हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन व श्रम मंत्री अनिल विज ने आज (सोमवार को) कांग्रेस और पाकिस्तान पर जमकर हमला बोला। विज ने कहा कि इंदिरा गांधी के समय पर जितना नुकसान देश का हुआ, किसी ने नहीं किया। सीजफायर के बाद विपक्ष द्वारा विशेष सत्र बुलाए जाने की मांग पर भी अनिल विज ने विपक्ष को साफ कहा कि जो सीक्रेट बातें है, वहां उनको डिस्क्लोज नहीं किया जा सकता। अंबाला में आज अनिल विज मीडियाकर्मियों से बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कई सवालों के जवाब देते हुए विपक्ष को आड़े हाथ लिया। उन्होंने भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ की मीटिंग के सवाल पर भी कहा कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच अभी सीजफायर ही हुआ है लड़ाई खत्म नहीं हुई। शिमला समझौता के लिए उन्हें कभी माफ नहीं किया जा सकता कांग्रेस द्वारा लगाए गए पोस्टर के बारे में अनिल विज ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इंदिरा गांधी जब इस देश की प्रधानमंत्री थी, तो उससे ज्यादा नुकसान इस देश का किसी ने नहीं किया। उन्होंने तीखे तेवर दिखाते हुए कहा कि उन्होंने इमरजेंसी लगाई, कोई बात नहीं, लेकिन शिमला समझौता के लिए उन्हें कभी माफ नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि हमें उस वक्त मांग रखनी चाहिए थी कि हमारा पीओके हमे दे दो, तो अपने आप लड़ाई खत्म हो जाती। सेना ने मैदान जीता, इंदिरा गांधी टेबल पर हारी विज ने स्मरण करवाते हुए कहा कि “उस समय हमने 13 हजार एकड़ जमीन कब्जा की थी वो भी उनको मुफ्त में दे दी। उन्होंने जोश में आते हुए कहा कि तब उससे अच्छा तो मौका हो ही नहीं सकता था, क्योंकि हमारे पास 93 हजार युद्ध बंदी थे। उन्होंने कहा कि जो लड़ाई सेना ने मैदान में जीती, वो लड़ाई इंदिरा गांधी ने टेबल पर हरा दी। सीजफायर के बाद विपक्ष विशेष सत्र बुलाए जाने की मांग कर रहा है, इस सवाल के जवाब में अनिल विज ने प्रश्न करते हुए कहा कि सत्र बुलाकर क्या करेंगे। हालांकि सत्र बुलाएं, उनका अधिकार है लेकिन क्या सोच सकते हैं कि ये जो सीक्रेट बातें है उनको वहां डिस्क्लोज किया जा सकता है, कि कहां कहां पर क्या हुआ है? सीजफायर ही हुआ है, लड़ाई खत्म नहीं हुई आज भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ होने वाली मीटिंग के बारे में उन्होंने कहा कि ये पाकिस्तान नहीं बल्कि ना-पाकिस्तान है, सीजफायर ही हुआ है, लड़ाई खत्म नहीं हुई। उन्होंने कहा कि सेनाएं वैसे की वैसे बॉर्डर पर खड़ी हैं बैरकों में नहीं गई है। युद्ध खत्म तब माना जाता है जब सेनाएं बैरकों में चली जाती है। तुम गोली मरोगे, हम गोला मारेंगे उन्होंने कहा कि हमारा साफ पैगाम है कि अगर तुम गोली मरोगे- हम गोला मारेंगे। उन्होंने कहा कि इसको लड़ाई खत्म होना नहीं माना जा सकता, ये तो यथास्थिति हो गई कि जहां है वहीं रहो। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने देख लिया कि भारत की ताकत क्या है। युद्ध की सारी बातें लीक नहीं की जाती कांग्रेस पर अनिल विज ने कहा कि युद्ध की सारी बातें लीक नहीं की जाती, जिन बातों को करने से नुकसान नहीं होता वो ही लीक की जा सकती है। इस बारे में उन्होंने कांग्रेसियों को नासमझ बताते हुए कहा कि इनको युद्ध की कहां समझ है। उन्होंने कहा कि आर्मी में तो साथ वाले व्यक्ति को भी पता नहीं होता कि कौन सी मिसाइल चलनी है, कहां चलनी है क्योंकि ये लड़ाई की नीति होती है। हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन व श्रम मंत्री अनिल विज ने आज (सोमवार को) कांग्रेस और पाकिस्तान पर जमकर हमला बोला। विज ने कहा कि इंदिरा गांधी के समय पर जितना नुकसान देश का हुआ, किसी ने नहीं किया। सीजफायर के बाद विपक्ष द्वारा विशेष सत्र बुलाए जाने की मांग पर भी अनिल विज ने विपक्ष को साफ कहा कि जो सीक्रेट बातें है, वहां उनको डिस्क्लोज नहीं किया जा सकता। अंबाला में आज अनिल विज मीडियाकर्मियों से बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कई सवालों के जवाब देते हुए विपक्ष को आड़े हाथ लिया। उन्होंने भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ की मीटिंग के सवाल पर भी कहा कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच अभी सीजफायर ही हुआ है लड़ाई खत्म नहीं हुई। शिमला समझौता के लिए उन्हें कभी माफ नहीं किया जा सकता कांग्रेस द्वारा लगाए गए पोस्टर के बारे में अनिल विज ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इंदिरा गांधी जब इस देश की प्रधानमंत्री थी, तो उससे ज्यादा नुकसान इस देश का किसी ने नहीं किया। उन्होंने तीखे तेवर दिखाते हुए कहा कि उन्होंने इमरजेंसी लगाई, कोई बात नहीं, लेकिन शिमला समझौता के लिए उन्हें कभी माफ नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि हमें उस वक्त मांग रखनी चाहिए थी कि हमारा पीओके हमे दे दो, तो अपने आप लड़ाई खत्म हो जाती। सेना ने मैदान जीता, इंदिरा गांधी टेबल पर हारी विज ने स्मरण करवाते हुए कहा कि “उस समय हमने 13 हजार एकड़ जमीन कब्जा की थी वो भी उनको मुफ्त में दे दी। उन्होंने जोश में आते हुए कहा कि तब उससे अच्छा तो मौका हो ही नहीं सकता था, क्योंकि हमारे पास 93 हजार युद्ध बंदी थे। उन्होंने कहा कि जो लड़ाई सेना ने मैदान में जीती, वो लड़ाई इंदिरा गांधी ने टेबल पर हरा दी। सीजफायर के बाद विपक्ष विशेष सत्र बुलाए जाने की मांग कर रहा है, इस सवाल के जवाब में अनिल विज ने प्रश्न करते हुए कहा कि सत्र बुलाकर क्या करेंगे। हालांकि सत्र बुलाएं, उनका अधिकार है लेकिन क्या सोच सकते हैं कि ये जो सीक्रेट बातें है उनको वहां डिस्क्लोज किया जा सकता है, कि कहां कहां पर क्या हुआ है? सीजफायर ही हुआ है, लड़ाई खत्म नहीं हुई आज भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ होने वाली मीटिंग के बारे में उन्होंने कहा कि ये पाकिस्तान नहीं बल्कि ना-पाकिस्तान है, सीजफायर ही हुआ है, लड़ाई खत्म नहीं हुई। उन्होंने कहा कि सेनाएं वैसे की वैसे बॉर्डर पर खड़ी हैं बैरकों में नहीं गई है। युद्ध खत्म तब माना जाता है जब सेनाएं बैरकों में चली जाती है। तुम गोली मरोगे, हम गोला मारेंगे उन्होंने कहा कि हमारा साफ पैगाम है कि अगर तुम गोली मरोगे- हम गोला मारेंगे। उन्होंने कहा कि इसको लड़ाई खत्म होना नहीं माना जा सकता, ये तो यथास्थिति हो गई कि जहां है वहीं रहो। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने देख लिया कि भारत की ताकत क्या है। युद्ध की सारी बातें लीक नहीं की जाती कांग्रेस पर अनिल विज ने कहा कि युद्ध की सारी बातें लीक नहीं की जाती, जिन बातों को करने से नुकसान नहीं होता वो ही लीक की जा सकती है। इस बारे में उन्होंने कांग्रेसियों को नासमझ बताते हुए कहा कि इनको युद्ध की कहां समझ है। उन्होंने कहा कि आर्मी में तो साथ वाले व्यक्ति को भी पता नहीं होता कि कौन सी मिसाइल चलनी है, कहां चलनी है क्योंकि ये लड़ाई की नीति होती है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
