<p class=”abp-article-slug” style=”text-align: justify;”><strong>Delhi DPS Dwarka Case:</strong> गुरुवार को आम आदमी पार्टी की नेता प्रतिपक्ष आतिशी की तरफ से दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को एक चिट्ठी लिखी गई. इस चिट्ठी में DPS द्वारका की तरफ से 34 बच्चों को स्कूल से निष्कासित करने के मामले पर सवाल खड़े किए गए. चिट्ठी में आतिशी ने लिखा कि ‘एक अत्यंत चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें DPS द्वारका ने सालाना स्कूल फीस में बढ़ोतरी का भुगतान न करने पर कथित रूप से 34 छात्रों को स्कूल से निष्कासित कर दिया है. किसी भी निजी स्कूल से उठाया गया ऐसा कदम पूरी तरह से अस्वीकार्य है.'</p>
<p class=”abp-article-slug” style=”text-align: justify;”>आतिशी की तरफ से मुख्यमंत्री से गुहार लगाई गई है कि वह इस पूरे मामले पर जल्द से जल्द संज्ञान लेते हुए सख्त कदम उठाएं. चिट्ठी में लिखा गया, “उन मासूम बच्चों की मानसिक स्थिति का सोचिए, जिन्हें स्कूल के गेट पर अतिरिक्त सुरक्षा के जरिये रोका गया और मजबूरन स्कूल से नाम वापस लेना पड़ा. यह एक ऐसा अमानवीय व्यवहार है, जिससे उन बच्चों को गहरा मानसिक आघात पहुंचा होगा. यह दिल्ली सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी थी कि ऐसी घटना सामने आते ही तुरंत कार्रवाई करती. लेकिन दुर्भाग्यवश, माता-पिता को न्याय की गुहार के लिए कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाना पड़ा. हम किस तरह की परंपरा की नींव रख रहे हैं?”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जब से बीजेपी सरकार बनी निजी स्कूलों ने फीस बढ़ाई- आतिशी </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालो में जब दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार थी, हमने कभी भी किसी निजी स्कूल को अनुचित रूप से फीस बढ़ाने की इजाजत नहीं दी, तो छात्रों के नाम काटने का सवाल ही नहीं उठता था, जो भी स्कूल नियमों का उल्लंघन करते थे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती थी. इससे निजी स्कूल माफिया को स्पष्ट संदेश मिला था कि दिल्ली में ऐसी घटनाओं की कोई जगह नहीं है. आतिशी ने यह भी लिखा कि पिछले 3 महीनों में, जब से दिल्ली में बीजेपी सरकार बनी है, निजी स्कूलों ने मनमाने ढंग से फीस और अन्य शुल्कों में वृद्धि की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आतिशी ने कहा कि अभिभावकों के बार-बार विरोध के बावजूद न तो फीस वापस ली गई और न ही स्कूलों के खिलाफ कोई कार्रवाई हुई. दिल्ली के छात्रों और उनके माता-पिता की ओर से <a title=”आतिशी” href=”https://www.abplive.com/topic/atishi” data-type=”interlinkingkeywords”>आतिशी</a> ने निवेदन करते हुए कहा है कि, DPS द्वारका के खिलाफ कार्रवाई की जाए और छात्रों के निष्कासन का आदेश तुरंत रद्द करवाया जाए. दिल्ली के सभी निजी स्कूलों को निर्देशित किया जाए कि जब तक स्कूलों के खातों का ऑडिट न हो जाए, शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए बढ़ी हुई फीस को तत्काल प्रभाव से स्थगित किया जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बच्चों को कई दिनों से लाइब्रेरी में बैठाकर किया प्रताड़ित- आतिशी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इससे पहले बुधवार को आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने भी दिल्ली सरकार को प्राइवेट स्कूलों की मनमानी और DPS द्वारका की तरफ से बच्चों को निष्कासित करने वाले मुद्दे पर दिल्ली सरकार को खूब घेरा. उन्होंने कहा कि, जनता के विरोध के कारण दिल्ली की बीजेपी सरकार ने कुछ बड़ी-बड़ी बातें कह दीं, बीजेपी सरकार ने इस संबंध में यह ऐलान किया कि हम दिल्ली के सभी प्राइवेट स्कूलों का SDM से ऑडिट कराएंगे और 15 दिन के भीतर ऑडिट रिपोर्ट सार्वजनिक की जाएगी. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि 14 दिन का समय बीते हुए भी बहुत दिन हो चुके हैं, परंतु अभी तक कोई भी ऑडिट रिपोर्ट बीजेपी सरकार की ओर से सार्वजनिक नहीं की गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सौरभ भारद्वाज ने कहा कि DPS स्कूल द्वारका लगातार बढ़ी हुई फीस भरने के लिए बच्चों पर दबाव बना रहा था. बच्चों को प्रताड़ित कर रहा था. जिन बच्चों के माता-पिता ने बढ़ी हुई फीस नहीं दी, उनके बच्चों को कक्षा में नहीं बैठने दिया जा रहा था. उनको कई दिनों से लाइब्रेरी में बैठाकर प्रताड़ित किया जा रहा था. इस पर दिल्ली सरकार ने DM के अधीन जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया. गठित कमेटी ने भी DM की अध्यक्षता में यह रिपोर्ट सरकार को प्रस्तुत की कि DPS स्कूल द्वारका बच्चों को प्रताड़ित कर रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने यह भी केवल एक नौटंकी मात्र ही किया था. DM द्वारा रिपोर्ट देने के बावजूद भी दिल्ली की बीजेपी सरकार ने DPS स्कूल द्वारका पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बीजेपी सरकार की इसी लापरवाही का यह नतीजा निकला कि कल DPS स्कूल द्वारका ने ऐसे 34 बच्चों का नाम काटकर स्कूल से निकाल दिया, जिन्होंने बढ़ी हुई फीस देने से इनकार किया था. उन्होंने बताया कि बच्चे जब सुबह स्कूल बस में बैठकर स्कूल पहुंचे तो स्कूल के गेट से ही उन्हें वापस स्कूल बस में बैठा दिया गया और कह दिया गया कि इन्हें इनके घर वापस छोड़ आओ इनके नाम स्कूल से काट दिए गए हैं.</p> <p class=”abp-article-slug” style=”text-align: justify;”><strong>Delhi DPS Dwarka Case:</strong> गुरुवार को आम आदमी पार्टी की नेता प्रतिपक्ष आतिशी की तरफ से दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को एक चिट्ठी लिखी गई. इस चिट्ठी में DPS द्वारका की तरफ से 34 बच्चों को स्कूल से निष्कासित करने के मामले पर सवाल खड़े किए गए. चिट्ठी में आतिशी ने लिखा कि ‘एक अत्यंत चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें DPS द्वारका ने सालाना स्कूल फीस में बढ़ोतरी का भुगतान न करने पर कथित रूप से 34 छात्रों को स्कूल से निष्कासित कर दिया है. किसी भी निजी स्कूल से उठाया गया ऐसा कदम पूरी तरह से अस्वीकार्य है.'</p>
<p class=”abp-article-slug” style=”text-align: justify;”>आतिशी की तरफ से मुख्यमंत्री से गुहार लगाई गई है कि वह इस पूरे मामले पर जल्द से जल्द संज्ञान लेते हुए सख्त कदम उठाएं. चिट्ठी में लिखा गया, “उन मासूम बच्चों की मानसिक स्थिति का सोचिए, जिन्हें स्कूल के गेट पर अतिरिक्त सुरक्षा के जरिये रोका गया और मजबूरन स्कूल से नाम वापस लेना पड़ा. यह एक ऐसा अमानवीय व्यवहार है, जिससे उन बच्चों को गहरा मानसिक आघात पहुंचा होगा. यह दिल्ली सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी थी कि ऐसी घटना सामने आते ही तुरंत कार्रवाई करती. लेकिन दुर्भाग्यवश, माता-पिता को न्याय की गुहार के लिए कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाना पड़ा. हम किस तरह की परंपरा की नींव रख रहे हैं?”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जब से बीजेपी सरकार बनी निजी स्कूलों ने फीस बढ़ाई- आतिशी </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालो में जब दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार थी, हमने कभी भी किसी निजी स्कूल को अनुचित रूप से फीस बढ़ाने की इजाजत नहीं दी, तो छात्रों के नाम काटने का सवाल ही नहीं उठता था, जो भी स्कूल नियमों का उल्लंघन करते थे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती थी. इससे निजी स्कूल माफिया को स्पष्ट संदेश मिला था कि दिल्ली में ऐसी घटनाओं की कोई जगह नहीं है. आतिशी ने यह भी लिखा कि पिछले 3 महीनों में, जब से दिल्ली में बीजेपी सरकार बनी है, निजी स्कूलों ने मनमाने ढंग से फीस और अन्य शुल्कों में वृद्धि की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आतिशी ने कहा कि अभिभावकों के बार-बार विरोध के बावजूद न तो फीस वापस ली गई और न ही स्कूलों के खिलाफ कोई कार्रवाई हुई. दिल्ली के छात्रों और उनके माता-पिता की ओर से <a title=”आतिशी” href=”https://www.abplive.com/topic/atishi” data-type=”interlinkingkeywords”>आतिशी</a> ने निवेदन करते हुए कहा है कि, DPS द्वारका के खिलाफ कार्रवाई की जाए और छात्रों के निष्कासन का आदेश तुरंत रद्द करवाया जाए. दिल्ली के सभी निजी स्कूलों को निर्देशित किया जाए कि जब तक स्कूलों के खातों का ऑडिट न हो जाए, शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए बढ़ी हुई फीस को तत्काल प्रभाव से स्थगित किया जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बच्चों को कई दिनों से लाइब्रेरी में बैठाकर किया प्रताड़ित- आतिशी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इससे पहले बुधवार को आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने भी दिल्ली सरकार को प्राइवेट स्कूलों की मनमानी और DPS द्वारका की तरफ से बच्चों को निष्कासित करने वाले मुद्दे पर दिल्ली सरकार को खूब घेरा. उन्होंने कहा कि, जनता के विरोध के कारण दिल्ली की बीजेपी सरकार ने कुछ बड़ी-बड़ी बातें कह दीं, बीजेपी सरकार ने इस संबंध में यह ऐलान किया कि हम दिल्ली के सभी प्राइवेट स्कूलों का SDM से ऑडिट कराएंगे और 15 दिन के भीतर ऑडिट रिपोर्ट सार्वजनिक की जाएगी. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि 14 दिन का समय बीते हुए भी बहुत दिन हो चुके हैं, परंतु अभी तक कोई भी ऑडिट रिपोर्ट बीजेपी सरकार की ओर से सार्वजनिक नहीं की गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सौरभ भारद्वाज ने कहा कि DPS स्कूल द्वारका लगातार बढ़ी हुई फीस भरने के लिए बच्चों पर दबाव बना रहा था. बच्चों को प्रताड़ित कर रहा था. जिन बच्चों के माता-पिता ने बढ़ी हुई फीस नहीं दी, उनके बच्चों को कक्षा में नहीं बैठने दिया जा रहा था. उनको कई दिनों से लाइब्रेरी में बैठाकर प्रताड़ित किया जा रहा था. इस पर दिल्ली सरकार ने DM के अधीन जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया. गठित कमेटी ने भी DM की अध्यक्षता में यह रिपोर्ट सरकार को प्रस्तुत की कि DPS स्कूल द्वारका बच्चों को प्रताड़ित कर रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने यह भी केवल एक नौटंकी मात्र ही किया था. DM द्वारा रिपोर्ट देने के बावजूद भी दिल्ली की बीजेपी सरकार ने DPS स्कूल द्वारका पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बीजेपी सरकार की इसी लापरवाही का यह नतीजा निकला कि कल DPS स्कूल द्वारका ने ऐसे 34 बच्चों का नाम काटकर स्कूल से निकाल दिया, जिन्होंने बढ़ी हुई फीस देने से इनकार किया था. उन्होंने बताया कि बच्चे जब सुबह स्कूल बस में बैठकर स्कूल पहुंचे तो स्कूल के गेट से ही उन्हें वापस स्कूल बस में बैठा दिया गया और कह दिया गया कि इन्हें इनके घर वापस छोड़ आओ इनके नाम स्कूल से काट दिए गए हैं.</p> दिल्ली NCR व्योमिका सिंह विवाद: रामगोपाल यादव के बचाव में उतरी समाजवादी पार्टी, कहा- इसमें कुछ गलत नहीं
Delhi: फीस न चुकाने पर स्कूल ने 34 छात्रों को निकाला तो भड़कीं आतिशी, CM रेखा गुप्ता को पत्र लिखकर की ये मांग
