<p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal Pradesh DGP Retired:</strong> हिमाचल प्रदेश पुलिस विभाग में शनिवार (31 मई) को बड़ा प्रशासनिक फेरबदल देखने को मिला, जब पूर्व पुलिस महानिदेशक अतुल वर्मा बिना किसी औपचारिक विदाई के सेवानिवृत्त कर दिए गए. अब अशोक तिवारी को हिमाचल का कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया है. इसके अलावा, अतुल वर्मा द्वारा घोषित DGP डिस्क अवॉर्ड भी रद्द कर दिए गए हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अतुल वर्मा की सेवानिवृत्ति से कुछ ही घंटे पहले राज्य सरकार ने आईपीएस अधिकारी अशोक तिवारी को कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किया. पदभार ग्रहण करते ही अशोक तिवारी ने अतुल वर्मा द्वारा घोषित डीजीपी डिस्क अवॉर्ड्स को रद्द कर दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हिमाचल सरकार की नाराजगी आई सामने?</strong><br />गौर रहे कि विमल नेगी मौत मामले में हाईकोर्ट में डीजीपी वर्मा द्वारा दायर शपथ पत्र से राज्य सरकार नाराज चल रही थी. अतुल वर्मा के शपथ पत्र में शिमला पुलिस की जांच पर सवाल उठाए गए थे, जिसे सरकार ने अनुशासनहीनता माना. इसके चलते वर्मा को छुट्टी पर भेज दिया गया और अब वे बिना फेयरवेल औपचारिकता के रिटायर हो गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना द्वारा जारी ताज़ा आदेशों में अशोक तिवारी को अगली नियुक्ति तक डीजीपी का चार्ज सौंपा गया है. इससे पहले उन्हें अतुल वर्मा की लीव अवधि के दौरान भी चार दिन के लिए अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया था. जबकि, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अभिषेक त्रिवेदी को जेल विभाग का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पहले से विवादों में थी DGP की नियुक्ति</strong><br />शनिवार को ही एक और वरिष्ठ अधिकारी एसआर ओझा भी सेवानिवृत्त हो गए, जो कि वर्मा से सीनियर IPS अधिकारी थे. सुक्खू सरकार ने पहले ही ओझा की वरिष्ठता को नजरअंदाज कर वर्मा को डीजीपी बनाया था, जिससे यह प्रशासनिक फैसला पहले से ही विवादों में रहा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अब सभी की नजरें नए स्थायी पुलिस महानिदेशक की नियुक्ति पर टिकी हैं. सरकार ने तीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों का श्याम भगत नेगी, अशोक तिवारी और राकेश अग्रवाल के नामों का पैनल संघ लोक सेवा आयोग (<a title=”UPSC” href=”https://www.abplive.com/topic/upsc” data-type=”interlinkingkeywords”>UPSC</a>) को भेजा है. चर्चाओं में श्याम भगत नेगी का नाम सबसे ऊपर है, जो फिलहाल केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal Pradesh DGP Retired:</strong> हिमाचल प्रदेश पुलिस विभाग में शनिवार (31 मई) को बड़ा प्रशासनिक फेरबदल देखने को मिला, जब पूर्व पुलिस महानिदेशक अतुल वर्मा बिना किसी औपचारिक विदाई के सेवानिवृत्त कर दिए गए. अब अशोक तिवारी को हिमाचल का कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया है. इसके अलावा, अतुल वर्मा द्वारा घोषित DGP डिस्क अवॉर्ड भी रद्द कर दिए गए हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अतुल वर्मा की सेवानिवृत्ति से कुछ ही घंटे पहले राज्य सरकार ने आईपीएस अधिकारी अशोक तिवारी को कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किया. पदभार ग्रहण करते ही अशोक तिवारी ने अतुल वर्मा द्वारा घोषित डीजीपी डिस्क अवॉर्ड्स को रद्द कर दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हिमाचल सरकार की नाराजगी आई सामने?</strong><br />गौर रहे कि विमल नेगी मौत मामले में हाईकोर्ट में डीजीपी वर्मा द्वारा दायर शपथ पत्र से राज्य सरकार नाराज चल रही थी. अतुल वर्मा के शपथ पत्र में शिमला पुलिस की जांच पर सवाल उठाए गए थे, जिसे सरकार ने अनुशासनहीनता माना. इसके चलते वर्मा को छुट्टी पर भेज दिया गया और अब वे बिना फेयरवेल औपचारिकता के रिटायर हो गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना द्वारा जारी ताज़ा आदेशों में अशोक तिवारी को अगली नियुक्ति तक डीजीपी का चार्ज सौंपा गया है. इससे पहले उन्हें अतुल वर्मा की लीव अवधि के दौरान भी चार दिन के लिए अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया था. जबकि, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अभिषेक त्रिवेदी को जेल विभाग का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पहले से विवादों में थी DGP की नियुक्ति</strong><br />शनिवार को ही एक और वरिष्ठ अधिकारी एसआर ओझा भी सेवानिवृत्त हो गए, जो कि वर्मा से सीनियर IPS अधिकारी थे. सुक्खू सरकार ने पहले ही ओझा की वरिष्ठता को नजरअंदाज कर वर्मा को डीजीपी बनाया था, जिससे यह प्रशासनिक फैसला पहले से ही विवादों में रहा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अब सभी की नजरें नए स्थायी पुलिस महानिदेशक की नियुक्ति पर टिकी हैं. सरकार ने तीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों का श्याम भगत नेगी, अशोक तिवारी और राकेश अग्रवाल के नामों का पैनल संघ लोक सेवा आयोग (<a title=”UPSC” href=”https://www.abplive.com/topic/upsc” data-type=”interlinkingkeywords”>UPSC</a>) को भेजा है. चर्चाओं में श्याम भगत नेगी का नाम सबसे ऊपर है, जो फिलहाल केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं.</p> हिमाचल प्रदेश मुरादाबाद: IAS दिव्यांशु पटेल को धमकी मामले में नया मोड़, आरोपी ही निकले पीड़ित!
हिमाचल के DGP अतुल वर्मा बिना फेयरवेल रिटायर्ड, विमल नेगी केस के बाद छुट्टी पर भेजे गए थे
