हरियाणा की अंबाला में दोस्तों के साथ भाई का बर्थडे सेलिब्रेशन करने गए डॉक्टर पर उसी के कॉलेज के लड़कों ने हमला बोल दिया। हमले में MBBS के 2 इंटर्न डॉक्टर को चोट आई है। पुलिस ने पीड़ितों के बयान दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। दोस्तों के साथ गए थे खाना खाने कैथल के सेक्टर-19 निवासी अक्षित ने बताया कि वह आदेश मेडिकल कॉलेज से MBBS इंटर्नशिप कर रहा है। 18 जुलाई को उसके छोटे भाई आयुष का जन्मदिन था। वह अपने दोस्त अभिषेक, अंकुश और साहिल के साथ अलग-अलग गाड़ियों में सवार होकर रात 12:20 बजे आदेश मेडिकल से खाना खाने के लिए NDI प्लाजा मोहड़ा के गए थे। रास्ते में एक पोलो गाड़ी में 4 युवक मिले। जिन्होंने ओवरटेक करते हुए पहले उनकी तरफ गंदे इशारे किए। पोलो गाड़ी NDI प्लाजा पर जाकर रुकी। लोहे की राड से किया हमला जब उन्होंने गंदे इशारे करने बारे पूछा तो उस गाड़ी से आदेश मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट नमन व सक्षम गाड़ी से नीचे उतरे और बिना कारण गाली-गलौज करना शुरू कर दिया। सक्षम के हाथ में बेसबाल बैट था। जिसने तैश में आकर बैट से उसके ऊपर हमला बोल दिया। नमन ने उसके दोस्त अभिषेक पर लोहे की राड से हमला किया। वारदात को अंजाम देने के बाद चारों आरोपी जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। मामले की जांच में जुटी पुलिस उसके बाद उसके दोस्त साहिल और अंकुश उसे बेहोशी की हालात में आदेश मेडिकल कॉलेज मोहड़ी लेकर आ गए। सूचना मिलने के बाद उसके परिवार वाले भी पहुंच गए, जो उसे इलाज के लिए फोर्टिस हॉस्पिटल मोहाली लेकर आ गए थे। यहां पहले से उसका दोस्त अभिषेक दाखिल था। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। हरियाणा की अंबाला में दोस्तों के साथ भाई का बर्थडे सेलिब्रेशन करने गए डॉक्टर पर उसी के कॉलेज के लड़कों ने हमला बोल दिया। हमले में MBBS के 2 इंटर्न डॉक्टर को चोट आई है। पुलिस ने पीड़ितों के बयान दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। दोस्तों के साथ गए थे खाना खाने कैथल के सेक्टर-19 निवासी अक्षित ने बताया कि वह आदेश मेडिकल कॉलेज से MBBS इंटर्नशिप कर रहा है। 18 जुलाई को उसके छोटे भाई आयुष का जन्मदिन था। वह अपने दोस्त अभिषेक, अंकुश और साहिल के साथ अलग-अलग गाड़ियों में सवार होकर रात 12:20 बजे आदेश मेडिकल से खाना खाने के लिए NDI प्लाजा मोहड़ा के गए थे। रास्ते में एक पोलो गाड़ी में 4 युवक मिले। जिन्होंने ओवरटेक करते हुए पहले उनकी तरफ गंदे इशारे किए। पोलो गाड़ी NDI प्लाजा पर जाकर रुकी। लोहे की राड से किया हमला जब उन्होंने गंदे इशारे करने बारे पूछा तो उस गाड़ी से आदेश मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट नमन व सक्षम गाड़ी से नीचे उतरे और बिना कारण गाली-गलौज करना शुरू कर दिया। सक्षम के हाथ में बेसबाल बैट था। जिसने तैश में आकर बैट से उसके ऊपर हमला बोल दिया। नमन ने उसके दोस्त अभिषेक पर लोहे की राड से हमला किया। वारदात को अंजाम देने के बाद चारों आरोपी जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। मामले की जांच में जुटी पुलिस उसके बाद उसके दोस्त साहिल और अंकुश उसे बेहोशी की हालात में आदेश मेडिकल कॉलेज मोहड़ी लेकर आ गए। सूचना मिलने के बाद उसके परिवार वाले भी पहुंच गए, जो उसे इलाज के लिए फोर्टिस हॉस्पिटल मोहाली लेकर आ गए थे। यहां पहले से उसका दोस्त अभिषेक दाखिल था। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना में पूर्व मंत्री दर्शन बराड़ कांग्रेस से निष्कासित:प्रधान वड़िंग के खिलाफ बेटे ने लड़ा था चुनाव, दूसरी बार पार्टी से बाहर पंजाब के कांग्रेस प्रदेश प्रधान और लुधियाना से नव नियुक्त सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग एक्शन मोड में आ गए हैं। प्रदेश कांग्रेस ने वडिंग के खिलाफ आजाद चुनाव लड़ने वाले कमलजीत सिंह बराड़ के पिता पूर्व मंत्री दर्शन सिंह बराड़ को पार्टी के खिलाफ काम करने को लेकर बाहर कर दिया गया। दर्शन बराड़ ने पहली बार 1992 में लड़ा चुनाव दर्शन सिंह बराड़ पहली बार जगराओं में 1992 में चुनाव लड़े थे और भाजपा के आयोध्या प्रकाश को 5541 वोट से हरा कर चुनाव जीता था जिसके बाद दर्शन सिंह बराड़ की कांग्रेस पार्टी में काफी पकड़ बन गई थी। उसके बाद दर्शन बराड़ ने 1997 में चुनाव लड़ा लेकिन वह अकालीदल से चुनाव हार गए जिसके बाद दर्शन सिंह बराड़ को 2002 में कांग्रेस ने झटका देते हुए उनकी टिकट काट डाली तो वह पार्टी के खिलाफ आजाद चुनाव लड़े तो कांग्रेस पार्टी ने दर्शन बराड़ को पार्टी से बाहर कर दिया। लेकिन इस दौरान उन्होंने चुनावों में आजाद उम्मीदवार होने पर भी 30595 वोट हासिल कर कांग्रेस पार्टी की जमानत जब्त करवा डाली हालाकि वह खुद मात्र 1557 वोट से अकाली दल से हार गए। आजाद तौर पर इतनी ज्यादा वोट लेने के बाद कांग्रेस पार्टी को उन्हें मजबूरन पार्टी में वापस लेना पड़ा था जिसके बाद 2007 में उन्होंने जगराओं को छोड़ते हुए बाघापुराना से चुनाव लड़ा था। इस के बावजूद भी उन्होंने जगराओं में अपना दबदबा बनाए रखा। वह जगराओं में अपने हर किसी वर्कर के खुख दुख में आते रहे इसी का फायदा अब लोकसभा चुनावों में दर्शन सिंह बराड़ के बेटे कमलजीत सिंह बराड़ को मिला। बराड़ को करीब 42211 वोट लोकसभा चुनाव में पड़ी।
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आतंकी डाल्ला का कथित ऑडियो वायरल:बोला- फरीदकोट के गुरप्रीत हत्याकांड में सांसद अमृतपाल शामिल नहीं, पंजाबी इन्फ्लुएंसर को दी धमकी फरीदकोट में हुए गुरप्रीत सिंह हत्याकांड मामले को लेकर पंजाब पुलिस के दावों को झूठा बताते हुए एक आतंकी अर्श डाल्ला का एक कथित ऑडियो वायरल हो रहा है। जिसमें पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव द्वारा किया गया “वारिस पंजाब दे” के प्रमुख और खडूर साहिब सीट से सांसद अमृतपाल के शामिल होने वाले दावे को झूठा बताया है। ऑडियो में अपने आप को डाल्ला बताने वाले व्यक्ति ने कहा कि उक्त वारदात उसने करवाई है, ना कि किसी अन्य व्यक्ति ने। इस केस में अमृतपाल सिंह की कोई भूमिका नहीं है। हालांकि दैनिक भास्कर उक्त ऑडियो की पुष्टि नहीं करता। डीजीपी की प्रेसवार्ता के बाद से उक्त ऑडियो वायरल हो रहा है। डाल्ला बोला- गुरप्रीत को हमने मरवाया, ना कि किसी और ने वायरल हो रही कथित ऑडियो में अपने आप को अर्श डाल्ला बताने वाले व्यक्ति ने कहा कि पंजाब पुलिस द्वारा हत्या केस में मेरे साथ भाई अमृतपाल सिंह का नाम जोड़ा जा रहा है, ये सरासर नाजायज है। ये वारदात मैंने खुद की जिम्मेदारी पर करवाया है। इसमें और किसी का लेनादेना नहीं है। आगे डाल्ला ने कहा- इसकी हत्या इसलिए की गई, क्योंकि 6 माह पहले हमने फोन किया था तो मुझे गालियां दी गई। गुरप्रीत ने महिलाओं की गलत फोटो एडिट किए गए थे। जिसके चलते इसे फोन किया गया था। मुझे इस बारे में शिकायत मिली थी। जिसके चलते हमने इसका काम कर दिया। डाल्ला ने कहा कि गुरप्रीत कोई कौम दर्दी नहीं था, अगर ऐसा होता तो जिन्होंने बेअदबियां की हैं, उन्हें जाकर मारकर आता। डाल्ला ने आगे कहा- हमें किसी के मेडल की जरूरत नहीं है, हम खराब हैं और खराब ही रहेंगे। हम अपनी कौम के लिए जो कर सकेंगे वो करेंगे। दीप सिद्धू की संपथी लेने की कोशिश करता था और जो कौम के लिए काम कर रहे लोग जिंदा हैं, उन्हें गुरप्रीत गलत कहता था। इंस्टाग्राम पर वीडियो बनाने वालों को भी धमकी कथित ऑडियो में डाल्ला ने कहा कि इंस्टाग्राम पर जो लोग वीडियो बनाते हैं, उनमें से भी एक आधे की बारी हम लगा देंगे। सुख रत्तिया और कोमल कौर का नाम लेते हुए ये धमकी दी गई। वहीं, कुल्हड़ पिज्जा कपल का नाम लिए बिना डाला ने कहा कि हम पिज्जा सभी के बिखेर देंगे। हमें इन्हें मारना पड़ जाएगा, वरना प्रशासन इन्हें समझा ले कि ये सोशल मीडिया पर गंद न डालें। हमारी कौम इन्हीं के चक्कर में खराब हो रही है, अगर इन में से कोई मर जाएगा तो कोई तूफान नहीं आने वाला। आखिरी में डाल्ला ने कहा- जो कौम के लिए अच्छा करेगा, उसकी हमेशा हम प्रशंसा ही करेंगे। कौम के बारे में बुरा बोलने वालों को मेरी धमकी है कि कहीं मुझसे कोई नुकसान मत करवा लेना। डीजीपी ने हत्या के लिंक सांसद अमृतपाल से बताए थे पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा था कि इस मामले का मास्टरमाइंड आतंकी अर्शदीप सिंह डल्ला है। सारी जांच तथ्यों के आधार पर की जा रही है। अमृतपाल सिंह इस समय डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। इस हत्या के लिए कई ग्रुप बनाए गए थे। सभी ग्रुप को अलग-अलग काम सौंपे गए थे। मृतक गुरप्रीत भी वारिस पंजाब संस्था से जुड़ा हुआ था। वह संस्था के फाउंडर मेंबरों से एक था। जब दीप सिद्धू इस संस्था को चला रहे थे तो वह कैशियर की भूमिका निभा रहा था। हालांकि जब अमृतपाल को संस्था की जिम्मेदारी सौंपी गई थी तो दोनों में मतभेद सामने आए थे। वहीं गुरप्रीत की हत्या में अमृतपाल की भूमिका सामने आई है। सारी जांच तथ्यों के आधार की जा रही है। जरूरत पड़ी तो अमृपाल से पूछताछ की जा सकती है। 9 अक्टूबर को हुई थी हत्या गुरप्रीत की हत्या 9 अक्टूबर को हुई थी। उस समय गुरप्रीत सिंह अपने समर्थक सरपंच पद के प्रत्याशी के हक में प्रचार कर घर वापस लौट रहा था, तभी सामने बाइक सवार आए हत्यारों ने गोलियां चलाकर गुरप्रीत सिंह को गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस गोलीबारी में चार गोलियां गुरप्रीत सिंह को लगी, गोली मारने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। गंभीर रूप से घायल अवस्था में गुरप्रीत सिंह को उपचार के लिए स्थानीय गुरु गोविंद सिंह मेडिकल कॉलेज में लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस मामले में एक एसआईटी बनाई गई थी। आरोपियों ने रेकी कर दिया वारदात को अंजाम गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान बिलाल अहमद उर्फ फौजी, गुरदीप सिंह उर्फ पोंटू और अर्शदीप सिंह उर्फ झंडू के रूप में हुई है। गिरफ्तार किए गए तीनों व्यक्ति रेकी करने वाले ग्रुप में शामिल थे, जिसका संचालन कनाडा आधारित कर्मवीर सिंह उर्फ गोरा द्वारा किया जा रहा था। रेकी करने वाले ग्रुप ने अपने संचालकों और विभिन्न ग्रुप के माध्यम से महत्वपूर्ण जानकारी शूटर वाले ग्रुप को दी। डीजीपी ने कहा कि शूटर ग्रुप के सदस्यों की पहचान कर ली गई है और पुलिस टीमें उन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही हैं।
CISF कॉन्स्टेबल का भाई बोला-बहन को कोई अफसोस नहीं:कुलविंदर कौर माफी नहीं मांग रही; चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर कंगना रनोट को मारा था थप्पड़
CISF कॉन्स्टेबल का भाई बोला-बहन को कोई अफसोस नहीं:कुलविंदर कौर माफी नहीं मांग रही; चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर कंगना रनोट को मारा था थप्पड़ चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर हिमाचल की सांसद कंगना रनोट को थप्पड़ मारने का मामला सुर्खियों में है। मामले की जांच के लिए SIT गठित कर दी गई है, लेकिन कुलविंदर कौर को थप्पड़ मारने का कोई पछतावा नहीं है। वह माफी भी नहीं मांगेंगी। इसकी पुष्टि कुलविंदर के भाई ने की। पहले CISF के वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से कहा गया था कि कुलविंदर कौर ने थप्पड़ मारने को लेकर अफसोस है और वह माफी मांग रही है। मगर अब इस चर्चा पर कुलविंदर के भाई ने विराम लगा दिया है। कुलविंदर के बड़े भाई शेर सिंह माहीवाल ने कहा कि वह अपनी बहन से मिलकर आए हैं। कुलविंदर ने किसी से भी माफी मांगने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि थप्पड़ कांड में किसी भी तरह की माफी की कोई गुंजाइश नहीं है। शेर सिंह ने माफी मांगने की सभी खबरों को गलत बताया है। पंजाब CM भी कंगना पर भड़के
बीते कल थप्पड़ कांड पर पंजाब CM भगवंत मान ने कहा कि वह गुस्सा था। उसने (कंगना रनोट) पहले भी कुछ कहा था और लड़की (कुलविंदर कौर) के दिल में इसके लिए गुस्सा था। ऐसा नहीं होना चाहिए था, लेकिन इसके जवाब में फिल्म स्टार और सांसद होने के बावजूद यह कहना कि पूरा पंजाब आतंकवादी है, यह गलत है। उन्होंने कहा कि आप हर एक गलती के लिए आतंकवादी बोलते हैं। किसान धरने पर बैठ जाए तो वो आतंकवादी हैं, कोई भी विरोध करे तो वो आतंकवादी है, इस तरह की बातें करना गलत है। पंजाब देश का अहम हिस्सा है, उसे कुछ होगा तो देश को भी चोट पहुंचेगी। SIT सीसीटीवी के आधार पर बनाएगी अपनी रिपोर्ट
उधर, SIT के इंचार्ज मोहाली सिटी एसपी हरवीर सिंह अटवाल ने कहा कि इस पूरे मामले में एयरपोर्ट पर लगे सीसीटीवी कैमरा को देखा जाएगा। उन कैमरों में जो लोग मौके पर मौजूद दिखेंगे उनसे भी पूछताछ की जाएगी। दोनों पक्षों को बुलाकर उनसे भी इस मामले में जांच पड़ताल की जाएगी। इसके बाद जो भी सबूत होंगे, उसके आधार पर रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को दे दी जाएगी। इसके लिए अभी तक कोई समय सीमा तय नहीं की गई है। क्योंकि इसमें काफी लोग शामिल होंगे। इस कारण पूछताछ में समय भी लग सकता है। जानिए क्या थी पूरी घटना
कंगना रनोट को गुरुवार (6 जून) को दोपहर साढ़े 3 बजे चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर CISF की महिला कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने थप्पड़ मार दिया। घटना के वक्त कंगना चंडीगढ़ से दिल्ली जा रही थीं। तभी एयरपोर्ट पर सिक्योरिटी चेक के दौरान महिला कॉन्स्टेबल के साथ बहस हुई और उसने थप्पड़ मार दिया। महिला कॉन्स्टेबल का उसी वक्त एक वीडियो सामने आया जिसमें वो कह रही है, ‘कंगना ने कहा था कि 100-100 रुपए की खातिर लोग किसान आंदोलन में बैठ रहे हैं। जब उसने यह बयान दिया तो मेरी मां भी वहां बैठी थी। इसके बाद लेडी कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर को सस्पेंड कर दिया गया। उसके खिलाफ IPC की धारा 323 (मारपीट करना) व 341 (रास्ता रोकना) के तहत केस दर्ज किया गया है। घटना के बाद कंगना ने भी सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किया था। जिसमें उन्होंने कहा कि- मेरी चिंता है कि जो आतंकवाद पंजाब में बढ़ रहा है, उसे हम कैसे हैंडल करेंगे। आंदोलनकारियों की तुलना ‘खालिस्तानी और आतंकियों से की थी
कंगना ने किसान आंदोलन के दौरान कई बयान दिए थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर आंदोलनकारियों की तुलना खालिस्तानी आतंकियों से की थी। उन्होंने लिखा था- ‘खालिस्तानी आतंकवादी आज सरकार पर दबाव बना रहे हैं, लेकिन हमें एक महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को नहीं भूलना चाहिए। इंदिरा गांधी ने इन्हें अपनी जूती के नीचे कुचल दिया था। भले उन्होंने इस देश को कितनी भी पीड़ा दी हो, लेकिन उन्होंने अपनी जान की कीमत पर इन्हें मच्छरों की तरह कुचल दिया, लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए। उनकी मृत्यु के दशकों बाद भी आज भी उनके नाम से कांपते हैं, इनको वैसा ही गुरू चाहिए।’ कंगना ने किसान आंदोलन को लेकर कई ट्वीट किए थे। इसकी वजह से उनकी पंजाबी सिंगर और एक्टर दिलजीत दोसांझ के साथ सोशल मीडिया पर तीखी बहस भी हो गई थी। शिरोमणि अकाली दल के नेताओं ने कंगना के खिलाफ केस भी दर्ज कराया था।