कांगड़ा जिले में देहरा पुलिस ने नशीले पदार्थों की तस्करी के मामले में ज्वालामुखी नगर परिषद के वार्ड नंबर 4 के पार्षद मनु माल्टा को एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है। डीएसपी देहरा अनिल कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने रविवार दोपहर को नगर परिषद ज्वालामुखी के कार्यालय के बाहर से पार्षद को उनकी स्कूटी समेत हिरासत में लिया। यह कार्रवाई बीते बुधवार को पकड़े गए एक आरोपी की पूछताछ के आधार पर की गई। पुलिस ने बुधवार को स्थानीय रैन बसेरा के पास से मुहल निवासी भागी राम को 7 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया था। भागी राम पर पहले से ही चिट्टे के तीन मामले दर्ज हैं। उसकी पूछताछ में मनु माल्टा का नाम सामने आया, जो एक कांग्रेस नेता का करीबी भी बताया जाता है। हालांकि गिरफ्तारी के समय पार्षद के पास से कोई नशीला पदार्थ बरामद नहीं हुआ, लेकिन पुलिस को आशंका है कि यह मामला नशीले पदार्थों की एक बड़ी तस्करी से जुड़ा हो सकता है। पुलिस अब इस नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों की तलाश में जुटी है। डीएसपी अनिल कुमार ने पुष्टि की है कि मामले की गहन जांच जारी है और आगे और भी खुलासे हो सकते हैं। इस कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मच गया है और स्थानीय लोग आगे की कार्रवाई पर नजर बनाए हुए हैं। कांगड़ा जिले में देहरा पुलिस ने नशीले पदार्थों की तस्करी के मामले में ज्वालामुखी नगर परिषद के वार्ड नंबर 4 के पार्षद मनु माल्टा को एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है। डीएसपी देहरा अनिल कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने रविवार दोपहर को नगर परिषद ज्वालामुखी के कार्यालय के बाहर से पार्षद को उनकी स्कूटी समेत हिरासत में लिया। यह कार्रवाई बीते बुधवार को पकड़े गए एक आरोपी की पूछताछ के आधार पर की गई। पुलिस ने बुधवार को स्थानीय रैन बसेरा के पास से मुहल निवासी भागी राम को 7 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया था। भागी राम पर पहले से ही चिट्टे के तीन मामले दर्ज हैं। उसकी पूछताछ में मनु माल्टा का नाम सामने आया, जो एक कांग्रेस नेता का करीबी भी बताया जाता है। हालांकि गिरफ्तारी के समय पार्षद के पास से कोई नशीला पदार्थ बरामद नहीं हुआ, लेकिन पुलिस को आशंका है कि यह मामला नशीले पदार्थों की एक बड़ी तस्करी से जुड़ा हो सकता है। पुलिस अब इस नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों की तलाश में जुटी है। डीएसपी अनिल कुमार ने पुष्टि की है कि मामले की गहन जांच जारी है और आगे और भी खुलासे हो सकते हैं। इस कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मच गया है और स्थानीय लोग आगे की कार्रवाई पर नजर बनाए हुए हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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शिमला पुलिस के सामने पेश हुए आशीष शर्मा:सरकार गिराने को षड़यंत्र रचने का मामला; दो घंटे पूछताछ, CM के भाई को बोला खनन माफिया हिमाचल की बहुमत वाली सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचने से जुड़े केस में हमीरपुर से पूर्व निर्दलीय विधायक एवं उपचुनाव में BJP प्रत्याशी आशीष शर्मा आज शिमला पुलिस के सामने पेश हुए। बालूगंज थाना में पुलिस ने उनसे करीब दो घंटे पूछताछ की। आशीष शर्मा पर आरोप है कि उन्होंने प्रदेश सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचा। कांग्रेस के छह बागी विधायकों के फाइव-सेवन स्टार होटल में ठहरने, खाने-पीने और हेलिकॉप्टर से उन्हें ले जाने का इंतजाम किया। इस मामले में आशीष शर्मा के साथ गगरेट के पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के रिटायर आईएएस पिता राकेश शर्मा के खिलाफ भी बीते 10 मार्च को शिमला के बालूगंज थाना में मामला दर्ज है। आशीष शर्मा आज तीसरी बार बालूगंज पुलिस के सामने पेश हुए। हालांकि उन्हें बीते 13 और 18 जून को भी बालूगंज बुलाया गया था। मगर तब वह नहीं आए। इसी केस में चार दिन पहले हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के प्रचार सलाहाकार तरुण भंडारी भी शिमला पुलिस के सामने हाजिर हुए थे। जाने क्या है पूरा मामला.. कांग्रेस के विधायक संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ ने बीते 10 मार्च को बालूगंज थाना में आशीष शर्मा और राकेश शर्मा के खिलाफ FIR कराई। इन पर दोनों पर आरोप है कि इन्होंने सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचा। पुलिस साक्ष्य जुटा रही हैं। एक महीने तक प्रदेश से बाहर रहे थे बागी विधायक बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोट के बाद कांग्रेस के छह बागी सहित तीन निर्दलीय विधायक भी करीब दो हफ्ते तक पंचकूला के एक होटल में ठहरे। इसके बाद ऋषिकेष गए। ऋषिकेश से गुड़गांव पहुंचे। इस दौरान इनके ठहरने व खाने-पीने के बिलों का भुगतान जिन्होंने किया, पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। पुलिस के हर सवाल का दिया जवाब: आशीष मीडिया से बातचीत में आशीष शर्मा ने कहा कि उन्होंने पुलिस के हर सवाल का जवाब दिया है। उन्होंने पुलिस से आग्रह किया है कि जो भी सवाल पूछने है, उसके लिए 10 जुलाई के बाद बुलाया जाए, क्योंकि उपचुनाव की वजह से उनके लिए एक-एक मिनट कीमती है। इस दौरान आशीष शर्मा ने कहा कि इस सरकार में विधायकों के ऊपर झूठी एफआईआर की जा रही है। परिवार और साथ जुड़े लोगों को परेशान किया जा रहा है। प्रशासन का दुरुपयोग किया जा रहा है। CM के भाई को सबसे बड़ा खनन माफिया बताया आशीष शर्मा ने मुख्यमंत्री के खनन माफिया के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश में आज सबसे बड़ा खनन माफिया सीएम सुक्खू के भाई है। सरकार बनते ही सरकार में माइनिंग पॉलिसी को बदल डाला। कैप्टिव यूज में सगे भाई को परमिशन दी। उसके लिए सारी पॉलिसी चेंज की गई। पूरी ब्यास नदी में दिन-रात खनन चला हुआ है।
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धर्मशाला में कचरे से बन रही बिजली:हर घंटे 1.25 किलोवाट का उत्पादन, बायोगैस और बायोमीथेन भी बनाई जा रही हिमाचल के धर्मशाला में गीले कचरे को रिसाइकिल कर बिजली और जैविक खाद का उत्पादन किया जा रहा है। एक टन कचरे से 35 से 40 क्यूबिक मीटर बायोगैस/बायोमीथेन और एक टन कचरे से 1.25 किलोवाट प्रति घंटा बिजली उत्पादित हो रही है। पिछले एक महीने में 300 किलोवाट बिजली उत्पादित हुई है। धर्मशाला स्मार्ट सिटी से एकत्रित होने वाले गीले कचरे को रिसाइकिल कर बिजली और जैविक खाद का उत्पादन किया जा रहा है। इससे जहां हर माह इस प्रोजेक्ट को संचालित करने के लिए बिजली मिल रही है, वहीं जैविक खाद का उत्पादन हो रहा है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत 2.15 करोड़ रुपए से प्री-सेग्रिगेट एमएसडब्ल्यू फीड स्टॉक आधारित बायोगैस प्लांट लगाया गया है। इसमें धर्मशाला शहर के गीले कूड़े-कचरे का निष्पादन होने के साथ ही बिजली व खाद भी तैयार हो रही है। बस स्टैंड के पास बनाई डंपिंग साइट इस तरह का हिमाचल में पहला प्लांट बताया जा रहा है। इससे पहले 60 हजार के लगभग आबादी वाले नगर निगम धर्मशाला, जो कि पर्यटन सीजन में लाखों पर्यटकों का जिम्मा भी संभालता है, और उतने ही बड़े स्तर पर होटलों, रेस्तरां व पर्यटक स्थलों से कूड़ा-कचरा भी निकालता है, लेकिन इससे पहले धर्मशाला बस स्टैंड के पास सुधेड़ में ही एक मात्र डंपिंग साइट है। जिसमें सभी प्रकार का गीला व सूखा कचरा एक साथ ही एकत्रित किया जाता था। जिसके कारण कूड़ा-कचरा सही प्रकार से सेग्रिगेट नहीं हो पाता था, जिससे शहर का वातावरण भी प्रदूषित होता था। स्मार्ट सिटी धर्मशाला के तहत बायोगैस प्लांट लगने से गीले कचरे को एक ही स्थान पर सग्रिग्रेशन किया जा रहा है। धर्मशाला के स्टेडियम के साथ दाड़ी आईटीआई रोड चरान खड्ड में प्री-सेग्रिगेट एमएसडब्ल्यू फीड स्टॉक आधारित बायोगैस प्लांट बनाया गया है। प्लांट के बनने से गीले कचरे से बिजली तैयार की जा रही है जिसे प्लांट में प्रयोग करने के साथ-साथ ही नगर निगम धर्मशाला के क्षेत्रों में भी प्रयोग में लाया जा सकेगा। प्रतिदिन 5 मैट्रिक टन कूड़े का निष्पादन नगर निगम धर्मशाला में गीला और सूखा कूड़ा-कचरा घर-घर से एकत्रित किया जा रहा है। नगर निगम धर्मशाला के आयुक्त एवं स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ एवं एमडी ज़फर इकबाल ने बताया कि 2.15 करोड़ से प्री-सेग्रिगेटेड एमएसडब्ल्यू फीड स्टॉक आधारित बायोगैस प्लांट तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि इस प्लांट की मदद से प्रतिदिन 5 मैट्रिक टन कूड़े का निष्पादन किया जाएगा। जहां इससे बायोगैस/बायोमीथेन और बिजली तैयार की जा रही है। वहीं, ठोस कचरे से खाद बनाई जा रही है जिससे कि पर्यावरण के साथ-साथ जल को भी स्वच्छ रखा जा सकेगा। एक महीने में 300 किलोवाट बिजली उत्पादन स्मार्ट सिटी के इंजीनियर रोबिन महाजन ने बताया कि संयंत्र में दो से 2.5 टन गीले कचरे को रोजाना रिसाइकिल करने की क्षमता है। एक टन कचरे से 35 से 40 क्यूबिक मीटर बायोगैस/बायोमीथेन और एक टन कचरे से 1.25 किलोवाट प्रति घंटा बिजली उत्पादित हो रही है। पिछले एक महीने में 300 किलोवाट बिजली उत्पादित हुई है। प्लांट में गीले कचरे की मशीन से कटिंग की जाती है। फिर मिक्सर की मदद से घोल तैयार किया जाता है। घोल को डाइजेस्टर टैंक में डाला जाता है। जिससे बनी 250-350 क्यूबिक बायोगैस को जनरेटर की मदद से बिजली में बदला जाता है। वहीं लिक्विड (तरल) खाद निकलती है, जिसका उपयोग फसल और सब्जी उत्पादन में किया जा सकता है।
देहरा पहुंचे सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू:बोले- उद्योग का पलायन नहीं किया जाएगा; रेस्ट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक की
देहरा पहुंचे सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू:बोले- उद्योग का पलायन नहीं किया जाएगा; रेस्ट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक की मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज देहरा पहुंचे। यहां उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ जल शक्ति विभाग के रेस्ट हाउस में बैठक की। जिसमें देहरा से संबंधित विकास कार्यों पर चर्चा हुई। देहरा में क्रिटिकल हॉस्पिटल, नया एसपी ऑफिस, कंबाइंड बिल्डिंग और टूरिज्म होटल नए भवन बनाने जा रहा है। उनके लिए रेवेन्यू विभाग लैंड बैंक तैयार कर रहा है। वहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि देहरा में जो उद्योग हैं उनका पलायन नहीं किया जाएगा। इससे पहले शनिवार को तहसील अधिकारी और उद्योग विभाग के अधिकारी देहरा के हनुमान चौक स्थित इंडस्ट्री एस्टेट और रेशम विभाग की जमीन का मुआयना करने आए थे। जिसमें उद्योगों के पलायन की बात सामने आई थी। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि देहरा में मैं जो कह कर गया था उस पर काफी तेजी से काम हो रहा है। देहरा में बिजली की केबलिंग अब अंडरग्राउंड हो रही है। देहरा कॉलेज के लिए 67 कनाल नहीं 150 कनाल अप्लाई करने को कहा गया है। 100 करोड़ रुपए की लागत से कंबाइंड ऑफिस बनने वाला है। अगले बजट के लिए भी चर्चा की गई। जिसमें सर्कुलर रोड बनेगा, पानी की स्कीमें बनेंगी। उन्होंने कहा कि खबली, धवाला और नकेड खड्ड पानी की स्कीमें बनेगी, जिससे विभिन्न पंचायतों को इसका फायदा मिलेगा। इसके अलावा देहरा में क्या क्या नया हो सकता है इस दृष्टि से विभिन्न अधिकारियों के साथ बैठक की। उसके बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अपने साढू स्वर्गीय नरेंद्र सिंह पप्पू के निधन पर उनके देहरा स्थित घर में शोक व्यक्त करने गए।