<p style=”text-align: justify;”><strong>Supaul News: </strong><span style=”font-weight: 400;”>इंटरनेट और स्मार्टफोन के इस जमाने में आजकल हर कोई वीडियो और रील बना रहा है. बहू-बेटियां भी इसमें खूब आगे हैं. इन सबके बीच बिहार के सुपौल से एक ऐसा मामला आया है जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे. इस इंटरनेट की ‘मायावी’ दुनिया से दूर एक नई नवेली बहू ने पढ़ने की इच्छा जताकर अपनी सास को चौंका दिया. शादी के बाद जब बहू ससुराल पहुंची और सास को पता चला कि उसे पढ़ने का शौक है तो उसका हाथ पकड़कर स्कूल ले गई और दाखिला कराया. पूरी घटना बीते सोमवार (19 मई, 2025) की है.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सुपौल के छातापुर प्रखंड का है ये पूरा मामला</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>यह पूरा मामला सुपौल जिले के छातापुर प्रखंड का है. उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय कटहरा खतबे टोला में सोमवार को एक सास ने अपनी नई नवेली बहू का 9वीं कक्षा में दाखिला कराया. यह दृश्य समाज में शिक्षा को लेकर बढ़ती जागरूकता और सकारात्मक बदलाव का प्रतीक बन गया.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>14 मई को हुई शादी… 19 को कराया नामांकन</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>बताया जाता है कि कटहरा वार्ड नं-13 निवासी कविता देवी के बेटे की शादी 14 मई 2025 को सोहटा गांव निवासी अरविंद सरदार की पुत्री नीतू कुमारी से हुई थी. शादी के बाद नीतू ने अपनी सास से पढ़ाई जारी रखने की इच्छा जताई. बहू की यह इच्छा सुनते ही कविता देवी ने उसे पढ़ाने का संकल्प लिया. फिर उसे लेकर गांव के स्कूल पहुंच गईं. </span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>क्लास में बहू को लेकर जब सास पहुंची तो शिक्षिका ने पूछा कि आप लेकर आई हैं तो आसपास के और घर के लोगों ने नहीं कहा कि बहू को मत पढ़ाइए? कब तक पढ़ाइगा इसको? इस पर सास ने कहा कि जब तक पढ़ेगी तब तक पढ़ाएंगे. </span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>इस प्रेरणादायक घटना पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक रमेश कुमार ने कहा, “जब महिलाएं खुद शिक्षा की ओर पहल कर रही हैं तो यह सामाजिक परिवर्तन की दिशा में एक बड़ा कदम है.” उन्होंने सास की इस पहल की सराहना करते हुए इसे ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा के प्रति बदलती सोच का संकेत बताया.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>विद्यालय के शिक्षक और छात्र भी इस दृश्य से प्रभावित हुए बिना नहीं रह सके. सभी ने माना कि यह पहल न केवल एक परिवार में बदलाव की शुरुआत है, बल्कि पूरे समाज को नई दिशा देने वाली है.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें- <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/1522-startups-registered-in-bihar-cm-nitish-kumar-government-gives-rs-62-crore-and-50-lakh-2947036″>तरक्की की ओर बिहार! अब तक 1522 स्टार्टअप रजिस्टर्ड, नीतीश सरकार ने दिए 62.50 करोड़ रुपये</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Supaul News: </strong><span style=”font-weight: 400;”>इंटरनेट और स्मार्टफोन के इस जमाने में आजकल हर कोई वीडियो और रील बना रहा है. बहू-बेटियां भी इसमें खूब आगे हैं. इन सबके बीच बिहार के सुपौल से एक ऐसा मामला आया है जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे. इस इंटरनेट की ‘मायावी’ दुनिया से दूर एक नई नवेली बहू ने पढ़ने की इच्छा जताकर अपनी सास को चौंका दिया. शादी के बाद जब बहू ससुराल पहुंची और सास को पता चला कि उसे पढ़ने का शौक है तो उसका हाथ पकड़कर स्कूल ले गई और दाखिला कराया. पूरी घटना बीते सोमवार (19 मई, 2025) की है.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सुपौल के छातापुर प्रखंड का है ये पूरा मामला</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>यह पूरा मामला सुपौल जिले के छातापुर प्रखंड का है. उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय कटहरा खतबे टोला में सोमवार को एक सास ने अपनी नई नवेली बहू का 9वीं कक्षा में दाखिला कराया. यह दृश्य समाज में शिक्षा को लेकर बढ़ती जागरूकता और सकारात्मक बदलाव का प्रतीक बन गया.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>14 मई को हुई शादी… 19 को कराया नामांकन</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>बताया जाता है कि कटहरा वार्ड नं-13 निवासी कविता देवी के बेटे की शादी 14 मई 2025 को सोहटा गांव निवासी अरविंद सरदार की पुत्री नीतू कुमारी से हुई थी. शादी के बाद नीतू ने अपनी सास से पढ़ाई जारी रखने की इच्छा जताई. बहू की यह इच्छा सुनते ही कविता देवी ने उसे पढ़ाने का संकल्प लिया. फिर उसे लेकर गांव के स्कूल पहुंच गईं. </span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>क्लास में बहू को लेकर जब सास पहुंची तो शिक्षिका ने पूछा कि आप लेकर आई हैं तो आसपास के और घर के लोगों ने नहीं कहा कि बहू को मत पढ़ाइए? कब तक पढ़ाइगा इसको? इस पर सास ने कहा कि जब तक पढ़ेगी तब तक पढ़ाएंगे. </span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>इस प्रेरणादायक घटना पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक रमेश कुमार ने कहा, “जब महिलाएं खुद शिक्षा की ओर पहल कर रही हैं तो यह सामाजिक परिवर्तन की दिशा में एक बड़ा कदम है.” उन्होंने सास की इस पहल की सराहना करते हुए इसे ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा के प्रति बदलती सोच का संकेत बताया.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>विद्यालय के शिक्षक और छात्र भी इस दृश्य से प्रभावित हुए बिना नहीं रह सके. सभी ने माना कि यह पहल न केवल एक परिवार में बदलाव की शुरुआत है, बल्कि पूरे समाज को नई दिशा देने वाली है.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें- <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/1522-startups-registered-in-bihar-cm-nitish-kumar-government-gives-rs-62-crore-and-50-lakh-2947036″>तरक्की की ओर बिहार! अब तक 1522 स्टार्टअप रजिस्टर्ड, नीतीश सरकार ने दिए 62.50 करोड़ रुपये</a></strong></p> बिहार तरक्की की ओर बिहार! अब तक 1522 स्टार्टअप रजिस्टर्ड, नीतीश सरकार ने दिए 62.50 करोड़ रुपये
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