होने वाले हैं। सवाल : यूक्रेनी नागरिक आश्रम में कब रहने आया?
महंत : वो करीब 1 साल पहले यहां रहने आया था। इससे पहले वह वसुंधरा, राधा कुंड और वृंदावन में रहा था। सवाल : बंदरों की मौत पर क्या कहेंगे?
महंत : देखिए, मैं ब्रजवासी हूं। बंदरों को क्यों मारेंगे। यह तो गांव की राजनीति है, जो हमें या कहिए आश्रम को फंसाया जा रहा है। सवाल : यूक्रेनी नागरिक एयर गन कहां से लाया?
महंत : इसके बारे में मुझको पता नहीं था। एक दिन पहले जब पता चला तब उससे पूछा। उसने कहा कि ऑनलाइन मंगाई है, इससे बंदर मरते नहीं हैं, केवल डरकर भाग जाते हैं। सवाल : फिर बंदरों की लाश पर क्या कहेंगे?
महंत : गांव के ही कुछ लोगों ने तलहटी के जंगल से बंदर लाकर यहां एकत्रित कर दिए। पुलिस और मीडिया को बुला लिया और हमको बदनाम कर दिया। दीवार के पाइप में नाल डालकर एयरगन चलाता था
महंत जानकीदास से पूरा मामला समझने के बाद हमने आश्रम की व्यवस्थाएं देखीं। आश्रम की पहली मंजिल की दीवार से करीब 2-3 फीट की दूरी पर एक पाइप नजर आई। इसके बारे में जब जानकारी की तो पता चला कि यूक्रेनी नागरिक इसी पाइप में एयर गन की नाल रखकर बंदरों का शिकार करता था। पास में एक छोटी सी कुटिया बनाकर रह रहे संत मोहन दास ने बिना कैमरे पर आए बताया कि वह विदेशी नागरिक काफी समय से ऐसा कर रहा था। यहां शांत माहौल रहता है, कोई किसी के काम में हस्तक्षेप नहीं करता है। वहीं गन्ने का जूस बेचने वाले मनीष ने बताया कि मैं काफी समय से यहां आ रहा हूं। पहले ऐसा नहीं देखा था। लेकिन पिछले कुछ दिनों से लगातार बंदरों की मौत का मामला सामने आ रहा था। बंदरों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट… गोवर्धन के आसपास 30 दिन में 60 बंदरों की मौत होने की बात कही गई। मगर 5 मई को 12 बंदरों की लाशें पशु चिकित्सक ने कब्जे में लिया था। पशु चिकित्साधिकारी नरेंद्र नारायण शुक्ला का कहना है कि बंदरों के शरीर में वाइटल ऑर्गन होते हैं। पोस्टमॉर्टम के दौरान उनके दिमाग, लिवर और दिल में छर्रे धंसे हुए मिले हैं। यही उनकी मौत की वजह है। अब पढ़िए, यूक्रेनी नागरिक ने पुलिस को दिए बयान में क्या कुछ कहा था… अब पुलिस एक्शन जानिए… यूक्रेनी नागरिक को निजी मुचलका पर छोड़ा
SHO रवि त्यागी ने बताया- गांव के माधव सिंह ने हमें शिकायत दी थी। यूक्रेनी नागरिक ब्रज सुंदर दास और आश्रम के महंत जानकीदास के खिलाफ FIR दर्ज की थी। पुलिस ने दोनों पर BNS की धारा 325 (पशु को मारने या अपंग करने), 351(3) (आपराधिक धमकी) और पशु क्रूरता अधिनियम 11 के तहत मुकद्दमा दर्ज कर लिया है। यूक्रेनी नागरिक को हमने हिरासत में रखा था। फिर निजी मुचलके पर जमानत दे दी गई। पुलिस जांच कर रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिली है। गन शॉट आया है। जल्द चार्जशीट दाखिल की जाएगी। अब ब्रजवासियों की बात… ………………………. यह भी पढ़ें : एयर गन से गोली मारकर 12 बंदरों की हत्या:मथुरा में यूक्रेनी नागरिक पकड़ा गया; लोग बोले-30 दिन में 60 को मारा मथुरा में 30 दिन में 60 बंदरों के शव मिले। 12 की मौत एक ही दिन में हुई, तो क्षेत्र में कोहराम मच गया। लोगों की सूचना पर पुलिस और पशु चिकित्सक मौके पर पहुंचे। शवों की जांच में एयर गन की गोली के निशान मिले। एक बंदर घायल मिला है, जिसके सिर से गोली निकाली गई है। लोगों का आरोप है कि गोवर्धन में एक यूक्रेनी नागरिक रहता है। उसी ने एयर गन से बंदरों को गोली मारी है। पढ़िए पूरी खबर… मथुरा के गोवर्धन में 12 बंदरों को मार डालने वाला यूक्रेनी नागरिक लापता है। आश्रम के महंत ने कहा- लास्ट टाइम उसे 3 दिन पहले देखा था। अब उसके कमरे पर ताला लगा है। मथुरा पुलिस को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिल चुकी है। बंदरों के सिर, हार्ट और लिवर में छर्रे धंसे हुए मिले हैं। पुलिस कस्टडी में यूक्रेनी नागरिक ब्रज सुंदर दास से थाने में पूछताछ हुई थी। सवाल एक ही था, इन बंदरों को क्यों मार डाला? उसने कहा- ये उत्पात मचाते थे। पहले डंडे और गुलेल से भगाना चाहा, फिर एयरगन लाया। पता नहीं था कि इनकी मौत हो जाएगी। यूक्रेनी नागरिक के कमरे से एक पाइप दीवार के आर-पार गया था। यूक्रेनी उसी में एयर गन की नाल डालकर बंदरों को शूट करता था। 5 दिन बाद भी गोवर्धन के लोगों में आक्रोश फैला हुआ है। दैनिक भास्कर ने आश्रम और गोवर्धन के हालात जाने। पढ़िए रिपोर्ट… परिक्रमा मार्ग पर 2Km दूर बंदरों की लाशें बिखरी मिलीं
मथुरा के गोवर्धन परिक्रमा मार्ग पर करीब 2km चलते हुए हमें गांव आन्यौर मिला। गांव के पास ही गोविंद कुंड है। यहीं पर विराजमान ठाकुर श्री राधा मदन मोहन मंदिर है, जिसके महंत जानकीदास हैं। यहीं एक आश्रम है, जिसके आसपास करीब 100 मीटर एरिया में 5 मई को 12 से ज्यादा बंदरों के शव मिले थे। गांव के लोग समझ नहीं पा रहे थे कि इतने सारे बंदर एक साथ मर कैसे गए? हंगामा हुआ था। भास्कर टीम उस आश्रम तक पहुंची। यहां सन्नाटा पसरा था, एक-दो लोग ही आ-जा रहे थे। आश्रम के अंदर हमारी मुलाकात महंत जानकीदास से हुई। बंदरों की मौत को लेकर कई सवाल पूछे। पढ़िए पूरी बातचीत… सवाल : आप इस आश्रम में कब से रह रहे हैं?
महंत : मैं तो यहीं का रहने वाला हूं। मेरे गुरु ने इस 250 साल पुराने आश्रम में मुझे बसाया, अब कोई 12 साल होने वाले हैं। सवाल : यूक्रेनी नागरिक आश्रम में कब रहने आया?
महंत : वो करीब 1 साल पहले यहां रहने आया था। इससे पहले वह वसुंधरा, राधा कुंड और वृंदावन में रहा था। सवाल : बंदरों की मौत पर क्या कहेंगे?
महंत : देखिए, मैं ब्रजवासी हूं। बंदरों को क्यों मारेंगे। यह तो गांव की राजनीति है, जो हमें या कहिए आश्रम को फंसाया जा रहा है। सवाल : यूक्रेनी नागरिक एयर गन कहां से लाया?
महंत : इसके बारे में मुझको पता नहीं था। एक दिन पहले जब पता चला तब उससे पूछा। उसने कहा कि ऑनलाइन मंगाई है, इससे बंदर मरते नहीं हैं, केवल डरकर भाग जाते हैं। सवाल : फिर बंदरों की लाश पर क्या कहेंगे?
महंत : गांव के ही कुछ लोगों ने तलहटी के जंगल से बंदर लाकर यहां एकत्रित कर दिए। पुलिस और मीडिया को बुला लिया और हमको बदनाम कर दिया। दीवार के पाइप में नाल डालकर एयरगन चलाता था
महंत जानकीदास से पूरा मामला समझने के बाद हमने आश्रम की व्यवस्थाएं देखीं। आश्रम की पहली मंजिल की दीवार से करीब 2-3 फीट की दूरी पर एक पाइप नजर आई। इसके बारे में जब जानकारी की तो पता चला कि यूक्रेनी नागरिक इसी पाइप में एयर गन की नाल रखकर बंदरों का शिकार करता था। पास में एक छोटी सी कुटिया बनाकर रह रहे संत मोहन दास ने बिना कैमरे पर आए बताया कि वह विदेशी नागरिक काफी समय से ऐसा कर रहा था। यहां शांत माहौल रहता है, कोई किसी के काम में हस्तक्षेप नहीं करता है। वहीं गन्ने का जूस बेचने वाले मनीष ने बताया कि मैं काफी समय से यहां आ रहा हूं। पहले ऐसा नहीं देखा था। लेकिन पिछले कुछ दिनों से लगातार बंदरों की मौत का मामला सामने आ रहा था। बंदरों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट… गोवर्धन के आसपास 30 दिन में 60 बंदरों की मौत होने की बात कही गई। मगर 5 मई को 12 बंदरों की लाशें पशु चिकित्सक ने कब्जे में लिया था। पशु चिकित्साधिकारी नरेंद्र नारायण शुक्ला का कहना है कि बंदरों के शरीर में वाइटल ऑर्गन होते हैं। पोस्टमॉर्टम के दौरान उनके दिमाग, लिवर और दिल में छर्रे धंसे हुए मिले हैं। यही उनकी मौत की वजह है। अब पढ़िए, यूक्रेनी नागरिक ने पुलिस को दिए बयान में क्या कुछ कहा था… अब पुलिस एक्शन जानिए… यूक्रेनी नागरिक को निजी मुचलका पर छोड़ा
SHO रवि त्यागी ने बताया- गांव के माधव सिंह ने हमें शिकायत दी थी। यूक्रेनी नागरिक ब्रज सुंदर दास और आश्रम के महंत जानकीदास के खिलाफ FIR दर्ज की थी। पुलिस ने दोनों पर BNS की धारा 325 (पशु को मारने या अपंग करने), 351(3) (आपराधिक धमकी) और पशु क्रूरता अधिनियम 11 के तहत मुकद्दमा दर्ज कर लिया है। यूक्रेनी नागरिक को हमने हिरासत में रखा था। फिर निजी मुचलके पर जमानत दे दी गई। पुलिस जांच कर रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिली है। गन शॉट आया है। जल्द चार्जशीट दाखिल की जाएगी। अब ब्रजवासियों की बात… ………………………. यह भी पढ़ें : एयर गन से गोली मारकर 12 बंदरों की हत्या:मथुरा में यूक्रेनी नागरिक पकड़ा गया; लोग बोले-30 दिन में 60 को मारा मथुरा में 30 दिन में 60 बंदरों के शव मिले। 12 की मौत एक ही दिन में हुई, तो क्षेत्र में कोहराम मच गया। लोगों की सूचना पर पुलिस और पशु चिकित्सक मौके पर पहुंचे। शवों की जांच में एयर गन की गोली के निशान मिले। एक बंदर घायल मिला है, जिसके सिर से गोली निकाली गई है। लोगों का आरोप है कि गोवर्धन में एक यूक्रेनी नागरिक रहता है। उसी ने एयर गन से बंदरों को गोली मारी है। पढ़िए पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर