हरियाणा में हिसार स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी (CCHAU) में स्टूडेंट्स पर हुए लाठीचार्ज पर रजिस्ट्रार डॉ. पवन कुमार ने कहा कि स्टूडेंट स्कॉलरशिप विवाद को लेकर टेबल मीटिंग के लिए मान गए थे। पता नहीं 20 मिनट बाद क्या हुआ कि वे उग्र हो गए। शायद किसी ने उन्हें भड़का दिया। अचानक स्टूडेंट्स ने VC आवास पर पथराव कर दिया। प्रोफेसर राधेश्याम और सिक्योरिटी इंचार्ज ने कुछ स्टूडेंट्स पर लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज का किसी ने आदेश नहीं दिया था, माहौल को देखते हुए उन्होंने खुद फैसला लिया। इसे लेकर मैंने पहले ही पुलिस को फोन कर दिया था, लेकिन अधिकारी देरी से आए। यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स के साथ है। उनसे मांगों पर बात की जाएगी। हमें नहीं पता था कि स्थिति ऐसी हो जाएगी। पूरे विवाद के बाद HAU के रजिस्ट्रार डॉ. पवन कुमार ने दैनिक भास्कर को विस्तार से बताया मामला कैसे बिगड़ा? लाठीचार्ज क्यों किया गया? अब आगे क्या होगा? पढ़िए पूरी बातचीत… पहले स्टूडेंट्स पर लाठीचार्ज की तस्वीर देखिए… रजिस्ट्रार डॉ. पवन कुमार से हुई पूरी बातचीत पढ़िए… सवाल: सुबह क्या हुआ था?
रजिस्ट्रार: स्टूडेंट्स अपनी मांगों को लेकर आए थे। मंगलवार सुबह 9 बजे हमने सोचा की उनसे बात कर लेते हैं। हमारी सुबह 10 बजे बातचीत हुई थी। उसमें सभी सहमत हो गए थे और उन्होंने कहा था कि हम मीटिंग में जाएंगे। हम मीटिंग का इंतजार कर रहे थे। सवाल: माहौल कैसे बिगड़ा? यूनिवर्सिटी प्रशासन क्यों नहीं संभाल पाया।
रजिस्ट्रार: 20 मिनट पता नहीं स्टूडेंट्स को किसने भड़का दिया और वह गद्दे लेकर आ गए और VC ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गए। अचानक कुछ स्टूडेंट्स ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। VC ऑफिस के बाहर काफी उत्पाद मचाया। मैंने ऐसा भयंकर दृश्य कभी नहीं देखा। पूरी नौकरी यहीं पर रही है। बच्चे शांत थे। एकदम उग्र हो गए। सवाल: पहले कोई बातचीत नहीं हुई?
रजिस्ट्रार: हमने बच्चों से कहा था कि मीटिंग कर लेते हैं। अचानक स्टूडेंट्स ने VC आवास पर पत्थरबाजी की। यहां तक मेरे (रजिस्ट्रार) आवास पर 3 से 4 बार पत्थर फेंके और नेम प्लेट तक तोड़ दी। सवाल: उस समय पुलिस भी मौजूद नहीं थी, क्या सूचना नहीं दी थी?
रजिस्ट्रार: मैं सुबह से पुलिस को बार-बार सूचना दे रहा था। इसकी मेरे पास कॉल रिकॉर्डिंग भी है। शाम 7 बजे भी मैंने खुद DSP सुनील कुमार को फोन किया। उन्होंने जवाब में कहा कि इसमें मेरा काम नहीं है। आप इस बारे में सिविल लाइन थाना इंचार्ज से बात करो। उस समय पुलिस बड़ी लेट आई। हालांकि, दिनभर पुलिस समय-समय पर आकर चक्कर लगा रही थी और खुद थाना प्रभारी भी आए थे। झगड़े के बाद रात को मेरी DSP व SP से फोन पर बात हुई थी। सवाल: लाठीचार्ज की नौबत कैसे आई?
रजिस्ट्रार: स्टूडेंट्स अचानक उग्र हो गए और पत्थरबाजी पर उतर आए। सवाल: लाठीचार्ज का आदेश किसने दिया? आप भी तो वहां मौजूद थे।
रजिस्ट्रार: नहीं, सभी फ्री हैंड थे। आदेश किसी ने नहीं दिया। स्टूडेंट्स उपद्रव कर रहे थे तो उन दोनों से यह हो गया। सवाल: प्रोफेसर राधेश्याम और सिक्योरिटी पर आरोप है। उन पर यूनिवर्सिटी की ओर से कोई कार्रवाई हुई?
रजिस्ट्रार: हमने यूनिवर्सिटी प्रशासन की मीटिंग बुलाई है, उसी में कोई निर्णय लिया जाएगा। रजिस्ट्रार बोले- बजट की दिक्कत, इसलिए पॉलिसी में बदलाव
रजिस्ट्रार ने बताया कि PHD के छात्र का 7-5 ग्रेड पॉइंट (OGP) है तो उसे 10 हजार रुपए स्कॉलरशिप मिलती है और PG के छात्र को 6 हजार रुपए। सरकार की ओर से समय-समय पर बजट खर्च कम करने को कहा जाता है। सरकार की बात को ध्यान में रखते हुए स्कॉलरशिप पॉलिसी में बदलाव किया है। यह नियम अभी लागू नहीं हुआ है। यूनिवर्सिटी में अगस्त से नया सेशन लागू होना है। उसी नए सेशन से यह पॉलिसी लागू होनी थी। अगर टेबल पर बात होती तो यह फैसला संभवत: टल जाता। यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप देने में करीब 4 से 5 करोड़ रुपए सालाना खर्च होते हैं। ऐसे में बजट की दिक्कत है। इसलिए यह बदलाव किया था। SHO बोले- पता लगा रहे लाठीचार्ज आदेश किसने दिए
सिविल लाइन थाने के SHO विकास कुमार ने कहा कि पुलिस समय पर मौके पर पहुंच गई थी और आवश्यकतानुसार पुलिस बल बुला लिया गया था। लाठीचार्ज के संबंध में उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है, ताकि यह पता चल सके कि इसके आदेश किसने दिए थे। मामला दर्ज कर लिया गया है और आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी। यूनिवर्सिटी के सिक्योरिटी गार्ड्स की पुलिस जैसी वर्दी
यूनिवर्सिटी के कुछ स्टूडेंट्स ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस पूरे केस में जो वीडियो सामने आए हैं, उसमें सबसे बड़ी बात यह है कि यूनिवर्सिटी के सिक्योरिटी गार्ड्स ने पुलिस जैसी की वर्दी पहनी हुई है। यूनिवर्सिटी से संबंध नहीं रखने वाले लोग एक बार वीडियो देखकर तो यहीं सोचेंगे कि पुलिस ही लाठीचार्ज कर रही है। हालांकि, पुलिस ने पहले ही क्लियर कर दिया था कि इसमें उनका कोई रोल नहीं है। उन्हें तो लाठीचार्ज की कोई सूचना ही नहीं थी। ————————— हिसार HAU में हुई लाठीचार्ज की खबर भी पढ़िए… हिसार की यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स पर लाठीचार्ज:स्कॉलरशिप मांग रहे 20 छात्र घायल; सिक्योरिटी इंचार्ज-रजिस्ट्रार समेत 8 पर FIR हरियाणा के हिसार स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (CCHAU) में वाइस चांसलर (VC) आवास के बाहर सिक्योरिटी गार्ड्स ने स्टूडेंट्स पर लाठीचार्ज कर दिया। इसमें 20 से ज्यादा स्टूडेंट घायल हो गए। 6 स्टूडेंट्स को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्टूडेंट्स की शिकायत पर सिविल लाइन थाने में रजिस्ट्रार, प्रोफेसर समेत 8 के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पढ़ें पूरी खबर… हरियाणा में हिसार स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी (CCHAU) में स्टूडेंट्स पर हुए लाठीचार्ज पर रजिस्ट्रार डॉ. पवन कुमार ने कहा कि स्टूडेंट स्कॉलरशिप विवाद को लेकर टेबल मीटिंग के लिए मान गए थे। पता नहीं 20 मिनट बाद क्या हुआ कि वे उग्र हो गए। शायद किसी ने उन्हें भड़का दिया। अचानक स्टूडेंट्स ने VC आवास पर पथराव कर दिया। प्रोफेसर राधेश्याम और सिक्योरिटी इंचार्ज ने कुछ स्टूडेंट्स पर लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज का किसी ने आदेश नहीं दिया था, माहौल को देखते हुए उन्होंने खुद फैसला लिया। इसे लेकर मैंने पहले ही पुलिस को फोन कर दिया था, लेकिन अधिकारी देरी से आए। यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स के साथ है। उनसे मांगों पर बात की जाएगी। हमें नहीं पता था कि स्थिति ऐसी हो जाएगी। पूरे विवाद के बाद HAU के रजिस्ट्रार डॉ. पवन कुमार ने दैनिक भास्कर को विस्तार से बताया मामला कैसे बिगड़ा? लाठीचार्ज क्यों किया गया? अब आगे क्या होगा? पढ़िए पूरी बातचीत… पहले स्टूडेंट्स पर लाठीचार्ज की तस्वीर देखिए… रजिस्ट्रार डॉ. पवन कुमार से हुई पूरी बातचीत पढ़िए… सवाल: सुबह क्या हुआ था?
रजिस्ट्रार: स्टूडेंट्स अपनी मांगों को लेकर आए थे। मंगलवार सुबह 9 बजे हमने सोचा की उनसे बात कर लेते हैं। हमारी सुबह 10 बजे बातचीत हुई थी। उसमें सभी सहमत हो गए थे और उन्होंने कहा था कि हम मीटिंग में जाएंगे। हम मीटिंग का इंतजार कर रहे थे। सवाल: माहौल कैसे बिगड़ा? यूनिवर्सिटी प्रशासन क्यों नहीं संभाल पाया।
रजिस्ट्रार: 20 मिनट पता नहीं स्टूडेंट्स को किसने भड़का दिया और वह गद्दे लेकर आ गए और VC ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गए। अचानक कुछ स्टूडेंट्स ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। VC ऑफिस के बाहर काफी उत्पाद मचाया। मैंने ऐसा भयंकर दृश्य कभी नहीं देखा। पूरी नौकरी यहीं पर रही है। बच्चे शांत थे। एकदम उग्र हो गए। सवाल: पहले कोई बातचीत नहीं हुई?
रजिस्ट्रार: हमने बच्चों से कहा था कि मीटिंग कर लेते हैं। अचानक स्टूडेंट्स ने VC आवास पर पत्थरबाजी की। यहां तक मेरे (रजिस्ट्रार) आवास पर 3 से 4 बार पत्थर फेंके और नेम प्लेट तक तोड़ दी। सवाल: उस समय पुलिस भी मौजूद नहीं थी, क्या सूचना नहीं दी थी?
रजिस्ट्रार: मैं सुबह से पुलिस को बार-बार सूचना दे रहा था। इसकी मेरे पास कॉल रिकॉर्डिंग भी है। शाम 7 बजे भी मैंने खुद DSP सुनील कुमार को फोन किया। उन्होंने जवाब में कहा कि इसमें मेरा काम नहीं है। आप इस बारे में सिविल लाइन थाना इंचार्ज से बात करो। उस समय पुलिस बड़ी लेट आई। हालांकि, दिनभर पुलिस समय-समय पर आकर चक्कर लगा रही थी और खुद थाना प्रभारी भी आए थे। झगड़े के बाद रात को मेरी DSP व SP से फोन पर बात हुई थी। सवाल: लाठीचार्ज की नौबत कैसे आई?
रजिस्ट्रार: स्टूडेंट्स अचानक उग्र हो गए और पत्थरबाजी पर उतर आए। सवाल: लाठीचार्ज का आदेश किसने दिया? आप भी तो वहां मौजूद थे।
रजिस्ट्रार: नहीं, सभी फ्री हैंड थे। आदेश किसी ने नहीं दिया। स्टूडेंट्स उपद्रव कर रहे थे तो उन दोनों से यह हो गया। सवाल: प्रोफेसर राधेश्याम और सिक्योरिटी पर आरोप है। उन पर यूनिवर्सिटी की ओर से कोई कार्रवाई हुई?
रजिस्ट्रार: हमने यूनिवर्सिटी प्रशासन की मीटिंग बुलाई है, उसी में कोई निर्णय लिया जाएगा। रजिस्ट्रार बोले- बजट की दिक्कत, इसलिए पॉलिसी में बदलाव
रजिस्ट्रार ने बताया कि PHD के छात्र का 7-5 ग्रेड पॉइंट (OGP) है तो उसे 10 हजार रुपए स्कॉलरशिप मिलती है और PG के छात्र को 6 हजार रुपए। सरकार की ओर से समय-समय पर बजट खर्च कम करने को कहा जाता है। सरकार की बात को ध्यान में रखते हुए स्कॉलरशिप पॉलिसी में बदलाव किया है। यह नियम अभी लागू नहीं हुआ है। यूनिवर्सिटी में अगस्त से नया सेशन लागू होना है। उसी नए सेशन से यह पॉलिसी लागू होनी थी। अगर टेबल पर बात होती तो यह फैसला संभवत: टल जाता। यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप देने में करीब 4 से 5 करोड़ रुपए सालाना खर्च होते हैं। ऐसे में बजट की दिक्कत है। इसलिए यह बदलाव किया था। SHO बोले- पता लगा रहे लाठीचार्ज आदेश किसने दिए
सिविल लाइन थाने के SHO विकास कुमार ने कहा कि पुलिस समय पर मौके पर पहुंच गई थी और आवश्यकतानुसार पुलिस बल बुला लिया गया था। लाठीचार्ज के संबंध में उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है, ताकि यह पता चल सके कि इसके आदेश किसने दिए थे। मामला दर्ज कर लिया गया है और आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी। यूनिवर्सिटी के सिक्योरिटी गार्ड्स की पुलिस जैसी वर्दी
यूनिवर्सिटी के कुछ स्टूडेंट्स ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस पूरे केस में जो वीडियो सामने आए हैं, उसमें सबसे बड़ी बात यह है कि यूनिवर्सिटी के सिक्योरिटी गार्ड्स ने पुलिस जैसी की वर्दी पहनी हुई है। यूनिवर्सिटी से संबंध नहीं रखने वाले लोग एक बार वीडियो देखकर तो यहीं सोचेंगे कि पुलिस ही लाठीचार्ज कर रही है। हालांकि, पुलिस ने पहले ही क्लियर कर दिया था कि इसमें उनका कोई रोल नहीं है। उन्हें तो लाठीचार्ज की कोई सूचना ही नहीं थी। ————————— हिसार HAU में हुई लाठीचार्ज की खबर भी पढ़िए… हिसार की यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स पर लाठीचार्ज:स्कॉलरशिप मांग रहे 20 छात्र घायल; सिक्योरिटी इंचार्ज-रजिस्ट्रार समेत 8 पर FIR हरियाणा के हिसार स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (CCHAU) में वाइस चांसलर (VC) आवास के बाहर सिक्योरिटी गार्ड्स ने स्टूडेंट्स पर लाठीचार्ज कर दिया। इसमें 20 से ज्यादा स्टूडेंट घायल हो गए। 6 स्टूडेंट्स को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्टूडेंट्स की शिकायत पर सिविल लाइन थाने में रजिस्ट्रार, प्रोफेसर समेत 8 के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पढ़ें पूरी खबर… हरियाणा | दैनिक भास्कर
