रोहतक के सोनीपत रोड पर जेएलएन नहर पुल के पास एक बेकाबू कार सड़क किनारे बनी झोपड़ियों में जा घुसी और पलट गई। इस हादसे में झोपड़ियों में रह रहे 3 लोग घायल हो गए। कार चालक मौके से फरार हो गया। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। शनिवार सुबह जवाहर लाल नेहरू नहर पर गांव बोहर की तरफ पटरी पर सोनीपत की ओर से एक ऑल्टो कार आ रही थी। इसी दौरान चालक का संतुलन खराब हो गया। जिसके बाद गाड़ी पलटकर और एक झोपड़ी में जा घुसी। जिसमें बुजुर्ग महिला प्रेम, धर्मबीर व अनिल घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया। देखिए हादसे से जुड़ी फोटोज..। झुग्गियों में रह रहे लोगों को कुचला झुग्गियों में रह रहे सिराज, प्रेम व धर्मबीर ने बताया कि वे यहां पर करीब 4 साल से रहते हैं। शनिवार को वे अपनी झुग्गियों में मौजूद थे। इसी दौरान जब वे अपनी झुग्गियों में काम कर रहे थे, तो सोनीपत की तरफ से एक ऑल्टो कार आई। जो तेज रफ्तार में थी और उसने सीधी अनियंत्रित होकर झुग्गियों में टक्कर मार दी। एक्सीडेंट के बाद कार चालक मौके से फरार हो गया। रोहतक के सोनीपत रोड पर जेएलएन नहर पुल के पास एक बेकाबू कार सड़क किनारे बनी झोपड़ियों में जा घुसी और पलट गई। इस हादसे में झोपड़ियों में रह रहे 3 लोग घायल हो गए। कार चालक मौके से फरार हो गया। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। शनिवार सुबह जवाहर लाल नेहरू नहर पर गांव बोहर की तरफ पटरी पर सोनीपत की ओर से एक ऑल्टो कार आ रही थी। इसी दौरान चालक का संतुलन खराब हो गया। जिसके बाद गाड़ी पलटकर और एक झोपड़ी में जा घुसी। जिसमें बुजुर्ग महिला प्रेम, धर्मबीर व अनिल घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया। देखिए हादसे से जुड़ी फोटोज..। झुग्गियों में रह रहे लोगों को कुचला झुग्गियों में रह रहे सिराज, प्रेम व धर्मबीर ने बताया कि वे यहां पर करीब 4 साल से रहते हैं। शनिवार को वे अपनी झुग्गियों में मौजूद थे। इसी दौरान जब वे अपनी झुग्गियों में काम कर रहे थे, तो सोनीपत की तरफ से एक ऑल्टो कार आई। जो तेज रफ्तार में थी और उसने सीधी अनियंत्रित होकर झुग्गियों में टक्कर मार दी। एक्सीडेंट के बाद कार चालक मौके से फरार हो गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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INLD नेता अभय चौटाला का हुड्डा-दुष्यंत पर तंज:कहा- बीजेपी की मदद करने में लगे; सरकार होती तो दिल्ली को पानी नहीं देते
INLD नेता अभय चौटाला का हुड्डा-दुष्यंत पर तंज:कहा- बीजेपी की मदद करने में लगे; सरकार होती तो दिल्ली को पानी नहीं देते हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकलदल के सीनियर नेता और विधायक अभय चौटाला ने आम आदमी पार्टी पर तीखा हमला बोला हैं। चौटाला ने कहा कि आज ये दिल्ली के पानी का रोना रो रहे है। पंजाब में इनकी सरकार हैं। हमे आज तक एसवाईएल का पानी नहीं मिला। ये तो बीजेपी की सरकार है, जो पानी दे रही है। अगर हमारी सरकार हरियाणा में होती तो एक बूंद पानी तब तक नहीं देते जब तक ये हमारे हिस्से का पानी पंजाब से नहीं दिलाते। खासकर दक्षिणी हरियाणा को पानी की विशेष जरूरत हैं। चौटाला शनिवार को रेवाड़ी में कार्यकर्ताओं की मीटिंग लेने पहुंचे थे। इस दौरान उनके साथ प्रदेशाध्यक्ष रामपाल माजरा भी रहे। चौटाला ने मीडिया से बात करते हुए कहा-लोकसभा का चुनाव स्थानीय मुद्दों का नहीं, बल्कि राष्ट्रीय मुद्दों का था। ये चुनाव एनडीए V/S इंडिया का था। इस चुनाव में लोगों ने फैसला कर दिया था कि नरेंद्र मोदी को सत्ता से निकालना है। इसके पीछे के भी कई कारण है। प्रधानमंत्री मोदी ने पांच साल में बहुत से फैसले लिए थे, जिससे आम आदमी परेशान था। नोटबंदी, जीएसटी, तीन काले कानून के अलावा देश की अलग-अलग कंपनियों को बेचने का फैसला था। लोगों में डर था कि मोदी फिर सत्ता में आ गए तो देश बेच देंगे। छोटे दलों को मिलकर बनाएंगे संगठन इसलिए इंडिया गठबंधन के पक्ष में वोट डाले। चौटाला ने ये भी कहा कि इंडिया गठबंधन राष्ट्रीय स्तर पर बना था। इसका स्टेट में कोई लेना देना नहीं है। क्योंकि गठबंधन की अन्य पार्टियों राज्यों में अलग चुनाव लड़ रही है। उन्होंने ये भी कहा कि इस लोकसभा के चुनाव में भी कुछ लोगों ने हमारी मदद की। हमने भी उनकी मदद की। हरियाणा विधानसभा चुनाव में हम ऐसा संगठन बनाए, जिसमें बहुत सारे लोग आएंगे। प्रदेशाध्यक्ष रामपाल माजरा सहित 5 लोगों की ड्यूटी लगाई है। ये उन दलों के नेताओं के पास जाएंगे और बातचीत करेंगे। मुझे उम्मीद है कि बहुत अच्छे तरीके से सब साथियों को साथ लेंगे और विधानसभा चुनाव में बड़े चौंकाने वाले रिजल्ट आएंगे। कांग्रेस-बीजेपी में मचेगी भगदड़ चौटाला ने कहा कि आने वाले दिनों में कांग्रेस में भगदड़ मचेगी। अगर कांग्रेस में सबकुछ ठीक होता तो उसके नेता छोड़कर जाते। किसी पार्टी का ग्राफ गिरता है तो उसके नेता छोड़कर जाते है। मैंने कल ही एक वीडियो देखी। जिसमें भूपेंद्र हुड्डा कुलदीप शर्मा का हाथ पकड़ कर मना रहे थे। जबरदस्ती हुड्डा ने कुलदीप को खड़ा कर दिया और कहने लगे आप कह दो हमे छोड़कर नहीं जा रहे। ये इस तरह से नेताओं को रोकना चाहते है। लेकिन मैं बताना चाहता हूं कि कांग्रेस के कई सीनियर नेता छोड़कर जाएंगे। हुड्डा को ईडी-सीबीआई का डर चौटाला ने कहा कि हुड्डा कहते हैं कि हम राज्यसभा नहीं लड़ेंगे। 16 एमएलए दूसरे है। जिनमें मैं खुद, बलराज कुंडी, जेजेपी के 10 और अन्य शामिल है। ये मिलकर एक नाम तक कर ले, उनका स्पोर्ट कर देंगे। चौटाला ने कहा कि प्रदेश में विपक्ष में सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस है। उसको पहल करनी चाहिए। कांग्रेस के लीडर भूपेंद्र हुड्डा बन रहे है। उन्हें चर्चा करनी चाहिए। अगर वो अपने बेटे के लिए मुझसे वोट मांग सकते है तो क्या वो इस राज्यसभा चुनाव में हमसे बात नहीं कर सकते। चौटाला ने आरोप लगाया कि ये सीट सीधे-सीधे बीजेपी के पास जा रही है। बीजेपी को वो सीधे मदद कर रहे है। चौटाला ने कहा कि एक तरफ तो भूपेंद्र हुड्डा राज्यसभा का चुनाव नहीं लड़ रहे और दूसरी तरफ राज्यपाल से मिलकर सरकार को अल्पमत में बता रहे है। ये बीजेपी के साथ मिलकर काम कर रहे है। इन्हें ईडी और सीबीआई का डर है। इन्होंने बहुत गलत काम किए है। उनमें फंसे हुए है। जिस तरह केजरीवाल को अंदर किया। हुड्डा जिस दिन इस तरह का काम करेगें उन्हें भी अंदर कर देंगे। कांग्रेस और बीजेपी में बहुत जल्द भगदड़ मचने वाली है। दुष्यंत को बीजेपी का एजेंट बताया चौटाला ने बगैर नाम लिए दुष्यंत चौटाला ने पर भी वार किया। अभय ने कहा कि अगर परिवार हमारा ठीक रहता तो 2019 में बीजेपी की नहीं, हमारी सरकार होती। वो लोग तो बीजेपी के एजेंट है। उन्होंने बना बनाया राज खोया। हम उन्हें हटाने की बात करते है, इन्होंने 10 सीट जीतने के बाद उन्हें स्थापित किया। आज भी ये बीजेपी के लिए ही काम करने में लगे हुए हैं।
हरियाणा में CPS-CM के आज जारी होंगे ऑर्डर:दो दिन पहले 4 घंटे में पलटे थे आदेश; 3 कैबिनेट मंत्रियों ने किया ऑब्जेक्शन
हरियाणा में CPS-CM के आज जारी होंगे ऑर्डर:दो दिन पहले 4 घंटे में पलटे थे आदेश; 3 कैबिनेट मंत्रियों ने किया ऑब्जेक्शन हरियाणा मुख्यमंत्री नायब सैनी के मुख्य प्रधान सचिव (CPS) की नियुक्ति के आदेश आज जारी कर दिए जाएंगे। इससे 2 दिन पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी के चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी की नियुक्ति के आदेश पर नाटकीय ढंग से रोक लग गई। प्रदेश के मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने शुक्रवार रात करीब 8 बजे रिटायर्ड IAS राजेश खुल्लर को मुख्यमंत्री का मुख्य प्रधान सचिव बनाने के आदेश जारी किए थे। इसमें उन्हें कैबिनेट मिनिस्टर का रैंक दिया गया था। हालांकि 4 घंटे बाद ही रात करीब 12 बजे दूसरा ऑर्डर जारी हो गया। जिसमें लिखा गया कि मुख्य प्रधान सचिव की नियुक्ति के संबंध में जारी आदेश अगले आदेश तक स्थगित किया जाता है। यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब CM नायब सैनी दिल्ली गए हुए हैं। आदेश पर रोक लगने की ये थी वजह इसके पीछे की इनसाइड स्टोरी अब सामने आई है। जिसमें पता चला है कि जब देर शाम उनकी नियुक्ति के ऑर्डर जारी किए गए, तो कैबिनेट के तीन सीनियर मंत्रियों ने इस पर ऑब्जेक्शन कर दिया। तीनों मंत्रियों ने राजेश खुल्लर को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिए जाने पर विरोध जताया। उनका कहना था कि हम चुनाव जीतकर आए हैं। वहीं अधिकारी को बैठे-बिठाए ही यह दर्जा दिया जा रहा है। जिसके बाद आदेश वापस ले लिए गए। हालांकि सरकार खुल्लर की नियुक्ति जरूर करेगी, इसके लिए अब बिना कैबिनेट रैंक के ये ऑर्डर आज या कल जारी कर सकती है। नियुक्ति और फिर उसे रोकने के ऑर्डर की कॉपी… कौन हैं राजेश खुल्लर राजेश खुल्लर 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। 2014 में राज्य में भाजपा सरकार बनने के बाद से ही वे तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर की गुडबुक में रहे। खुल्लर 31 अगस्त 2023 को रिटायर हुए और रिटायरमेंट के 24 घंटे के भीतर ही उन्हें तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर का चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी (CPS) नियुक्त कर दिया गया। तब उन्होंने 1982 बैच के सीनियर रिटायर्ड आईएएस अधिकारी डीएस ढेसी की जगह ली थी। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जब भाजपा ने मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सैनी को हरियाणा का नया सीएम बनाया था, तब भी राजेश खुल्लर उनके चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी (CPS) थे। पर्ची सिस्टम के विरोधी अपने 35 साल के लंबे कार्यकाल के दौरान राजेश खुल्लर कई जिलों के डीसी, विभागाध्यक्ष और प्रशासनिक सचिव रहे। वर्ष 2019 में खट्टर ने उन्हें अपने प्रधान सचिव के साथ-साथ गृह सचिव की जिम्मेदारी सौंपी। खुल्लर ने जनसंपर्क एवं भाषा, जेल, आपराधिक जांच और न्याय विभाग की जिम्मेदारी भी संभाली। हरियाणा में करप्शन की जड़ समझे जाने वाले तीन प्रमुख क्षेत्रों- सरकारी भर्ती, ट्रांसफर और लैंड यूज चेंज (CLU) से जुड़ी प्रक्रिया को कम्प्यूटराइज्ड कराने का श्रेय राजेश खुल्लर को ही जाता है। हरियाणा इन तीनों कामों में चलने वाले पर्ची सिस्टम के कारण देशभर में सुर्खियों में रहता था। सीएम ऑफिस (CMO) में रहते हुए खुल्लर ने ही पर्ची सिस्टम की जगह पारदर्शी व्यवस्था बनाई। इसके बाद अब आम लोगों या कर्मचारियों को अपने ट्रांसफर से लेकर बीपीएल राशन कार्ड बनवाने तक, किसी अधिकारी या कर्मचारी पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। मनोहर ने वर्ल्ड बैंक से वापस बुलवाया राजेश खुल्लर की सितंबर-2020 में वर्ल्ड बैंक के वॉशिंगटन डीसी कार्यालय में कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्ति हो गई। उनकी नियुक्ति तीन साल के लिए हुई थी। अमेरिका जाने से पहले उन्होंने करीब 5 साल हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ उनके प्रधान सचिव के रूप में काम किया।उसके बाद मनोहर सरकार के आग्रह पर केंद्र सरकार ने राजेश खुल्लर को तय टाइम से पहले वर्ल्ड बैंक से वापस हरियाणा बुलाने की मंजूरी दे दी थी। वर्ल्ड बैंक से लौटने के बाद खुल्लर को एफसीआर और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग का अतिरिक्त मुख्य सचिव बनाया गया। CMO के रहे ओवरऑल इंचार्ज इस साल 19 अप्रैल से 1 जून के बीच हुए लोकसभा चुनाव से करीब सवा 2 महीने पहले यानी 8 फरवरी 2024 को हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने सीएम ऑफिस (सीएमओ) में बड़ा बदलाव किया था। उस समय खट्टर ने 58 प्रमुख विभागों को 6 अफसरों में बांट दिया था। उस फेरबदल के दौरान सीएम के तत्कालीन मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर को 17, तत्कालीन सहायक प्रधान सचिव आशिमा बराड़ को 11, तत्कालीन प्रधान सचिव वी उमाशंकर को 10, अमित अग्रवाल को 9, रिटायर्ड आईएएस अधिकारी देवेंद्र सिंह को 3, एचसीएस सुधांशु गौतम को 6 और भूपेश्वर दयाल को 2 विभाग दिए गए थे। इसके साथ ही खट्टर ने राजेश खुल्लर को सीएम ऑफिस (सीएमओ) का ओवरऑल इंचार्ज भी बनाया था।
करनाल जिला परिषद की बैठक में हंगामा:चहेतों को ग्रांट बांटने का आरोप, चेयरमैन के पति ने कहा- आरोप बेबुनियाद, मानहानि का केस करूंगा
करनाल जिला परिषद की बैठक में हंगामा:चहेतों को ग्रांट बांटने का आरोप, चेयरमैन के पति ने कहा- आरोप बेबुनियाद, मानहानि का केस करूंगा हरियाणा के करनाल में शुक्रवार को जिला परिषद की बैठक में जमकर हंगामा हुआ। पार्षदों ने चेयरमैन पर विकास कार्यों में भेदभाव करने और अपने चहेते पार्षदों को ही ग्रांट बांटने का आरोप भी लगाया है। बैठक के दौरान एक कमेटी का भी गठन किया गया है, जो अब ग्रांट बांटेगी। वहीं चेयरमैन के प्रतिनिधि ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया। चेयरमैन प्रवेश राणा के पति सोहन सिंह राणा ने कहा कि जिन लोगों ने आरोप लगाए हैं, उनके खिलाफ मानहानि का केस करूंगा। अगर 7 रुपए भी साबित हो गए तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। दो-तीन चहेतों को ही बांटी गई ग्रांट पार्षद अमित बराना ने कहा कि पिछले दो-तीन सालों से जिला परिषद की ग्रांट दो-तीन लोगों को ही बांटी गई। हमने इसका विरोध किया है और पहले भी विरोध प्रदर्शन हुए हैं, लेकिन किसी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। एससी-बीसी समुदाय को दबाया जा रहा है। कुछ पार्षद तो ऐसे हैं, जिन्हें आज तक 5 लाख रुपए की ग्रांट भी नहीं मिली है। बराना ने आगे कहा कि जिला परिषद चेयरमैन को 7 करोड़ रुपए की ग्रांट गई है। एक तरफ 7 करोड़ और दूसरी तरफ 7 लाख रुपए में कितना अंतर है, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। इसकी जांच होनी चाहिए। अब कमेटी बना दी गई है, अब चेयरमैन अपने स्तर पर ग्रांट नहीं बांट पाएंगे। वाइस चेयरमैन ने कहा- ग्रांट बराबर बांटा जाएगा सही तरीके से अनुदान नहीं दिया जा रहा- वाइस चेयरमैन रीना ने कहा कि यह पहले से तय था कि सभी पार्षदों में ग्रांट बराबर बांटा जाएगा, लेकिन डेढ़ साल तक सभी को लगा कि अनुदान बराबर बांटा जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ग्रांट सही तरीके से नहीं दिया जा रहा, खासकर एससी और बीसी समुदाय को। इसलिए आज प्रस्ताव रखा गया और एक कमेटी बनाई गई, जो अनुदान बांटने का काम करेगी। चेयरमैन ने आरोपों को निराधार बताया चेयरमैन प्रवेश राणा के पति सोहन सिंह राणा ने अपनी पत्नी पर लगे आरोपों को निराधार बताया और कहा कि सभी वार्डों में समान रूप से और प्राथमिकता के आधार पर काम हुआ है। जो पार्षद आरोप लगा रहे हैं, उन्हें पिछली बार 50 लाख का अनुदान दिया गया था। यह एक साजिश है और इस साजिश का पर्दाफ़ाश किया जाएगा। जिन लोगों ने आरोप लगाए हैं, उनके खिलाफ मानहानि का केस करूंगा। अगर 7 रुपए भी साबित हो गए तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। वाइस चेयरमैन रीना बोली ग्रांट सही तरीके से नहीं दी जा रही थी-वाइस चेयरमैन रीना ने बताया कि पहले ही तय हो चुका था कि ग्रांट सभी पार्षदों में समान रूप से बांटी जाएगी, लेकिन डेढ़ साल तक सभी ने सोचा कि ग्रांटों का आबंटन समान रूप से होगा, पर ऐसा नहीं हुआ। ग्रांट सही तरीके से नहीं दी जा रही थी, खासकर एससी और बीसी समाज को। इसलिए आज एक प्रस्ताव रखा गया और कमेटी बनाई गई, जो ग्रांट बांटने का काम करेगी। चेयरमैन ने बताया आरोपों को निराधार चेयरमैन प्रवेश राणा के पति सोहन सिंह राणा ने उनकी पत्नी पर लगे लगे आरोपों को निराधार बताते हुए कहा सभी वार्डों में समान रूप से काम करवाए गए हैं और प्राथमिकता के आधार पर। जो पार्षद आरोप लगा रहे हैं, उन्हें पिछली बार 50 लाख की ग्रांट दी गई थी। यह साजिश है और इस साजिश का पर्दाफाश किया जाएगा। जिन लोगों ने आरोप लगाए हैं उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा करूंगा। अगर 7 रुपए भी साबित हो जाते हैं तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। ब्लॉक समिति सदस्यों बुलाकर रची साजिश राणा ने आगे कहा आज वोटिंग के दौरान ब्लॉक समिति सदस्यों को बुलाकर साजिश रच दी गई। कुछ पार्षद उपस्थित थे, फिर भी वे वोटिंग नहीं कर पाए। विधायक की साजिश का जवाब जनता के बीच में दिया जाएगा। CEO बोले-कमेटी का किया गया है गठन जिला परिषद के CEO विवेक चौधरी ने बताया कि बैठक बहुत अच्छी रही जिसमें 11 एजेंडे रखे गए थे और सर्वसम्मति से 10 एजेंडे पास हो गए। पार्षदों ने ग्रांटों के एडमिनिस्ट्रेटिव सेंक्शड के मैकेनिज्म को बदलने का प्रस्ताव दिया है। इसमें चेयरमैन की पावर अब कमेटी को दे दी गई है।