हरियाणा के फतेहाबाद में कोबरा सांप को पकड़ना सपेरे को महंगा पड़ गया। काबू करने के दौरान कोबरा तेजी से स्नेकमैन पर झपटा और उसके घुटने पर डस लिया। इसके बाद भी सपेरे ने हार नहीं मानी। उसने सांप को काबू कर जंगली क्षेत्र में छोड़ा। इसके बाद सपेरे को भी अस्पताल जाना पड़ा। अस्पताल में सपेरे का उपचार किया गया। थोड़ी देर उसे अस्पताल में भर्ती किया गया। फिर उसे छुट्टी दे दी गई। सपेरे का कहना था कि वह सीधे अस्पताल पहुंच गया, जिससे उसकी जान बच गई। ईंटों के ढेर में सांप छिपा था
जानकारी के अनुसार, फतेहाबाद के गांव जांडली कलां में ईंटों के ढेर में लोगों ने एक सांप छिपा हुआ देखा। उसे देखकर लोग डर गए। कोबरा प्रजाति का सांप काफी लंबा और फन फैलाए हुए था। इसके बाद लोगों ने सांप पकड़ने वाले पवन जोगपाल से संपर्क किया। सूचना मिलने पर पवन गांव में पहुंचा और मौके पर पहुंचकर ईंटों के ढेर से सांप को निकालना शुरू किया। ईंटें हटाने के बाद सांप दिखाई दिया तो सपेरे ने सांप पकड़ने वाली छड़ से उसे काबू करने का प्रयास किया। इसी दौरान सांप तेजी से सपेरे की ओर लपका। घुटने पर डंक मारा
सांप का अटैक इतना तेज था कि सपेरे को बचने का मौका ही नहीं मिला। तेजी से लपक कर सांप ने सपेरे के घुटने पर डंक मार दिया। इससे सपेरा कराहने लगा और थोड़ा डर भी गया। मौका पाकर सांप वहां से भागने लगा। हालांकि, सपेरे ने सांप को भागने नहीं दिया और पकड़ कर उसे जंगल में जाकर छोड़ा। इसके तुरंत बाद वह सरकारी अस्पताल पहुंचा और अपना इलाज करवाया। पवन ने बताया कि अक्सर लोग सांप के डसने के बाद झाड़-फूंक में जुट जाते हैं और मामला जान पर बन आता है। उसने कहा कि झाड़-फूंक में समय खराब करने की बजाय पीड़ित को अस्पताल जाकर इलाज करवाना चाहिए। हरियाणा के फतेहाबाद में कोबरा सांप को पकड़ना सपेरे को महंगा पड़ गया। काबू करने के दौरान कोबरा तेजी से स्नेकमैन पर झपटा और उसके घुटने पर डस लिया। इसके बाद भी सपेरे ने हार नहीं मानी। उसने सांप को काबू कर जंगली क्षेत्र में छोड़ा। इसके बाद सपेरे को भी अस्पताल जाना पड़ा। अस्पताल में सपेरे का उपचार किया गया। थोड़ी देर उसे अस्पताल में भर्ती किया गया। फिर उसे छुट्टी दे दी गई। सपेरे का कहना था कि वह सीधे अस्पताल पहुंच गया, जिससे उसकी जान बच गई। ईंटों के ढेर में सांप छिपा था
जानकारी के अनुसार, फतेहाबाद के गांव जांडली कलां में ईंटों के ढेर में लोगों ने एक सांप छिपा हुआ देखा। उसे देखकर लोग डर गए। कोबरा प्रजाति का सांप काफी लंबा और फन फैलाए हुए था। इसके बाद लोगों ने सांप पकड़ने वाले पवन जोगपाल से संपर्क किया। सूचना मिलने पर पवन गांव में पहुंचा और मौके पर पहुंचकर ईंटों के ढेर से सांप को निकालना शुरू किया। ईंटें हटाने के बाद सांप दिखाई दिया तो सपेरे ने सांप पकड़ने वाली छड़ से उसे काबू करने का प्रयास किया। इसी दौरान सांप तेजी से सपेरे की ओर लपका। घुटने पर डंक मारा
सांप का अटैक इतना तेज था कि सपेरे को बचने का मौका ही नहीं मिला। तेजी से लपक कर सांप ने सपेरे के घुटने पर डंक मार दिया। इससे सपेरा कराहने लगा और थोड़ा डर भी गया। मौका पाकर सांप वहां से भागने लगा। हालांकि, सपेरे ने सांप को भागने नहीं दिया और पकड़ कर उसे जंगल में जाकर छोड़ा। इसके तुरंत बाद वह सरकारी अस्पताल पहुंचा और अपना इलाज करवाया। पवन ने बताया कि अक्सर लोग सांप के डसने के बाद झाड़-फूंक में जुट जाते हैं और मामला जान पर बन आता है। उसने कहा कि झाड़-फूंक में समय खराब करने की बजाय पीड़ित को अस्पताल जाकर इलाज करवाना चाहिए। हरियाणा | दैनिक भास्कर