करनाल में नाबालिग बेटे ने की पिता की हत्या:सिर-मुंह पर हथौड़े से किए वार, रोक टोक-पैसे न देने की खुन्नस

करनाल में नाबालिग बेटे ने की पिता की हत्या:सिर-मुंह पर हथौड़े से किए वार, रोक टोक-पैसे न देने की खुन्नस

करनाल जिले के गांव ऊंचा समाना में राजमिस्त्री का हत्यारा उसी का नाबालिग बेटा निकला। पुलिस ने खुलासा किया है कि नाबालिग बेटा रात को पशुओं के बाड़े में पहुंचा। वहां पर उसका पिता सो रहा था, उसने हथोड़ा उठाया और अपने सोते हुए पिता के सर पर वार कर दिया। सर के पीछे वार हुआ तो दर्द से पिता पलटा, जैसे ही पिता पलटा तो उसके मुंह पर एक और हथोड़ा मारा, उसके बाद वह तब तक वार करता रहा, जब तक वह मर नहीं गया। हत्यारा बेटा रात को ही अंधेरे में अपने घर पहुंचा और सो गया। वह सुबह बाड़े में पहुंचा, उसे पता था कि उसका पिता मर चुका है। शक न होने के डर से किया नाटक सुबह किसी को शक न हो इसलिए उसने अगले दिन यानी 8 मई दिन वीरवार को बाड़े में घुसने के बाद अपने पिता को देखा और शोर मचाना शुरू कर दिया। जिसके बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए। पुलिस और FSL की टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस को गुमराह करने के लिए हत्यारे ने चौरा गांव के कुछ युवकों पर शक बता दिया, ताकि पुलिस का ध्यान डायवर्ट हो जाए। पुलिस ने जब छानबीन शुरू की और सीसीटीवी खंगाले तो उसमे नाबालिग ही नजर आया। उसके अलावा वहां पर कोई भी संदिग्ध नहीं दिखा। जिसके बाद शक की सुई नाबालिग बेटे पर गई। क्राइम सीन पर भी पुलिस को कुछ ऐसे इनपुट मिले थे, जो घरवालों की तरफ ही इशारा कर रहे थे। गांव चौरा के युवकों पर था शक पहले मृतक की पत्नी ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया था कि करीब 6 महीने पहले गांव चौरा के युवकों ने उसके पति के साथ मारपीट की थी। उसके बाद दो महीने पहले भी रास्ते में रोककर जानलेवा हमला किया था। पत्नी का यह भी आरोप था कि अब ये युवक तीन-चार दिनों से घर के आसपास चक्कर काट रहे थे। जिस रात को हत्या हुई उस दिन दिन में उन युवकों को इलाके में देखा गया था। जिसके बाद पुलिस उनको भी शक के दायरे में रखकर जांच कर रही थी। तीन बच्चों का पिता था सोनू ​​​​​​​सोनू मजदूरी कर अपने परिवार का पेट पालता था। वह राजमिस्त्री का काम करता था। उसके तीन बच्चे हैं, जिसमें दो बेटी और एक नाबालिग हत्यारा बेटा। कुछ महीने पहले ही बेटी की शादी की गई थी। लेकिन बेटे को जब पिता बेटे को गलत काम करने से रोकता और बेटे द्वारा पैसे मांगे जाने पर नहीं देता था तो इसी बात की खुंदक बेटे के मन में आ आई और मौका देखकर पिता को मौत के घाट उतार दिया। जुवेनाइल कोर्ट में किया पेश ​​​​​​​थाना प्रभारी गौरव पुनिया ने बताया कि पुलिस ने नाबालिग को डिटेन किया और सख्ती से पूछताछ शुरू कर दी। जिसके बाद उसने सब कुछ कबूल कर लिया। पुलिस ने मंगलवार को आरोपी बेटे को उसी के घर से गिरफ्तार कर लिया और जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया। पुलिस पूछताछ में हत्यारे ने खुलासा किया कि उसका पिता उसे बात बात पर टोकता था, पैसे नहीं देता था और पढ़ने के लिए कहता रहता था, जो उसे बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने अपने पिता की हत्या कर दी। करनाल जिले के गांव ऊंचा समाना में राजमिस्त्री का हत्यारा उसी का नाबालिग बेटा निकला। पुलिस ने खुलासा किया है कि नाबालिग बेटा रात को पशुओं के बाड़े में पहुंचा। वहां पर उसका पिता सो रहा था, उसने हथोड़ा उठाया और अपने सोते हुए पिता के सर पर वार कर दिया। सर के पीछे वार हुआ तो दर्द से पिता पलटा, जैसे ही पिता पलटा तो उसके मुंह पर एक और हथोड़ा मारा, उसके बाद वह तब तक वार करता रहा, जब तक वह मर नहीं गया। हत्यारा बेटा रात को ही अंधेरे में अपने घर पहुंचा और सो गया। वह सुबह बाड़े में पहुंचा, उसे पता था कि उसका पिता मर चुका है। शक न होने के डर से किया नाटक सुबह किसी को शक न हो इसलिए उसने अगले दिन यानी 8 मई दिन वीरवार को बाड़े में घुसने के बाद अपने पिता को देखा और शोर मचाना शुरू कर दिया। जिसके बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए। पुलिस और FSL की टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस को गुमराह करने के लिए हत्यारे ने चौरा गांव के कुछ युवकों पर शक बता दिया, ताकि पुलिस का ध्यान डायवर्ट हो जाए। पुलिस ने जब छानबीन शुरू की और सीसीटीवी खंगाले तो उसमे नाबालिग ही नजर आया। उसके अलावा वहां पर कोई भी संदिग्ध नहीं दिखा। जिसके बाद शक की सुई नाबालिग बेटे पर गई। क्राइम सीन पर भी पुलिस को कुछ ऐसे इनपुट मिले थे, जो घरवालों की तरफ ही इशारा कर रहे थे। गांव चौरा के युवकों पर था शक पहले मृतक की पत्नी ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया था कि करीब 6 महीने पहले गांव चौरा के युवकों ने उसके पति के साथ मारपीट की थी। उसके बाद दो महीने पहले भी रास्ते में रोककर जानलेवा हमला किया था। पत्नी का यह भी आरोप था कि अब ये युवक तीन-चार दिनों से घर के आसपास चक्कर काट रहे थे। जिस रात को हत्या हुई उस दिन दिन में उन युवकों को इलाके में देखा गया था। जिसके बाद पुलिस उनको भी शक के दायरे में रखकर जांच कर रही थी। तीन बच्चों का पिता था सोनू ​​​​​​​सोनू मजदूरी कर अपने परिवार का पेट पालता था। वह राजमिस्त्री का काम करता था। उसके तीन बच्चे हैं, जिसमें दो बेटी और एक नाबालिग हत्यारा बेटा। कुछ महीने पहले ही बेटी की शादी की गई थी। लेकिन बेटे को जब पिता बेटे को गलत काम करने से रोकता और बेटे द्वारा पैसे मांगे जाने पर नहीं देता था तो इसी बात की खुंदक बेटे के मन में आ आई और मौका देखकर पिता को मौत के घाट उतार दिया। जुवेनाइल कोर्ट में किया पेश ​​​​​​​थाना प्रभारी गौरव पुनिया ने बताया कि पुलिस ने नाबालिग को डिटेन किया और सख्ती से पूछताछ शुरू कर दी। जिसके बाद उसने सब कुछ कबूल कर लिया। पुलिस ने मंगलवार को आरोपी बेटे को उसी के घर से गिरफ्तार कर लिया और जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया। पुलिस पूछताछ में हत्यारे ने खुलासा किया कि उसका पिता उसे बात बात पर टोकता था, पैसे नहीं देता था और पढ़ने के लिए कहता रहता था, जो उसे बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने अपने पिता की हत्या कर दी।   हरियाणा | दैनिक भास्कर