हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के सुजानपुर में पूर्व विधायक और भाजपा नेता राजेंद्र राणा ने बुधवार को प्रदेश सरकार के ढाई साल के कार्यकाल को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह काल काले अध्याय में लिखा जाएगा। राणा ने कहा कि वर्तमान में कांग्रेस नेताओं का दिल्ली में लगातार आना-जाना चल रहा है। इससे प्रदेश में कुछ बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। सीएम के खिलाफ कई मंत्री-विधायक खड़े उन्होंने याद दिलाया कि मुख्यमंत्री के चयन के समय ढाई-ढाई साल के कार्यकाल की बात सामने आई थी। भाजपा नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री के खिलाफ उनकी ही पार्टी के कई मंत्री और विधायक खड़े हैं। उन्होंने दावा किया कि अगर अभी चुनाव हो जाए, तो कांग्रेस का पूरी तरह सफाया हो जाएगा और भाजपा सबसे ज्यादा सीटें जीतेगी। बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिल रहा राणा ने सरकार की विफलताओं का जिक्र करते हुए कहा कि बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिल रहा। महिलाओं के नाम पर बनी सरकार से आज महिलाएं ही परेशान हैं। सरकार ने 10 गारंटियां दी थी, जो अब हाशिए पर हैं। पेंशनर्स की पेंशन रुकी हुई है। दुकानदारों को परेशान किया जा रहा है, ठेकेदार परेशान हैं। कर्मचारियों को जीपीएफ नहीं मिल रहा। गरीब वर्ग को बसाने के बजाय उजाड़ा जा रहा है। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के सुजानपुर में पूर्व विधायक और भाजपा नेता राजेंद्र राणा ने बुधवार को प्रदेश सरकार के ढाई साल के कार्यकाल को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह काल काले अध्याय में लिखा जाएगा। राणा ने कहा कि वर्तमान में कांग्रेस नेताओं का दिल्ली में लगातार आना-जाना चल रहा है। इससे प्रदेश में कुछ बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। सीएम के खिलाफ कई मंत्री-विधायक खड़े उन्होंने याद दिलाया कि मुख्यमंत्री के चयन के समय ढाई-ढाई साल के कार्यकाल की बात सामने आई थी। भाजपा नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री के खिलाफ उनकी ही पार्टी के कई मंत्री और विधायक खड़े हैं। उन्होंने दावा किया कि अगर अभी चुनाव हो जाए, तो कांग्रेस का पूरी तरह सफाया हो जाएगा और भाजपा सबसे ज्यादा सीटें जीतेगी। बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिल रहा राणा ने सरकार की विफलताओं का जिक्र करते हुए कहा कि बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिल रहा। महिलाओं के नाम पर बनी सरकार से आज महिलाएं ही परेशान हैं। सरकार ने 10 गारंटियां दी थी, जो अब हाशिए पर हैं। पेंशनर्स की पेंशन रुकी हुई है। दुकानदारों को परेशान किया जा रहा है, ठेकेदार परेशान हैं। कर्मचारियों को जीपीएफ नहीं मिल रहा। गरीब वर्ग को बसाने के बजाय उजाड़ा जा रहा है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
