निर्जला एकादशी और वीकेंड होने के कारण वृंदावन में शनिवार को 8 लाख से ज्यादा श्रद्धालु उमड़े। भीड़ का आलम यह रहा कि यहां सभी व्यवस्थाएं धरासाई हो गईं। बांके बिहारी मंदिर के दर्शनों के लिए 2KM तक लाइन लग गई। बांके बिहारी मंदिर के बाहर लाखों जूते-चप्पलों का ढेर लग गया। भारी भीड़ के कारण कोई हादसा न हो जाए। इसके लिए संत प्रेमानंद महाराज को अपनी पदयात्रा स्थगित करनी पड़ी। आश्रम के सेवादार माइक लेकर सड़कों पर रात 2 बजे उतरे। उन्होंने एलाउंस कर जानकारी दी कि आज महाराज जी ने पदयात्रा स्थगित पदयात्रा नहीं करेंगे, आप अपने चले जाएं, यहां भगदड़ मच सकती है। रमणरेती पुलिस चौकी चौराहा पर फंसे लोग
निर्जला एकादशी के अवसर पर शनिवार की देर शाम सबसे बुरा हाल वृंदावन के रमणरेती पुलिस चौकी चौराहा का था। यहां एकादशी पर परिक्रमा देने के लिए आए भक्त ई रिक्शा, ई कार्ट और वाहनों के कारण फंस गए। चौराहा पर स्थिति यह हो गई कि वहां लोगों को सांस लेने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पुलिस चौकी के सामने भारी भीड़ थी लेकिन चौकी पुलिस मूक दर्शक बनी नजर आई। निकलने को करनी पड़ी जद्दोजहद रमणरेती चौराहा पर स्थिति यह हो गई कि यहां से लोगों को निकलने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। भारी भीड़ से निकले लोग ऐसा महसूस कर रहे थे जैसे कोई जंग जीत कर आए हों। वाहन और लोगों की भीड़ के कारण यहां कई बार हालात बेकाबू होते नजर आए। लोग अपने को भीड़ से निकालने के लिए जद्दोजहद करते रहे। दर्शनों को लगी लाइन शनिवार शाम को भारी भीड़ उमड़ी तो बांके बिहारी मंदिर में भी श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। यहां दर्शनों के लिए एक किलोमीटर तक श्रद्धालुओं की लाइन लगी नजर आई। भीषण गर्मी में बुजुर्ग, बच्चे,महिलाएं,बच्चे परेशान नजर आए। भीड़ और गर्मी के कारण कई श्रद्धालुओं की तबीयत तक बिगड़ गई। उनके साथ आए लोग भीड़ से निकालकर उनको इलाज के लिए ले जाते दिखे। ढेर में तलाशते रहे जूते चप्पल भारी भीड़ उमड़ी तो बांके बिहारी मंदिर के बाहर जूते चप्पलों का ढेर लग गया। यहां हजारों जोड़ी जूते चप्पल मंदिर के बाहर फैले नजर आए। इन जूते चप्पलों के ढेर में श्रद्धालु मंदिर बंद होने के बाद अपने जूते चप्पल तलाशते नजर आए। यह स्थिति मंदिर के हर गेट और निकास रास्ते पर थी। सफाई कर्मियों ने हटाए जूते चप्पल मंदिर के बाहर जूते चप्पलों का ढेर लगा तो वहां से निकलने वाले भक्तों को दिक्कत का सामना करना पड़ा। जिसे देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने सफाई कर्मियों को बुलाया। जिसके बाद मंदिर के बाहर लगे जूते चप्पलों के ढेर को हटाने का काम शुरू हुआ। ठेलियों में भरकर जूते चप्पल उसमें भरकर ले जाए गए। अधिकारियों को उतरना पड़ा सड़क पर वृंदावन की सड़कों पर भारी भीड़ उमड़ी और हालात बेकाबू होने लगे तो मथुरा से अधिकारियों ने दौड़ लगा दी। एसपी सिटी राजीव कुमार सिंह और एसपी देहात मनोज यादव वृंदावन पहुंचे और पुलिस बल के साथ सड़कों पर उतर कर भीड़ को व्यवस्थित करने का प्रयास किया। निर्जला एकादशी और वीकेंड होने के कारण वृंदावन में शनिवार को 8 लाख से ज्यादा श्रद्धालु उमड़े। भीड़ का आलम यह रहा कि यहां सभी व्यवस्थाएं धरासाई हो गईं। बांके बिहारी मंदिर के दर्शनों के लिए 2KM तक लाइन लग गई। बांके बिहारी मंदिर के बाहर लाखों जूते-चप्पलों का ढेर लग गया। भारी भीड़ के कारण कोई हादसा न हो जाए। इसके लिए संत प्रेमानंद महाराज को अपनी पदयात्रा स्थगित करनी पड़ी। आश्रम के सेवादार माइक लेकर सड़कों पर रात 2 बजे उतरे। उन्होंने एलाउंस कर जानकारी दी कि आज महाराज जी ने पदयात्रा स्थगित पदयात्रा नहीं करेंगे, आप अपने चले जाएं, यहां भगदड़ मच सकती है। रमणरेती पुलिस चौकी चौराहा पर फंसे लोग
निर्जला एकादशी के अवसर पर शनिवार की देर शाम सबसे बुरा हाल वृंदावन के रमणरेती पुलिस चौकी चौराहा का था। यहां एकादशी पर परिक्रमा देने के लिए आए भक्त ई रिक्शा, ई कार्ट और वाहनों के कारण फंस गए। चौराहा पर स्थिति यह हो गई कि वहां लोगों को सांस लेने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पुलिस चौकी के सामने भारी भीड़ थी लेकिन चौकी पुलिस मूक दर्शक बनी नजर आई। निकलने को करनी पड़ी जद्दोजहद रमणरेती चौराहा पर स्थिति यह हो गई कि यहां से लोगों को निकलने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। भारी भीड़ से निकले लोग ऐसा महसूस कर रहे थे जैसे कोई जंग जीत कर आए हों। वाहन और लोगों की भीड़ के कारण यहां कई बार हालात बेकाबू होते नजर आए। लोग अपने को भीड़ से निकालने के लिए जद्दोजहद करते रहे। दर्शनों को लगी लाइन शनिवार शाम को भारी भीड़ उमड़ी तो बांके बिहारी मंदिर में भी श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। यहां दर्शनों के लिए एक किलोमीटर तक श्रद्धालुओं की लाइन लगी नजर आई। भीषण गर्मी में बुजुर्ग, बच्चे,महिलाएं,बच्चे परेशान नजर आए। भीड़ और गर्मी के कारण कई श्रद्धालुओं की तबीयत तक बिगड़ गई। उनके साथ आए लोग भीड़ से निकालकर उनको इलाज के लिए ले जाते दिखे। ढेर में तलाशते रहे जूते चप्पल भारी भीड़ उमड़ी तो बांके बिहारी मंदिर के बाहर जूते चप्पलों का ढेर लग गया। यहां हजारों जोड़ी जूते चप्पल मंदिर के बाहर फैले नजर आए। इन जूते चप्पलों के ढेर में श्रद्धालु मंदिर बंद होने के बाद अपने जूते चप्पल तलाशते नजर आए। यह स्थिति मंदिर के हर गेट और निकास रास्ते पर थी। सफाई कर्मियों ने हटाए जूते चप्पल मंदिर के बाहर जूते चप्पलों का ढेर लगा तो वहां से निकलने वाले भक्तों को दिक्कत का सामना करना पड़ा। जिसे देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने सफाई कर्मियों को बुलाया। जिसके बाद मंदिर के बाहर लगे जूते चप्पलों के ढेर को हटाने का काम शुरू हुआ। ठेलियों में भरकर जूते चप्पल उसमें भरकर ले जाए गए। अधिकारियों को उतरना पड़ा सड़क पर वृंदावन की सड़कों पर भारी भीड़ उमड़ी और हालात बेकाबू होने लगे तो मथुरा से अधिकारियों ने दौड़ लगा दी। एसपी सिटी राजीव कुमार सिंह और एसपी देहात मनोज यादव वृंदावन पहुंचे और पुलिस बल के साथ सड़कों पर उतर कर भीड़ को व्यवस्थित करने का प्रयास किया। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
मथुरा में 8 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे:संत प्रेमानंद ने स्थगित की पदयात्रा, शिष्य बोले-आप लोग घर जाएं, भगदड़ मच सकती है
