यमुनानगर में डॉक्टर ने ऑपरेशन दौरान गर्भ में छोड़ी पट्टी:महिला को डिलीवरी के लिए भर्ती कराया था, पंचकुला में इलाज कराया तो हुआ खुलासा

यमुनानगर में डॉक्टर ने ऑपरेशन दौरान गर्भ में छोड़ी पट्टी:महिला को डिलीवरी के लिए भर्ती कराया था, पंचकुला में इलाज कराया तो हुआ खुलासा

यमुनानगर में एक निजी अस्पताल की डॉक्टर की बड़ी लापरवाही सामने आई है। महिला डॉक्टर ने सिजेरियन ऑपरेशन के दौरान महिला पेशेंट के गर्भ में सर्जिकल स्पंज (पट्‌टी) छोड़ दी। अस्पताल से छुट्‌टी के कुछ दिन बाद जब हालत बिगड़ी तो महिला ने डीसी को शिकायत दी और कार्रवाई करने की मांग की है। मामला 12 मार्च का है, जब बीबीपुर निवासी ओसामा अपनी गर्भवती पत्नी मेहर खातून को डिलीवरी के लिए छछरौली रोड स्थित निजी अस्पताल में लेकर गया था। पत्नी ने सिजेरियन ऑपरेशन के जरिए एक बच्चे को जन्म दिया था। आरोप है कि ऑपरेशन के दाैरान महिला डॉक्टर ने लापरवाही करते हुए ओसामा की पत्नी के पेट में पट्टी छोड़ दी थी। पीड़ित ने मामले में शहर के तीन अल्ट्रासाउंड संचालकों पर भी डॉक्टर के साथ मिलीभगत के आरोप लगाए हैं। चंडीगढ़ में इलाज के दौरान पेट से निकली पट्‌टी उसका कहना है कि अस्पताल से डिस्चार्ज होने के कुछ दिन बाद पेट में दर्द हुआ, तो वे अलग-अलग अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर जांच कराने के लिए गए। लेकिन केंद्रों के संचालकों ने आरोपी महिला डॉक्टर से मिलीभगत कर रिपोर्ट नॉर्मल बनाकर दे दी। मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित इलाज के लिए पंचकुला के निजी अस्पताल गया और वहां पर अस्पताल में इलाज के दौरान महिला के पेट से पट्‌टी निकली। पीड़ित पक्ष ने आरोपी महिला डॉक्टर, उसके पति उप सिविल सर्जन व तीनों अल्ट्रासाउंड केंद्रों के संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए डीसी को ज्ञापन सौंपा है। डीसी ने पीड़ित पक्ष को आश्वासन दिया है कि वे इस मामले में कमेटी का गठन कर जांच कराएंगे। महिला डॉक्टर बोली-कोर्ट में देंगे जवाब वहीं आरोपी महिला डॉक्टर से जब इस बारे बात की गई, तो उसने कहा कि वह अपना पक्ष प्रशासन या जब केस कोर्ट में चला जाएगा वहां पर रखेंगी। यमुनानगर में एक निजी अस्पताल की डॉक्टर की बड़ी लापरवाही सामने आई है। महिला डॉक्टर ने सिजेरियन ऑपरेशन के दौरान महिला पेशेंट के गर्भ में सर्जिकल स्पंज (पट्‌टी) छोड़ दी। अस्पताल से छुट्‌टी के कुछ दिन बाद जब हालत बिगड़ी तो महिला ने डीसी को शिकायत दी और कार्रवाई करने की मांग की है। मामला 12 मार्च का है, जब बीबीपुर निवासी ओसामा अपनी गर्भवती पत्नी मेहर खातून को डिलीवरी के लिए छछरौली रोड स्थित निजी अस्पताल में लेकर गया था। पत्नी ने सिजेरियन ऑपरेशन के जरिए एक बच्चे को जन्म दिया था। आरोप है कि ऑपरेशन के दाैरान महिला डॉक्टर ने लापरवाही करते हुए ओसामा की पत्नी के पेट में पट्टी छोड़ दी थी। पीड़ित ने मामले में शहर के तीन अल्ट्रासाउंड संचालकों पर भी डॉक्टर के साथ मिलीभगत के आरोप लगाए हैं। चंडीगढ़ में इलाज के दौरान पेट से निकली पट्‌टी उसका कहना है कि अस्पताल से डिस्चार्ज होने के कुछ दिन बाद पेट में दर्द हुआ, तो वे अलग-अलग अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर जांच कराने के लिए गए। लेकिन केंद्रों के संचालकों ने आरोपी महिला डॉक्टर से मिलीभगत कर रिपोर्ट नॉर्मल बनाकर दे दी। मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित इलाज के लिए पंचकुला के निजी अस्पताल गया और वहां पर अस्पताल में इलाज के दौरान महिला के पेट से पट्‌टी निकली। पीड़ित पक्ष ने आरोपी महिला डॉक्टर, उसके पति उप सिविल सर्जन व तीनों अल्ट्रासाउंड केंद्रों के संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए डीसी को ज्ञापन सौंपा है। डीसी ने पीड़ित पक्ष को आश्वासन दिया है कि वे इस मामले में कमेटी का गठन कर जांच कराएंगे। महिला डॉक्टर बोली-कोर्ट में देंगे जवाब वहीं आरोपी महिला डॉक्टर से जब इस बारे बात की गई, तो उसने कहा कि वह अपना पक्ष प्रशासन या जब केस कोर्ट में चला जाएगा वहां पर रखेंगी।   हरियाणा | दैनिक भास्कर