हरियाणा के 10वीं बोर्ड के टॉपर्स की कहानी:सोशल मीडिया पर अकाउंट नहीं, रात 1 बजे तक पढ़ाई की; बिना ट्यूशन के टॉप किया

हरियाणा के 10वीं बोर्ड के टॉपर्स की कहानी:सोशल मीडिया पर अकाउंट नहीं, रात 1 बजे तक पढ़ाई की; बिना ट्यूशन के टॉप किया

हरियाणा बोर्ड की 10वीं कक्षा के रिजल्ट में 4 बच्चों ने संयुक्त रूप से पहला स्थान प्राप्त किया है। चारों ही विद्यार्थियों ने 500 में से 497 अंक प्राप्त किए हैं। हिसार के ऑक्सफोर्ड पब्लिक सीनियर सेकेंडरी में पढ़ने वाले रोहित चारों टॉपरों में अकेले लड़के हैं जबकि बाकी तीन लड़कियां हैं, जिनमें अंबाला की माही, झज्जर की रोमा और तान्या शामिल हैं। तान्या के पिता झज्जर में ही एक किराना की दुकान चलाते हैं। अपनी इस उपलब्धि पर तान्या ने पढ़ाई का उन्होंने कभी टाइम फिक्स नहीं किया, जब मन किया वह तब पढ़ने बैठ जाती थीं। वहीं झज्जर की ही रोमा के लिए टॉप करना कोई नई बात नहीं हैं क्योंकि बचपन से ही वह हर क्लास में टॉप करती आई हैं। रोमा ने कहा कि वह भविष्य में NDA के माध्यम अफसर बनना चाहती हैं। वहीं, अंबाला से टॉपर माही और हिसार से रोहित दोनों ऐसे हैं जो फोन और सोशल मीडिया से दूरी बनाकर परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। रोमा के पास तो अभी तक अपना फोन भी नहीं है। दोनों ने ही सोशल मीडिया से दूर रहने को सफलता का बड़ा फैक्टर बताया है। चारों टॉपर्स में एक कॉमन बात ये है कि चारों ने ट्यूशन नहीं लिया बल्कि सेल्फ स्टडी पर फोक्स कर टॉप किया। सिलसिलेवार ढंग से हरियाणा के टॉपरों की कहानी पढ़िए… माही के पिता रहते हैं विदेश, रात 1 बजे तक पढ़ाई की
अंबाला के नारायणगढ़ स्थित नगला राजपूतान के न्यू सरस्वती सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्रा माही ने 500 में से 497 नंबर हासिल किए हैं। माही के पिता गुरजीत सिंह अमेरिका में प्राइवेट नौकरी करते हैं। माता मानिका गृहणी हैं। माही ने बताया कि वह डॉक्टर बनाना चाहती हैं और इस लक्ष्य को पाने के लिए काफी मेहनत करने को भी तैयार हैं। माही ने बताया कि उन्होंने बिना की ट्यूशन के सेल्फ स्टडी से यह मुकाम हासिल किया है। इसके साथ ही माही ने बताया कि वह शाम को साढ़े पांच बजे पढ़ने बैठ जाती थी और रात्रि के एक बजे तक लगातार पढ़ती थी। इस दौरान बीच में आधे घंटे डिनर के लिए समय निकालती थीं। अपनी सफलता के बारे में बताते हुए माही भावुक हो गईं। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास था कि मैं अच्छे अंक लेकर आऊंगी, क्योंकि मैंने जीतोड़ मेहनत की है। रोमा ने माता-पिता को दिया सफलता का श्रेय
झज्जर जिले के गांव सिवाना की रहने वाली रोमा सीआर सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ती हैं। वह बचपन से हर क्लास में टॉप करती आई हैं। रोमा के पिता खेती बाड़ी का काम करते हैं। मां हाउस वाइफ हैं। रोमा ने बताया कि वह दिन में 4 से 5 घंटे पढ़ाई करती हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि भविष्य में वह NDA के माध्यम अफसर बनना चाहती हैं। उन्होंने 11वी कक्षा में नॉन मेडिकल साइंस स्ट्रीम चुना है। साथ ही मीडिया से बात करते हुए रोमा ने दसवीं में टॉप करने का पूरा श्रेय अपने माता पिता को दिया। साथ ही उन्होंने टीचरों का भी धन्यवाद किया। UPSC क्रैक पर अफसर बनना चाहती हैं तान्या
तीसरी टॉपर तान्या भी झज्जर से ही हैं साथ ही वह भी सीआर सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ती हैं। उन्होंने 500 में से 497 अंक प्राप्त किए हैं। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने इस सफलता के लिए अपने पैरेंट्स के साथ टीचरों का आभार जाताया। साथ ही उन्होंने बताया कि उन्होंने कभी ये फिक्स नहीं किया था कि उन्हें एक दिन में इतने घंटे पढ़ना ही है। तान्या बताती हैं कि उन्हें जब पढ़ाई करने का मन करता था वो तभी पढ़ाई करती थीं। हालांकि वह जब भी पढ़ाई करती थीं तो पूरा मन लगाकर करती थीं। और यही वजह है कि आज उन्हें ये सफलता मिली है। गांव माजरा की रहने वाली तान्या के पिता वीरसिंह एक किराना स्टोर चलाते हैं और खेती बाड़ी करते हैं। तान्या की मां हाउस वाइफ हैं। तान्या ने बताया कि वह आगे चलकर यूपीएससी की तैयारी करेंगी और अफसर बनेंगी। पढ़ाई के साथ रिवीजन करता था रोहित, सोशल मीडिया से दूर
हिसार के मतलौड़ा गांव के रहने वाले रोहित चार टॉपरों में इकलौते लड़के हैं, उनके पिता का नाम जगबीर सिंह और माता का नाम ऊषा रानी है। रोहित इस उपलब्धि से काफी खुश हैं। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि वह अपने आप पर काफी गर्व महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा,” मैं रोजाना 5 से 6 घंटे तक पढ़ाई करता था। जितना मैं पढ़ता था उसके साथ-साथ रिवीजन भी करता था।” सोशल मीडिया यूज करने के सवाल पर रोहित ने कहा कि उन्होंने सोशल मीडिया से दूरी बनाकर अपनी पढ़ाई की है। भिवानी की मेघा ने 15-16 पढ़ाई की
भिवानी के गांव कलिंगा की रहने वाली मेघा ने 500 में से 495 अंक प्राप्त किए हैं। उन्होंने प्रदेश में संयुक्त रूप से तीसरा स्थान हासिल किया है। हालांकि, भिवानी में मेघा ने टॉप किया है। मेघा के पिता राजकुमार प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते हैं और 12वीं पास हैं। वहीं मां हाउस वाइफ हैं। मेघा भिवानी के ही गांव कलिंगा स्थित दिशा पब्लिक स्कूल में पढ़ती हैं। मेघा ने बताया कि वह रात को 11-12 बजे तक पढ़ती थीं, यानी की एक दिन में वह कम से कम 15-16 घंटे मन लगाकर पढ़ाई करती थीं। रोमा और रोहित की तरह ही मेघा भी परीक्षा के दौरान पूरी तरह से सोशल मीडिया से दूर रहीं। **************** ये खबर भी पढ़ें… हरियाणा के 10वीं बोर्ड में 20 टॉपर, फर्स्ट पोजिशन पर 4, दूसरे नंबर पर 6 स्टूडेंट हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE) के 10वीं का रिजल्ट घोषित हो गया है। इसमें 92.49% बच्चे पास हुए हैं। सरकारी स्कूलों का पास रिजल्ट 89.30% रहा, जबकि प्राइवेट स्कूलों का रिजल्ट 96.28% रहा। रिजल्ट में रेवाड़ी पहले, चरखी दादरी दूसरे और महेंद्रगढ़ तीसरे स्थान पर रहा। वहीं, नूंह सबसे फिसड्‌डी रहा। (पढ़ें पूरी खबर) हरियाणा बोर्ड की 10वीं कक्षा के रिजल्ट में 4 बच्चों ने संयुक्त रूप से पहला स्थान प्राप्त किया है। चारों ही विद्यार्थियों ने 500 में से 497 अंक प्राप्त किए हैं। हिसार के ऑक्सफोर्ड पब्लिक सीनियर सेकेंडरी में पढ़ने वाले रोहित चारों टॉपरों में अकेले लड़के हैं जबकि बाकी तीन लड़कियां हैं, जिनमें अंबाला की माही, झज्जर की रोमा और तान्या शामिल हैं। तान्या के पिता झज्जर में ही एक किराना की दुकान चलाते हैं। अपनी इस उपलब्धि पर तान्या ने पढ़ाई का उन्होंने कभी टाइम फिक्स नहीं किया, जब मन किया वह तब पढ़ने बैठ जाती थीं। वहीं झज्जर की ही रोमा के लिए टॉप करना कोई नई बात नहीं हैं क्योंकि बचपन से ही वह हर क्लास में टॉप करती आई हैं। रोमा ने कहा कि वह भविष्य में NDA के माध्यम अफसर बनना चाहती हैं। वहीं, अंबाला से टॉपर माही और हिसार से रोहित दोनों ऐसे हैं जो फोन और सोशल मीडिया से दूरी बनाकर परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। रोमा के पास तो अभी तक अपना फोन भी नहीं है। दोनों ने ही सोशल मीडिया से दूर रहने को सफलता का बड़ा फैक्टर बताया है। चारों टॉपर्स में एक कॉमन बात ये है कि चारों ने ट्यूशन नहीं लिया बल्कि सेल्फ स्टडी पर फोक्स कर टॉप किया। सिलसिलेवार ढंग से हरियाणा के टॉपरों की कहानी पढ़िए… माही के पिता रहते हैं विदेश, रात 1 बजे तक पढ़ाई की
अंबाला के नारायणगढ़ स्थित नगला राजपूतान के न्यू सरस्वती सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्रा माही ने 500 में से 497 नंबर हासिल किए हैं। माही के पिता गुरजीत सिंह अमेरिका में प्राइवेट नौकरी करते हैं। माता मानिका गृहणी हैं। माही ने बताया कि वह डॉक्टर बनाना चाहती हैं और इस लक्ष्य को पाने के लिए काफी मेहनत करने को भी तैयार हैं। माही ने बताया कि उन्होंने बिना की ट्यूशन के सेल्फ स्टडी से यह मुकाम हासिल किया है। इसके साथ ही माही ने बताया कि वह शाम को साढ़े पांच बजे पढ़ने बैठ जाती थी और रात्रि के एक बजे तक लगातार पढ़ती थी। इस दौरान बीच में आधे घंटे डिनर के लिए समय निकालती थीं। अपनी सफलता के बारे में बताते हुए माही भावुक हो गईं। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास था कि मैं अच्छे अंक लेकर आऊंगी, क्योंकि मैंने जीतोड़ मेहनत की है। रोमा ने माता-पिता को दिया सफलता का श्रेय
झज्जर जिले के गांव सिवाना की रहने वाली रोमा सीआर सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ती हैं। वह बचपन से हर क्लास में टॉप करती आई हैं। रोमा के पिता खेती बाड़ी का काम करते हैं। मां हाउस वाइफ हैं। रोमा ने बताया कि वह दिन में 4 से 5 घंटे पढ़ाई करती हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि भविष्य में वह NDA के माध्यम अफसर बनना चाहती हैं। उन्होंने 11वी कक्षा में नॉन मेडिकल साइंस स्ट्रीम चुना है। साथ ही मीडिया से बात करते हुए रोमा ने दसवीं में टॉप करने का पूरा श्रेय अपने माता पिता को दिया। साथ ही उन्होंने टीचरों का भी धन्यवाद किया। UPSC क्रैक पर अफसर बनना चाहती हैं तान्या
तीसरी टॉपर तान्या भी झज्जर से ही हैं साथ ही वह भी सीआर सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ती हैं। उन्होंने 500 में से 497 अंक प्राप्त किए हैं। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने इस सफलता के लिए अपने पैरेंट्स के साथ टीचरों का आभार जाताया। साथ ही उन्होंने बताया कि उन्होंने कभी ये फिक्स नहीं किया था कि उन्हें एक दिन में इतने घंटे पढ़ना ही है। तान्या बताती हैं कि उन्हें जब पढ़ाई करने का मन करता था वो तभी पढ़ाई करती थीं। हालांकि वह जब भी पढ़ाई करती थीं तो पूरा मन लगाकर करती थीं। और यही वजह है कि आज उन्हें ये सफलता मिली है। गांव माजरा की रहने वाली तान्या के पिता वीरसिंह एक किराना स्टोर चलाते हैं और खेती बाड़ी करते हैं। तान्या की मां हाउस वाइफ हैं। तान्या ने बताया कि वह आगे चलकर यूपीएससी की तैयारी करेंगी और अफसर बनेंगी। पढ़ाई के साथ रिवीजन करता था रोहित, सोशल मीडिया से दूर
हिसार के मतलौड़ा गांव के रहने वाले रोहित चार टॉपरों में इकलौते लड़के हैं, उनके पिता का नाम जगबीर सिंह और माता का नाम ऊषा रानी है। रोहित इस उपलब्धि से काफी खुश हैं। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि वह अपने आप पर काफी गर्व महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा,” मैं रोजाना 5 से 6 घंटे तक पढ़ाई करता था। जितना मैं पढ़ता था उसके साथ-साथ रिवीजन भी करता था।” सोशल मीडिया यूज करने के सवाल पर रोहित ने कहा कि उन्होंने सोशल मीडिया से दूरी बनाकर अपनी पढ़ाई की है। भिवानी की मेघा ने 15-16 पढ़ाई की
भिवानी के गांव कलिंगा की रहने वाली मेघा ने 500 में से 495 अंक प्राप्त किए हैं। उन्होंने प्रदेश में संयुक्त रूप से तीसरा स्थान हासिल किया है। हालांकि, भिवानी में मेघा ने टॉप किया है। मेघा के पिता राजकुमार प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते हैं और 12वीं पास हैं। वहीं मां हाउस वाइफ हैं। मेघा भिवानी के ही गांव कलिंगा स्थित दिशा पब्लिक स्कूल में पढ़ती हैं। मेघा ने बताया कि वह रात को 11-12 बजे तक पढ़ती थीं, यानी की एक दिन में वह कम से कम 15-16 घंटे मन लगाकर पढ़ाई करती थीं। रोमा और रोहित की तरह ही मेघा भी परीक्षा के दौरान पूरी तरह से सोशल मीडिया से दूर रहीं। **************** ये खबर भी पढ़ें… हरियाणा के 10वीं बोर्ड में 20 टॉपर, फर्स्ट पोजिशन पर 4, दूसरे नंबर पर 6 स्टूडेंट हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE) के 10वीं का रिजल्ट घोषित हो गया है। इसमें 92.49% बच्चे पास हुए हैं। सरकारी स्कूलों का पास रिजल्ट 89.30% रहा, जबकि प्राइवेट स्कूलों का रिजल्ट 96.28% रहा। रिजल्ट में रेवाड़ी पहले, चरखी दादरी दूसरे और महेंद्रगढ़ तीसरे स्थान पर रहा। वहीं, नूंह सबसे फिसड्‌डी रहा। (पढ़ें पूरी खबर)   हरियाणा | दैनिक भास्कर