करनाल में आज सुबह कैंटर की टक्कर से कार में सवार दिल्ली पुलिस में तैनात एक कॉन्स्टेबल की मौत हो गई, जबकि उसके तीन साथी गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतक अपने बीमार पिता के लिए दवाई लेने चंडीगढ़ जा रहा था। तरावड़ी के पास सामने से आ रहे कैंटर ने उनकी कार को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। घायल साथियों को पहले करनाल लाया गया और फिर रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया। हादसे के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई शुरू की। छुट्टी लेकर गांव आया था प्रवीन, पिता की दवाई लेने निकला
प्रवीन हरियाणा के सोनीपत जिले के गांव फरमाना का रहने वाला था और 2018 से दिल्ली पुलिस में तैनात था। पिछले दो-तीन महीने से वह अपने बीमार पिता की देखभाल के लिए छुट्टी लेकर घर आया हुआ था। प्रवीन के ममेरे भाई सोनू ने बताया कि शनिवार को प्रवीन अपने तीन साथियों के साथ पिता की दवा लेने के लिए चंडीगढ़ जा रहा था। तरावड़ी पहुंचने से पहले ही कैंटर ने उनकी कार को सीधी टक्कर मार दी, जिससे हादसा हो गया। दो छोटी बेटियों का पिता
परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। प्रवीन अपने परिवार का इकलौता बेटा था। उसकी बहन की सात-आठ महीने पहले मौत हो चुकी है। प्रवीन की दो बेटियां हैं, जिनमें एक की उम्र करीब तीन साल है और दूसरी डेढ़ साल की। परिवार को सहारा देने वाला प्रवीन अब इस दुनिया में नहीं रहा। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया है और आगे की जांच में जुट गई है। करनाल में आज सुबह कैंटर की टक्कर से कार में सवार दिल्ली पुलिस में तैनात एक कॉन्स्टेबल की मौत हो गई, जबकि उसके तीन साथी गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतक अपने बीमार पिता के लिए दवाई लेने चंडीगढ़ जा रहा था। तरावड़ी के पास सामने से आ रहे कैंटर ने उनकी कार को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। घायल साथियों को पहले करनाल लाया गया और फिर रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया। हादसे के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई शुरू की। छुट्टी लेकर गांव आया था प्रवीन, पिता की दवाई लेने निकला
प्रवीन हरियाणा के सोनीपत जिले के गांव फरमाना का रहने वाला था और 2018 से दिल्ली पुलिस में तैनात था। पिछले दो-तीन महीने से वह अपने बीमार पिता की देखभाल के लिए छुट्टी लेकर घर आया हुआ था। प्रवीन के ममेरे भाई सोनू ने बताया कि शनिवार को प्रवीन अपने तीन साथियों के साथ पिता की दवा लेने के लिए चंडीगढ़ जा रहा था। तरावड़ी पहुंचने से पहले ही कैंटर ने उनकी कार को सीधी टक्कर मार दी, जिससे हादसा हो गया। दो छोटी बेटियों का पिता
परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। प्रवीन अपने परिवार का इकलौता बेटा था। उसकी बहन की सात-आठ महीने पहले मौत हो चुकी है। प्रवीन की दो बेटियां हैं, जिनमें एक की उम्र करीब तीन साल है और दूसरी डेढ़ साल की। परिवार को सहारा देने वाला प्रवीन अब इस दुनिया में नहीं रहा। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया है और आगे की जांच में जुट गई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
