संगरूर में पूर्व केंद्रीय मंत्री ढींडसा का अंतिम संस्कार:राजकीय सम्मान से दी विदाई, बेटे ने दी मुखाग्नि, लंबे समय से थे बीमार

संगरूर में पूर्व केंद्रीय मंत्री ढींडसा का अंतिम संस्कार:राजकीय सम्मान से दी विदाई, बेटे ने दी मुखाग्नि, लंबे समय से थे बीमार

पंजाब के वरिष्ठ अकाली नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींडसा का अंतिम संस्कार संगरूर में उनके पैतृक गांव उभावाल में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। इस दौरान हजारों की संख्या में लोग एकत्रित हुए। बेटे व प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री परमिंदर सिंह ढींडसा ने मुखाग्नि दी। डिप्टी कमिश्नर संगरूर संदीप ऋषि ने शुक्रवार को सुखदेव सिंह ढींडसा के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि अर्पित की। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। बुधवार को शाम 5 बजे उन्होंने मोहाली के अस्पताल में अंतिम सांस ली। ये सभी रहे मौजूद इस दौरान कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा, अमन अरोड़ा और लालजीत सिंह भुल्लर, लोकसभा सदस्य गुरमीत सिंह मीत हेयर और मालविंदर सिंह कंग के अलावा पंजाब सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने ढींडसा को अंतिम श्रद्धांजलि दी। डिप्टी कमिश्नर ने मुख्यमंत्री की ओर से शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की और दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की। पद्म भूषण अवॉर्ड से सम्मानित बता दें कि 2019 में केंद्र सरकार ने ढींडसा को पद्म भूषण अवॉर्ड से सम्मानित किया था, लेकिन उन्होंने दिसंबर 2020 में किसान आंदोलन के समर्थन में अवॉर्ड लौटा दिया था। वे वर्ष 2000 से 2004 तक केंद्र की अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे। ढींडसा पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल के साथी रहे हैं। उनके बेटे परमिंदर सिंह ढींडसा भी पंजाब सरकार में वित्त मंत्री रह चुके हैं। पिछले साल ढींडसा को श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ने धार्मिक सजा सुनाई थी। उन्होंने गोल्डन टेंपल में व्हीलचेयर पर बैठकर गेट पर पहरेदारी की थी। कौन हैं ढींडसा, 4 पॉइंट में जानिए… पंजाब के वरिष्ठ अकाली नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींडसा का अंतिम संस्कार संगरूर में उनके पैतृक गांव उभावाल में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। इस दौरान हजारों की संख्या में लोग एकत्रित हुए। बेटे व प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री परमिंदर सिंह ढींडसा ने मुखाग्नि दी। डिप्टी कमिश्नर संगरूर संदीप ऋषि ने शुक्रवार को सुखदेव सिंह ढींडसा के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि अर्पित की। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। बुधवार को शाम 5 बजे उन्होंने मोहाली के अस्पताल में अंतिम सांस ली। ये सभी रहे मौजूद इस दौरान कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा, अमन अरोड़ा और लालजीत सिंह भुल्लर, लोकसभा सदस्य गुरमीत सिंह मीत हेयर और मालविंदर सिंह कंग के अलावा पंजाब सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने ढींडसा को अंतिम श्रद्धांजलि दी। डिप्टी कमिश्नर ने मुख्यमंत्री की ओर से शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की और दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की। पद्म भूषण अवॉर्ड से सम्मानित बता दें कि 2019 में केंद्र सरकार ने ढींडसा को पद्म भूषण अवॉर्ड से सम्मानित किया था, लेकिन उन्होंने दिसंबर 2020 में किसान आंदोलन के समर्थन में अवॉर्ड लौटा दिया था। वे वर्ष 2000 से 2004 तक केंद्र की अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे। ढींडसा पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल के साथी रहे हैं। उनके बेटे परमिंदर सिंह ढींडसा भी पंजाब सरकार में वित्त मंत्री रह चुके हैं। पिछले साल ढींडसा को श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ने धार्मिक सजा सुनाई थी। उन्होंने गोल्डन टेंपल में व्हीलचेयर पर बैठकर गेट पर पहरेदारी की थी। कौन हैं ढींडसा, 4 पॉइंट में जानिए…   पंजाब | दैनिक भास्कर