हिमाचल में डेंजर लेवल पर पंडोह डैम:प्रशासन का अलर्ट जारी, कहा-ब्यास नदी के पास न जाएं, कभी भी छोड़ा जा सकता है पानी

हिमाचल में डेंजर लेवल पर पंडोह डैम:प्रशासन का अलर्ट जारी, कहा-ब्यास नदी के पास न जाएं, कभी भी छोड़ा जा सकता है पानी

हिमाचल प्रदेश के मंडी में पंडोह डैम पूरी तरह भरने लगा है। डैम का वाटर लेवल तेजी से डेंजर लेवल की और बढ़ रहा है। इसे देखते हुए डैम से कभी भी पानी छोड़ा जा सकता है। जिसके चलते डैम प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी स्थानीय लोगों के साथ साथ टूरिस्ट को भी जारी की गई है, क्योंकि टूरिस्ट भी अक्सर ब्यास नदी के किनारे सेल्फी लेने पहुंचते हैं। इससे कई बार ब्यास नदी में हादसे हो चुके है। ब्यास नदी में पिछले तीन दिन से पानी का स्तर निरंतर बढ़ रहा है। इससे पंडोह डैम पूरा भरने लगा है। खतरनाक स्तर तक पानी भरने पर डैम के गेट खोल दिए जाएंगे। इससे निचले इलाकों में लोगों को नदी के आसपास नहीं जाने को कहा गया है। हिमाचल में पंडोह डैम से छोड़े जाने वाला पानी मंडी, हमीरपुर और कांगड़ा जिला के कुछ क्षेत्रों से होकर बहता है। लिहाजा नदी किनारे रहने वाले सभी लोगों को सावधानी बरतनी होगी। गर्मी पड़ने के बाद ग्लेशियर पिघलने से बढ़ा जल स्तर बता दें कि बीते तीन दिन से पहाड़ों पर खूब गर्मी पड़ रही है। गर्मी बढ़ने से हिमालय में ग्लेशियर पिघलने लगे हैं। ग्लेशियर के पिघलने की वजह से ब्यास के साथ साथ दूसरी नदियों में भी जल स्तर बढ़ रहा है। ऐसे में नदियों के आसपास टूरिज्म या सेल्फी लेने जाना खतरनाक हो सकता है। साल 2014 में इंजीनियरिंग के 25 छात्रों की गई थी जान साल 2014 में भी ब्यास नदी पर बने लारजी डैम से पानी छोड़ने के बाद हैदराबाद के एक इंजीनियरिंग कॉलेज के 25 छात्रों की पानी में बह जाने से मौत हुई थी। इसके बाद कई टूरिस्ट ब्यास नदी में जान गंवा चुके है। इसे देखते हुए मंडी जिला प्रशासन और पंडोह डैम प्रबंधन ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। हिमाचल प्रदेश के मंडी में पंडोह डैम पूरी तरह भरने लगा है। डैम का वाटर लेवल तेजी से डेंजर लेवल की और बढ़ रहा है। इसे देखते हुए डैम से कभी भी पानी छोड़ा जा सकता है। जिसके चलते डैम प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी स्थानीय लोगों के साथ साथ टूरिस्ट को भी जारी की गई है, क्योंकि टूरिस्ट भी अक्सर ब्यास नदी के किनारे सेल्फी लेने पहुंचते हैं। इससे कई बार ब्यास नदी में हादसे हो चुके है। ब्यास नदी में पिछले तीन दिन से पानी का स्तर निरंतर बढ़ रहा है। इससे पंडोह डैम पूरा भरने लगा है। खतरनाक स्तर तक पानी भरने पर डैम के गेट खोल दिए जाएंगे। इससे निचले इलाकों में लोगों को नदी के आसपास नहीं जाने को कहा गया है। हिमाचल में पंडोह डैम से छोड़े जाने वाला पानी मंडी, हमीरपुर और कांगड़ा जिला के कुछ क्षेत्रों से होकर बहता है। लिहाजा नदी किनारे रहने वाले सभी लोगों को सावधानी बरतनी होगी। गर्मी पड़ने के बाद ग्लेशियर पिघलने से बढ़ा जल स्तर बता दें कि बीते तीन दिन से पहाड़ों पर खूब गर्मी पड़ रही है। गर्मी बढ़ने से हिमालय में ग्लेशियर पिघलने लगे हैं। ग्लेशियर के पिघलने की वजह से ब्यास के साथ साथ दूसरी नदियों में भी जल स्तर बढ़ रहा है। ऐसे में नदियों के आसपास टूरिज्म या सेल्फी लेने जाना खतरनाक हो सकता है। साल 2014 में इंजीनियरिंग के 25 छात्रों की गई थी जान साल 2014 में भी ब्यास नदी पर बने लारजी डैम से पानी छोड़ने के बाद हैदराबाद के एक इंजीनियरिंग कॉलेज के 25 छात्रों की पानी में बह जाने से मौत हुई थी। इसके बाद कई टूरिस्ट ब्यास नदी में जान गंवा चुके है। इसे देखते हुए मंडी जिला प्रशासन और पंडोह डैम प्रबंधन ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर