<p style=”text-align: justify;”>यूपी के भदोही जिले में महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने जिला बेसिक शिक्षाधिकारी रहे भूपेंद्र नारायण सिंह के खिलाफ फर्जी डिग्री पर सरकारी नौकरी पाने के मामले में जांच के आदेश दिये है. राजधानी लखनऊ में हुई लिखित शिकायत के आधार पर महानिदेशक कंचन वर्मा ने निदेशक माध्यमिक शिक्षा लखनऊ को तथ्यों के आधार पर जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है. इस खबर से जनपद सहित पूरे शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है. हालांकि इस बाबत बीएसए ने इसे अपने खिलाफ साजिश करार दिया और कहा कि आरोप लगाने वाले ही फर्जी डिग्री पर सरकारी मास्टर बने हुए है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>पूरा मामला गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत जखांव निवासी अशोक कुमार मिश्र और आजमगढ़ के बरदह निवासी आरके तिवारी की शिकायत है. इन लोगों ने प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा विभाग को एक लिखित शिकायती पत्र सौंप कर भदोही के पूर्व BSA भूपेंद्र नारायण सिंह के खिलाफ b.Ed का फर्जी सर्टिफिकेट, अंकपत्र व अनुभव प्रमाण पत्र के जरिए जिला बेसिक शिक्षाधिकारी का पद हासिल करने का खुला आरोप लगाते हुये निष्पक्ष जांच की मांग की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या बोले शिकायतकर्ता?</strong><br />वहीं इस बाबत शिकायत करने वाले शिक्षक अशोक कुमार मिश्र ने कहा कि जनपद जौनपुर, आजमगढ़ सहित अन्य जिलों से पूर्व में भी भूपेंद्र नारायण सिंह के खिलाफ शिकायत करी गई थी लेकिन जांच के आदेश अब दिये गये है, इस प्रकरण में अगर निष्पक्ष जांच हुई तो दूध का दूध पानी भी साफ हो जायेगा और कई लोग सलाखों के पीछे होंगे. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पूर्व अधिकारी बोले- आरोप बेबुनियाद</strong><br />उपरोक्त मामले पर 31 मई 2025 को रिटायर हुये जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने कहा कि सभी आरोप बेबुनियाद हैं. मेरे द्वारा पूर्व में अशोक कुमार मिश्र सहित दर्जनों सरकारी अध्यापकों को फर्जी सर्जिफिकेट पर नौकरी पाये लोगों को पद से अवमुक्त कर उनके खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुक़दमा पंजीकृत कराया गया है और सालों से अध्यापक बन तनख्वाह के रूप में करोड़ों रूपये हज़म किये हुये लोगों रिकवरी के भी आदेश दिये है. रिटायर होने के ठीक पहले भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि उपरोक्त सहित दर्जनों अध्यापकों को जेल जाने और रुपए न देने से बचने के लिये हमारे ऊपर आरोप लगाये गये है. </p>
<p style=”text-align: left;”>वहीं संयुक्त सचिव वेद प्रकाश राय के निर्देश पर महानिदेशक स्कूल शिक्षा की कंचन वर्मा द्वारा शिकायती पत्र के आधार पर दिये गये जांच के आदेश से पूर्वांचल के शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है. उपरोक्त मामले निदेशक माध्यमिक शिक्षा लखनऊ को इसके निष्पक्ष जांच की पूरी जिम्मेदारी सौंपते हुये रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा गया है, साथ ही साथ इसकी एक एक कॉपी अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक प्रयागराज व सहायक निदेशक, बेसिक मिर्ज़ापुर मण्डल को भी भेजी गई है. </p> <p style=”text-align: justify;”>यूपी के भदोही जिले में महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने जिला बेसिक शिक्षाधिकारी रहे भूपेंद्र नारायण सिंह के खिलाफ फर्जी डिग्री पर सरकारी नौकरी पाने के मामले में जांच के आदेश दिये है. राजधानी लखनऊ में हुई लिखित शिकायत के आधार पर महानिदेशक कंचन वर्मा ने निदेशक माध्यमिक शिक्षा लखनऊ को तथ्यों के आधार पर जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है. इस खबर से जनपद सहित पूरे शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है. हालांकि इस बाबत बीएसए ने इसे अपने खिलाफ साजिश करार दिया और कहा कि आरोप लगाने वाले ही फर्जी डिग्री पर सरकारी मास्टर बने हुए है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>पूरा मामला गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत जखांव निवासी अशोक कुमार मिश्र और आजमगढ़ के बरदह निवासी आरके तिवारी की शिकायत है. इन लोगों ने प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा विभाग को एक लिखित शिकायती पत्र सौंप कर भदोही के पूर्व BSA भूपेंद्र नारायण सिंह के खिलाफ b.Ed का फर्जी सर्टिफिकेट, अंकपत्र व अनुभव प्रमाण पत्र के जरिए जिला बेसिक शिक्षाधिकारी का पद हासिल करने का खुला आरोप लगाते हुये निष्पक्ष जांच की मांग की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या बोले शिकायतकर्ता?</strong><br />वहीं इस बाबत शिकायत करने वाले शिक्षक अशोक कुमार मिश्र ने कहा कि जनपद जौनपुर, आजमगढ़ सहित अन्य जिलों से पूर्व में भी भूपेंद्र नारायण सिंह के खिलाफ शिकायत करी गई थी लेकिन जांच के आदेश अब दिये गये है, इस प्रकरण में अगर निष्पक्ष जांच हुई तो दूध का दूध पानी भी साफ हो जायेगा और कई लोग सलाखों के पीछे होंगे. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पूर्व अधिकारी बोले- आरोप बेबुनियाद</strong><br />उपरोक्त मामले पर 31 मई 2025 को रिटायर हुये जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने कहा कि सभी आरोप बेबुनियाद हैं. मेरे द्वारा पूर्व में अशोक कुमार मिश्र सहित दर्जनों सरकारी अध्यापकों को फर्जी सर्जिफिकेट पर नौकरी पाये लोगों को पद से अवमुक्त कर उनके खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुक़दमा पंजीकृत कराया गया है और सालों से अध्यापक बन तनख्वाह के रूप में करोड़ों रूपये हज़म किये हुये लोगों रिकवरी के भी आदेश दिये है. रिटायर होने के ठीक पहले भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि उपरोक्त सहित दर्जनों अध्यापकों को जेल जाने और रुपए न देने से बचने के लिये हमारे ऊपर आरोप लगाये गये है. </p>
<p style=”text-align: left;”>वहीं संयुक्त सचिव वेद प्रकाश राय के निर्देश पर महानिदेशक स्कूल शिक्षा की कंचन वर्मा द्वारा शिकायती पत्र के आधार पर दिये गये जांच के आदेश से पूर्वांचल के शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है. उपरोक्त मामले निदेशक माध्यमिक शिक्षा लखनऊ को इसके निष्पक्ष जांच की पूरी जिम्मेदारी सौंपते हुये रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा गया है, साथ ही साथ इसकी एक एक कॉपी अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक प्रयागराज व सहायक निदेशक, बेसिक मिर्ज़ापुर मण्डल को भी भेजी गई है. </p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड यूपी के 47 जिलों में न्यूट्री सीरियल्स की खेती से किसानों को फायदा, पोषण मिलेगा और आमदनी भी
फर्जी डिग्री पर नौकरी कर रहे थे भदोही के BSA? जांच के आदेश, अधिकारी बोले- बेबुनियाद आरोप
