नारनौल में एक वकील तथा एसडीएम कार्यालय के क्लर्क के बीच हुए विवाद का वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो वकील द्वारा बनाया गया है, जिसमें वकील व क्लर्क के बीच किसी काम को लेकर बहस हो रही है। वीडियो वकील द्वारा छुपाकर बनाया गया है। इसके कारण क्लर्क का चेहरा कई बार दिखाई देता है तो कई बाद दिखाई नहीं देता। वकील का आरोप है कि क्लर्क ने उससे रिश्वत की डिमांड की तथा नहीं देने पर गेट आउट कहा। जबकि क्लर्क का कहना है कि वकील जानबूझकर काम करने का दबाव बनाते हुए बदतमीजी से बात करता है। इस मामले को वकील ने बार एसोसिएशन के सामने भी रखा। जिसके बाद बार प्रधान व अन्य वकीलों ने क्लर्क के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए डीसी को भी एक लिखित में शिकायत दी है। यह था पूरा मामला नारनौल कोर्ट में पवन नामक वकील विकास यादव के बार बतौर जूनियर एडवोकेट प्रेक्टिस करता है। वकील के अनुसार उसने अपनी क्लाइंट कांता देवी की कोर्ट फीस रिफंड के लिए एक एप्लिकेशन एसडीएम कार्यालय में लगाई हुई है। इसके लिए वह कांता देवी व उसके बेटे के साथ टीओ कार्यालय गया था। वहां से कहा गया कि आप पहले डीआरओ नारनौल से रिफंड बाउचर बनवाकर लाओ। उसके बाद वे डीआरओ के पास गए। डीआरओ ने कहा कि फाइल अभी एसडीएम को ट्रांसफर होनी है। इस पर डीआरओ से एक कर्मचारी एसडीएम कार्यालय गया। वहां पर फाइल उसने प्रदीप नामक क्लर्क को हैंडओवर कर दी। उसने प्रदीप क्लर्क से कहा कि इस काम में कितना समय लगेगा, तब उसने काम के एवज में रुपयों की मांग कर दी। इस पर वकील ने कहा कि रुपए किस बात के, तब क्लर्क ने कहा कि रुपए देंगे तो काम होगा, वरना नहीं होगा। दोनों के बीच हो गई बहस इसके बाद क्लर्क व वकील के बीच बहस हो गई। जिस पर क्लर्क प्रदीप ने वकील को गेट आउट होने के लिए कह दिया तथा गलत व्यवहार किया। जिस पर वकील ने क्लर्क की वीडियो बना ली तथा इसको सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। बार प्रधान को बुलाया इसके बाद वकील ने बार एसोसिएशन नारनौल के प्रधान को मौके पर बुलाया। जिसके बाद वे इस मामले को लेकर सीटीएम तथा एसडीएम से भी मिले। बाद में उन्होंने एक लिखित शिकायत डीसी को भी दी। वहीं इस बारे में क्लर्क प्रदीप का कहना है कि वकील उनके साथ सही व्यवहार नहीं कर रहा था। वह बदतमीजी से बात करता है। उस फाइल को वह देख रहा था, मगर वकील ने जल्दबाजी की। फाइल पढ़े बिना कैसे काम हो सकता है। इसलिए मैंने वकील से फाइल पढ़कर उनका काम करने के लिए बोला था। वह काम भी उसने शाम तक करवा दिया था। नारनौल में एक वकील तथा एसडीएम कार्यालय के क्लर्क के बीच हुए विवाद का वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो वकील द्वारा बनाया गया है, जिसमें वकील व क्लर्क के बीच किसी काम को लेकर बहस हो रही है। वीडियो वकील द्वारा छुपाकर बनाया गया है। इसके कारण क्लर्क का चेहरा कई बार दिखाई देता है तो कई बाद दिखाई नहीं देता। वकील का आरोप है कि क्लर्क ने उससे रिश्वत की डिमांड की तथा नहीं देने पर गेट आउट कहा। जबकि क्लर्क का कहना है कि वकील जानबूझकर काम करने का दबाव बनाते हुए बदतमीजी से बात करता है। इस मामले को वकील ने बार एसोसिएशन के सामने भी रखा। जिसके बाद बार प्रधान व अन्य वकीलों ने क्लर्क के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए डीसी को भी एक लिखित में शिकायत दी है। यह था पूरा मामला नारनौल कोर्ट में पवन नामक वकील विकास यादव के बार बतौर जूनियर एडवोकेट प्रेक्टिस करता है। वकील के अनुसार उसने अपनी क्लाइंट कांता देवी की कोर्ट फीस रिफंड के लिए एक एप्लिकेशन एसडीएम कार्यालय में लगाई हुई है। इसके लिए वह कांता देवी व उसके बेटे के साथ टीओ कार्यालय गया था। वहां से कहा गया कि आप पहले डीआरओ नारनौल से रिफंड बाउचर बनवाकर लाओ। उसके बाद वे डीआरओ के पास गए। डीआरओ ने कहा कि फाइल अभी एसडीएम को ट्रांसफर होनी है। इस पर डीआरओ से एक कर्मचारी एसडीएम कार्यालय गया। वहां पर फाइल उसने प्रदीप नामक क्लर्क को हैंडओवर कर दी। उसने प्रदीप क्लर्क से कहा कि इस काम में कितना समय लगेगा, तब उसने काम के एवज में रुपयों की मांग कर दी। इस पर वकील ने कहा कि रुपए किस बात के, तब क्लर्क ने कहा कि रुपए देंगे तो काम होगा, वरना नहीं होगा। दोनों के बीच हो गई बहस इसके बाद क्लर्क व वकील के बीच बहस हो गई। जिस पर क्लर्क प्रदीप ने वकील को गेट आउट होने के लिए कह दिया तथा गलत व्यवहार किया। जिस पर वकील ने क्लर्क की वीडियो बना ली तथा इसको सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। बार प्रधान को बुलाया इसके बाद वकील ने बार एसोसिएशन नारनौल के प्रधान को मौके पर बुलाया। जिसके बाद वे इस मामले को लेकर सीटीएम तथा एसडीएम से भी मिले। बाद में उन्होंने एक लिखित शिकायत डीसी को भी दी। वहीं इस बारे में क्लर्क प्रदीप का कहना है कि वकील उनके साथ सही व्यवहार नहीं कर रहा था। वह बदतमीजी से बात करता है। उस फाइल को वह देख रहा था, मगर वकील ने जल्दबाजी की। फाइल पढ़े बिना कैसे काम हो सकता है। इसलिए मैंने वकील से फाइल पढ़कर उनका काम करने के लिए बोला था। वह काम भी उसने शाम तक करवा दिया था। हरियाणा | दैनिक भास्कर
