Adi Kailash Yatra 2025: 14 मई को शुरू होगी यात्रा, 102 श्रद्धालुओं ने करवाया पंजीकरण

Adi Kailash Yatra 2025: 14 मई को शुरू होगी यात्रा, 102 श्रद्धालुओं ने करवाया पंजीकरण

<p style=”text-align: justify;”><strong>Adi Kailash Yatra :</strong> आध्यात्मिक महत्व से परिपूर्ण आदि कैलाश और ओम पर्वत यात्रा इस वर्ष 14 मई से प्रारंभ हो रही है. यात्रा का पहला जत्था काठगोदाम से रवाना होगा. कुमाऊं मंडल विकास निगम (KMVN) के महाप्रबंधक विजय नाथ शुक्ल ने जानकारी दी कि यात्रा से जुड़ी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इस वर्ष अब तक कुल 102 श्रद्धालु इस पावन यात्रा के लिए पंजीकरण करवा चुके हैं। निगम की ओर से यात्रियों के आवास, भोजन और आवागमन की समुचित व्यवस्था की गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पहले &nbsp;दिन 196 किलोमीटर की यात्रा </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>यात्रा के पहले दिन श्रद्धालु काठगोदाम से रवाना होकर भीमताल, जागेश्वर और अन्य धार्मिक स्थलों होते हुए लगभग 196 किलोमीटर की दूरी तय कर पिथौरागढ़ पहुंचेंगे. दूसरे दिन यात्रा दल पिथौरागढ़ से 96 किलोमीटर की दूरी तय कर धारचूला पहुंचेगा, जो इस यात्रा का पहला आधार शिविर होगा. तीसरे दिन धारचूला से यात्रा गुंजी तक पहुंचेगी, जबकि चौथे दिन यात्री नाबी और कुटी गांव होते हुए नाभीढांग पहुंचेंगे. यहां से उन्हें ओम पर्वत के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त होगा. इसके साथ ही यात्री गणेश पर्वत, नाग पर्वत, व्यास गुफा, कालापानी में काली मंदिर, नाबी पर्वत जैसे पवित्र स्थलों के भी दर्शन करेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>भगवान् शिव का निवास </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पांचवें दिन यात्री गुंजी से ज्योलीकांग जाएंगे, जहां से आदि कैलाश के दर्शन किए जाएंगे. आदि कैलाश को पंच कैलाशों में एक माना जाता है और इसे भगवान शिव का निवास स्थल माना गया है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आदि कैलाश की यात्रा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है और जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कैलाश मानसरोवर यात्रा शुरू </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>महत्वपूर्ण बात यह है कि इस बार कैलाश मानसरोवर यात्रा भी फिर से शुरू की जा रही है, जिसे लेकर प्रशासन ने व्यापक स्तर पर तैयारियां की हैं. इसके लिए अलग से व्यवस्थाएं की गई हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पीएम मोदी ने किए थे दर्शन </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>यहां बता दें कि प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> ने वर्ष 2023 में आदि कैलाश और ओम पर्वत के दर्शन किए थे, जिसके बाद इस यात्रा को लेकर देशभर के श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखा जा रहा है. पीएम के दौरे के बाद यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तैयारियां जोरों पर </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>कुमाऊं की इस पवित्र यात्रा के माध्यम से श्रद्धालु न केवल आध्यात्मिक अनुभूति करते हैं, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य, संस्कृति और विरासत से भी रूबरू होते हैं. कुमाऊं मंडल विकास निगम इस यात्रा को सफल बनाने के लिए हर स्तर पर जुटा हुआ है, जिससे यात्रियों को सुरक्षित, सुखद और यादगार अनुभव प्राप्त हो सके.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Adi Kailash Yatra :</strong> आध्यात्मिक महत्व से परिपूर्ण आदि कैलाश और ओम पर्वत यात्रा इस वर्ष 14 मई से प्रारंभ हो रही है. यात्रा का पहला जत्था काठगोदाम से रवाना होगा. कुमाऊं मंडल विकास निगम (KMVN) के महाप्रबंधक विजय नाथ शुक्ल ने जानकारी दी कि यात्रा से जुड़ी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इस वर्ष अब तक कुल 102 श्रद्धालु इस पावन यात्रा के लिए पंजीकरण करवा चुके हैं। निगम की ओर से यात्रियों के आवास, भोजन और आवागमन की समुचित व्यवस्था की गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पहले &nbsp;दिन 196 किलोमीटर की यात्रा </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>यात्रा के पहले दिन श्रद्धालु काठगोदाम से रवाना होकर भीमताल, जागेश्वर और अन्य धार्मिक स्थलों होते हुए लगभग 196 किलोमीटर की दूरी तय कर पिथौरागढ़ पहुंचेंगे. दूसरे दिन यात्रा दल पिथौरागढ़ से 96 किलोमीटर की दूरी तय कर धारचूला पहुंचेगा, जो इस यात्रा का पहला आधार शिविर होगा. तीसरे दिन धारचूला से यात्रा गुंजी तक पहुंचेगी, जबकि चौथे दिन यात्री नाबी और कुटी गांव होते हुए नाभीढांग पहुंचेंगे. यहां से उन्हें ओम पर्वत के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त होगा. इसके साथ ही यात्री गणेश पर्वत, नाग पर्वत, व्यास गुफा, कालापानी में काली मंदिर, नाबी पर्वत जैसे पवित्र स्थलों के भी दर्शन करेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>भगवान् शिव का निवास </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पांचवें दिन यात्री गुंजी से ज्योलीकांग जाएंगे, जहां से आदि कैलाश के दर्शन किए जाएंगे. आदि कैलाश को पंच कैलाशों में एक माना जाता है और इसे भगवान शिव का निवास स्थल माना गया है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आदि कैलाश की यात्रा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है और जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कैलाश मानसरोवर यात्रा शुरू </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>महत्वपूर्ण बात यह है कि इस बार कैलाश मानसरोवर यात्रा भी फिर से शुरू की जा रही है, जिसे लेकर प्रशासन ने व्यापक स्तर पर तैयारियां की हैं. इसके लिए अलग से व्यवस्थाएं की गई हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पीएम मोदी ने किए थे दर्शन </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>यहां बता दें कि प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> ने वर्ष 2023 में आदि कैलाश और ओम पर्वत के दर्शन किए थे, जिसके बाद इस यात्रा को लेकर देशभर के श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखा जा रहा है. पीएम के दौरे के बाद यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तैयारियां जोरों पर </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>कुमाऊं की इस पवित्र यात्रा के माध्यम से श्रद्धालु न केवल आध्यात्मिक अनुभूति करते हैं, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य, संस्कृति और विरासत से भी रूबरू होते हैं. कुमाऊं मंडल विकास निगम इस यात्रा को सफल बनाने के लिए हर स्तर पर जुटा हुआ है, जिससे यात्रियों को सुरक्षित, सुखद और यादगार अनुभव प्राप्त हो सके.</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Rajasthan: जैसलमेर में बुजुर्ग को बुलाकर लड़की ने की अश्लील हरकत, बाद में वेबसाइट पर अपलोड किया वीडियो