नोएडा से किडनैप कर कार से फेंका, कुचलकर मार डाला:शरीर पर 18 चोटें, 110 KM दूर लाकर सहेली से गैंगरेप

नोएडा से किडनैप कर कार से फेंका, कुचलकर मार डाला:शरीर पर 18 चोटें, 110 KM दूर लाकर सहेली से गैंगरेप

नोएडा से 2 सहेलियों को किडनैप किया। मेरठ में एक की चलती कार से फेंककर हत्या कर दी। वहां से 110KM दूर बुलंदशहर लाकर दूसरी लड़की से गैंगरेप किया। लड़की की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाली बात पता चली है। उसके शरीर पर कुल 18 चोट के निशान हैं। ऐसा कोई अंग नहीं बचा, जहां गंभीर चोट न हो। आरोपियों ने 60 की स्पीड में दौड़ती कार से उसको नीचे फेंका था। इसके बाद गाड़ी वापस लेकर आए और उसे कई बार कुचला। माना जा रहा है, रातभर सड़क पर पड़े-पड़े लड़की कई अन्य वाहनों की चपेट में भी आई। सवाल पुलिस की चेकिंग पर भी है। आरोपी 4 जिलों से लड़की को लेकर निकले, लेकिन किसी भी जिले की पुलिस ने उन्हें रोका तक नहीं। इस घटना से गैंगरेप का शिकार हुई लड़की और उसकी सहेली का परिवार इतना डरा हुआ है कि नोएडा छोड़कर चला गया। आरोपियों में एक LLB स्टूडेंट, दूसरा वकील का मुंशी है, तीसरा प्राइवेट नौकरी की तैयारी कर रहा है। पुलिस का दावा है कि इसी महीने कोर्ट में चार्जशीट लगा दी जाएगी, ताकि ट्रायल जल्द शुरू होकर आरोपियों को सजा मिल सके। दैनिक भास्कर ने सिलसिलेवार पूरा केस समझा। गैंगरेप पीड़िता की मां से बात करके उनका दर्द जाना। मामले में देरी क्यों हुई, यह भी समझने का प्रयास किया। पूरी रिपोर्ट पढ़िए… पहले पूरा मामला समझिए मुझे बीयर पिलाई, रातभर सड़कों पर घुमाते रहे, सुनसान रास्ते पर रेप किया
मूलरूप से जिला प्रतापगढ़ में रहने वाली 17 साल की लड़की ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर में अपने मामा के घर पर रहती है। पहले लड़की के माता-पिता भी ग्रेटर नोएडा में मजदूरी करते थे। लेकिन, आमदनी कम और खर्चे ज्यादा होने की वजह से वे लोग अपने पैतृक गांव लौट गए। लड़की शादी समारोह में अतिथियों के वेलकम का काम करती है। इस लड़की की एक सहेली भी यही काम करती थी। वह बिहार के छपरा की रहने वाली थी और सूरजपुर इलाके में ही किराए पर रहती थी। पीड़ित लड़की ने FIR में लिखवाया- 6 मई की शाम मैं सहेली के साथ घर से निकली। सूरजपुर कोर्ट नंबर-3 के सामने पहुंची। यहां पहले से परिचित अमित कार लेकर आया। कार में संदीप नाम का लड़का भी बैठा था। अमित ने मुझे नौकरी लगवाने का झांसा दिया और जगत फॉर्म पर ले गया। वहां उसने मुझे और मेरी सहेली को जबरन बीयर पिलाई। इसके बाद रात डेढ़ बजे तक वो हमें नोएडा की सड़कों पर घुमाते रहे। खाना खिलाने के नाम पर ढाबे की तरफ चल दिए, लेकिन गाड़ी ढाबे पर नहीं रोकी। मैंने विरोध किया, लेकिन वो नहीं माने। उन्होंने अपना तीसरा दोस्त भी गाड़ी में बुला लिया। इसके बाद रेप करने की कोशिश करने लगे। विरोध करने पर उन्होंने मेरी सहेली को मेरठ में चलती गाड़ी से धक्का दे दिया। इसके बाद सुनसान रास्ते पर ले जाकर मुझसे तीनों लड़कों ने रेप किया। 7 मई की सुबह तीनों लड़के मुझे खुर्जा (बुलंदशहर) में एक मंदिर के पास उतारकर चले गए। मैं किसी तरह खुर्जा कोतवाली पहुंची। अमित और संदीप समेत 3 के खिलाफ रेप और अपहरण की FIR दर्ज कराई। नोएडा पुलिस ने नहीं दर्ज की गुमशुदगी
उधर, 6 मई की रात जब लड़की समय से घर नहीं पहुंची, तो उसके मामा ने खोजबीन शुरू की। लेकिन, वह कहीं नहीं मिली। मोबाइल फोन पर भी संपर्क नहीं हो पाया। अगले दिन 7 मई को मामा सूरजपुर पुलिस चौकी पहुंचे। भांजी के लापता होने की शिकायत की, लेकिन पुलिस ने तुरंत एक्शन नहीं लिया। पुलिस ने कहा कि 24 घंटे इंतजार करो। अगर तब भी नहीं आती है, तब देखा जाएगा। बुलंदशहर की खुर्जा कोतवाली पुलिस ने FIR दर्ज होने के बाद सूरजपुर थाना पुलिस को इस मामले की जानकारी दी कि आपके इलाके की एक लड़की से गैंगरेप हुआ, दूसरी लापता है। पुलिस को लाश का पता कैसे चला? 3 दिन बाद खबर आई कि मेरठ में लाश मिली
खुर्जा थाने के इंस्पेक्टर राजपाल तोमर ने बताया- गैंगरेप पीड़िता 7 मई को थाने आई। उसने बताया कि सहेली को आरोपियों ने चलती गाड़ी से धक्का दे दिया था, लेकिन उसे लोकेशन नहीं पता थी। न ही सहेली के पास कोई मोबाइल था, जिससे उसकी लोकेशन ट्रेस हो सके। खुर्जा पुलिस ने सूरजपुर थाना पुलिस से संपर्क करके लापता छात्रा की डिटेल्स निकलवाई। फिर उसे आसपास के जिलों की पुलिस से शेयर किया। 9 मई को पता चला कि मेरठ में एक लड़की की लाश मिली थी। इस सूचना पर खुर्जा थाने के इंस्पेक्टर राजपाल तोमर 9 मई की रात साढ़े 10 बजे मेरठ के थाना जानी पर पहुंचे। यहां पता चला कि बागपत रोड स्थित ग्राम टिमकिया में बीच सड़क एक लड़की की लाश पड़ी थी। यहां से इंस्पेक्टर पोस्टमॉर्टम हाउस पर पहुंचे। वहां लाश की पहचान उसी लड़की के रूप में हुई, जो गैंगरेप पीड़िता की सहेली थी। इस लड़की की उम्र 18 साल थी। शव की शिनाख्त होने पर लड़की के घरवालों को सूचना दी गई। उन्होंने 10 मई की दोपहर मेरठ के सूरजकुंड श्मशान घाट पर शव का अंतिम संस्कार कर दिया। आरोपियों ने धक्का देना कबूला, सहेली का स्टेटमेंट महत्वपूर्ण
खुर्जा सर्किल के CO विकास प्रताप चौहान ने बताया- हमने जिंदा बची लड़की का स्टेटमेंट लिया। उसने बताया कि जब सहेली को चलती कार से फेंका गया, तब वो जिंदा थी। इसके बाद आरोपी गाड़ी वापस घुमाकर लाए और सहेली को कई बार कुचला। फिर तेज स्पीड में कार दौड़ाते हुए भाग निकले। विकास प्रताप चौहान का कहना है कि मृतका के पूरे शरीर पर गहरी चोटों के निशान हैं। ऐसा लगता है कि जैसे रातभर में कई वाहनों ने उसके शरीर को रौंदा हो। हमने आरोपियों का भी स्टेटमेंट लिया। इसमें वे लोग सिर्फ लड़की को धक्का देने की बात स्वीकार कर रहे हैं। हालांकि इस मामले में आरोपियों का स्टेटमेंट कोई मायने नहीं रखता, क्योंकि घटनास्थल पर मौजूद उसकी सहेली का स्टेटमेंट सर्वोपरि है। अब आरोपियों के बारे में जानिए एक कर रहा वकालत की पढ़ाई, दूसरा वकील का मुंशी
बुलंदशहर जिले की खुर्जा थाना पुलिस ने 10 मई को इस मामले में 3 आरोपियों संदीप सिंह निवासी सूरजपुर, अमित निवासी सूरजपुर (नोएडा) और गौरव निवासी लोनी (गाजियाबाद) को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया- संदीप नोएडा के ही एक कॉलेज से एलएलबी की पढ़ाई कर रहा है। अमित सूरजपुर जिला कोर्ट में एक वकील का मुंशी है। गौरव गाजियाबाद में प्राइवेट नौकरी तलाश रहा है। गैंगरेप की शिकार लड़की और संदीप पहले से एक-दूसरे को थे। इसलिए लड़की अपनी सहेली के साथ उसकी गाड़ी में बैठ गई थी। अमित के चैंबर पर अक्सर संदीप आता था, इसलिए दोनों की दोस्ती हो गई। फिर संदीप की एक लड़की से भी दोस्ती हो गई। मां बोली- बेटी रो रही, कुछ नहीं बता रही
गैंगरेप की शिकार लड़की की मां जिला प्रतापगढ़ में घरों में झाड़ू-पोछा लगाने का काम करती है। पिता भी मजदूरी करते हैं। वो कुछ महीने पहले ही नोएडा से वापस अपने गांव चले गए थे। दैनिक भास्कर से बातचीत में मां कहती हैं- बेटी कुछ दिनों बाद 18 साल की (बालिग) होने वाली थी। हमने उसके लिए एक रिश्ता भी ढूंढ लिया था। तय कर लिया था कि बालिग होते ही उसकी शादी कर देंगे। इसलिए हम बेटी को बार-बार प्रतापगढ़ बुला रहे थे। वो कह रही थी कि कुछ दिन बाद मामा के साथ आऊंगी। हम बेटी को लेकर काफी चिंता में रहते थे। हम नहीं चाहते थे कि वो शादी-ब्याह में ये सब काम करे। इसलिए हम उसे बार-बार फोन करके गांव वापस आने के लिए कहते रहते थे। हमें नहीं पता था कि बेटी के साथ ये सब हो जाएगा। मां ने बताया- मुझे जैसे ही इस केस की सूचना फोन से मिली, मैं प्रतापगढ़ से तुरंत यहां आ गई हूं। मैं पुलिस की मौजूदगी में बेटी से एक बार मिल पाई हूं। वो सिर्फ रो रही है। मुझे कुछ नहीं बता पा रही। ———————— ये खबर भी पढ़ें… पत्नी-दो बेटियों की हत्या के लिए खास दिन चुना, उन्नाव में कोल्ड ड्रिंक में दवा मिलाई, गला घोंट दिया; साले को AUDIO भेजकर रोया उन्नाव के अमित यादव ने पिछले महीने एक रील पोस्ट की। उसमें वह कहता है, ‘कभी भी बड़ी गाड़ी, घर या दौलत का घमंड आ जाए न मेरे दोस्त, तो एक बार श्मशान का चक्कर जरूर लगा लेना, तुमसे बेहतरीन लोग वहां राख बने पड़े हैं। इसलिए कभी भी किसी चीज का घमंड मत करना, क्योंकि…’ इसके बाद जिंदगी एक किराए का घर है गाना बजता है और 14 सेकेंड की यह रील खत्म हो जाती है। पढ़ें पूरी खबर नोएडा से 2 सहेलियों को किडनैप किया। मेरठ में एक की चलती कार से फेंककर हत्या कर दी। वहां से 110KM दूर बुलंदशहर लाकर दूसरी लड़की से गैंगरेप किया। लड़की की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाली बात पता चली है। उसके शरीर पर कुल 18 चोट के निशान हैं। ऐसा कोई अंग नहीं बचा, जहां गंभीर चोट न हो। आरोपियों ने 60 की स्पीड में दौड़ती कार से उसको नीचे फेंका था। इसके बाद गाड़ी वापस लेकर आए और उसे कई बार कुचला। माना जा रहा है, रातभर सड़क पर पड़े-पड़े लड़की कई अन्य वाहनों की चपेट में भी आई। सवाल पुलिस की चेकिंग पर भी है। आरोपी 4 जिलों से लड़की को लेकर निकले, लेकिन किसी भी जिले की पुलिस ने उन्हें रोका तक नहीं। इस घटना से गैंगरेप का शिकार हुई लड़की और उसकी सहेली का परिवार इतना डरा हुआ है कि नोएडा छोड़कर चला गया। आरोपियों में एक LLB स्टूडेंट, दूसरा वकील का मुंशी है, तीसरा प्राइवेट नौकरी की तैयारी कर रहा है। पुलिस का दावा है कि इसी महीने कोर्ट में चार्जशीट लगा दी जाएगी, ताकि ट्रायल जल्द शुरू होकर आरोपियों को सजा मिल सके। दैनिक भास्कर ने सिलसिलेवार पूरा केस समझा। गैंगरेप पीड़िता की मां से बात करके उनका दर्द जाना। मामले में देरी क्यों हुई, यह भी समझने का प्रयास किया। पूरी रिपोर्ट पढ़िए… पहले पूरा मामला समझिए मुझे बीयर पिलाई, रातभर सड़कों पर घुमाते रहे, सुनसान रास्ते पर रेप किया
मूलरूप से जिला प्रतापगढ़ में रहने वाली 17 साल की लड़की ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर में अपने मामा के घर पर रहती है। पहले लड़की के माता-पिता भी ग्रेटर नोएडा में मजदूरी करते थे। लेकिन, आमदनी कम और खर्चे ज्यादा होने की वजह से वे लोग अपने पैतृक गांव लौट गए। लड़की शादी समारोह में अतिथियों के वेलकम का काम करती है। इस लड़की की एक सहेली भी यही काम करती थी। वह बिहार के छपरा की रहने वाली थी और सूरजपुर इलाके में ही किराए पर रहती थी। पीड़ित लड़की ने FIR में लिखवाया- 6 मई की शाम मैं सहेली के साथ घर से निकली। सूरजपुर कोर्ट नंबर-3 के सामने पहुंची। यहां पहले से परिचित अमित कार लेकर आया। कार में संदीप नाम का लड़का भी बैठा था। अमित ने मुझे नौकरी लगवाने का झांसा दिया और जगत फॉर्म पर ले गया। वहां उसने मुझे और मेरी सहेली को जबरन बीयर पिलाई। इसके बाद रात डेढ़ बजे तक वो हमें नोएडा की सड़कों पर घुमाते रहे। खाना खिलाने के नाम पर ढाबे की तरफ चल दिए, लेकिन गाड़ी ढाबे पर नहीं रोकी। मैंने विरोध किया, लेकिन वो नहीं माने। उन्होंने अपना तीसरा दोस्त भी गाड़ी में बुला लिया। इसके बाद रेप करने की कोशिश करने लगे। विरोध करने पर उन्होंने मेरी सहेली को मेरठ में चलती गाड़ी से धक्का दे दिया। इसके बाद सुनसान रास्ते पर ले जाकर मुझसे तीनों लड़कों ने रेप किया। 7 मई की सुबह तीनों लड़के मुझे खुर्जा (बुलंदशहर) में एक मंदिर के पास उतारकर चले गए। मैं किसी तरह खुर्जा कोतवाली पहुंची। अमित और संदीप समेत 3 के खिलाफ रेप और अपहरण की FIR दर्ज कराई। नोएडा पुलिस ने नहीं दर्ज की गुमशुदगी
उधर, 6 मई की रात जब लड़की समय से घर नहीं पहुंची, तो उसके मामा ने खोजबीन शुरू की। लेकिन, वह कहीं नहीं मिली। मोबाइल फोन पर भी संपर्क नहीं हो पाया। अगले दिन 7 मई को मामा सूरजपुर पुलिस चौकी पहुंचे। भांजी के लापता होने की शिकायत की, लेकिन पुलिस ने तुरंत एक्शन नहीं लिया। पुलिस ने कहा कि 24 घंटे इंतजार करो। अगर तब भी नहीं आती है, तब देखा जाएगा। बुलंदशहर की खुर्जा कोतवाली पुलिस ने FIR दर्ज होने के बाद सूरजपुर थाना पुलिस को इस मामले की जानकारी दी कि आपके इलाके की एक लड़की से गैंगरेप हुआ, दूसरी लापता है। पुलिस को लाश का पता कैसे चला? 3 दिन बाद खबर आई कि मेरठ में लाश मिली
खुर्जा थाने के इंस्पेक्टर राजपाल तोमर ने बताया- गैंगरेप पीड़िता 7 मई को थाने आई। उसने बताया कि सहेली को आरोपियों ने चलती गाड़ी से धक्का दे दिया था, लेकिन उसे लोकेशन नहीं पता थी। न ही सहेली के पास कोई मोबाइल था, जिससे उसकी लोकेशन ट्रेस हो सके। खुर्जा पुलिस ने सूरजपुर थाना पुलिस से संपर्क करके लापता छात्रा की डिटेल्स निकलवाई। फिर उसे आसपास के जिलों की पुलिस से शेयर किया। 9 मई को पता चला कि मेरठ में एक लड़की की लाश मिली थी। इस सूचना पर खुर्जा थाने के इंस्पेक्टर राजपाल तोमर 9 मई की रात साढ़े 10 बजे मेरठ के थाना जानी पर पहुंचे। यहां पता चला कि बागपत रोड स्थित ग्राम टिमकिया में बीच सड़क एक लड़की की लाश पड़ी थी। यहां से इंस्पेक्टर पोस्टमॉर्टम हाउस पर पहुंचे। वहां लाश की पहचान उसी लड़की के रूप में हुई, जो गैंगरेप पीड़िता की सहेली थी। इस लड़की की उम्र 18 साल थी। शव की शिनाख्त होने पर लड़की के घरवालों को सूचना दी गई। उन्होंने 10 मई की दोपहर मेरठ के सूरजकुंड श्मशान घाट पर शव का अंतिम संस्कार कर दिया। आरोपियों ने धक्का देना कबूला, सहेली का स्टेटमेंट महत्वपूर्ण
खुर्जा सर्किल के CO विकास प्रताप चौहान ने बताया- हमने जिंदा बची लड़की का स्टेटमेंट लिया। उसने बताया कि जब सहेली को चलती कार से फेंका गया, तब वो जिंदा थी। इसके बाद आरोपी गाड़ी वापस घुमाकर लाए और सहेली को कई बार कुचला। फिर तेज स्पीड में कार दौड़ाते हुए भाग निकले। विकास प्रताप चौहान का कहना है कि मृतका के पूरे शरीर पर गहरी चोटों के निशान हैं। ऐसा लगता है कि जैसे रातभर में कई वाहनों ने उसके शरीर को रौंदा हो। हमने आरोपियों का भी स्टेटमेंट लिया। इसमें वे लोग सिर्फ लड़की को धक्का देने की बात स्वीकार कर रहे हैं। हालांकि इस मामले में आरोपियों का स्टेटमेंट कोई मायने नहीं रखता, क्योंकि घटनास्थल पर मौजूद उसकी सहेली का स्टेटमेंट सर्वोपरि है। अब आरोपियों के बारे में जानिए एक कर रहा वकालत की पढ़ाई, दूसरा वकील का मुंशी
बुलंदशहर जिले की खुर्जा थाना पुलिस ने 10 मई को इस मामले में 3 आरोपियों संदीप सिंह निवासी सूरजपुर, अमित निवासी सूरजपुर (नोएडा) और गौरव निवासी लोनी (गाजियाबाद) को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया- संदीप नोएडा के ही एक कॉलेज से एलएलबी की पढ़ाई कर रहा है। अमित सूरजपुर जिला कोर्ट में एक वकील का मुंशी है। गौरव गाजियाबाद में प्राइवेट नौकरी तलाश रहा है। गैंगरेप की शिकार लड़की और संदीप पहले से एक-दूसरे को थे। इसलिए लड़की अपनी सहेली के साथ उसकी गाड़ी में बैठ गई थी। अमित के चैंबर पर अक्सर संदीप आता था, इसलिए दोनों की दोस्ती हो गई। फिर संदीप की एक लड़की से भी दोस्ती हो गई। मां बोली- बेटी रो रही, कुछ नहीं बता रही
गैंगरेप की शिकार लड़की की मां जिला प्रतापगढ़ में घरों में झाड़ू-पोछा लगाने का काम करती है। पिता भी मजदूरी करते हैं। वो कुछ महीने पहले ही नोएडा से वापस अपने गांव चले गए थे। दैनिक भास्कर से बातचीत में मां कहती हैं- बेटी कुछ दिनों बाद 18 साल की (बालिग) होने वाली थी। हमने उसके लिए एक रिश्ता भी ढूंढ लिया था। तय कर लिया था कि बालिग होते ही उसकी शादी कर देंगे। इसलिए हम बेटी को बार-बार प्रतापगढ़ बुला रहे थे। वो कह रही थी कि कुछ दिन बाद मामा के साथ आऊंगी। हम बेटी को लेकर काफी चिंता में रहते थे। हम नहीं चाहते थे कि वो शादी-ब्याह में ये सब काम करे। इसलिए हम उसे बार-बार फोन करके गांव वापस आने के लिए कहते रहते थे। हमें नहीं पता था कि बेटी के साथ ये सब हो जाएगा। मां ने बताया- मुझे जैसे ही इस केस की सूचना फोन से मिली, मैं प्रतापगढ़ से तुरंत यहां आ गई हूं। मैं पुलिस की मौजूदगी में बेटी से एक बार मिल पाई हूं। वो सिर्फ रो रही है। मुझे कुछ नहीं बता पा रही। ———————— ये खबर भी पढ़ें… पत्नी-दो बेटियों की हत्या के लिए खास दिन चुना, उन्नाव में कोल्ड ड्रिंक में दवा मिलाई, गला घोंट दिया; साले को AUDIO भेजकर रोया उन्नाव के अमित यादव ने पिछले महीने एक रील पोस्ट की। उसमें वह कहता है, ‘कभी भी बड़ी गाड़ी, घर या दौलत का घमंड आ जाए न मेरे दोस्त, तो एक बार श्मशान का चक्कर जरूर लगा लेना, तुमसे बेहतरीन लोग वहां राख बने पड़े हैं। इसलिए कभी भी किसी चीज का घमंड मत करना, क्योंकि…’ इसके बाद जिंदगी एक किराए का घर है गाना बजता है और 14 सेकेंड की यह रील खत्म हो जाती है। पढ़ें पूरी खबर   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर