सिरसा जिले में छात्राओं से बदतमीजी का मामला सामने आया है। छात्राओं से पहले बस में कंडक्टर ने उनसे बदतमीजी की और बाद में उनको बस से नीचे उतार दिया। छात्राओं ने इस पर बस कंडक्टर से कई बार विनती की, लेकिन उसने उनकी एक न सुनीं। यह मामला सिरसा जिले के डबवाली रेलवे स्टेशन का है। जहां पर प्राइवेट बस संचालकों ने अपनी दादागिरी दिखाई। अक्सर छात्राओं को बस से नीचे उतार दिया जाता है और न ही उनका बस पास मान्य करते। बाकायदा उनसे किराया लिया जाता है। अगर कोई छात्रा किराया देने से मना करती है तो उसे बस से नीचे उतार दिया जाता है। यह घटना शनिवार शाम की है। इस पर रोडवेज प्रशासन का भी कोई ध्यान नहीं है। अक्सर छात्राओं के साथ ऐसी घटनाएं होती है। उनको स्कूल, कॉलेज और शिक्षण संस्थानों में पढ़ने के लिए आने-जाने में काफी परेशानी उठानी पड़ती है। इस कारण छात्राएं न कॉलेज समय पर आ पाती और न ही समय पर घर पहुंच पाती। एक तरह से छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित होती है। छात्राओं में बना रोष
छात्राएं बोली कि प्राइवेट बस संचालक कहते कि सरकारी बस पास वालों को वह बस में नहीं बैठाएंगे। इसके चलते छात्राओं में डर का माहौल बना हुआ है। जब भी बूथ पर बस लगती है तो कंडक्टर छात्राओं को बस में चढ़ने से रोक देते हैं और सीटों पर बैठी छात्राओं को खड़ा कर दिया जाता है। इसको लेकर छात्राओं में काफी रोष है। अब रोडवेज प्रशासन को इसकी शिकायत दी जाएगी। सिरसा जिले में छात्राओं से बदतमीजी का मामला सामने आया है। छात्राओं से पहले बस में कंडक्टर ने उनसे बदतमीजी की और बाद में उनको बस से नीचे उतार दिया। छात्राओं ने इस पर बस कंडक्टर से कई बार विनती की, लेकिन उसने उनकी एक न सुनीं। यह मामला सिरसा जिले के डबवाली रेलवे स्टेशन का है। जहां पर प्राइवेट बस संचालकों ने अपनी दादागिरी दिखाई। अक्सर छात्राओं को बस से नीचे उतार दिया जाता है और न ही उनका बस पास मान्य करते। बाकायदा उनसे किराया लिया जाता है। अगर कोई छात्रा किराया देने से मना करती है तो उसे बस से नीचे उतार दिया जाता है। यह घटना शनिवार शाम की है। इस पर रोडवेज प्रशासन का भी कोई ध्यान नहीं है। अक्सर छात्राओं के साथ ऐसी घटनाएं होती है। उनको स्कूल, कॉलेज और शिक्षण संस्थानों में पढ़ने के लिए आने-जाने में काफी परेशानी उठानी पड़ती है। इस कारण छात्राएं न कॉलेज समय पर आ पाती और न ही समय पर घर पहुंच पाती। एक तरह से छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित होती है। छात्राओं में बना रोष
छात्राएं बोली कि प्राइवेट बस संचालक कहते कि सरकारी बस पास वालों को वह बस में नहीं बैठाएंगे। इसके चलते छात्राओं में डर का माहौल बना हुआ है। जब भी बूथ पर बस लगती है तो कंडक्टर छात्राओं को बस में चढ़ने से रोक देते हैं और सीटों पर बैठी छात्राओं को खड़ा कर दिया जाता है। इसको लेकर छात्राओं में काफी रोष है। अब रोडवेज प्रशासन को इसकी शिकायत दी जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
