अमृतसर में गोद लिए बच्चे की पिटाई:ट्यूशन टीचर ने बनाई वीडियो, प्रशासन ने बच्चे को किया रेस्क्यू, पड़ोसी बोले-बुरी तरह मारते थे मां-बाप

अमृतसर में गोद लिए बच्चे की पिटाई:ट्यूशन टीचर ने बनाई वीडियो, प्रशासन ने बच्चे को किया रेस्क्यू, पड़ोसी बोले-बुरी तरह मारते थे मां-बाप

अमृतसर में माता पिता द्वारा एक छोटे बच्चे की पिटाई के बाद ट्यूशन टीचर ने उसका वीडियो बना लिया। वीडियो वायरल होने के बाद शुक्रवार को डीसी दफ्तर की ओर से कार्रवाई की गई। डीसी दफ्तर की ओर से कर्मचारी पहुंचे और पुलिस की मदद से बच्चे को अपने साथ ले गए। बच्चे को मेडिकल के लिए भेजा गया है, उसके बाद ही अगली कार्रवाई को जाएगी। जानकारी के मुताबिक पार्षद विक्की दत्ता ने बताया कि बीते दिन एक छोटे बच्चे की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी। जिसमें बच्चा अपने शरीर पर लगी चोट के बारे में बता रहा था कि उसकी मां और बहन ने उसे मारा है। उसने बताया कि उसे रोज मारा जाता है। जिसके बाद आज डीसी दफ्तर की ओर से टीम बच्चे के घर पहुंची और उसे रेस्क्यू किया गया। दो साल पहले किया था एडॉप्ट विकी दत्ता ने बताया कि यह बच्चा रतन स्वीट्स, शक्ति नगर चौक के परिवार ने दो साल पहले एडॉप्ट किया था। बच्चे की उम्र तकरीबन पौने पांच साल है। जब डीसी दफ्तर की ओर से टीम पहुंचीं तो सारे इलाका निवासियों की ओर माता पिता के खिलाफ गवाही दी गई है। सबका यही कहना है कि यह बच्चे को बुरी तरह से मारते थे और जब वो जिद करता था तो उसकी ओर पिटाई की जाती थी। डीसी दफ्तर से आई टीम ने किया रेस्क्यू अगर कोई दुकान पर समान लेने आता तो भी बच्चे से बुरी तरह बात की जाती ओर उसे सामान पकड़ाने के लिए कहा था। जिसके बाद डीसी दफ्तर से आई टीम के हकीम गेट की पुलिस की टीम बच्चे को साथ ले गई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि फिलहाल बच्चे को वो साथ ले जा रहे हैं और उसका मेडिकल करवाने के बाद जांच की जाएगी। जो भी रिजल्ट आएगा उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में माता पिता ने कोई बयान नहीं दिया है लेकिन उन्होंने अधिकारियों से कहा कि उन पर लगाए गए आरोप निराधार हैं। वहीं मोहल्ला निवासियों ने इस बात की भी मांग की है कि यह भी चेक किया जाए कि इन्होंने बच्चे को एडॉप्ट किया है जा फिर उसे किसी गिरोह के जरिए लिया है। अमृतसर में माता पिता द्वारा एक छोटे बच्चे की पिटाई के बाद ट्यूशन टीचर ने उसका वीडियो बना लिया। वीडियो वायरल होने के बाद शुक्रवार को डीसी दफ्तर की ओर से कार्रवाई की गई। डीसी दफ्तर की ओर से कर्मचारी पहुंचे और पुलिस की मदद से बच्चे को अपने साथ ले गए। बच्चे को मेडिकल के लिए भेजा गया है, उसके बाद ही अगली कार्रवाई को जाएगी। जानकारी के मुताबिक पार्षद विक्की दत्ता ने बताया कि बीते दिन एक छोटे बच्चे की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी। जिसमें बच्चा अपने शरीर पर लगी चोट के बारे में बता रहा था कि उसकी मां और बहन ने उसे मारा है। उसने बताया कि उसे रोज मारा जाता है। जिसके बाद आज डीसी दफ्तर की ओर से टीम बच्चे के घर पहुंची और उसे रेस्क्यू किया गया। दो साल पहले किया था एडॉप्ट विकी दत्ता ने बताया कि यह बच्चा रतन स्वीट्स, शक्ति नगर चौक के परिवार ने दो साल पहले एडॉप्ट किया था। बच्चे की उम्र तकरीबन पौने पांच साल है। जब डीसी दफ्तर की ओर से टीम पहुंचीं तो सारे इलाका निवासियों की ओर माता पिता के खिलाफ गवाही दी गई है। सबका यही कहना है कि यह बच्चे को बुरी तरह से मारते थे और जब वो जिद करता था तो उसकी ओर पिटाई की जाती थी। डीसी दफ्तर से आई टीम ने किया रेस्क्यू अगर कोई दुकान पर समान लेने आता तो भी बच्चे से बुरी तरह बात की जाती ओर उसे सामान पकड़ाने के लिए कहा था। जिसके बाद डीसी दफ्तर से आई टीम के हकीम गेट की पुलिस की टीम बच्चे को साथ ले गई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि फिलहाल बच्चे को वो साथ ले जा रहे हैं और उसका मेडिकल करवाने के बाद जांच की जाएगी। जो भी रिजल्ट आएगा उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में माता पिता ने कोई बयान नहीं दिया है लेकिन उन्होंने अधिकारियों से कहा कि उन पर लगाए गए आरोप निराधार हैं। वहीं मोहल्ला निवासियों ने इस बात की भी मांग की है कि यह भी चेक किया जाए कि इन्होंने बच्चे को एडॉप्ट किया है जा फिर उसे किसी गिरोह के जरिए लिया है।   पंजाब | दैनिक भास्कर