भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष संजय सिंह ने हरियाणा की धाकड़ पहलवान विनेश फोगाट के संन्यास के ऐलान के बाद प्रतिक्रिया दी है। संजय सिंह ने समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा, ‘अगर विनेश को शुद्ध रूप से कुश्ती खेलनी है तो उन्हें संन्यास के फैसले पर एक बार पुनर्विचार करना चाहिए। उनसे प्रेरणा लेकर महिला पहलवानों की हमारी नई पीढ़ी आगे बढ़ेगी। जिस हिसाब से वह (विनेश) आजकल राजनीतिक मंच साझा कर रही हैं, ऐसे में अगर उन्हें भविष्य में राजनीति ही करनी है तो फिर उन्हें कुश्ती में राजनीति नहीं करनी चाहिए।’ हालांकि, बाद में उन्होंने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत मामला है। बोले- आंदोलन के चलते देश को एक मेडल मिला संजय सिंह ने आगे कहा कि विनेश प्रतिस्पर्धात्मक कुश्ती में लौटती हैं तो वह उन्हें पूरा सहयोग करेंगे। 2023 में देश के पहलवानों का आंदोलन WFI को बहुत बड़ी सीख देकर गया है। हम पेरिस ओलिंपिक में भारतीय पहलवानों के 6 मेडल जीतने की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन देश विरोधी ताकतों के षड्यंत्र के तहत 18 महीने तक कुश्ती की गतिविधियां ठप कर दी गईं। इस आंदोलन के चलते देश को ओलिंपिक में केवल एक मेडल मिल सका। कहा- कुश्ती में राजनीति घुसी
संजय ने कहा कि मैं कुश्ती और राजनीति को अलग-अलग रखना चाहता हूं। इसलिए मैं ऐसे किसी भी व्यक्ति का नाम लेना नहीं चाहता, जिसने यह आंदोलन खड़ा किया था। कुश्ती में राजनीति घुसने की वजह से ही पेरिस ओलिंपिक में कुश्ती का यह हश्र हुआ। उन्होंने हाल ही में जॉर्डन में खेली गई विश्व चैंपियनशिप में भारत की अंडर-17 महिला कुश्ती टीम के शानदार प्रदर्शन का हवाला देते हुए कहा कि भारतीय महिला कुश्ती बहुत अच्छी स्थिति में है और लगातार आगे जा रही है। WFI में दो-चार संस्थाएं कर रही दख़लंदाजी
संजय सिंह ने कहा कि अगर WFI को स्वतंत्र रूप से अपना काम करने दिया जाए और दो-चार संस्थाएं हमारे काम-काज में दखल देना बंद कर दें, तो हम अगले ओलिंपिक में महिला कुश्ती में देश को चार से पांच पदक दिला सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि डब्ल्यूएफआई मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में कुश्ती अकादमी खोलने पर विचार कर रहा है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव राज्य कुश्ती संघ के अध्यक्ष भी हैं। डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने बताया, उज्जैन में कुश्ती की अकादमी खोलने की योजना को लेकर हमारी मुख्यमंत्री से शुरुआती दौर की बातचीत चल रही है। फाइनल से पहले डिस्क्वालिफाई हुई थी विनेश विनेश ने पेरिस ओलिंपिक में 50KG फ्री-स्टाइल कुश्ती कैटेगरी के फाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन 7 अगस्त को फाइनल खेलने से पहले 100 ग्राम वजन अधिक पाए जाने पर उन्हें डिस्क्वालिफाई कर दिया गया था। इसके बाद विनेश ने कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया। 17 अगस्त को भारत लौटने पर विनेश फोगाट का जबरदस्त स्वागत किया गया। भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष संजय सिंह ने हरियाणा की धाकड़ पहलवान विनेश फोगाट के संन्यास के ऐलान के बाद प्रतिक्रिया दी है। संजय सिंह ने समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा, ‘अगर विनेश को शुद्ध रूप से कुश्ती खेलनी है तो उन्हें संन्यास के फैसले पर एक बार पुनर्विचार करना चाहिए। उनसे प्रेरणा लेकर महिला पहलवानों की हमारी नई पीढ़ी आगे बढ़ेगी। जिस हिसाब से वह (विनेश) आजकल राजनीतिक मंच साझा कर रही हैं, ऐसे में अगर उन्हें भविष्य में राजनीति ही करनी है तो फिर उन्हें कुश्ती में राजनीति नहीं करनी चाहिए।’ हालांकि, बाद में उन्होंने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत मामला है। बोले- आंदोलन के चलते देश को एक मेडल मिला संजय सिंह ने आगे कहा कि विनेश प्रतिस्पर्धात्मक कुश्ती में लौटती हैं तो वह उन्हें पूरा सहयोग करेंगे। 2023 में देश के पहलवानों का आंदोलन WFI को बहुत बड़ी सीख देकर गया है। हम पेरिस ओलिंपिक में भारतीय पहलवानों के 6 मेडल जीतने की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन देश विरोधी ताकतों के षड्यंत्र के तहत 18 महीने तक कुश्ती की गतिविधियां ठप कर दी गईं। इस आंदोलन के चलते देश को ओलिंपिक में केवल एक मेडल मिल सका। कहा- कुश्ती में राजनीति घुसी
संजय ने कहा कि मैं कुश्ती और राजनीति को अलग-अलग रखना चाहता हूं। इसलिए मैं ऐसे किसी भी व्यक्ति का नाम लेना नहीं चाहता, जिसने यह आंदोलन खड़ा किया था। कुश्ती में राजनीति घुसने की वजह से ही पेरिस ओलिंपिक में कुश्ती का यह हश्र हुआ। उन्होंने हाल ही में जॉर्डन में खेली गई विश्व चैंपियनशिप में भारत की अंडर-17 महिला कुश्ती टीम के शानदार प्रदर्शन का हवाला देते हुए कहा कि भारतीय महिला कुश्ती बहुत अच्छी स्थिति में है और लगातार आगे जा रही है। WFI में दो-चार संस्थाएं कर रही दख़लंदाजी
संजय सिंह ने कहा कि अगर WFI को स्वतंत्र रूप से अपना काम करने दिया जाए और दो-चार संस्थाएं हमारे काम-काज में दखल देना बंद कर दें, तो हम अगले ओलिंपिक में महिला कुश्ती में देश को चार से पांच पदक दिला सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि डब्ल्यूएफआई मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में कुश्ती अकादमी खोलने पर विचार कर रहा है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव राज्य कुश्ती संघ के अध्यक्ष भी हैं। डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने बताया, उज्जैन में कुश्ती की अकादमी खोलने की योजना को लेकर हमारी मुख्यमंत्री से शुरुआती दौर की बातचीत चल रही है। फाइनल से पहले डिस्क्वालिफाई हुई थी विनेश विनेश ने पेरिस ओलिंपिक में 50KG फ्री-स्टाइल कुश्ती कैटेगरी के फाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन 7 अगस्त को फाइनल खेलने से पहले 100 ग्राम वजन अधिक पाए जाने पर उन्हें डिस्क्वालिफाई कर दिया गया था। इसके बाद विनेश ने कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया। 17 अगस्त को भारत लौटने पर विनेश फोगाट का जबरदस्त स्वागत किया गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर